Jharkhand Me Kitne Jile Hai: झारखंड भारत का एक उत्तरी राज्य है जो बिहार राज्य से विभाजित करके बनाया गया है। झारखंड राज्य के गठन के साथ ही बाबूलाल मरांडी को यहां का प्रथम मुख्यमंत्री बनाया गया था।
यह राज्य उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और बिहार इन पांच राज्यों के साथ सीमा बनाता है। झारखंड का राजकीय भाषा हिंदी है। हाथी यहा का राजकीय पशु है वही कोयल राजकीय पक्षी, साल वृक्ष यहां का राजकीय वृक्ष और प्रकाश को राजकीय पुष्प का दर्जा मिला है।

वैसे यदि आप एक विद्यार्थी हैं या फिर झारखंड पीसीएस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो यह लेख आपके लिए बहुत ही उपयोगी साबित होने वाला है। क्योंकि आज के इस लेख में हम झारखंड में कुल कितने जिले हैं उसके नाम की सूची बताने वाले हैं।
इसके साथ ही हम आपको झारखंड राज्य से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी भी बताएंगे जो परीक्षा की दृष्टि से आपके लिए बहुत ही उपयोगी है। इसलिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
झारखंड में कितने जिले हैं? | Jharkhand Me Kitne Jile Hai
झारखंड राज्य का गठन
वैसे 15 नवंबर साल 2000 को बिहार से अलग करके झारखंड राज्य की स्थापना की गई लेकिन झारखंड राज्य की मांग का इतिहास लगभग 100 साल से भी पुराना है। 1938 ईस्वी के आसपास भारतीय हॉकी खिलाड़ी जयपाल सिंह ने जिन्होंने भारत के हॉकी टीम के कप्तानी का भी दायित्व निभाया था। उन्होंने पहली बार बिहार के दक्षिणी जिलों को मिलाकर एक अलग राज्य झारखंड को बनाने का विचार व्यक्त किया था।
लेकिन यह विचार इतने लंबे समय तक स्थगित रहा और फिर साल 2000 में 2 अगस्त को संसद में बिल पारित हुआ और फिर दक्षिण के 18 जिलों को मिलाकर एक नए राज्य झारखंड की स्थापना की गई। जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो, रांची, झारखंड के कुछ जिले औद्योगिक केंद्रों के लिए जाने जाते हैं।
यह राज्य वानस्पतिक और जैविक विविधताओं का भंडार है। इस प्रदेश में अभयारण्य एवं वनस्पति उद्यान भी है। यहां के वन्य जीव अभ्यारण में बाघ, चीता, सांभर, हाथी, सैकड़ों तरह के जंगली सूअर, 20 फुट लंबा अजगर, हिरण, चित्तल जैसे अन्य कई प्रकार की स्तनधारी प्राणी भी मौजूद है। झारखंड का लगभग संपूर्ण प्रदेश छोटा नागपुर के पठार पर अवस्थित है।
यदि झारखंड राज्य के नाम के अर्थ को समझने की कोशिश करें तो विभिन्न इंडो आर्यन भाषाओं में झार शब्द का अर्थ जंगल एवं खंड का अर्थ भूमि होता है। इस प्रकार झारखंड का अर्थ वन का भूमि है या जंगलों का प्रदेश होता है। इसके अतिरिक्त यह राज्य छोटा नागपुर पठार में बसा होने के कारण इसे छोटानागपुर प्रदेश भी कहते है। वैसे इस राज्य को मुगल काल में ‘कुकरा’ के नाम से भी जाना जाता था लेकिन ब्रिटिश काल में इसे झारखंड के नाम से जाना गया।
झारखंड राज्य में कुल जिले
झारखंड राज्य में वर्तमान में कुल 24 जिले हैं लेकिन साल 2015 नवंबर को जब झारखंड को बिहार से अलग करके उसके कुछ जिलों को मिलाकर एक नए राज्य के रूप में बनाया गया तो उस समय झारखंड में मात्र 18 जिले ही थे।
झारखंड राज्य का गठन एक बहुत लंबी राजनीतिक बहस के बाद बनाया गया था। उस वक्त बिहार के सभी आदिवासी बाहुल्य के दक्षिणी जिलों को मिलाकर झारखंड का निर्माण किया गया था। बाद में उन 18 जिलों को प्रशासनिक सुविधा के लिए फिर से नवीनीकृत करके उन्हें 24 जिलों में विभाजित किया गया।
झारखंड में मौजूद कुल 24 जिलों में से रांची जनसंख्या की दृष्टि से झारखंड का सबसे बड़ा जिला है जो झारखंड की राजधानी भी है। रांची झारखंड का सबसे बड़ा जनसंख्या वाला जिला होने के साथ ही यह जिला साक्षरता के मामले में भी सबसे आगे हैं।
वैसे क्षेत्रफल की दृष्टि से पश्चिमी सिंहभूम झारखंड का सबसे बड़ा जिला है जो उद्योग के मामले में भी आगे है और टाटा इंडस्ट्री के लिए प्रख्यात है लोहरदगा जिला झारखंड का सबसे छोटा जिला है। झारखंड का धनबाद जिला सबसे ज्यादा जनसंख्या घनत्व वाला जिला है।
झारखंड के 24 जिले और उनके मुख्यालय के नाम निम्नलिखित हैं:
राज्य | मुख्यालय |
पाकुड़ | पाकुड़ |
पलामू | मोदिनीनगर |
रामगढ़ | रामगढ़ छावनी |
बोकारो | बोकारो |
चतरा | चतरा |
पूर्वी सिंहभूम | जमशेदपुर |
गढ़वा | गढ़वा |
गिरिडीह | गिरिडीह |
गोड्डा | गोड्डा |
गुमला | गुमला |
देवघर | देवघर |
धनबाद | धनबाद |
दुमका/ डुमका | दुमका |
हज़ारीबाग | हज़ारीबाग |
लातेहार | लातेहार |
लोहरदग्गा | लोहरदग्गा |
राँची | राँची |
जामताड़ा | जामताड़ा शहर |
खुटी | खूंटी |
कोडरमा | कोडरमा |
साहिबगंज | साहिबगंज |
पश्चिमी सिंहभूम | चाईबासा |
सराइकेला खरसावाँ | सराइकेला |
सिमडेगा | सिमडेगा |
झारखंड राज्य का इतिहास
झारखंड का हजारीबाग जिला जो बिहार से उत्पन्न हुआ है। यह साल 325 ईसा पूर्व में मौर्य साम्राज्य का हिस्सा हुआ करता था। हजारीबाग जिले में लगभग 5000 साल पुराना गुफा चित्र मिला है। इस जिले से 1400 साल ईसा पूर्व काल का लोहे का औजार और मिट्टी के बर्तनों के अवशेष भी प्राप्त हुए हैं।
मध्यकाल में झारखंड राज्य में राजवंश और नागवंशी राजवंश राजाओं का शासन हुआ था। मुगल काल में सम्राट अकबर के शासन काल के दौरान उनका साम्राज्य यहां तक पहुंचा था जब 1574 में राजा मानसिंह ने इस पर आक्रमण किया। मुगल शासक जहांगीर के समकालीन सेनापति ने इस क्षेत्र में आक्रमण किया था।
लगभग 1658 से 1674 तक राजा मेदिनी राय का शासन झारखंड राज्य में रहा था। झारखंड राज्य में चेरो राजवंश कमजोर पड़ने लगे तब ईस्ट इंडिया कंपनी का इस क्षेत्र में प्रवेश शुरू हो गया और फिर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने चेरों के पालामू किले पर कब्जा कर लिया।
1765 के बाद ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का प्रभाव यहां पर गया और उसके बाद आंग्ल मराठा युद्ध के बाद तो छोटा नागपुर का लगभग ज्यादातर हिस्सा ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधीन हो गया।
झारखंड के विभिन्न जिलों से संबंधित रोचक जानकारी
- झारखंड में खूंटी और जामताड़ा जिले को छोड़कर बाकी सभी जिले अन्य राज्यों के साथ सीमा बनाती है।
- झारखंड राज्य का देवघर जिला जिसे बाबा धाम के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर भगवान भोलेनाथ की मंदिर है जिसे 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है। इस मंदिर में भगवान शिव और पार्वती के अतिरिक्त विभिन्न देवी-देवताओं के परिसर में 22 मंजिल मौजूद है। सावन के पवित्र महीने के दौरान यहां पर मेला आयोजित होता है और बोल बम की यात्रा भी निकलती है।
- झारखंड के जमशेदपुर जिले में 200 एकड़ में फैला जुबली पार्क है जो झारखंड राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। यहां पर चिड़ियाघर, उद्यान और फंवारे हैं।
- झारखंड का धनबाद जिला जिसे कोयले का खान कहा जाता है। इस जिले में कोयले का प्रचुर मात्रा में भंडार है।
- झारखंड का गिरिडीह जिला जहां पर पारसनाथ मंदिर स्थित है जो प्रसिद्ध जैन तीर्थ स्थल भी है। यह पारसनाथ श्रेणी का सबसे ऊंचा पर्वत भी है।
- धनबाद जिले में बराकर नदी पर बाढ़ नियंत्रण करने के लिए मैथन बांध का निर्माण किया गया है जो भारत के 10 सबसे ऊंचे बांधों में से एक है।
- झारखंड के रांची जिले में रांची से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर रॉक गार्डन स्थित है जो भारत के शीर्ष पांच शानदार रॉक गार्डन में से एक है।
- झारखंड के देवघर जिले में बाबा बैद्यनाथ मंदिर से लगभग 1.5 किलोमीटर दूर स्थित नौलखा मंदिर से वास्तुकला में बेलूर मठ में राम कृष्ण के मंदिर के समान है जिसे ₹9 लाख की लागत में बनाया गया है जो देवघर जिले का प्रमुख पर्यटन स्थल में से एक है।
- झारखंड के रांची जिले में 98 मीटर ऊंचा हुंडरू जलप्रपात का निर्माण किया गया है जो भारत का 34 वां सबसे ऊंचा जलप्रपात है। यह जलप्रपात स्वर्णरेखा नदी द्वारा बनाया गया है।
- झारखंड का जमशेदपुर जिला जिसे पिट्सबर्ग के नाम से भी जाना जाता है। यह भारत का औद्योगिक राजधानी है।
- झारखंड का झरिया जिला भारत की कोयला नगरी के नाम से जाना जाता है।
FAQ
झारखंड का सबसे छोटा जिला रामगढ़ जिला है जिसका मुख्यालय रामगढ़ छावनी है। यह जिला 1811 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।
जामताड़ा जिला झारखंड का 19 वां जिला है जिसे दुमका जिले को विभाजित करके बनाया गया था।
टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क जमशेदपुर में स्थित है, जहां पर कई जंगली जानवर मौजूद है।
बेतला राष्ट्रीय उद्यान झारखंड के लातेहार जिले के छोटा नागपुर पठार में स्थित है जो वन्य जीव की एक विस्तृत विविधता का घर है। यह पार्क भारत के प्रोजेक्ट टाइगर के तहत टाइगर रिजर्व बनने वाले पहले वन्यजीव पार्क में से एक था।
क्षेत्रफल की दृष्टि से पश्चिमी सिंहभूम को झारखंड का सबसे बड़ा जिला माना जाता है। यह जिला समुद्र तल से 244 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
झारखंड के जामताड़ा जिले की स्थापना 26 अप्रैल 2001 को हुई थी।
झारखंड का कोडरमा जिला जिसकी स्थापना 10 जुलाई 1994 को हुई थी इसे भारत की कोयला नगरी के नाम से जाना जाता है।
निष्कर्ष
आज के लेख में हमने आपको भारत का उत्तरी राज्य झारखंड में कितने जिले हैं? (Jharkhand Me Kitne Jile Hai) के बारे में बताया। इस लेख में आपने झारखंड में स्थित 24 जिलों के नाम की सूची देखी इसके साथ ही आपने झारखंड और उसके जिले संबंधित कुछ रोचक जानकारी भी हमने आपको बताया।
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