क्या आप गुस्सा महसूस कर रहे हैं और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए आपको गुस्सा शायरी (Gussa Shayari in Hindi) की जरूरत है?, तो आप बिलकुल सही जगह पर है।
आपको इस आर्टिकल में विभिन्न प्रकार के गुस्से वाले शायरी मिलेंगी, जिनका उपयोग आप अपने दोस्तों, परिवार या अपनी संपर्क सूची में किसी और के साथ संवाद करने के लिए कर सकते हैं।
चाहे आप किसी विशिष्ट स्थिति या किसी व्यक्ति के बारे में नाराज हो तो सोशल मीडिया पर आसानी से इन गुस्सा शायरी का चुनाव करके अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हो।
आप प्यार, रिश्ते, काम, राजनीति, और बहुत कुछ सहित विभिन्न प्रकार के विषयों में से शायरी चुन सकते हैं।
गुस्सा शायरी (Gussa Shayari in Hindi)
हमारा रूठना-मनाना तो लगा रहता है , हमारी आंखों में प्यार, उनके चेहरे पर गुस्सा तो सदा रहता है।
साथ छोड़ना बहुत मुश्किल है, तेरे से नाता तोड़ना बहुत मुश्किल है… तू जान इस दिल की, तुझसे रूठ जाना बहुत मुश्किल है…
आपके प्यार की कद्र कोई पराया भी करेगा , लेकिन आपके गुस्से की कद्र केवल अपने ही करेंगे ।
गुस्से में भी उसका प्यार दिखता है, तकलीफ़ भले मुझको दे, दर्द उसको होता है।
ऊपर से गुस्सा दिल से प्यार करते हो, नज़रें चुराते हो दिल बेक़रार करते हो, लाख़ छुपाओ दुनिया से मुझे ख़बर है, तुम मुझे ख़ुद से भी ज्यादा प्यार करते हो…
क्यो गुस्से में समझ लेती हूं , मै तुझे इतना गलत पर तू है नही इतना भी बुरा सुनकर तेरी आवाज बदल जाता है मेरा गुस्सा भी प्यार में ।
इतनी सारी शिकायतें थी उनके आने से पहले, उन्होंने आकर हाल क्या पूछा, अपनी शिकायतों पे गुस्सा आ गया।
तेरा रूठ जाना क्या… उस चाँद का शर्मना क्या, बदल दूँ या बदल जाऊं, फिर मैं क्या… जमाना क्या
दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिश्ता बिखर जाता है , होश जब आता है तो वक्त निकल जाता है।
प्यार में गुस्सा शायरी
क्यों अब मेरी जिंदगी का हर सपना सच्चा नहीं लगता, रूठ जाती है सांसें मेरी.. यूँ तुम्हारा नाराज होना हमें अच्छा नहीं लगता
उनका गुस्सा और मेरा प्यार एक जैसा है , क्यूंकि ना ही उनका गुस्सा कम होता है , ना ही मेरा प्यार ।
गुस्सा क्यों करते हो बात-बात पर तुम, शक ज्यादा करते हो या प्यार ?
तेरा ये रूठ जाना क्यों.. फिर मुझे तडपना क्यों.. तुम तो चले गए थे मुझे छोड़कर फिर तुम्हारा लौट आना क्यों.
देखों इस अजीब तरह से भी इश्क़ हमसें निभाती है वो, हमी पे गुस्सा कर फ़िर कंधे पर सर रख सो जाती है वो।
मुझे तुम इस कदर भा चुके हो, की मेरे दिल के बहुत करीब आ चुके हो, तुमने मुझे नही छोड़ा, बल्कि, मेरी रूह से दूर जा चुके हो…
इतना गुस्सा करोगे जो हमसे तो और दिल में बस जाऊंगा , तुम्हारा ही हूँ मै जब चाहोगे तुम्हारे पास आ जाऊंगा ।
बेवजह किसी पर गुस्सा ना करना ऐ दोस्त, सुना है अक्सर रिश्ते बिखर जाया करते हैं।
gussa love shayari
हम खुल के जिंदगी जिया करो… हसी के घूंट पिया करो, दिल रोने सा लगता है, तुम यूँ ग़ुस्सा न किया करो
मोहब्बत में गुस्सा वही करता है , जिसमें मोहब्बत कूट-कूट के भरी होती है ।
मुझे तुम्हारा किस्सा पसंद है, इस किससे में मेरा हिस्सा पसंद है, ये जो तुम चेहरा लाल कर देखती हो मुझे, खुदा कसम ! मुझे ये तुम्हारा गुस्सा पसंद है।
मै मुस्कुरा कर अपनी किस्मत पर सारा गुस्सा उतार देता हूँ ।
Gussa Shayari in Hindi
किस बात पर गुस्सा है, ये पूछने वाला हो तो, मुस्कान क़भी नहीं जाती।
थोड़े गुस्से वाले थोड़े नादान हो तुम मगर जैसे भी हो मेरी जान हो तुम ।
गुस्से का कोई इलाज नहीं, चाहे दोस्ती हो या हो प्यार सब उजाड़ ही देती है।
तुम जब गुस्सा हो जाते हो तो ऐसा लगता है मनाते मनाते जिन्दगी गुजारा हूं ।
कैसे कह दें कि उनके कुछ नहीं लगते हम, उनके गुस्से पर आज भी हमारा ही हक है।
गुस्से में किया हुआ सीधा बात भी कई बार लोगो को उल्टी बात ही लगती है ।
Gussa Shayari in Hindi
मासूम-सी आँखों में मासूम-सा अब कुछ न रहा, रहने को गुस्सा और दर्द तो रहा, बस भरोसा ही न रहा।
गुस्से में अक्सर लोग कड़वा सच बोल ही देते है ।
तुम्हारे चेहरे पर गुस्सा देख कर ना जाने क्यूँ, तुम पर और भी प्यार आता हैं।
मै बदला नही , आजकल बस अंदाज सही है , खामोश रहता हूँ पर गुस्से का मिजाज वही है ।
gussa shayari hindi
वैसे तो बहुत अच्छा हूं मै , सिर्फ गुस्सा ना आने तक ।
गुस्सा बहुत चतुर होता है , अक्सर कमजोर पर ही निकलता है ।
गुस्से में कभी इतना रायता ना फैलाओ , की चाहकर भी उसे सिमेट ना पाओगे ।
खुद की कमियों पर गुस्सा करना सिखिए , आपका व्यक्तित्व निखरता चला जायेगा ।
कुछ लोग इतने कमाल होते है , कि बिन वजह गुस्से से लाल होते है ।
गुस्सा भी समय-समय पर करना ठीक होता है , पर कहां और कब करना है ये समझना मुश्किल होता है ।
ना जाने क्यूं नजर लगी जमाने की , अब वजह मिलती नही मुस्कुराने की , तुम्हारा गुस्सा होना तो जायज था , हमारी आदत छूट गई मनाने की
कभी-कभी खुद पर ही गुस्सा आ जाता है , कि मुझे इतना गुस्सा क्यो आता है ।
shayari on gussa
गुस्से और आंधी से होने का नुकसान , इनके थम जाने के बाद नजर आता है।
गुस्से में लोग सब भूल जाते है , कर्मो के मोल सब वसूल जाते है , कभी सोचते नही है क्या होगा आगे , क्योकि जिन्दगी छोड़कर ही वो झूल जाते है ।
जब कोई गुस्से में आपके सामने बात करे , तो उसे खामोशी के साथ गौर से सुने , क्योकि इंसान अक्सर गुस्से मेे बहुत कड़वा बोल देता है ।
ना तो तेरी शान कम होती ना रूतबा ही घटा होता , जो गुस्से में कहा तुमने वही हंस के कहा होता ।
कोरे कागज पर तेरी , इक तस्वीर बनाई है , मैने गुस्से में आकर उसमें , आग लगाई है ।
ये जो मासूम लोग होते है न , वो गुस्से में भी रोने लगते है ।
Gussa Shayari in Hindi
हंसी के पीछे का दर्द और गुस्से के पीछे का प्यार हर किसी को नजर नही आता है ।
दिमाग से पैदल है वो… मगर दिल की साफ , प्यार से तू बोलती है… और गुस्से में आप ।
कौन कहता है कलम में आग नही होती , जरा , गुस्से को कलम से उखार के तो देखो आग लगा देगी ।
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राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।