Manoj Mukund Naravane Biography In Hindi: दोस्तों आज हम बात करने जा रहे हैं, मनोज मुकुंद नरवणे के बारे में जो कि देश के अगले सेना प्रमुख बनने वाले हैं। यह वर्तमान समय में उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरवाने आर्मी चीफ बिपिन रावत के जगह लेने वाले हैं। बिपिन रावत जी 31 दिसंबर को रिटायर हो गए। सरकार के द्वारा लेफ्टिनेंट जनरल नरवणे जी को चुना गया है। मुकुंद जी भारतीय सेना में अप्रैल 2022 तक निर्मित रहेंगे और वहां पर अपनी सेवाएं देंगे। हम आपको मनोज मुकुंद नरवणे का जीवन परिचय के बारे में पूरी जानकारी देते हैं।

मनोज मुकुंद नरवणे का जीवन परिचय | Manoj Mukund Naravane Biography In Hindi
विषय सूची
मनोज मुकुंद नरवणे की जीवनी संक्षिप्त में (Manoj Mukund Naravane Biography in Hindi)
नाम | मनोज मुकुंद नरवणे |
उपनाम | mm नरवणे |
जन्म | 22 अप्रैल 1960 |
पद | इंडियन आर्मी चीफ |
पिता का नाम | मुकुंद नरवणे |
माता का नाम | सुधा नरवणे |
पत्नी का नाम | वीणा नरवणे |
पुरुष्कार / सम्मान | विशिष्ट सेवा पदक सेना पदक अति विशिष्ट सेवा पदक परम विशिष्ट सेवा पदक |
कौन है मनोज मुकुंद नरवणे?
मनोज मुकुंद नरवणे भारतीय सेना के पद धारक लेफ्टिनेंट जनरल है। कुछ समय पहले जब हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीरियस जनरल बिपिन रावत का निधन हुआ, तब उसके पश्चात 16 दिसंबर 2021 को मनोज मुकुंद नरवणे को यह पद सौंपा गया। मनोज मुकुंद सीसीएएस बने उससे पहले वह 31 दिसंबर 2019 को 28 व थल सेना अध्यक्ष चुने जा चुके थे। उसके बाद वह दुनिया के सबसे ताकतवर सेना में शामिल हुए वह 13 लाख थल सैनिक के मुखिया बने।
जब यह सेना में उत्कृष्ट कार्य कर रहे थे, तब इन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल और अति विशिष्ट सेवा मेडल से भी सम्मानित किया गया था। इसी के साथ लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरवाने नागालैंड में असम राइफल्स के इंस्पेक्टर भी रह चुके हैं और उन्होंने जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल बटालियन और पूर्वी मोर्चे पर इन्फेंट्री ब्रिगेड की कमान भी संभाली थी।
मनोज मुकुंद राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पास आउट हुए हैं। उन्होंने जून 1980 में सिख लाइट इन्फेंट्री रेजीमेंट की सातवीं बटालियन में भी शामिल किया गया था। उन्होंने अपने जीवन में बहुत सारे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में काम किया है।
मनोज मुकुंद जी पुणे के रहने वाले हैं। उनके पिता भारतीय वायु सेना से रिटायर हो चुके हैं। इसी के साथ उनकी मां सुधा नरवणे लेखिका और न्यूज़ ब्रॉडकास्टर थी जो पुणे के ऑल इंडिया रेडियो से जुड़ी थी, परंतु पिछले ही साल उनका निधन हो चुका है। मुकुंद जी ने अपनी स्कूली शिक्षा पुणे से ही प्राप्त की थी। उन्हें स्कूल समय में पेंटिंग और खेलों में बहुत ही रुचि थी।
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मनोज मुकुंद नरवणे का जन्म और परिवार
मनोज मुकुंद नरवणे का पूरा नाम मनोज मुकुंद नरवणे ही है। इनका जन्म 30 अप्रैल 1960 में महाराष्ट्र के पुणे शहर में हुआ है। मनोज मुकुंद नरवणे की राष्ट्रीयता भारतीय है और मनोज मुकुंद नरवणे धर्म से हिंदू है। मनोज मुकुंद नरवणे जी की राशि की बात की जाए,तो इनकी राशि वृषभ है। मनोज मुकुंद नरवणे के पिता का नाम मुकुंद नरवणे है। मुकुंद नरवणे जी पहले वायुसेना अधिकारी रह चुके हैं। मनोज मुकुंद नरवणे के माता का नाम सुधा नरवणे है। इन्होंने ऑल इंडिया रेडियो उद्घोषक के पद पर कार्य किया है।
मनोज मुकुंद नरवणे की पत्नी
मनोज मुकुंद नरवणे के पत्नी का नाम वीणा नरवणे है,जो एक शिक्षक है। इसी के साथ उनको शिक्षा का 25 साल का अनुभव भी है। वीणा नरवणे जो वाइस प्रेसिडेंट ऑफ द आर्मी वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन पर चयनित है। इनकी एक बेटी का नाम ईशा है, जोकि अमला PO सलाहकार है। वर्तमान में मनोज मुकुंद नरवणे जी पुणे महाराष्ट्र में रहते हैं।
मनोज मुकुंद नरवणे की शिक्षा
मनोज मुकुंद नरवणे के प्रारंभिक शिक्षा की शुरुआत जनाना प्रबोधिनी प्रशाला पुणे महाराष्ट्र से हुई थी। इन्होंने अपने उच्च शिक्षा की पढ़ाई राष्ट्रीय रक्षा अकादमी पुणे, भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून और मद्रास विश्वविद्यालय चेन्नई तमिल नाडु इत्यादि कॉलेजों से पूर्ण की थी।
उसके पश्चात इन्होंने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन तमिल नाडु और आर्मी वार कॉलेज महू मध्य प्रदेश से डिफेंस शिक्षा ग्रहण की। वर्तमान में मनोज मुकुंद नरवणे जो भारतीय सेना सेना कार्मिक है और भारत के 28 सेना अध्यक्ष के रूप में कार्यरत है।
मनोज मुकुंद की शारीरिक संरचना
मनोज मुकुंद नरवाने के शारीरिक स्थिति की बात करें तो, इनकी लंबाई 173 सेंटीमीटर मतलब कि 5 फीट 8 इंच की है। इनके शरीर का वजन 90 किलो मतलब 198 पाउंड है। मनोज मुकुंद नरवणे की आंखों का रंग काला और बालों का रंग सोल्ट एंड पेपर के जैसा है।
मनोज मुकुंद का करियर
मुकुंद जी पीवीएसएम, एवीएसएम, एसएम, वीएसएम, एडीसी, भारतीय सेना के एक फ़ॉर चार जनरल और सेना के 28 से प्रमुख रह चुके हैं।
मनोज मुकुंद ने अपने करियर की शुरुआत जून 1980 में की थी, इसी के साथ उन्हें 39 वर्ष का अनुभव भी है। 1 अक्टूबर 2018 को मनोज मुकुंद ने पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के रूप में भी कार्यभार संभाला है। पूर्वी कमान भारत के पूर्वी क्षेत्र में चीन के साथ उन्होंने 4000 किलोमीटर लंबी सीमा की रक्षा की है।
मनोज मुकुंद एक मराठी हैं। उन्हें पेंटिंग, योग के साथ-साथ बागवानी भी बहुत ही पसंद है।
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मनोज मुकुंद के पुरस्कार एवं सम्मान
उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक, सेना पदक, विशिष्ट सेवा पदक, सामान्य सेवा पदक, विशेष सेवा पदक, ऑपरेशन पराक्रम पदक, सैन्य सेवा पदक, विदेश सेवा पदक, आजादी की 50 वी वर्षगांठ पदक, 30 वर्ष लंबी सेवा पदक, 20 वर्ष लंबी सेवा पदक, 9 वर्ष लंबी सेवा पदक, इन सभी पदक से सम्मानित किया गया है।
बैचमेट बने तीनों सेनाओं के प्रमुख
28 साल बाद फिर एनडीए के बैचमेट बने हैं। तीनों सेनाओं के प्रमुख जिसमें है, मनोज मुकुंद नरवाने, एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और नौसेना अध्यक्ष परमवीर सिंह ने, 1976 में नेशनल डिफेंस एकेडमी का 56 वा कोर्स एक साथ किया था। भारतीय सेना के इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ है, जब तीनों सेनाओं के प्रमुख एनडीए के 1976 बैच के कैंडिडेट होंगे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इससे पहले वह 1991 में तत्कालीन थल सेना प्रमुख सेना, प्रांसिस रोड्रिग्स नौसेना प्रमुख, एडमिरल लक्ष्मीनारायण रामदास और एयर चीफ मार्शल निर्मल चंद्र सूरी ने तीनों सेनाओं का नेतृत्व किया था और उन्होंने एनडीए का कोर्स भी एक साथ किया था।
इसी के साथ लेफ्टिनेंट जनरल 13 वे सेना के प्रमुख जिन्होंने एनडीए का कोर्स एक साथ किया है। इसके अलावा उन्होंने एनडीए से पढ़ाई करने वाले 11 कैंडिडेट नौसेना और नो कैडेटस वायु सेना की कमान संभाल चुके हैं। इसी के साथ सेना प्रमुख ने भारतीय सैन्य अकादमी वायु सेना अकादमी और नौसेना अकादमी की भी पढ़ाई पूरी की है।
FAQ
मनोज मुकुंद नरवाने लेफ्टिनेंट जनरल है, जो कि देश के अगले सेना प्रमुख बनेंगे।
मनोज मुकुंद नरवणे की पत्नी का नाम बिना नरवणे है, जिन्हें 25 वर्षों का शिक्षा का अनुभव है।
नहीं मनोज मुकुंद के कोई बेटा नहीं है, उनकी दो बेटी हैं।
मनोज मुकुंद का जन्म स्थान पुणे मुंबई महाराष्ट्र है।
22 अप्रैल 1960
निष्कर्ष
आज के आर्टिकल में हमने मनोज मुकुंद नरवणे का जीवन परिचय (Manoj Mukund Naravane Biography In Hindi) के बारे में संपूर्ण जानकारी आप तक पहुंचाई है। हमें पूरी उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। यदि किसी व्यक्ति को इस आर्टिकल से जुड़ा हुआ कोई भी सवाल है। तो वह हमें कमेंट के माध्यम से बता सकता है।
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