ICSE Kya Hai: आपने आईसीएसई बोर्ड के बारे में जरूर सुना होगा। बहुत से लोग इस बोर्ड के माध्यम से पढ़ाई करते है। आप में से कुछ लोग इस बोर्ड से पढ़ाई को भी जारी रख रहे होंगे। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जिनको इस बोर्ड के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं होती है।
आज के इस लेख में हम आपको आईसीएसई बोर्ड क्या होता हैं?, आईसीएसई बोर्ड का फुल फॉर्म क्या होता हैं?, इस बोर्ड में एडमिशन लेने के लिए क्या करना होगा?, इसमें कौन कौन से विषय होते हैं?, इन सभी प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए आपको इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा।
आईसीएसई क्या है? (फुल फॉर्म, विशेषताएं, विषय, फायदे, प्रवेश प्रक्रिया) | ICSE Kya Hai
आईसीएसई का फुल फॉर्म
सबसे पहले जान लेते हैं की आईसीएसई का फुल फॉर्म क्या होता हैं?, तो आपकी जानकारी के लिए बता दे की आईसीएसई का फुल फॉर्म Indian Certificate of Secondary Education होता हैं। हिंदी में इसको माध्यमिक शिक्षा के भारतीय प्रमाण पत्र कहते हैं।
आईसीएसई क्या है?
आपने कई बोर्ड के बारे में जानते होंगे लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दे, कि यह प्राइवेट शैक्षिक बोर्ड है इस के माध्यम से प्रति वर्ष 10वीं और 12वीं की परीक्षा The Council For The Indian School Certificate Examinations के द्वारा करवाई जाती हैं।
इस बोर्ड को निजी गैर सरकारी बोर्ड भी कह सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे, की आईसीएसई बोर्ड को 1986 की शिक्षा नीति के आधार पर शुरू की गई थी। इसके अलावा आईसीएसई बोर्ड की सभी परीक्षा सिर्फ अंग्रेजी माध्यम से ही होती हैं।
इसके यह बोर्ड राज्य बोर्ड से बिल्कुल अलग होता हैं। आप में से काफी लोग यह समझते होगे की यह बोर्ड भारतीय है लेकिन ऐसा नही हैं। यह बोर्ड भारत का नहीं हैं। इस कारण से यह कारण से यह राज्य बोर्ड से बिल्कुल मेल नहीं खाता हैं।
आईसीएसई बोर्ड की स्थापना
इस बोर्ड की स्थापना वर्ष 1958 में की गई थी। इस बोर्ड की स्थापना भारत में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के द्वारा भारत में होने वाली परीक्षा के समय हुई थी, जो भारत के 1967 के Society रजिस्ट्रेशन एक्ट के तहत हुई थी।
आईसीएसई बोर्ड की मुख्य विशेषताएं
- इस बोर्ड में आपको सिर्फ इंग्लिश भाषा में पढ़ने को मिलता हैं।
- आप इस बोर्ड के माध्यम से किसी एक विषय को चुन सकते हैं।
- जो छात्र इस बोर्ड के द्वारा अध्यन करता है, वो अंग्रेजी भाषा में इतना पारंगत हो जाता है की वह TOEFL और IELTS की परीक्षा को आसानी से पास की सकता हैं।
- यदि आपको इंग्लिश सीखने में रुचि है तो, आप इस बोर्ड में अपना एडमिशन करवा सकते हैं।
- आईसीएसई बोर्ड में छात्र के पुस्तक के ज्ञान के अलावा व्यवहारिक ज्ञान के बारे में भी सिखाया जाता हैं।
आईसीएसई बोर्ड के विषय
वैसे तो इसमें कई प्रकार के विषय होते हैं, जिसको मुख्य रूप से तीन भागों में बाटा गया हैं।
Group 1
Compulosry Subject
- Second Laungage
- History, Civics, Geography
- English
Group 2 ( इसमें आपको 2 या 3 विषय को चुनना होता हैं )
- Mathematics
- Economics
- A Classical Laungage
- Science
- Environmental
- Commercial Studies
Group 3 (यहां पर आपको 1 विषय चुनना होता है)
- Cookery
- Art
- Technical Drwaing
- Art
- Mass Media and Communication
- Computer Application
- Physical Education
- Drama
- Yoga
- Dance
- Fashion Designing
- Instrumental Music
आईसीएसई बोर्ड के मुख्य फायदे
यदि आप इस बोर्ड के माध्यम से शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, तो इसके मुख्य फायदे निम्न प्रकार से हैं।
- आईसीएसई बोर्ड में आपको सभी विषय समान रूप से पढ़ने को मिलते हैं।
- यहां के syllabus में आपको संतुलित और विस्तृत जानकारी दी जाती हैं।
- इस बोर्ड में आपको सभी विषय अंग्रेजी भाषा में पढ़ने को मिलते हैं। इस बोर्ड में आपको अंग्रेजी भाषा में पढ़ने पर अधिक महत्व दिया जाता हैं।
- आईसीएसई बोर्ड में आपकी प्रैक्टिकल नॉलेज के आधार पर शिक्षा दी जाती हैं, जिससे आप थ्योरी के माध्यम से आसानी से समझ पाएं।
- अन्य बोर्ड में आपको सारे विषय को पढ़ना होता है। जबकि यहां पर आपको अपने मन पसंद विषय को चुनने का मौका मिलता हैं।
सीबीएससी बोर्ड और आईसीएसई बोर्ड में अंतर
कुछ लोग सीबीएससी बोर्ड को ही आईसीएसई बोर्ड मान लेते हैं। लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दे, यह दोनो बोर्ड अलग अलग होते हैं। इसके प्रमुख अंतर कुछ इस प्रकार से हैं।
- सीबीएससी बोर्ड में आपको अधिक विषय को पढ़ना होता है और कठिन भी होते है, जबकि आईसीएसई बोर्ड में विषय काफी सरल होते हैं।
- आईसीएसई बोर्ड में सभी विषय में लगभग समान रूप से बताया जाता हैं। जबकि सीबीएससी बोर्ड में आपको Math और Science जैसे विषय में अधिक महत्व दिया जाता हैं।
- सीबीएससी बोर्ड इंडियन बोर्ड के द्वारा सर्टिफाइड है जबकि आईसीएसई बोर्ड इंडियन बोर्ड के द्वारा सर्टिफाइड नही हैं।
- सीबीएससी बोर्ड में छात्र को थ्योरी के बारे में अधिक जानकारी दी जाती हैं जबकि आईसीएसई बोर्ड में थ्योरी के अलावा प्रैक्टिकल नॉलेज पर भी ध्यान दिया जाता हैं।
- सीबीएससी बोर्ड में पढ़ने वाले छात्रों के मुकाबले आईसीएसई बोर्ड के बच्चे इंग्लिश भाषा में अधिक परिपक्व होते हैं। वो TOEFL जैसे एग्जाम को आसानी से पास कर सकते हैं।
- सीबीएससी बोर्ड में आपको हिंदी और अंग्रेजी दोनो में पढ़ने को मिल जाता हैं जबकि आईसीएसई बोर्ड में आपको सिर्फ इंग्लिश भाषा में पढ़ने को मिलेगा।
आईसीएई बोर्ड में कैसे ले?
आईसीएसई बोर्ड से संबंधित कई सारे कॉलेज हैं। आपको देश के सभी राज्यों में आईसीएसई बोर्ड के कॉलेज मिल जाते हैं। एडमिशन को प्राप्त करने के लिए कई कॉलेज entrance टेस्ट लेते है। जो लोग इस टेस्ट को पास कर लेते हैं, उनका एडमिशन आईसीएसई बोर्ड में हो जाता हैं।
FAQ
जी हां, यदि आपको अंग्रेजी पढ़ने में रुचि है तो आप इस बोर्ड में आप अध्ययन कर सकते हैं।
इसका फुल फॉर्म इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ secondary education होता हैं।
दोनो बोर्ड अपनी अपनी जगह पर सही हैं। यह आपके ऊपर निर्भर करता है की आप किसी बोर्ड के द्वारा शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस पोस्ट में हमने आपको आईसीएसई क्या है? (फुल फॉर्म, विशेषताएं, विषय, फायदे, प्रवेश प्रक्रिया) ( ICSE Kya Hai) के बारे में सारी जानकारी दी हैं। उम्मीद करता हूं, यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा। यदि लेख में दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी हो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।
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