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पॉलिथीन पर निबंध

Essay on Plastic Bag in Hindi: आज के इस आर्टिकल में हम पॉलिथीन पर निबंध पर जानकारी आप तक पहुंचाने वाले हैं। इस निबंध में पॉलिथीन के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है। इस निबंध के माध्यम से हम आपको पॉलीथिन के फायदे, किस-किस तरह की पॉलिथीन आप उपयोग में ले सकते हैं, मार्केट में किस प्रकार की पॉलिथीनओं का उपयोग होता है, इन सभी बातों के बारे में इस निबंध के माध्यम से आपको बताने जा रहे हैं

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पॉलिथीन पर निबंध | Essay on Plastic Bag in Hindi

पॉलिथीन पर निबंध (250 शब्द)

आज प्लास्टिक बैग का उपयोग हम सभी के लिए बहुत जरूरी है और इसका प्रयोग बहुत उद्देश्यों के लिए किया जाता है। सबसे ज्यादा पॉलिथीन का प्रयोग किराने की दुकान पर फल और सब्जियों की दुकान पर किया जाता है। मार्केट में सभी प्रकार की पॉलिथीन आसानी से मिल जाती है।

आज मार्केट में उपलब्ध यह प्लास्टिक बैग बहुत बड़ी समस्या का विषय भी बना हुआ है, क्योंकि पॉलिथीन की वजह से भूमि प्रदूषण हो रहा है। पॉलिथीन हमारे पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचा रही है। पर्यावरण में जो हानिकारक गैसों के प्रभाव से बचने के लिए इन पॉलिथीन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।

इन पॉलिथीन के बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए हमारी सरकार ने प्लास्टिक की थैलियों पर प्रतिबंध भी लगा दिया है। हालांकि अभी इस योजना को पूरे देश मे लागू नहीं किया गया है, लेकिन फिर भी सभी लोगों को समझना चाहिए कि यह जो प्रतिबंध लगाया गया है, वो हम सभी देशवासियों की भलाई के लिए लगाया गया है। पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए हमारी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। उसके लिए हम को पॉलिथीन के प्रयोग को रोकना बहुत जरूरी है।

प्लास्टिक थैलियों के बढ़ते प्रयोग से हमारे पशु-पक्षी, पेड़- पौधे और इंसान सभी को बहुत नुकसान पहुंचा है। भूमि प्रदूषण से वन क्षेत्रों को बहुत नुकसान हो रहा है। हम लोग अक्सर पॉलिथीन को उपयोग में लेने के बाद में कूड़े में वैसे ही फेंक देते हैं। इससे जो जानवर हैं वो उन थैलियों को भोजन के रूप में ग्रहण कर लेते हैं। जिसके कारण उनकी असमय मौत हो जाती है। सभी के जीवन में पॉलिथीन का बहुत गलत प्रभाव पड़ रहा है। पॉलिथीन मनुष्य के शरीर के अंदर सी खतरनाक बीमारियों को जन्म देती है।

पॉलिथीन पर निबंध (1200 शब्द)

प्रस्तावना

किसी भी सामान को लाने ले जाने में पॉलिथीन हमारे लिए बहुत सुविधाजनक साधन है। आज के समय पॉलिथीन हमारे जीवन का एक बहुत महत्वपूर्ण अंग सा बन गया है। हम दिन प्रतिदिन इसका उपयोग किए बिना रह नहीं सकते और सबसे बड़ी बात जब हम मार्केट जाते हैं किसी भी सामान को खरीदने के लिए तो दुकानदार हमको बोलता है कि यह पॉलिथीन अब बंद हो चुकी है,आप अपना सामान ले जाने के लिए अपने साथ ही कपड़े का बैग लेकर आए, लेकिन उसके बाद भी हम लोग जागरुक नहीं होते और किसी ना किसी तरह से इन पॉलिथीन के उपयोग में ले ही लेते हैं। जब दुकानदार पॉलिथीन के दुष्प्रभावों के बारे में बताता  है तो हम लोगों को भी उससे कुछ सीख लेकर बहुत जागरूक होना चाहिए।

पॉलिथीन का भूमि पर प्रभाव

इसके ज्यादा प्रयोग से हमारे पर्यावरण को बहुत नुकसान हो रहा है, क्योंकि पॉलिथीन के प्रयोग में लेने के बाद उनको बाहर हम कूड़े में फेंक देते हैं, इससे भूमि प्रदूषण, वायु प्रदूषण होता है। प्लास्टिक की थैलियां प्रयोग में लेने के बाद में जब आप फेंक देते हैं तो वह ना तो जलती है ,ना गलती है बस लंबे समय तक भूमि पर पड़े रहने के बाद वह हमारी भूमि को बहुत नुकसान पहुंचाती है। भूमि में हानिकारक रसायनों के द्वारा हमारी मिट्टी को बहुत नुकसान पहुंचता है इससे भूमि उपजाऊ नहीं रहती है।

पॉलिथीन के वातावरण को दूषित करने के दुष्प्रभाव

इसके अधिक प्रयोग करने से हमारे सामने पॉलिथीन के बहुत से दुष्परिणाम सामने आए हैं। इन सभी दुष्प्रभाव के कारण भी लोग जागरूक नहीं होते हैं, आइए जानते हैं दुष्प्रभाव के बारे में –

  • पेड़-पौधों के लिए दुष्प्रभाव – पेड़ पौधों के बिना हमारा जीवन बहुत मुश्किल में हो जाता है, क्योंकि पेड़ हमें ऑक्सीजन गैस प्रदान करते हैं। इसके अलावा हमें हमारे जीवन की सभी उपयोगी चीजें पेड़ पौधे प्रदान करते हैं। इन पॉलिथीनओं के बढ़ते प्रयोग के कारण पेड़-पौधों को बहुत नुकसान हुआ है।लोग इनको प्रयोग में लेने के बाद में ऐसे ही जमीन में कूड़े में फेंक देते हैं। जिससे हमारी भूमि में हानिकारक तत्व पॉलिथीन के द्वारा मिल जाते हैं। वह मिट्टी को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं। जब मिट्टी प्रदूषित हो जाती है। उसके कारण पेड़ पौधे पनपते नहीं है,और पेड़ हमारे लिए उपयोगी भी नहीं होते हैं।
  • कृषि भूमि पर दुष्प्रभावपॉलिथीन के प्रयोग से खेती की भूमि पर भी बहुत असर पड़ता है क्योंकि पॉलिथीन जब मिट्टी में पड़ी रहती है तो मिट्टी की गुणवत्ता को बहुत कमजोर कर देती है। जिसके कारण फसलों की पैदावार सही नही हो पाती है।
  • जानवरों और मनुष्य परहमेशा प्लास्टिक पॉलिथीन को हम उपयोग में लेकर कूड़े में या इधर-उधर फेंक देते हैं। इससे जानवर और मनुष्य पर बहुत प्रभाव पड़ रहा है,क्योंकि जानवर इन थैलियों को खाकर अपना पेट भरते हैं। जिससे वह मर जाते हैं या फिर उनके गले में वह थैली अटक जाती है। पॉलिथीन के प्रयोग से मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा है इसीलिए हम को पॉलिथीन के उपयोग कम करना चाहिए।
  • जल प्रदूषणप्लास्टिक थैलियां को उपयोग करके जब हम फेंक देते तो वह पानी में तैरने लगती है पानी में थैलियों के वजह से हानिकारक तत्व पानी में ले जाते हैं, जिससे जल प्रदूषण होता है। उस पानी का प्रयोग हम सभी पीने के काम में भी लेते हैं, और इसके हानिकारक तत्व हमारे स्वास्थ्य पर असर डालते हैं।

पॉलिथीन के प्रयोग को रोकने का उपाय

हमारी सरकार ने पॉलिथीन पर पूर्णत बैन तो लगा दिया गया है, लेकिन अभी और असली है के उत्पादन पर और प्रयोग पर रोक नहीं लगी है, इसलिए हम सभी को मिलकर इस को रोकने के उपाय करने होंगे, आइए जानते हैं कुछ उपायों के बारे में –

  • सबसे पहले हमें सामान का प्रयोग करने के लिए पॉलिथीन की जगह कपड़े के थैले और जुट के थैले का इस्तेमाल करना चाहिए।
  • सबसे पहले हमें उन दुकानदारों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए, जो अभी भी प्लास्टिक थैलियों का व्यवसाय कर रहे हैं उन दुकानदारों पर भारी जुर्माना लगाकर उन को बंद करना।
  • हमारे देश के सभी लोगों को पॉलिथीन के दुष्परिणाम से हमारे सभी लोगों को बहुत हानि हो रही है इसके लिए सभी लोगों को जागरूक होना चाहिए क्योंकि पॉलिथीन हमारे जीवन के साथ जानवरों, पेड़ पौधों को पूरी तरह नष्ट कर रही है। इसलिए सरकार के द्वारा भी सभी लोगों को जागरूक ज्यादा से ज्यादा जागरूक करना चाहिए।

मानव जीवन के लिए खतरा बन रहा है पॉलिथीन

प्लास्टिक थैलियों का उपयोग इंसान अपने आप मौत को बुलावा दे रहा है। पॉलिथीन के उपयोग करने से इंसान जानवर के साथ-साथ हमारी प्रकृति को भी बहुत नुकसान पहुंच रहा है। जिस प्रकार से थैलियों के उपयोग से दूध और पानी की बोतल, लंच बॉक्स और खाद्य पदार्थों के सेवन आदि से मनुष्य को बहुत जानलेवा बीमारियां हो रही है। तेज गर्मी धूप आदि से पॉलिथीन पर विषैले प्रभाव उत्पन्न हो जाते हैं जिनसे कैंसर और अन्य घातक बीमारियां पैदा हो जाती है। प्लास्टिक थैलियों के उत्पादन से लेकर इनको उपयोग करने तक पॉलिथीन पर्यावरण तथा पूरे प्रकृतिक तंत्र के लिए बहुत बड़ा खतरा है।

पॉलिथीन के प्रकार

किराने की दुकान पर या अन्य सामानों को लाने के लिए प्लास्टिक की थैली का प्रयोग किया जाता है।इसके लिए दुकानदारों को जूट के बैग या कपड़े की थैली रखना चाहिए, ताकि सामान ले जाने में दिक्कत ना हो। शॉपिंग मॉल में सामान ले जाने के लिए कपड़े के थैले का ही प्रयोग किया जाता है,क्योंकि कपड़े के थैले को हम दोबारा भी प्रयोग में ले सकते है। प्लास्टिक थैलियों की तुलना में कपड़े के थैले या बैग बहुत अच्छे होते हैं।  इनका प्रयोग हम बार-बार कर सकते हैं, इसीलिए हमेशा झूठ के बैग कपड़े के बैग का ही प्रयोग करना चाहिए।

निष्कर्ष

हमारे देश में पॉलिथीन हमारे पर्यावरण के साथ-साथ हमारे वातावरण को भी खत्म कर रही है, और यह मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत बड़ा खतरा बन गई है। इसके लिए हम प्लास्टिक थैलियों का उपयोग ना कर के कपड़े वाले थैलो को ही सामना के लिए प्रयोग में लेना चाहिए। इससे हम सभी के जीवन पर बहुत अच्छा असर पड़ेगा। सरकार को भी बहुत कठोर नियम बनाने चाहिए ताकि बाजार में इन पॉलिथीन पर पूर्णत रोक लग जाए।

अंतिम शब्द

आशा करते हैं कि आपको यह लेख बहुत पसंद आया होगा। अगर आपको पॉलिथीन पर निबंध( Essay on Plastic Bag in Hindi) पसंद आया तो इसको लाइक करके आप इसके बारे में किसी भी जानकारी के लिए हमारे कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट कर सकते हैं।

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Ripal
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