पॉजिटिव थिंकिंग कैसे लाये (How to Generate Unique Thinking in Hindi): यह बात सही है कि कोई भी काम करने से पहले जानकार लोगों से सलाह लेनी चाहिए। उस पर अमल करके ही काम को आगे बढ़ाना चाहिए। कुछ हद तक यह बात सही भी हो सकती हैं। लेकिन आपको इस बात का भी पता होना चाहिए कि आप जिनकी सलाह लेंगे, वो उनका अनुभव होगा।
आप उतना ही सफल हो पाएंगे, जितना वे हो पाए हैं। ऐसी सफलता मिलने पर आपमें और उनमें कोई फर्क नहीं रह जायेगा। जितना आपको मिलेगा उतना पहले उनको मिल चुका है।
यूनिक सोच कैसे पैदा करें – How to Generate Unique Thinking in Hindi
अगर आप केवल उनकी बराबरी करना चाहते हैं तब तो ठीक हैं। लेकिन अगर आप लीक से हटकर कुछ नया करना चाहते हैं तो आपके लिए यह रास्ता सही नहीं हैं। खासकर ऐसे मौकों में जब आप अपने नये आईडिया, प्लान या कोई प्रोडक्ट्स के बारे में सोच रहें हो।
इन परिस्थितियों में लोगों की सलाह आपके लिए फालतू हो जाएगी। क्योंकि आप वहां तक सोच रहे हो, जहाँ वे कल्पना भी नहीं सकते हैं। इसलिए अपना प्लान बताने पर हो सकता हैं लोगों की सलाह आपके लिए समस्या बन जाये।
अधिकतर लोग सलाह ही देते हैं। हो सकता है वो सलाह उनके लिए सही हो, वे आपको वे ही बातें बतायेंगे जो उन्होंने की है। ऐसा करने पर आप भीड़ में कहीं खो जायेंगे और आपका सोचने का तरीका भी समूह के हिसाब से हो जायेगा। ऐसे में आपकी व्यक्तिगत सोच की कोई कीमत नहीं रह जाती है, इसका मतलब यह नहीं कि सामूहिकता ख़राब होती है। लेकिन समूह में आपकी यूनिक सोच की कोई मूल्य नहीं रह जाता है।
हमेशा एक बात याद रखें, जो भी सोचे वह कुछ अलग और यूनिक होना चाहिए। क्योंकि जितने भी दुनिया में सफल लोग हुए हैं, वे अपनी यूनिक सोच की बदौलत ही हुए हैं।
नहीं काम आएगी दूसरों की सलाह
अपने काम को हमेशा ऐसा बनाने का प्रयास करें कि वह दूसरों के लिए प्रेरणा बने। हमें शुरू से ही यह सिखाया जाता हैं कि दूसरों की सलाह लेनी चाहिए और उस पर अमल करना चाहिए। लेकिन अगर आप यूनिक सोच रखते हैं तो लोगों की सलाह आपके लिए नुकसानदायक हो साबित हो सकती हैं।
यहाँ सबसे अधिक महत्वपूर्ण है आप अपने विजन के बारे में किस तरह की सोच रखते हैं। अपने स्टार्टअप के बारे में आपमें कितना जूनून हैं। नए और यूनिक सोच को लागू करने का सबसे बड़ा फायदा यह हैं कि आपको इसे पूरा करने की जिम्मेदारी का अहसास होता हैं। आपको अपने फैसले को सही साबित करना आप पर निर्भर करता है।
और अंत में एक महत्वपूर्ण बात
आप इस दुनिया में सबसे अलग हैं। आप जैसा परमात्मा ने आज तक किसी को नहीं बनाया है और आगे भी आप जैसा कोई नहीं होगा। इसलिए आप जैसे हैं एकदम ठीक हैं, खुद को स्वीकार करिए।
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