ये न थी हमारी क़िस्मत कि विसाल ए यार होता अगर और जीते रहते यही इंतज़ार होता!
मोहब्बत की आजमाइश दे दे कर थक गया हू ऐ खुदा, किस्मत मे कोई ऐसा लिख दे, जो मौत तक वफा करे।
ज़माने से ना डर जरा किस्मत पे भरोसा कर जब तक़दीर लिखने वाले ने लिखा है साथ तो फिर किस बात का है दर!
जो क़िस्मत में होगा वो ख़ुद चलकर आएगा, जो नहीं होगा वो पास आकर भी दूर चला जाएगा।
अहंकार में ही इंसान सब कुछ खोता है बेवजह किस्मत को दोष देकर रोता है!
किसी को प्यार करना और उसी के प्यार को पाना, ये किसी किस्मत वाले कि किस्मत में ही होता है।
कहर हो बला हो जो कुछ हो काश तुम मेरे लिये होते मेरी किस्मत में गम अगर इतना था दिल भी या रब कई दिये होते !!
जिनकी किस्मत में लिखा हो रोना, वह मुस्कुरा भी दे तो आंसू निकल आते हैं।
ख़राब हम नहीं हमारी किस्मत है जहां भी जाते है अकेले ही रह जाते है!
तकलीफ ये नहीं की किस्मत ने मुझे धोखा दिया, मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही।
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तकदीर त छे मगर किस्मत नि खुलती ताजमहल बनाना चाहूँ मगर ष्मुमताज नि मरती!!
अब किस्मत पर कैसा भरोसा जनाब, जब जान से प्यारे लोग बदल गए, तो किस्मत भी एक दिन बदल जाएगी।
रिश्ते नाते झूठे हैं सब स्वार्थ का झमेला है जाने मेरी किस्मत ने कैसा खेल खेला है!
मेरी क़िस्मत की लड़ाई में खुद लड़ूंगा, चाहें वो मिले ना मिले, मेरी ज़िन्दगी है मैं खुद जियूंगा।
मेरे लिखने से अगर बदल जाती किस्मत तो हिस्से में तेरे सारा जहाँ लिख देती!
Kismat Shayari in Hindi
मंजूर है मुझे हर शर्त वो तेरी, मैं किस्मत में नहीं, खुद पर यकीं रखती हूं।
कल भी मन अकेला थाएआज भी अकेला है जाने मेरी किस्मत ने कैसा खेल खेला है’!
किस्मत की बात है, कल तक मैं उसकी ज़िन्दगी था, आज ज़िन्दगी में कहीं भी नही हूँ।
सारा इल्जाम अपने सर ले कर हमने किस्मत को माफ कर दिया!
भाग्य बदलने चला किस्मत पर अपनी रो दिया, लकीरों में था जो उसके उसने वो भी खो दिया।
जिंदगी और किस्मत से ज्यादा सवाल करना फिजूल है भला सवाल किसे पसंद होते है!
किस्मत की कश्ती का माँझी क्यों सो जाता है, चाँद ढूँढते ढूँढते तारों में खो जाता है।
मेरी किस्मत से खेलने वाले मुझ को दुनिया से बेखबर कर दे!
कुछ तो लिखा होगा किस्मत में, वरना आप हम से यूं ना मिले होते।
वक्त और किस्मत पर कभी घमंड ना करे सुबह उनकी भी होती है जिन्हें कोई याद नही करता!
किस्मत की लकीरों से चुराया था जिसे, चंद लम्हों के लिए भी वो मेरा ना हुआ।
फिर शान इस शहर को नई आप से मिली मुस्कान इस शहर को नई आप से मिली पाकर के साथ आपका किस्मत बदल गयी पहचान इस शहर को नई आप से मिली।
तुझको मस्ज़िद है मुझको मयखाना वाइज़ अपनी अपनी किस्मत है।
जो शतरंज की बिसात होती जिंदगी तो मैं सिर्फ एक मोहरा ही बन कर रह जाता ये तो वो खाली किताब निकली जिसने बादशाह बना दिया मुझको जो मैंने खुद की किस्मत लिखनी शुरू की।
ये दिन भी देखना लिखा था मेरी क़िस्मत में जो थे हबीबए हुए हैं रक़ीब ए जां लोगों!
एक ही ख्वाब देखा है कई बार मैंने तेरे की हाथों में उल्झी चाबियां मेरी किस्मत!
हमें उनसे कोई शिकायत नहीं शायद हमारी किस्मत में चाहत नहीं मेरी तकदीर को लिखकर तो ऊपर वाला भी मुकर गया पूछा तो कहा ये मेरी लिखावट नही
माना कि किस्मत पे मेरा कोई जोर नहीं पर ये सच है कि मोहब्बत मेरी कमज़ोर नहीं उसके दिल में उसकी यादों में कोई और है लेकिन मेरी हर सांस में उसके सिवा कोई और नहीं!
दूर होना किस्मत में था अलग होना चाहत थी तुम्हारी!
मैं शिकायत भी करूं तो क्यों करूं यह तो किस्मत की बात है मैं तेरे सोच में नहीं हूं कहीं और तुम मुझे लफ्ज़ लफ्ज़ यादें है!
Kismat Shayari in Hindi
हर तरफ़ छा गए पैग़ाम.ए.मोहब्बत बन कर मुझ से अच्छी रही क़िस्मत मेरे अफ़्सानों की !!
एक बात तो पक्की है जिनके दिल बहुतअच्छे होते हैं अक्सर किस्मत उनकी ही बहुत खराब होती है!
बाज़ी.ए.इश्क़ में हमारी किस्मत तो देखिये चार इक्के थे हाथ में और बेग़म से हार गये!
कुछ तेरी फ़ितरत में नहीं थी वफ़ादारी कुछ मेरी किस्मत में बेवफ़ाई थी वक़्त को क्या दोश दूँ वक़्त ने तो बस मुहोब्बत आजमाई थी।
छत कहाँ थी नसीब में फुटपाथ को ही जागीर समझे छालों से कटी हथेली हम किस्मत की लकीर समझे
बड़ी गहराई से चाहा है तुझे बड़ी दुआओं से पाया है तुझे तुझे भुलाने की सोच भी तो कैसे किस्मत की लकीरों से चुराया है तुझे!
रुलाया ना कर हर बात पर यह जिंदगी जरूरी नहीं सबकी किस्मत में चुप कराने वाले हो!
किस्मत और लड़की भले ही धोके देती है लेकिन जब साथ देती है तब जिंदगी बदल देती है!
किसी कशमकश में रहा होगा खुदा भी जो उसने मुझे तो तेरी किस्मत में लिखा पर तुझे मेरी किस्मत में नहीं लिखा।
इसी में इश्क़ की क़िस्मत बदल भी सकती थी जो वक़्त बीत गया मुझ को आज़माने में
हँस हँस के जवां दिल के हम क्यों न चुनें टुकडे हर शख्स की किस्मत में इनाम नहीं होता!!
मेरी किस्मत तो सिर्फ यादें है किसके मुकद्दर में तुम हो उसकी तकदीर को सलाम!
जिस दिन अपनी किस्मत का सिक्का उछलेगा उस दिन हेड भी अपना और टेल भी अपना!
जिनके दिल बहुत अच्छे होते हैं अक्सर उन्हीं की किस्मत खराब होती है!
मां को देखकर मुस्कुरा लिया करो क्या पता किस्मत में तीर्थ लिखा ही ना हो!
लेके अपनी अपनी किस्मत आए थे गुलशन में गुल कुछ बहारों मे खिले और कुछ ख़िज़ाँ में खो गए !
जो मिल गया उसे तक़दीर का लिखा कहिये जो खो गया उसे क़िस्मत का फ़ैसला कहिये!
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।