Essay On Man In Hindi: आज के आर्टिकल में हम मनुष्य पर निबंध के बारे में बात करने वाले है। इस आर्टिकल में आपको मनुष्य पर निबंध के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिलने वाली है।
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मनुष्य पर निबंध | Essay On Man In Hindi
मनुष्य पर निबंध (200 शब्द)
मनुष्य प्रजाति जो पशुओं में सबसे विकसित पड़ जाती है। इस प्रजाति के बोलने, देखने, सोचने और समझने की क्षमता होती है। इस प्रजाति के कई खास गुण है। मनुष्य प्रजाति का विकास बंदरों से हुआ है। आज से कई साल पहले मनुष्य बंदर के रूप में हुआ करता था। लेकिन धीरे-धीरे विभिन्नता आती रहें और बंदरों से मनुष्य की उत्पत्ति हुई है।
मनुष्य प्रजाति का जीवित है। मनुष्य प्रजाति में हर काम को करने से पहले सोचने की क्षमता मिली हुई है। बाकी पशुओं की तुलना में मनुष्य एक अलग प्राणी है। मनुष्य किसके शारीरिक बनावट की बात की जाएं तो मनुष्य के शारीरिक अंग आवश्यकतानुसार उपलब्ध है।
मनुष्य के शरीर में चलने के लिए दो टांगें और पकड़ने के लिए दो हाथ होते हैं। टांगों और हाथों में अँगुलिया होती है, जिसकी वजह से सरफेस पर पकड़ बनाए रखने और किसी वस्तु को मजबूती से पकड़ने में काम आती है। मनुष्य के शरीर में सुनने के लिए 2 कान और देखने के लिए दो आंखें होती हैं। हर कार्य को समझने के लिए एक मस्तिष्क पाया जाता है। मनुष्य को अकेले कमरे में छोड़ दिया जाता है तो वह मानसिक तनाव का शिकार हो जाता है।
मनुष्य पर निबंध (600 शब्द)
प्रस्तावना
आप मे से सभी लोग मनुष्य शब्द से परिचित होंगे। क्या आपको पता है कि मनुष्य या मानव प्रजातियां अस्तित्व में कैसे आए और इनका विकास कैसे हुआ? पृथ्वी पर सबसे बुद्धिमान मनुष्य जाति को ही माना जाता है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि मनुष्य ने कई प्रकार के अविष्कार किए हैं, जिससे उसको जीवन जीने में किसी भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
मनुष्य जीवन
मनुष्य हमेशा से ही समूह में रहने के लिए प्राथमिकता देता है। ऐसा नहीं कि मनुष्य अभी से ही समूह में रह रहा है। बल्कि आदम के जमाने से ही इसको समूह में रहने की आदत पड़ चुकी थी। समूह में रहने के लिए इसका मुख्य कारण यह है कि उस समय किसी के पास आज के समय के घर या मकान नहीं होते थे तो फिर वह जंगलों में शेर या अन्य खतरनाक जानवरों से बचने के लिए एक झुंड बनाकर चलते थे।
ऐसा मानवीय व्यवहार है कुछ समय के साथ कभी नहीं बदलेगा। अभी भी लोग सामाजिकता से प्रेम करते हैं। मनुष्य के लिए समाज संस्कृति और परिवार अभी भी महत्वपूर्ण है।
मनुष्य एक प्रकार का सामाजिक पशु है
यदि आपको एक बंद कमरे में अकेला छोड़ दिया जाए, वह भी कुछ दिनों के लिए तो क्या होगा? ऐसे में अवसाद और मानसिक तनाव के शिकार हो जाएंगे। आप शारीरिक के साथ मानसिक स्वास्थ्य बीमारियों को भी जन्म दे देंगे। किसी भी व्यक्ति के लिए अकेला रहना संभव नहीं है। इसलिए मनुष्य हमेशा से सामाजिक पशु रहा है।
वह अपने आसपास के लोगों से प्यार करता है तथा अपने परिवार तथा दोस्तों को अपने किसी भी समस्या के बारे में बताता है और उनसे सुझाव लेता है। अपने दोस्तों और परिवारजनों को साथ समय व्यतीत करना तथा अलग-अलग गतिविधियों में शामिल होना, उसके मन को प्रसन्न तथा उन्हें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का अवसर प्राप्त होता है।
लेकिन समय बदलने के साथ मनुष्य की प्रवृत्तियां भी बदलती चली जा रही हैं। पहले के समय की बात करें तो लोग संयुक्त परिवार में रहना पसंद करते थे लेकिन आज की युवा पीढ़ी तो सिर्फ अकेले रहना ही पसंद करती है।
संयुक्त परिवार में रहने से कई प्रकार के फायदे से सबसे बड़ा फायदा बच्चों का सर्वांगीण विकास होता था। यह बुजुर्गों के लिए सबसे अच्छा था। आज सभी युवा पीढ़ी की सोच बदल चुकी है और वह सर्वथा अकेला ही रहना पसंद करता है।
पहले समय की बात करें तो सयुक्त परिवार होने के नाते किसी भी कार्य को करने से पहले अपने सबसे बड़े बुजुर्गों को बताना पड़ता था। यदि उनको कार्य पसंद नहीं आता तो वह मना कर देते थे लेकिन आज की युवा पीढ़ी के मन में जो आता है वही करना शुरू कर देती है चाहे वह उसके लिए अच्छा हो या बुरा।
आज का मनुष्य
आज के समय में प्रत्येक युवा वर्ग अपनी बात को गोपनीय रखना चाहता है। इसका सीधा मतलब यह है कि उसे अपने आसपास के लोगों से कोई मतलब नहीं रखना। यदि ऐसा नहीं होता तो आज के समय में सोशल मीडिया साइटों की इतनी ज्यादा पॉपुलर ना हो पाती।
आज के समय में सबसे ज्यादा युवा सोशल मीडिया पर अपना समय व्यक्त कर रहा है। यहां तक कि उसे अपने परिवार वालों के साथ भी ज्यादा बातचीत नहीं करता है। आजकल तो वैसे भी लोग ऑफिस या अन्य किसी जॉब मे व्यस्त रहते हैं। यदि उनको फ्री टाइम मिलता है तो वह अपना सारा समय सोशल मीडिया या स्मार्ट फोन पर बिजी रह जाते हैं। यही कारण है कि अब संयुक्त परिवार खत्म होता चला जा रहा है। लोग अकेला रहना ही पसंद करने लगे हैं।
निष्कर्ष
समय बदलने के साथ ही मनुष्य के अंदर नए-नए विचार जन्म लेते हैं। लोग पहले की अपेक्षा अब अधिक स्वतंत्र विचार वाले ज्यादा हो गए हैं। समूह में रहने की बजाय अकेला रहना पसंद करते हैं।
अंतिम शब्द
मनुष्य वर्तमान में बहुत ज्यादा व्यस्त हो गया है। आज का मनुष्य अपने काम में लगे रहना पसंद करता है और जब काम से फ्री होता है तो मोबाइल और सोशल मीडिया पर टाइम पास करना पससद करता है।
आज के आर्टिकल में हमने मनुष्य पर निबंध (Essay On Man In Hindi)” पर बात की है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह निबन्ध पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरूर करें। आपको यह निबन्ध कैसा लगा, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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