क्या आप गुस्सा महसूस कर रहे हैं और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए आपको गुस्सा शायरी (Gussa Shayari in Hindi) की जरूरत है?, तो आप बिलकुल सही जगह पर है।
आपको इस आर्टिकल में विभिन्न प्रकार के गुस्से वाले शायरी मिलेंगी, जिनका उपयोग आप अपने दोस्तों, परिवार या अपनी संपर्क सूची में किसी और के साथ संवाद करने के लिए कर सकते हैं।
चाहे आप किसी विशिष्ट स्थिति या किसी व्यक्ति के बारे में नाराज हो तो सोशल मीडिया पर आसानी से इन गुस्सा शायरी का चुनाव करके अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हो।
आप प्यार, रिश्ते, काम, राजनीति, और बहुत कुछ सहित विभिन्न प्रकार के विषयों में से शायरी चुन सकते हैं।
गुस्से में किया हुआ सीधा बात भी कई बार लोगो को उल्टी बात ही लगती है ।
Gussa Shayari in Hindi
मासूम-सी आँखों में मासूम-सा अब कुछ न रहा, रहने को गुस्सा और दर्द तो रहा, बस भरोसा ही न रहा।
गुस्से में अक्सर लोग कड़वा सच बोल ही देते है ।
तुम्हारे चेहरे पर गुस्सा देख कर ना जाने क्यूँ, तुम पर और भी प्यार आता हैं।
मै बदला नही , आजकल बस अंदाज सही है , खामोश रहता हूँ पर गुस्से का मिजाज वही है ।
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वैसे तो बहुत अच्छा हूं मै , सिर्फ गुस्सा ना आने तक ।
गुस्सा बहुत चतुर होता है , अक्सर कमजोर पर ही निकलता है ।
गुस्से में कभी इतना रायता ना फैलाओ , की चाहकर भी उसे सिमेट ना पाओगे ।
खुद की कमियों पर गुस्सा करना सिखिए , आपका व्यक्तित्व निखरता चला जायेगा ।
कुछ लोग इतने कमाल होते है , कि बिन वजह गुस्से से लाल होते है ।
गुस्सा भी समय-समय पर करना ठीक होता है , पर कहां और कब करना है ये समझना मुश्किल होता है ।
ना जाने क्यूं नजर लगी जमाने की , अब वजह मिलती नही मुस्कुराने की , तुम्हारा गुस्सा होना तो जायज था , हमारी आदत छूट गई मनाने की
कभी-कभी खुद पर ही गुस्सा आ जाता है , कि मुझे इतना गुस्सा क्यो आता है ।
shayari on gussa
गुस्से और आंधी से होने का नुकसान , इनके थम जाने के बाद नजर आता है।
गुस्से में लोग सब भूल जाते है , कर्मो के मोल सब वसूल जाते है , कभी सोचते नही है क्या होगा आगे , क्योकि जिन्दगी छोड़कर ही वो झूल जाते है ।
जब कोई गुस्से में आपके सामने बात करे , तो उसे खामोशी के साथ गौर से सुने , क्योकि इंसान अक्सर गुस्से मेे बहुत कड़वा बोल देता है ।
ना तो तेरी शान कम होती ना रूतबा ही घटा होता , जो गुस्से में कहा तुमने वही हंस के कहा होता ।
कोरे कागज पर तेरी , इक तस्वीर बनाई है , मैने गुस्से में आकर उसमें , आग लगाई है ।
ये जो मासूम लोग होते है न , वो गुस्से में भी रोने लगते है ।
Gussa Shayari in Hindi
हंसी के पीछे का दर्द और गुस्से के पीछे का प्यार हर किसी को नजर नही आता है ।
दिमाग से पैदल है वो… मगर दिल की साफ , प्यार से तू बोलती है… और गुस्से में आप ।
कौन कहता है कलम में आग नही होती , जरा , गुस्से को कलम से उखार के तो देखो आग लगा देगी ।
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राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।