Harshvardhan Jain Biography in Hindi: हर्षवर्धन जैन लाइफस्टाइल नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी में काम करते हैं। यह एक अच्छे मोटिवेशनल स्पीकर भी है, जो यूट्यूब वीडियोस के जरिए लोगों को नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़ने के लिए प्रेरित करते हैं। इनकी वीडियो से लोगों को बहुत कुछ सीखने को मिलता है।
आज यह अपने इस कंपनी में टॉप लोगों में से एक है, जिनके पास महंगी कारे एवं बंगले भी हैं। हर्षवर्धन जैन ने कामयाबी का यह सफर बहुत मेहनत से तय किया है। हालांकि एक मध्यम परिवार से संबंध रखते हैं लेकिन इन्होंने काफी संघर्ष के बाद इस कंपनी में इस मुकाम तक पहुंच पाए।
आज के इस लेख में हम हर्षवर्धन जैन के जीवन परिचय को विस्तार पूर्वक जानेंगे। जिसमें हम आपको इनके प्रारंभिक जीवन, इनके परिवार, बचपन की इनकी कुछ रोमांचित बातें एवं नेटवर्क मार्केटिंग लीडर के रूप में इनका करियर का सफर जानेंगे। तो इस लेख को आप अंत तक जरूर पढ़ें।
हर्षवर्धन जैन का जीवन परिचय (Harshvardhan Jain Biography in Hindi)
नाम | हर्षवर्धन जैन |
निक नेम | हर्ष |
पेशा | नेटवर्क मर्केटर, मोटिवेशन स्पीकर, राइटर, यूट्यूबर, ट्रेनर, बिजनेस कोच |
जन्म | 21 अप्रैल 1980 |
जन्मस्थान | जयपुर के पास 18 km दूर गाँव में |
धर्म | हिंदू |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
शिक्षा | एलएलबी |
कंपनी | Mi Lifestyle Marketing Global Pvt Ltd |
पुरस्कार | Best Direct Selling Trainer, Best Motivational Speaker |
कार का संग्रह | Mercedes, Innova, Swift |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पत्नी | सुशीला |
बच्चे | एक बेटा और एक बेटी |
हर्षवर्धन जैन का प्रारंभिक जीवन एवं परिवार
हर्षवर्धन जैन का जन्म राजस्थान राज्य के जयपुर शहर एक छोटे से गांव जो जयपुर से 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, वहां 1980 में हुआ थ। ये एक मध्यम परिवार से संबंध रखते थे। इनके पिता एक सरकारी वेटरिनेरियन डॉक्टर थे, वहीं इनकी माता गृहणी थी।
इन्होंने अपने इंटरव्यू में बताया था कि इनके माता-पिता को शादी के 11 साल तक कोई संतान नहीं थी। जिसके कारण वे एक पंडित जी के पास गए थे। तब पंडित जी ने उन दोनों की कुंडली दो-तीन दिन लगातार देखी और उसके बाद कहा कि धैर्य रखो, महापुरुषों को आने में थोड़ा समय लगता है।
इन्होंने अपने इंटरव्यू में अपने बचपन की बात बताते हुए यह भी कहा था कि बचपन में यह काफी ज्यादा शरारती बच्चे हुआ करते थे, जिसके कारण इनके विद्यालय के शिक्षक हमेशा इन्हें कक्षा का कप्तान बनाते थे ताकि कक्षा में शांति बनी रहे।
इतना ही नहीं पहली कक्षा से लेकर एलएलबी तक के पढ़ाई ताकि वे अपने क्लास के कैप्टन बने थे। बात करें इनके वैवाहिक जीवन की तो हर्षवर्धन जैन का विवाह 2010 में हुआ था। उनकी पत्नी का नाम सुशीला है और इनसे इन्हें दो संतान एक बेटा एवं एक बेटी है।
तैराकी में थे माहिर
हर्षवर्धन जैन जब 5 साल के थे, उस समय इन्हें तैरेने का काफी ज्यादा शौक था। वह अपने गांव वाले अन्य बच्चों को देखकर तालाब में तैरने का अभ्यास करते थे। शुरुआत में 4 से 8 फीट गहरे तालाब में भी तैराकी का प्रयास करते थे। कभी कबार तो इनके पिता से इसके लिए डांट भी पड़ी थी।
उसके बाद 10 से 15 फीट और फिर वे 40 फीट गहरे कुएं में भी गोता लगाने की आदत डाल ली। इस तरीके से बचपन में ये तैराकी में काफी ज्यादा माहिर हो चुके थे, जिस कारण उन्होंने ठान लिया था कि बड़े होकर यह तैराकी बनेंगे। लेकिन पेशेवर रूप से वे आगे नहीं बढ़ पाएं, जिसके कारण आगे तैराकी में भविष्य नहीं बना पाए।
क्रिकेट खेलने का भी था शौक
हर्षवर्धन जैन ने अपने इंटरव्यू में बताया था कि जब यह 11-12 साल के थे, उस समय अचानक से ना जाने कहां से इन्हें क्रिकेट खेलने का चस्का लग गया था। क्रिकेट खेलने का इन पर ऐसा भूत सवार था कि कभी-कभी तो वह खाना खाने के लिए घर भी नहीं जाते थे। जिसके कारण घर वाले ही इनके लिए मैदान में खाना पहुंचा दिया करते थे।
इन्हें उस समय क्रिकेट में बहुत ज्यादा लगाव हो चुका था। यहां तक कि वे अपने गांव में क्रिकेट का टूर्नामेंट भी कराते थे, जिसकी सारी जिम्मेदारी खुद लेते थे। टूर्नामेंट में पिच बनवाना, ट्रॉफी लाना मैदान की देखभाल करना जैसे सभी कार्यों का जिम्मा खुद लिया करते थे।
इतना ही नहीं वह अपने समय में अपने जिले के सबसे बेहतरीन बैट्समैन हुआ करते थे। इन्होंने कई जिला स्तर मैच भी खेला और 19 सेंचुरी भी लगाई। अपने एक इंटरव्यू में तो उन्होंने यह भी कहा कि 37 साल की उम्र में इन्होंने 20-22 साल के लड़के के साथ क्रिकेट खेली, जिसमें 29 बॉल में इन्होंने सेंचुरी लगा दी थी।
कला और संगीत में भी थी रुचि
हर्षवर्धन जैन को बचपन में कई चीजों का शौक था। तैराकी और क्रिकेट से आगे निकल कर इन्हें संगीत और कला में भी रुचि थी। इन्होंने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि गांव में जब भी कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम होता था तो इन्हें मुख्य कलाकार की भूमिका मिलती थी।
1989 में यह जब 9 वर्ष के थे तब गांव में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुआ था। उस कार्यक्रम में इन्हें एक चरवाहे की भूमिका मिली थी। इस भूमिका को इन्होंने इतने बेहतर तरीके से निभाया था। इसके लिए इन्हें 1100 रूपए का इनाम मिला था। उस समय 1100 रुपए की कीमत इनके लिए बहुत ज्यादा थी।
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हर्षवर्धन जैन की शिक्षा
हर्षवर्धन जैन ने अपनी सातवीं तक की शिक्षा अपने गांव के ही एक सरकारी स्कूल से पूरी की। उसके बाद आठवीं की पढ़ाई उन्होंने जयपुर के एक सरकारी स्कूल से प्राप्त की। आगे की पढ़ाई के लिए वे बीकानेर चल गए। बीकानेर में अपने ताऊ के यहां रह कर इन्होंने दसवीं की पढ़ाई पूरी की।
उसके बाद इन्होंने कॉलेज में दाखिला लिया और और साइंस पढ़ना शुरू किया। लेकिन हर्षवर्धन जैन को बचपन से ही पढ़ाई में बहुत कम मन लगता था, जिसके कारण यह अपने बीएससी के फर्स्ट ईयर में ही फेल हो गए। बीएससी फर्स्ट ईयर में फेल होने के बाद इनके पिता द्वारा इन्हें कॉलेज आने जाने के लिए एक बाइक दी गई थी, जिसे इनके पिता ने वापस ले लिया और हर रोज इनको ₹3 देकर कॉलेज भेज दिया करते थे।
लेकिन हर्षवर्धन जैन हर दिन ₹3 में से ₹1 बचा लिया करते थे और फिर 3 दिन के बाद जब तीन रूपए हो जाया करते थे तो वह जयपुर में कड़ी कचोरी खा लिया करते थे। हालांकि इसके बाद उन्होंने आगे दर्शनशास्त्र विषय का चुनाव करके स्नातक की डिग्री पूरी की। इन्हें इस विषय को पढ़ने में काफी मजा भी आता था। आगे उन्होंने एलएलबी भी की।
हर्षवर्धन जैन का करियर का सफर
हर्षवर्धन जैन के करियर की शुरुआत तब हुई थी जब वह दर्शनशास्त्र का विषय लेकर अपने स्नातक की पढ़ाई पूरी कर रहे थे। वह सेकंड ईयर में थे कि साल 2000 की बात है जब इनके एक दोस्त उनके पास आए और बोले कि अमेरिका की किसी नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी ने एक सेमिनार आयोजित किया है, जहां पर जिंदगी बदलने की बात हो रही है, चलो सेमिनार में जाकर देखते हैं।
हर्षवर्धन जैन अपने दोस्त के साथ उस सेमिनार में चल गए, जहां पर उन्होंने देखा कि बहुत से लोग नाच रहे थे और उन लोगों का स्वागत हो रहा था। हर्षवर्धन जैन को वह माहौल बहुत अच्छा लगा और उन्होंने भी सोचा कि वह भी यही काम तो करेंगे। लेकिन उस समय हर्षवर्धन जैन को नेटवर्क मार्केटिंग के बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी।
उसके बाद उन्होंने किसी दूसरे व्यक्ति से जो नेटवर्क मार्केटिंग में काम कर रहा था, उसे थोड़ी बहुत जानकारी ली और फिर उसी व्यक्ति के थ्रू साल 2000 में नेटवर्क मार्केटिंग के कंपनी को ज्वाइन कर लिए।
एक महीने बाद तक भी इनके साथ कोई नहीं जुड़ा। क्योंकि यह बहुत ही सामान्य तरीके से लोगों को कंपनी में आओ जुड़ जाओ, बन जाओ करोड़पति ऐसे शब्दों के माध्यम से जोड़ने का प्रयास करते थे। लेकिन कोई भी इनके बातों से आकर्षित नहीं हो पाया, जिसके कारण कई महीने ये एक भी लोगों को जुड़वा नहीं पाए।
उसके बाद हर्षवर्धन जैन ने अपने सीनियर से बात की और उनसे नेटवर्क मार्केटिंग की अच्छे से जानकारी ली, जिसके बाद इन्होंने अपने उस नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी में बहुत अच्छा खासा पैसा कमाया। लेकिन साल 2005 में यह कंपनी बंद हो गई, जिससे इनका पूरा बिजनेस डूब गया।
अगले साल फिर इन्होंने एक नई नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी से जुड़े और इस कंपनी में तो इन्होंने पिछले कंपनी की तुलना में भी ज्यादा पैसा कमाया। लेकिन साल 2011 में भारत सरकार ने बहुत सारी नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियां जो पैसों का रोटेशन करती थी, उन्हें बंद करवा दिया, जिसमें हर्षवर्धन जैन की यह कंपनी भी थी।
हर्षवर्धन जैन नहीं चाहते थे कि कंपनी के बंद होने से उनका पूरा बिजनेस डूब जाए। क्योंकि उन्होंने बहुत मेहनत किया था, जिसके कारण भारत सरकार के खिलाफ इन्होंने अपने कंपनी को बचाने के लिए आंदोलन प्रारंभ कर दिया। जिसके कारण इन्हें 36 दिनों तक जेल में भी रहना पड़ा था। लेकिन उस जेल के समय को भी इन्होंने एक अवसर में बदल दिया। 36 दिनों में इन्होंने कुल 70 किताबें पढ़ ली, जिससे इन्हें बहुत कुछ ज्ञान मिला।
साल 2016 में भारत सरकार ने नेटवर्क मार्केटिंग इंडस्ट्री के लिए गाइडलाइन जारी करते हुए उन्होंने नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस को हरी झंडी दिखा दी। उसके बाद हर्षवर्धन जैन ने लाइफ़स्टाइल नाम के नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी को ज्वाइन किया।
इस कंपनी में आने के बाद उन्होंने खूब मेहनत की और कुछ ही वर्षों में यह इस कंपनी के टॉप अचीवर और सबसे अधिक कमाई करने वाले व्यक्ति बन गए। आज हर्षवर्धन जैन इसी कंपनी से जुड़े हुए है। आज इनके पास मेहनत के बदौलत बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज़ एवं कई बड़े-बड़े बंगले भी हैं।
आज हर्षवर्धन जैन कई सारे सेमिनार आयोजित करते हैं, जहां पर वे लोगों को नेटवर्क मार्केटिंग में जुड़ने के लिए प्रेरित करते हैं। इनके प्रेरणादायक वीडियोस कई लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर देखते हैं, जहां पर वे बिजनेस में सफल होने के कई रामबाण तरीके बताते हैं।
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हर्षवर्धन जैन की यूट्यूब यात्रा
आज के समय में ऐसा कोई भी बिजनेसमैन नहीं है, जो सोशल मीडिया पर एक्टिव ना हो, खास करके यूट्यूब पर। आज के समय में यूट्यूब एक ऐसा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बन चुका है, जहां पर अपने प्रोफेशन क्षेत्र का ज्यादा से ज्यादा विस्तार किया जा सकता है। यहां पर एक समय में लाखों लोगों के साथ संपर्क बनाया जा सकता है।
बात करें हर्षवर्धन जैन के यूट्यूब चैनल की तो उन्होंने साल 2016 में यूट्यूब पर चैनल बनाया था। हालांकि शुरुआती समय में इन्हें थोड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। लेकिन वे चैनल पर लगातार बने रहे, जिसके कारण कम समय में ही इनके चैनल पर अच्छे खासे व्यूज और सब्सक्राइबर आने लगे।
शुरुआत में जहां पर हर्षवर्धन जैन के चैनल पर ना के बराबर सब्सक्राइबर थे। वहीँ कुछ ही सालों में इन्होंने 5 लाख के मील के पत्थर का सफर इन्होंने तय कर लिया। धीरे-धीरे इनकी लोकप्रियता बढ़ती गई और फिर इनके चैनल ने कुछ ही सालों में एक मिलियन सब्सक्राइब पूरा कर लिया।
उस समय तक इन्होंने अपने चैनल पर 300 से भी ज्यादा वीडियोस पोस्ट कर चुके थे। उसके बाद धीरे-धीरे तो इनके चैनल पर व्यूज़ की संख्या बढ़ती ही चली गई और एक बार तो इन्होंने अपने वीडियोस पर 100 मिलियन व्यूज़ पूरे करने के लिए अपने सभी प्रशंसकों का शुक्रिया भी अदा किया।
आज हर्षवर्धन जैन के चैनल पर 4.5 मिलियन से भी ज्यादा सब्सक्राइब है। इस तरह इन्होंने कुछ ही सालों में इतने ग्राहकों को अपने चैनल के साथ जोड़ने का मुकाम हासिल किया।
हर्षवर्धन जैन के अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म
हर्षवर्धन जैन यूट्यूब के अतिरिक्त अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी एक्टिव रहते हैं। इंस्टाग्राम, फेसबुक, ट्विटर पर भी इनका आधिकारिक अकाउंट बना हुआ है। इसके साथ ही इनकी आधिकारिक वेबसाइट भी है, जिसके माध्यम से ग्राहक इनसे संपर्क कर सकते हैं।
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हर्षवर्धन जैन की कुल संपत्ति
हर्षवर्धन जैन लाइफ स्टाइल नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी के लिए काम करते हैं और यह कंपनी सबसे टॉप कमाई करने वाले कंपनियों में से एक है। ऐसे में हर्षवर्धन जैन के पास इस कंपनी के थ्रू बीएमडब्ल्यू कार और बड़े बंगले भी हैं। नेटवर्क मार्केटिंग से तो इनकी कमाई लाखों में हो ही जाती है लेकिन अन्य स्त्रोत में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी है।
जैसे कि सबको पता है कि यूट्यूब पर भी पैसे कमाए जाते हैं और यूट्यूब पर हर्षवर्धन जैन के लाखों में सब्सक्राइब है और 10 लाख से भी ज्यादा व्यूज इनके कई वीडियोस पर आ जाते हैं। ऐसे में यूट्यूब से भी लाखों की कमाई करते हैं।
इस तरह जानकारी से बताया जाता है कि हर्षवर्धन जैन हर महीने 3 से 4 लाख कमाते हैं और बात करें अब तक इनकी कुल संपत्ति की वो 50 करोड़ से भी ज्यादा इनके पास कुल संपत्ति है, जिसमें इनके पास बीएमडब्ल्यू जैसे महंगे कार एवं बड़े बंगले शामील हैं।
स्पष्टीकरण: यहाँ पर बताई गई नेटवर्थ इन्टरनेट पर उपलब्ध विभिन्न स्त्रोतों के माध्यम से बताई गई है। इसके सटीकता की पुष्टी हम नहीं करते।
FAQ
हर्षवर्धन जैन एक नेटवर्क मार्केटिंग लीडर है। इसके साथ ही एक मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं। इनकी कई मोटिवेशनल वीडियोस यूट्यूब पर अपलोडेड है, जिममें लाखों की व्यूज़ हैं।
हर्षवर्धन जैन की कुल संपत्ति 50 करोड़ से भी ज्यादा बताई जाती हैं।
हर्षवर्धन जैन की पत्नी का नाम सुशीला शर्मा है, जिनसे इनकी शादी साल 2010 में हुई थी। इनके दो बच्चे भी हैं।
हर्षवर्धन जैन को बचपन में काफी चीजों की रुचि थी। शुरुआत में इन्हें तैराकी का काफी ज्यादा शौक था। तैराकी में यें अपना भविष्य भी बनाना चाहते थे। लेकिन इसके बाद 11 से 12 वर्ष की उम्र में अचानक से इन्हें क्रिकेट का चसका लग गया। क्रिकेट में हर्षवर्धन जैन बहुत अच्छा प्रदर्शन करते था। उसके बाद इन्हें कला और संगीत में भी रुचि होने लगी।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में आपने एक जाने-माने मोटिवेशनल स्पीकर एवं नेटवर्क मार्केटिंग लीडर हर्षवर्धन जैन के बारे में जाना। हर्षवर्धन जैन लाइफ़स्टाइल नेटवर्क मार्केटिंग में काम करने वाले बहुत सफल पर्सनैलिटी बन चुके हैं। हमें उम्मीद है कि आज के इस लेख में हर्षवर्धन जैन के जीवन परिचय (Harshvardhan Jain Biography in Hindi) के जरिए इनका जन्म, इनकी शिक्षा, इनका करियर एवं इनसे जुड़े अन्य जानकारी आपको मिली होगी।
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