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खरगोश पर निबंध

Essay on Rabbit in Hindi: नमस्कार दोस्तों, यहां पर खरगोश पर निबंध शेयर किया हैं। यह निबंध सभी कक्षाओं के लिए मददगार साबित होगा। इस निबंध में खरगोश के बारे जानकारी विस्तार से दी है तो आप हमारे इस Khargosh Par Nibandh को अंत तक जरूर पढ़ें।

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खरगोश पर निबंध – Essay on Rabbit in Hindi

खरगोश पर निबंध (200 Words)

Short Essay on Rabbit in Hindi: खरगोश एक चंचल जानवर होता है जो झुण्ड में रहना पसंद करता है। धरती पर खरगोश की कई सारी प्रजातियाँ पाई जाती है। खरगोश के दो बड़े-बड़े कान और दो गोल-गोल आंखें होती है। खरगोश सफ़ेद, काला, सलेटी और भूरे रंग के पाए जाते हैं। इनके मुंह में लगभग 28 दांत होते हैं। जिसमें ऊपर के जबड़े के दो दांत बड़े होते हैं जो भोजन को कुतरने में काम आते हैं।

खरगोश के दांत पूरे जीवन काल में बढ़ते ही रहते हैं। खरगोश के जन्म के जन्म के समय बाल नहीं होते हैं। जब ख़रगोश के बाल आते है तो वह बहुत ही मुलायम होते हैं। खरगोश के चार पैर होते हैं जिससे वह लम्बी छलांग लगा सकता है। इसके एक छोटी पूंछ भी होती है। खरगोश का जीवनकाल 8 से 10 वर्ष तक होता है।

मादा खरगोश एक बार में 7 से 9 बच्चों को जन्म दे सकती है। खरगोश का शरीर बहुत ही लचीला होता हैं और ये जमीन में बिल (गड्ढा) बनाकर रहता है। इनके नाख़ून बहुत नुकीले होते हैं जो बिल बनाने में मदद करते हैं। खरगोश शाकाहारी होते हैं और ये भोजन में सब्जियां, फल, पते, झाड़ियां और गाजर लेना पसंद करते हैं।

खरगोश पर निबंध (800 Words)

प्रस्तावना

खरगोश दिखने में बहुत ही आकर्षक, सुंदर और छोटा जानवर होता है। खरगोश पूरे दिन उछल कूद करता रहता है। इसे लोग घर में पालना भी पसंद करते हैं। खरगोश झुण्ड में रहना पसंद करते हैं। खरगोश की विश्व के कई सारी प्रजातियां पाई जाती है और ये विभिन्न रंगों के होते हैं। इसका शरीर हल्का होता है जिसके कारण ये बहुत तेज भाग सकते हैं। खरगोश एक फुर्तीला जानवर है।

खरगोश शारीरिक रूप और बनावट

खरगोश एक छोटा सा जानवर है और दिखने में बहुत ही सुंदर, आकर्षक और मनमोहक होता है इसलिए ये बच्चों का पसंदीदा जानवर होता है। खरगोश दिखने में बिल्ली जैसा होता है। खरगोश के एक छोटी सी सुंदर पूंछ होती है और चार पैर होते हैं जो इसे लम्बी छलांग लगाने में मदद करते हैं। खरगोश के दो बड़े-बड़े कान होते हैं जिनकी लम्बाई लगभग 10 सेंटीमीटर तक होती है। इसके कारण खरगोश बहुत धीमी आवाज को  भी आसानी से सुन पाते हैं।

खरगोश की दो चमकीली और गोल आंखें होती है जो 360 डीग्री तक देख सकती है। खरगोश के पंजो पर नाख़ून बहुत ही नुकीले होते हैं जो इसे अपना जमीन में बिल बनाने में मदद करता है। इसकी एक नाक होती है। खरगोश की मांसपेशियां बहुत ही लचीली होती है जिसकी वजह से वह बहुत तेज भाग सकता है। खरगोश एक बार में लगभग 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ सकता है।

खरगोश का शरीर बहुत ही लचीला होता है इस कारण यदि खरगोश किसी ऊंचाई से भी गिरता है तो कोई चोट नहीं लगती। खरगोश के शरीर पर छोटे-छोटे मुलायम और कोमल बाल होते है जो इसे गर्मी और सर्दी से बचाता है। खरगोश हमेशा अपने बालों को गीले होने से बचाता रहता है क्योंकि इसके बाल गीले होने पर झड़ने लग जाते हैं। हर दो साल में इनके बाल झड़ जाते हैं और नये आते है।

खरगोश के मुंह में लगभग 28 दांत होते हैं जिनमें ऊपर के जबड़े में दो दांत बड़े होते हैं जो भोजन को कुतरने में मदद करते हैं। इसके दांत पूरे जीवन काल बढ़ते ही रहते हैं। एक खरगोश का वजन 2 किलो से 3 किलो तक हो सकता है।

खरगोश कई जगहों पर पाए जाते हैं जहां पर इनके रंगों में भिन्नता आती है। खरगोश काले, सफ़ेद, सलेटी और भूरे रंग में अधिकतर पाए जाते हैं। खरगोश एक स्तनधारी जानवर है। मादा खरगोश के स्तन भी होते है।

खरगोश का रहन सहन व भोजन

खरगोश बहुत ही चंचल होता है जो पूरे दिन उछल कूद करता ही रहता है। खरगोश को लोग पालना भी पसंद करते हैं। खरगोश अधिकतर हरे भरे खेतों और जंगल में गड्ढा खोदकर रहता है। खरगोश झुण्ड में रहना अधिक पसंद करते हैं। खरगोश को हरियाली अधिक पसंद होती है। मादा खरगोश का गर्भकाल एक महीने तक होता है। इसके बाद वह 9 से 10 बच्चों को जन्म देती है।

खरगोश के बच्चे के जन्म के समय शरीर पर बाल नहीं होते हैं। बाद में कोमल और सुंदर बाल आना शुरू होते हैं। बच्चे जन्म से 10 से 12 दिन तक चलना फिरना नहीं जानते फिर 14 से 15 दिन के होने पर वह खाना और पीना सीख लेते हैं। जन्म के लगभग दो सप्ताह बाद में खरगोश की आंखें खुलती है।

एक खरगोश का जीवन काल 8 से 10 वर्ष तक होता है लेकिन शिकारी इसे एक साल तक ही रहने देते हैं। खरगोश को गाजर बहुत पसंद होती। खरगोश को भोजन में फूल, सब्जियां, पत्ती, घास, फल, अनाज, सलाद आदि भी लेता है।

खरगोश की प्रजातियां

पूरे विश्व में खरगोश की 300 से भी अधिक प्रजातियाँ पाई जाती है। सभी जगह पर अलग अलग रंग के होते हैं। दक्षिणी अमेरिका में सबसे अधिक खरगोश पायें जाते हैं। ये अंटार्कटिका के अलावा हर महाद्वीप में पाएं जाते हैं।

जर्सी वूली, मिनी लोप, हॉलैंड लोप, अलास्का, रेक्स खरगोश आदि खरगोश की मुख्य प्रजातियाँ है।

खरगोश से जुड़ी अन्य जानकारी (Rabbit Information in Hindi)

  1. खरगोश से अंगोरा नाम की ऊन प्राप्त होती है।
  2. 12 घंटे से अधिक भूखा रहने पर इसकी मृत्यु भी हो सकती है।
  3. खरगोश का दिल बहुत तेजी से धड़कता है।
  4. खरगोश की याददाश्त बहुत अच्छी होती है।
  5. खरगोश हर समय चौकना रहता है।
  6. खरगोश की लम्बाई 40 से 50 सेंटीमीटर तक होती है।
  7. लोग इसका मांस खाना भी पसंद करते हैं।
  8. खरगोश को कभी उल्टी नहीं होती है।
  9. खरगोश के सांप, कुते, लोमड़ी, भालू, आदि दुश्मन होते हैं।
  10. खरगोश जब भोजन करता है तो वह सूंघ कर उसका पता लगाता है।
  11. खरगोश एक दिन में 8 से 10 घंटे तक नींद लेता हैं।
  12. खरगोश बिना मुड़े पीछे की तरफ देख सकता है।
  13. ये विभिन्न प्रकार की आवाज निकाल सकता है।

उपसंहार

खरगोश दिखने में बहुत ही सुंदर होता है जिसके कारण लोग इसे घर में भी पालते है। यह आबादी क्षेत्र में अधिक जिन्दा नहीं रह पाता क्योंकि लोग इसके मांस के लिये इसका शिकार कर लेते हैं।

हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह “खरगोश पर निबंध (Rabbit Essay in Hindi)” पसंद आया होगा। इसे आगे शेयर जरूर करें। यदि आपको इसमें कोई त्रुटी दिखे तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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