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जगदीप धनखड़ का जीवन परिचय

नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके सामने जगदीप धनखड़ के जीवन परिचय को लेकर आए हैं, जो अपने अब तक के समय में बहुत ही संघर्षों का सामना किया है। जब यह मिडिल स्कूल में पढ़ते थे तो लगभग 4 से 5 किलोमीटर तक पैदल ही स्कूल जाया करते थे।

इन्होने सुप्रीम कोर्ट में बकायदा एक वकील के रूप में कार्य किया, पश्चिम बंगाल के 27वें राज्यपाल के रूप में कार्य किया और 16 जुलाई 2022 को जारी की गई नोटिस के अनुसार इन्हें उपराष्ट्रपति के पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया है।

Jagdeep Dhankhar Biography in Hindi

बंगाल के झुंझुनू के रहने वाले जगदीप धनखड़ के जीवन परिचय के बारे में हम यहाँ पर विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे।

जगदीप धनखड़ का जीवन परिचय (जन्म, शिक्षा, परिवार, राजनीतिक करियर, उपराष्ट्रपति उम्मीदवार)

जगदीप धनखड़ की जीवनी एक नजर में

नामजगदीप धनखड़
जन्म और जन्मस्थान18 मई 1951 ठिकाना, झुंझुनू (राजस्थान)
उम्र71 वर्ष
पिता का नामस्वर्गीय श्री गोकुल चंद
माता का नामकेसरी देवी
पत्नी और बच्चेसुदेश धनखड़ (1979 में शादी), 1 बेटी (कामना)
पेशाएडवोकेट, राजनीतिज्ञ
कास्टजाट
पार्टीभारतीय जनता पार्टी
पहचानपश्चिम बंगाल के 27वें राज्यपाल

जगदीप धनखड़ कौन है?

जगदीप धनखड़ भारत के जाने-माने राजनीतिज्ञ और वर्तमान समय में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल हैं। जगदीप धनखड़ इससे पहले वकील के पद पर भी कार्यरत रह चुके हैं और यह किसी साधारण कोर्ट के वकील नहीं बल्कि सुप्रीम कोर्ट के सम्माननीय वकील रह चुके हैं।

जगदीप धनखड़ ने अपने कार्यकाल में बहुत से समाज सुधार कार्य किए हैं और इसी के कारण इन्हें हाल ही में जारी हुए नोटिस के अनुसार उपराष्ट्रपति के रूप में उम्मीदवार बनाया गया है।

जगदीप धनखड़ का जन्म

जगदीप धनखड़ का जन्म 18 मई 1951 में राजस्थान के झुंझुनू में स्थित ठिकाना नामक गांव में हुआ था। इसी गांव में इन्होंने अपने पूरे बचपन को व्यतीत किया है और गरीबी में पले बढ़े होने के कारण इन्हें काफी तकलीफों का बहुत अच्छे तरीके से बोध है।

इसीलिए उन्होंने लोगों के हित के लिए अनेकों कदम उठाए हैं। अपने जन्म से लेकर अब तक उन्होंने अपनी जन्मस्थली पश्चिम बंगाल को नहीं छोड़ी और यह आज भी वहीं पर रहते हैं।

जगदीप धनखड़ का पारिवारिक संबंध

जगदीप धनखड़ के पिता का नाम स्वर्गीय श्री गोकुल चंद है और इनकी माता का नाम केसरी देवी है। जगदीप धनखड़ के चार भाई-बहन है और यह अपने सभी भाई बहनों में दूसरे नंबर पर आते हैं। जगदीप धनखड़ के एक बड़े भाई और छोटे बहन भाई है।

जगदीप धनखड़ को प्राप्त शिक्षा

इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा झुंझुनू के ही एक प्राथमिक विद्यालय से प्राप्त की थी। प्राथमिक विद्यालय से पांचवी की शिक्षा प्राप्त करने के बाद इन्होंने गर्धवा के एक गवर्नमेंट मिडिल स्कूल से अपनी पढ़ाई को जारी रखा और पढ़ाई को जारी रखते हुए उन्हें प्रतिदिन बच्चों के साथ 4 से 5 किलोमीटर तक पैदल ही जाना पड़ता था।

इसके बाद चित्तौड़गढ़ के सैनिक नामक स्कूल में मेरिट के आधार पर बच्चों का सिलेक्शन किया जा रहा था और वहां पर जगदीप धनखड़ और इनके बड़े भाई को भी सिलेक्ट किया गया और उनका एडमिशन वहां हो गया। यहां से इन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई को पूरा किया।

अब इसके बाद इन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से ग्रेजुएशन कंप्लीट किया। अपनी स्नातक की डिग्री को पूरा करने के बाद इन्होंने वर्ष 1978 से 1979 के बीच में वकालत की डिग्री भी हासिल कर ली और सुप्रीम कोर्ट के सफल वकील बने।

जगदीप धनखड़ का व्यक्तिगत जीवन

जगदीप धनखड़ की 1979 में सुदेश धनखड़ से शादी हुई। सुदेश धनखड़ और जगदीप धनखड़ के बेटी का नाम कामना है और कामना की शादी कार्तिकेय बाजपेई से हुई है। जगदीप धनखड़ का एक नवासा (दौहित्र) भी है, जिसका नाम कविश रखा गया है।

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जगदीप धनखड़ का करियर

जगदीप धनखड़ शुरुआती समय में एक वकील के रूप में आए हुए थे और यह अपनी काबिलियत के दम पर सुप्रीम कोर्ट के वकील बने। धीरे-धीरे उन्होंने वकालत में इतनी ज्यादा महारत हासिल कर ली, कि इन्हें सुप्रीम कोर्ट का सुपर वकील भी कहा जाने लगा। जगदीप धनखड़ अपने समय के बहुत ही ज्यादा प्रचलित और सम्माननीय वकील रहे।

इन सभी के बाद जगदीप धनखड़ जनता दल नामक एक राजनीतिक पार्टी के साथ जुड़ गए और 1989 से लेकर के लगभग 2 वर्षों तक राजनीतिक पार्टी के लिए काम किया। इसके बाद इन्होंने कांग्रेस का हाथ थामा, परंतु वहां पर हो रहे काम और मिली हार के कारण 2003 में इन्होंने बीजेपी का साथ देना उचित समझा और तब से लेकर आज तक यह बीजेपी के एक कार्यकर्ता हैं।

इन सभी के बाद इन्हें पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनाया गया और फिर केंद्रीय मंत्रिमंडल में इन्हें शामिल भी किया गया। 16 मई 2022 को आई रिपोर्ट के अनुसार जगदीप धनखड़ को भारत के नये उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चुना गया है।

जगदीप धनखड़ से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी

  • जगदीप धनखड़ भारत के पूर्व केन्द्रीय मंत्री रह चुके हैं
  • इन्हें राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के द्वारा 30 जुलाई 2019 को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त गया था।
  • जगदीप धनखड़ 1989 – 1991 में झुंझुनू से लोक सभा सांसद और केन्द्रीय मंत्री रह चुके है।
  • जगदीप धनखड़ 1993-98 में राजस्थान से विधान सभा के पूर्व सदस्य, 10वीं विधान सभा राजस्थान में किशनगढ़ और राजस्थान उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन, जयपुर के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके है।

FAQ

जगदीप धनखड़ का गोत्र क्या है?

जगदीप धनखड़ का गोत्र जाट है।

जगदीप धनखड़ के फैमिली मेंबर में कौन है?

जगदीप धनखड़ के परिवार में इनकी माता और इनके दो भाई और एक बहन और इसके साथ-साथ इनकी पत्नी रहती हैं। इनके पिता का स्वर्गवास हो चुका है और धनखड़ की बेटी वैवाहिक है।

जगदीप धनखड़ की पत्नी कौन है?

जगदीप धनखड़ की पत्नी का नाम सुदेश धनखड़ है।

जगदीप धनखड़ की बेटी का नाम क्या है?

जगदीप धनखड़ की बेटी का नाम कामना है और कामना की शादी कार्तिकेय बाजपेई से हुई है।

निष्कर्ष

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

Comment (1)

  1. आपका लेख अच्छा है ।एक उपयोगी और लीक से हटकर सुझाव निम्नलिखित है ।
    वर्तमान संसद में जितने भी सांसद हैं वे कितने वर्षो से राजनेता जैसे सांसद, विधायक,विधान परिषद् सदस्य, राज्यपाल आदि रह चुके हैं ।
    लोकतंत्र की सफलता के लिए यह ज्यादा बेहतर है कि राजनेताओं का कार्य काल पांच वर्ष का हो विशेष मामलों में छः वर्ष । इस पर सार्वजनिक बहस भी होनी चाहिए ।।

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