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हरिता हरम पर निबंध

Haritha Haram Essay in Hindi : हम पेड़ों के ऊपर पूरी तरह से आश्रित है। बिना पेड़ पौधों के हम जिंदगी की कल्पना भी नहीं कर सकते। धरती पर जिंदा रहने के लिए पेड़ा हमारी जरूरत है। इस वजह से पेड़ की मात्रा को बढ़ाने के लिए हरिता हरम नाम की योजना सरकार ने अपने राज्य के सभी लोगों के लिए लागू की है। आज हम इस आर्टिकल में आपके साथ हरिता हरम पर निबंध शेयर करने जा रहे है। यह निबंध परीक्षा में सभी कक्षाओं के लिए मददगार साबित होगा।

Haritha Haram Essay in Hindi
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हरिता हरम पर निबंध | Haritha Haram Essay in Hindi

हरिता हरम पर निबंध (250 शब्द)

हरिता हरम एक योजना का नाम है जिसे तेलंगाना सरकार ने शुरू किया है। पेड़ हमारे जीवन के लिए काफी आवश्यक है क्योंकि यह वातावरण के कार्बन डाइऑक्साइड को खींचकर हमें आक्सीजन प्रदान करते है। तरक्की और तकनीकी उपलब्धि के नाम पर हम अंधाधुन पेड़ों की कटाई कर रहे है।

अनजाने में इससे मानव सभ्यता विलुप्त होने के कगार पर पहुंच सकती है। सरकार इस बात को समझती है इस वजह से तेलंगाना राज्य के मुख्यमंत्री ने हरिता हरम नाम की योजना शुरू की है जिसके अंतर्गत उन्होंने आने वाले 4 साल के अंदर 230 करोड़ पेड़ पौधों को रोपने की बात कही है। 

1988 के 1 नियम के अनुसार भारत के सभी भूभाग को मिलाकर कुल 33% हरे भरे इलाके या जंगल होने चाहिए। मगर एक सर्वेक्षण से पता चला है कि भारत में 20% हरे भरे इलाके है। पेड़ों की मात्रा काफी कम हो गई है और अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले समय में पेड़ की मात्रा और भी अधिक तेजी से कम होगी और हम अपनी सभ्यता के खत्म होने के जिम्मेदार स्वयं होंगे। 

तेलंगाना सरकार ने भी अपने राज्य में इस बात का सर्वेक्षण करवाया तो उन्हें पता चला कि तेलंगाना राज्य में 24% हिस्सा पेड़ है जबकि 33% होना चाहिए। इस वजह से उन्होंने पेड़ लगाने की एक मुहिम शुरू की और शहर और गांव के सभी लोगों को बढ़-चढ़कर इस में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया। हरिता हरम इसी मुहिम को शुरू करते हुए योजना का नाम रखा गया है। 

आपको पेड़ लगाना चाहिए ताकि हमारा भविष्य सुरक्षित हो सके, वातावरण खूबसूरत हो सके और आने वाले सभी लोग एक अच्छे मौसम में अपनी जिंदगी को जी सकें। हरिता हरम इसी की एक मुहीम है, जिसमें हम सभी को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। 

हरिता हरम पर निबंध (500 शब्द)

हम सब बचपन से यह पढ़ते आ रहे है कि पेड़ हमारे लिए काफी आवश्यक है। बिना पेड़ के है इंसानी जीवन की कल्पना करना असंभव है। धरती पर मौजूद सभी जीव जंतुओं को अपना जीवन चलाने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है। हमारे आसपास मौजूद सभी पेड़ पौधे हमारे पर्यावरण से कार्बन डाइऑक्साइड खींचते है और ऑक्सीजन प्रदान करते हैं जिसके लिए हमें अपने पेड़ पौधों के प्रति विनम्र और आदर की भावना रखनी चाहिए। 

मगर तरक्की के नाम का हम गलत फायदा उठाते हैं और विज्ञान में तरक्की हो रही है इस बात से खुद को बहला-फुसलाकर हम अंधाधुन पेड़ों की कटाई कर रहे है। पेड़ों की कटाई आने वाले भविष्य में तेज हो जाएगी। इस बात को हमारे पूर्वज समझते थे।

इसी वजह से 1988 में एक नियम पारित किया गया था, जिसमें बताया गया था कि देश के कुल हिस्से और सभी इलाकों में कम से कम 33% हिस्सा पेड़ों का होना चाहिए तभी इंसानी जीवन में अच्छे से फल फूल पाएगा। सरकार ने इस बात को ध्यान में रखते हुए एक सर्वेक्षण करवाया जिससे पता चला कि भारत देश में केवल 20% हिस्सा पेड़ों का है या हरा भरा है। इस सर्वेक्षण के अनुसार सबसे बुरा हाल दक्षिण भारत के तेलंगाना राज्य का है, उस राज्य में 24% हिस्सा हरा भरा या पेड़ वाला कह सकते है जो कि 33% होना चाहिए। 

इस वजह से तेलंगाना राज्य के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर काफी आहत हुए और उन्होंने आने वाले 4 साल के अंदर तेलंगाना राज्य में 230 करोड़ में लगाने की मुहिम शुरू की। इस मुहिम में जिस योजना को बनाया गया उसे हरिता हरम नाम दिया गया। इस योजना के तहत तेलंगाना राज्य के मुख्यमंत्री अपने राज्य के सभी लोगों से अनुरोध करते है कि वह बढ़-चढ़कर पेड़ पौधे की रोपाई करने का काम करें जिससे उनके राज्य में पेड़ों की लगातार कम हो रही गिनती को पूरा किया जा सके। 

पेड़ों की लगातार कम हो रही गिनती से सरकार काफी आहत है और इस कमी को पूरा करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं और मुहिम चला रही है। हरिता हरम उनमें से ही एक है जिसमें 5400 करोड़ रुपए का एक बजट बनाया गया है जिसके बाद तेलंगाना राज्य के मुख्यमंत्री ने तेलंगाना राज्य में आने वाले 4 साल के अंदर 230 करोड़ पेड़ लगाने का रोडमैप तैयार किया है।

हरिता हरम एक ऐसी योजना है जो हमें पेड़ों के महत्व के बारे में बताती है।  यह योजना हमें सिखाती है कि पेड़ से हमें लगाओ होना चाहिए।  पेड़ हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण है और जितना ज्यादा हम पेड़ लगाएंगे हम मानव सभ्यता को उतना ही मजबूत बना पाएंगे।

तेलंगाना सरकार इस बात को अपने राज्य के हर व्यक्ति को अच्छे से समझाना चाहती है इस वजह से हरिता हरम की योजना बड़ी तेजी से चलाई जा रही है अगर आप भी इस योजना का हिस्सा बनना चाहते है तो अपने घर के आस-पास अधिक से अधिक पेड़ लगाएं। 

हरिता हरम पर निबंध (850 शब्द)

प्रस्तावना

पेड़ हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है। मानव सभ्यता के लिए एक वरदान है। यह पेड़ हमारे वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य हानिकारक गैसों को खींचते है और हमें ऑक्सीजन प्रदान करते है, जिससे मानव जिंदा रह पाते है। हमें पेड़ों के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए अधिक से अधिक पेड़ लगाना चाहिए ताकि हमारा पर्यावरण स्वच्छ हो सके और बीमारियों की संभावना घट सके। 

पेड़ हमारे जीवन को स्वच्छ बनाते हैं और सरकार इस बात को समझती है और इस बात की जागरूकता सभी लोगों तक पहुंचाना चाहती है इस वजह से हरिता हरम नाम की योजना पर काम किया जा रहा है।आपको बता दें कि हमारे पूर्वजों को यह बात पता था कि एक समय आएगा जब प्रगति के नाम पर हम अंधाधुन पेड़ों की कटाई करेंगे और इससे मानव सभ्यता विलुप्त के कगार पर पहुंच जाएगी।

इस वजह से 1988 में एक नियम बनाया गया था कि देश को आगे तभी चलाया जाए जब देश के 33% भूभाग पर पेड़ पौधे हो। हाल ही में किए गए सर्वेक्षण से पता चला है कि भारत के 20% हिस्से पर ही केवल पेड़ बचे हैं। इसमें भी सबसे बुरा हाल तेलंगाना राज्य का है उस राज्य के 24% इलाके में ही पेड़ पौधे बचे हैं जबकि यह संख्या 33% होनी चाहिए थी। 

क्या है हरिता हरम

पेड़ हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है पर प्रगति के नाम पर हम पेड़ की इतनी अधिक कटाई कर रहे हैं कि पेड़ों की संख्या दिन पर दिन कम होती जा रही है। भारत में बनाए नियम के अनुसार पेड़ों की संख्या 33% से कम नहीं होनी चाहिए मगर भारत में यह संख्या बहुत अधिक कम हो गई है। सरकार इस बात से आहत होकर हरिता हरम की योजना चला रही है इस योजना को तेलंगना राज्य में चलाने के लिए 2015 में तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने शुरू किया था।

इसके तहत तेलंगाना राज्य के मुख्यमंत्री श्री के चंद्रशेखर का कहना है कि आने वाले 4 साल के अंदर वह अपने राज्य में 230 करोड़ पर लगाएंगे। अगर आप पेड़ों के महत्व को समझते हैं और इसमें अपना योगदान देना चाहते हैं तो अधिक से अधिक पेड़ लगाएं और हरिता हरम की योजना को सफल बनायें। 

आने वाले समय में सरकार का कहना है कि हरिता हरम जैसी और भी अधिक योजनाओं को चलाना पड़ेगा। इस योजना के तहत अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। लोग जिस तरह से जागरूक होंगे उस तरह से वह अधिक पेड़ के महत्व को समझ पाएंगे।

लोगों को पेड़ के महत्व को समझाने और अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए 5400 करोड रुपए सरकार द्वारा इस साल खर्च किए जाने का बजट बनाया गया है। इस योजना के तहत तेलंगाना सरकार इस साल 15 करोड़ पेड़ और आने वाले 4 साल के अंदर 230 करोड़ पेड़ लगाने की मुहिम पर चल रही है। 

हरिता हरम से क्या लाभ है

आपको बता दें कि इस योजना से काफी अधिक लाभ होने वाला है। सरकार पेड़ के महत्व को समझती है और जानती है कि अगर हम पेड़ के महत्व और देश में हो रही पेड़ों के कमी के बारे में अगर लोगों को बताएंगे तो लोग इस बात को समझेंगे और हमारे साथ जुड़ेंगे। हरिता हरम इसी बात को समझाने के लिए शुरू किया गया है इसका महत्व है कि – 

  • इस योजना के सफल होने पर हमें पेड़ के महत्व और भारत में कितना मात्रा में पेड़ होना चाहिए और कितनी मात्रा में बची है इस बारे में संपूर्ण जानकारी मिलेगी। 
  • इसके अलावा हरिथा हराम के सफल होने के बाद देश में पेड़ों की संख्या इतनी हो जाएगी कि हमें अपने दूषित वातावरण के बारे में अधिक विचार-विमर्श नहीं करना पड़ेगा।
  • लोगों को पेड़ के महत्व के बारे में पता चलेगा साथ ही हमारी जरूरतों को कैसे पूरा करता है और हम किस प्रकार अपने जीवन को सुखद बना सकते हैं इस बात को समझेंगे। 
  • हरिता हरम के जरिए न केवल समझाना और जागरूकता फैलाना बल्कि अधिक से अधिक पेड़ रोकने का भी काम किया जाएगा। 

हरिता हरम के बारे में सभी प्रकार की जानकारी बताने का प्रयास हमने किया है उम्मीद करते हैं समझ पाए होंगे कि हरिता हरम एक पेड़ लगाने की योजना है जिससे सरकार काफी गंभीरता से ले रही है क्योंकि भारत देश में पेड़ की मात्रा दिन-ब-दिन कम होती जा रही है। 

निष्कर्ष

देश के नागरिकों में वृक्षों के प्रति जागरूकता फ़ैलाने केलिए सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम काफी सराहनीय है। पेड़ हमें ऑक्सीजन के अलावा भी काफी कुछ देते है। हमें अपनी देश के प्रति जिम्मेदारियों को समझना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए।

अंतिम शब्द

हमने यहां पर हरिता हरम पर निबंध (Haritha Haram Essay in Hindi) शेयर किया है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह निबंध पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरूर करें। आपको यह निबन्ध कैसा लगा, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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Ripal
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