मनोज मुकुंद नरवणे भारतीय थल सेना के 28वे थलसेनाध्यक्ष के रूप में कार्यरत है। आज हम यहाँ पर मनोज मुकुंद नरवणे का जीवन परिचय (Manoj Mukund Naravane Biography In Hindi) के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे।
मनोज मुकुंद नरवणे का जीवन परिचय (Manoj Mukund Naravane Biography In Hindi)
नाम | मनोज मुकुंद नरवणे |
उपनाम | mm नरवणे |
जन्म | 22 अप्रैल 1960 |
पद | इंडियन आर्मी चीफ |
पिता का नाम | मुकुंद नरवणे |
माता का नाम | सुधा नरवणे |
पत्नी का नाम | वीणा नरवणे |
पुरुष्कार / सम्मान | विशिष्ट सेवा पदक सेना पदक अति विशिष्ट सेवा पदक परम विशिष्ट सेवा पदक |
मनोज मुकुंद नरवणे कौन है?
मनोज मुकुंद नरवणे भारतीय सेना के पद धारक लेफ्टिनेंट जनरल है। कुछ समय पहले जब हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सीरियस जनरल बिपिन रावत का निधन हुआ तब उसके पश्चात 16 दिसंबर 2021 को मनोज मुकुंद नरवणे को यह पद सौंपा गया। मनोज मुकुंद सीसीएएस बने, उससे पहले वह 31 दिसंबर 2019 को 28वें थल सेना अध्यक्ष चुने जा चुके थे। उसके बाद वह दुनिया के सबसे ताकतवर सेना में शामिल हुए, वह 13 लाख थल सैनिक के मुखिया बने।
जब यह सेना में उत्कृष्ट कार्य कर रहे थे तब इन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल और अति विशिष्ट सेवा मेडल से भी सम्मानित किया गया था। इसी के साथ लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरवाने नागालैंड में असम राइफल्स के इंस्पेक्टर भी रह चुके हैं और उन्होंने जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल बटालियन और पूर्वी मोर्चे पर इन्फेंट्री ब्रिगेड की कमान भी संभाली थी।
मनोज मुकुंद राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पास आउट हुए हैं। उन्होंने जून 1980 में सिख लाइट इन्फेंट्री रेजीमेंट की सातवीं बटालियन में भी शामिल किया गया था। उन्होंने अपने जीवन में बहुत सारे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में काम किया है। मनोज मुकुंद पुणे के रहने वाले हैं। मुकुंद ने अपनी स्कूली शिक्षा पुणे से ही प्राप्त की थी। उन्हें स्कूल समय में पेंटिंग और खेलों में बहुत ही रुचि थी।
मनोज मुकुंद नरवणे का जन्म और परिवार
मनोज मुकुंद नरवणे का जन्म 30 अप्रैल 1960 में महाराष्ट्र के पुणे शहर में हुआ है। मनोज मुकुंद नरवणे की राष्ट्रीयता भारतीय है और धर्म से हिंदू है। इनके पिता का नाम मुकुंद नरवणे है। उनके पिता भारतीय वायु सेना से रिटायर हो चुके हैं। इनकी माता का नाम सुधा नरवणे है, जो लेखिका और न्यूज़ ब्रॉडकास्टर थी, जो पुणे के ऑल इंडिया रेडियो से जुड़ी थी, उनका निधन हो चुका है।
मनोज मुकुंद नरवणे की पत्नी
मनोज मुकुंद नरवणे के पत्नी का नाम वीणा नरवणे है, जो एक शिक्षक है। वीणा नरवणे जो वाइस प्रेसिडेंट ऑफ द आर्मी वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन पर चयनित है। इनकी एक बेटी का नाम ईशा है, जोकि अमला PO सलाहकार है।
मनोज मुकुंद नरवणे की शिक्षा
मनोज मुकुंद नरवणे के प्रारंभिक शिक्षा की शुरुआत जनाना प्रबोधिनी प्रशाला पुणे महाराष्ट्र से हुई थी। इन्होंने अपने उच्च शिक्षा की पढ़ाई राष्ट्रीय रक्षा अकादमी पुणे, भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून और मद्रास विश्वविद्यालय चेन्नई तमिल नाडु इत्यादि कॉलेजों से पूर्ण की थी।
उसके पश्चात इन्होंने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन तमिल नाडु और आर्मी वार कॉलेज महू मध्य प्रदेश से डिफेंस शिक्षा ग्रहण की। वर्तमान में मनोज मुकुंद नरवणे जो भारतीय सेना सेना कार्मिक है और भारत के 28 सेना अध्यक्ष के रूप में कार्यरत है।
मनोज मुकुंद की शारीरिक संरचना
मनोज मुकुंद नरवाने की लंबाई 173 सेंटीमीटर मतलब कि 5 फीट 8 इंच की है। इनके शरीर का वजन 90 किलो है। मनोज मुकुंद नरवणे की आंखों का रंग काला और बालों का रंग सोल्ट एंड पेपर के जैसा है।
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मनोज मुकुंद का करियर
मनोज मुकुंद पीवीएसएम, एवीएसएम, एसएम, वीएसएम, एडीसी, भारतीय सेना के एक फ़ॉर चार जनरल और सेना के 28 वें प्रमुख रह चुके हैं। मनोज मुकुंद ने अपने करियर की शुरुआत जून 1980 में की थी, उन्हें 39 वर्ष का अनुभव भी है।
1 अक्टूबर 2018 को मनोज मुकुंद ने पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के रूप में भी कार्यभार संभाला है। पूर्वी कमान भारत के पूर्वी क्षेत्र में चीन के साथ उन्होंने 4000 किलोमीटर लंबी सीमा की रक्षा की है। मनोज मुकुंद एक मराठी हैं। उन्हें पेंटिंग, योग के साथ-साथ बागवानी भी बहुत ही पसंद है।
मनोज मुकुंद के पुरस्कार एवं सम्मान
उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक, सेना पदक, विशिष्ट सेवा पदक, सामान्य सेवा पदक, विशेष सेवा पदक, ऑपरेशन पराक्रम पदक, सैन्य सेवा पदक, विदेश सेवा पदक, आजादी की 50 वी वर्षगांठ पदक, 30 वर्ष लंबी सेवा पदक, 20 वर्ष लंबी सेवा पदक, 9 वर्ष लंबी सेवा पदक इन सभी पदक से सम्मानित किया गया है।
बैचमेट बने तीनों सेनाओं के प्रमुख
28 साल बाद फिर एनडीए के बैचमेट बने हैं। तीनों सेनाओं के प्रमुख जिसमें है, मनोज मुकुंद नरवाने, एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और नौसेना अध्यक्ष परमवीर सिंह ने 1976 में नेशनल डिफेंस एकेडमी का 56 वां कोर्स एक साथ किया था। भारतीय सेना के इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ है, जब तीनों सेनाओं के प्रमुख एनडीए के 1976 बैच के कैंडिडेट होंगे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले वह 1991 में तत्कालीन थल सेना प्रमुख सेना, प्रांसिस रोड्रिग्स नौसेना प्रमुख, एडमिरल लक्ष्मीनारायण रामदास और एयर चीफ मार्शल निर्मल चंद्र सूरी ने तीनों सेनाओं का नेतृत्व किया था और उन्होंने एनडीए का कोर्स भी एक साथ किया था।
इसी के साथ लेफ्टिनेंट जनरल 13वें सेना के प्रमुख जिन्होंने एनडीए का कोर्स एक साथ किया है। इसके अलावा उन्होंने एनडीए से पढ़ाई करने वाले 11 कैंडिडेट नौसेना और नो कैडेटस वायु सेना की कमान संभाल चुके हैं। इसी के साथ सेना प्रमुख ने भारतीय सैन्य अकादमी वायु सेना अकादमी और नौसेना अकादमी की भी पढ़ाई पूरी की है।
FAQ
मनोज मुकुंद नरवाने लेफ्टिनेंट जनरल है, जो कि भारतीय थलसेना के 28वें थलसेनाध्यक्ष है।
मनोज मुकुंद नरवणे की पत्नी का नाम वीणा नरवणे है।
नहीं, मनोज मुकुंद के कोई बेटा नहीं है, उनकी दो बेटी हैं।
मनोज मुकुंद का जन्म स्थान पुणे महाराष्ट्र है।
22 अप्रैल 1960
निष्कर्ष
आज के आर्टिकल में हमने मनोज मुकुंद नरवणे का जीवन परिचय (Manoj Mukund Naravane Biography In Hindi) के बारे में संपूर्ण जानकारी आप तक पहुंचाई है। हमें पूरी उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपको पसंद आई होगी।
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