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जाने मेहंदीपुर बालाजी का रहस्य, जहां होती है भूतों की पिटाई व विचित्र घटनाएं

राजस्थान की राजधानी जयपुर से 109 किलोमीटर दूर मेहंदीपुर नाम की एक जगह है, जो दौसा जिले में पड़ती है। यह हिंदू धर्म मानने वाले लोगों के लिए एक बहुत ही मायावी और प्रतिष्ठित जगह है।

यह मंदिर बालाजी का है। यह मंदिर भूत पिसाच से छुटकारा दिलवाने के लिए प्रचलित है। यहां पर लोग अपनी अलग-अलग परेशानी लेकर आते है। यह मंदिर अपने विचित्र घटनाओं के लिए पूरे भारत में प्रचलित है। हर रोज इस मंदिर में हजारों की तादाद में लोग दर्शन करने आते है।

अगर आप मेहंदीपुर बालाजी का रहस्य जानना चाहते हैं तो इस लेख में मेहंदीपुर बालाजी का रहस्य और मंदिर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी शेयर कर रहे हैं।

मेहंदीपुर बालाजी का मन्दिर कैसा है?

मेहंदीपुर बालाजी एक बहुत बड़े भव्य मंदिर के लिए भारत में प्रचलित है, जहां दूर-दूर से श्रद्धालु भगवान बालाजी की पूजा करने आते है। मेहंदीपुर का बालाजी मंदिर दो पहाड़ों के बीच स्थित है, जहां लोगों को श्रृंखला बनाकर जाना होता है।

पहाड़ों के बीच घाटी में स्थित यह मंदिर हर दिन बहुत सारे लोगों को भूत पिशाच के प्रकोप से तड़पता हुआ देखता है और उन्हें उनकी परेशानी से मुक्त भी करता है।

ऐसा माना जाता है कि मेहंदीपुर का बालाजी मंदिर लगभग 1000 साल पुराना है। यहां के पंडितों के पूर्वज महंत श्री गणेश पुरी जी महाराज को बालाजी सपने में दर्शन देते हैं और आसपास हो रहे भूत पिशाच की परेशानी से मुक्ति दिलाने के लिए एक मंदिर की स्थापना करने का निर्देश देते है।

तब से लेकर आज तक मेहंदीपुर बालाजी का मंदिर बहुत सारे श्रद्धालुओं की परेशानी का इलाज कर रहा है। पास में ही गणेश जी महाराज की समाधि भी बनाई गई है।

इस मंदिर में भगवान हनुमान की एक भव्य मूर्ति है, जिसके दर्शन के बाद एक लड्डू दिया जाता है, जिसे मूर्ति के पास खड़े होकर खाना होता है। जिसके सर पर भूत पिशाच का साया होता है वह व्यक्ति अजीब अजीब हरकत करने लगता है और उसी वक्त उसे मंदिर के पीछे स्थिति पिसाच राज की मंदिर में ले जाया जाता है।

पिशाच राज मंदिर में बहुत सारे भूत पिशाच से पीड़ित लोग चीखते चिल्लाते मिलेंगे। कोई भी उन्हें भौतिक रूप से नहीं छूता, मगर उस मंदिर में पांव रखने से ही वो बहुत तड़पने लगते है।

कुछ देर इस तरह की परेशानी को झेलने के बाद वह शांत होते हैं और उसके बाद उन्हें पानी पिला कर थोड़ी पूजा अर्चना के बाद वापस भेज दिया जाता है। इस मंदिर में भगवान हनुमान और भैरव बाबा की पूजा की जाती है।

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर का इतिहास, मंदिर से जुड़े चमत्कार और कहानी आदि के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहां क्लिक करें।

मेहंदीपुर बालाजी का रहस्य (Mehandipur Balaji Ka Rahasya)

मेहंदीपुर बालाजी के प्रसाद का रहस्य

मेहंदीपुर बालाजी के मंदिर के प्रसाद के पीछे भी एक रहस्य है। आमतौर पर किसी भी मंदिर में भक्तजन प्रसाद चढ़ाते हैं और फिर उसे घर वापस लाकर खाते भी हैं‌।

लेकिन मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में चढ़ाए गए प्रसाद को ना ही घर वापस ला सकते हैं और ना ही उसे खा सकते हैं। यहां पर बालाजी भगवान को लड्डू, प्रेतराज महाराज को चावल और भैरव भगवान को उड़द का भोग चढ़ाया जाता है।

यहां पर भक्तजन भगवान को प्रसाद चढ़ाते हैं और फिर बिना पीछे मुड़े यहीं पर उस प्रसाद को फेंक कर घर वापस चले जाते हैं।

अगर भूल से भी वे प्रसाद को खा लेते हैं तो उन पर भूत पिचास की बुरी छाया पड़ने का खतरा रहता है। यहां तक कि इस मंदिर से कोई भी खाने पीने की चीज अगर वे घर पर लेकर जाते हैं तो नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव देखने को मिलता है।

मेहंदीपुर बालाजी में चढ़ाए जाते हैं दो तरह के प्रसाद

मेहंदीपुर बालाजी के मंदिर में दो तरह से प्रसाद चढ़ाएं जाते हैं। एक प्रसाद हाजिरी के दौरान और दूसरा अर्जी के समय चढ़ाया जाता है।

भक्तजन जो प्रसाद हाजिरी के दौरान चढ़ाते हैं, उन्हें दो बार उस प्रसाद को खरीदना पड़ता है और अर्जी वाला प्रसाद उन्हें तीन अलग-अलग थालियां में दिया जाता है।

जब भक्तजन मंदिर में हाजिरी लगाने जाते हैं तो उन्हें तुरंत प्रसाद चढ़ाकर निकल जाना पड़ता है और फिर अंत में अर्जी वालों को लौटते समय प्रसाद दिया जाता है, जिसे सभी भक्तजनों को मंदिर से निकलते समय बिना पीछे मुड़कर देखे फेंक देना पड़ता है। इस प्रसाद को वे घर पर लेकर नहीं जा सकते हैं।

mehandipur balaji ki photo
मेहंदीपुर बालाजी की फोटो

प्रेत-बाधाओं से मुक्ति के लिए लगती है अर्जी

मेहंदीपुर बालाजी का मंदिर प्रेत बधाओं से मुक्ति पाने के लिए ही प्रसिद्ध है। यहां पर लोग बुरी शक्तियों से निजात पाने के लिए बालाजी महाराज की अर्जी लगाते हैं।

यहां पर हर दिन ऐसे नकारात्मक शक्तियों से पीडित लोगों की लंबी भीड़ लगी रहती है। हर दिन इस मंदिर में रात के 2:00 बजे भजन कीर्तन होता है। जिस दौरान भूत प्रेत बाधाओं से पीड़ित लोगों पर से इस असर को दूर किया जाता है।

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में बालाजी की प्रतिमा में उनके बाएं छाती के नीचे से एक पतली जलधारा निकलती है। उन पर पूरा चोला चढ़ाने के बावजूद वह जलधारा बंद नहीं होता है।

भक्तजन इसे बालाजी का पसीना मानते हैं और वह आरती के समय उस जलधारा के छिंटों को भक्तजनों पर फेंकते हैं, जिससे उनकी दुख बीमारी दूर हो जाती है।

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के अन्य रहस्य

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में बालाजी की मूर्ति के सामने ही भगवान श्री राम और माता सीता की भी प्रतिमा है। क्योंकि भगवान हनुमान जी भगवान श्री राम के परम भक्त थे। इसीलिए सदैव बालाजी भगवान श्री राम और मां सीता का दर्शन करते रहे इसीलिए उनके सामने यह प्रतिमा विराजमान है।

बालाजी मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी से भी बात करने से या उन्हें स्पर्श करने से मना किया जाता है। क्योंकि यहां पर भूत प्रेत के बाधा से पीड़ित कई लोग आते हैं।

माना जाता है उन्हें स्पर्श करने से वह बुरी शक्ति हमारे अंदर भी आ सकती है। इसीलिए यहां पर ना ही किसी को कुछ दिया जाता है ना ही कुछ किसी से लिया जाता है। यहां तक कि प्रसाद भी नहीं।

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में भगवान के दरख्वास्त लगाकर ही दर्शन करने आ सकते हैं। यहां पर श्रद्धालुओं का आना और जाना बालाजी महाराज के आज्ञा से ही होता है। इसीलिए श्रद्धालुओं को मंदिर आने से पहले दरख्वास्त लगानी पड़ती है।

भगवान हनुमान जी ब्रह्मचारी थे और वे सात्विक आहार का सेवन करते थे। इसीलिए बालाजी धाम आने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर आने से एक सप्ताह पहले ही लहसुन, प्याज या नशीले पदार्थों का सेवन करने से मना किया जाता है। उन्हें शुद्ध सात्विक आहार का ही सेवन करना होता है।

यहां तक कि मंदिर का दर्शन करने के बाद भी अगले कुछ सप्ताह तक सात्विक आहार का ही सेवन करना होता है।

निष्कर्ष

इस लेख में मेहंदीपुर बालाजी का रहस्य (Mehandipur Balaji Ka Rahasya) बताया। राजस्थान राज्य में स्थित मेहंदीपुर बालाजी का मंदिर लगातार विज्ञान को चुनौती दे रहा है और किसी भी व्यक्ति को इस मंदिर में मौजूद दिव्य शक्ति के बारे में अंदाजा नहीं है।

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।