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कमल के फूल पर निबंध

Essay on Lotus Flower in Hindi: आप सभी ने कमल के फूल को तो देखा ही होगा। हम यहां पर कमल के  फूल पर निबंध शेयर कर रहे है। इस निबंध में कमल के फूल के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।

Essay on Lotus Flower in Hindi

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कमल के फूल पर निबंध | Essay on Lotus Flower in Hindi

कमल के फूल पर निबंध ( 250 शब्द)

हमारे देश में कमल के फूल को राष्ट्रीय फूल भी घोषित कर दिया गया है। कमल का फूल बहुत ही सुंदर अद्भुत और आकर्षक लगता है यह सभी लोगों को बहुत अधिक प्रिय होता है। कमल का फूल आज से ही नहीं बल्कि प्राचीन काल से लोग इसका इस्तेमाल करते आ रहे हैं। भगवान की पूजा पाठ से लेकर अन्य कार्यों में कमल के फूल का प्रयोग किया जाता है। कमल का फूल  झीलों में तालाबो में,तथा कमल के खेत की छोटे छोटे से जलाशय बनाकर उनमें खेती भी की जाती है।

कमल का फूल हमारे भारत की संस्कृति और कला का एक बहुत महत्वपूर्ण अंग है। कमल के फूल का प्रयोग औषधि के रूप में भी किया जाता है। कमल के फूल के पत्तों के द्वारा फूल के द्वारा कई प्रकार के मनुष्य की बीमारियां ठीक हो जाती है। कमल के फूलों को मंदिर में पूजा पाठ के लिए धार्मिक स्थलों को सजाने के लिए भी होता है। कमल के बीजों का प्रयोग खाने के रूप में किया जाता है।

कमल का फूल अक्सर जलाशयों तालाबों में खिलता है। यह आधा पानी में आधा जमीन के ऊपर होता है। पानी के ऊपर इसकी पत्तियां इस प्रकार से लगी रहती हैं, ऐसा लगता है कि उस तालाब को जैसे कमल के फूलों के द्वारा सजाया गया हो।

हर एक फूल में दो बड़ी- बड़ी चौड़ी पत्तियां होती हैं। उसके बाद उनके ऊपर कमल का फूल खिलता है। कमल का फूल लाल गुलाबी सफेद इन रंगों में ही पाया जाता है।कमल के फूल को भारतीय राष्ट्रीय फूल भी कहा जाता है। और अन्य नामों से भी फुल को जानते हैं जैसे इंडियन लोटस सीक्रेट लोटस के नाम से भी कमल के फूल को जाना जाता है पौराणिक कथाओं में भी कमल के फूल का बहुत उल्लेख मिलता है।

कमल के फूल पर निबंध (850 शब्द )

प्रस्तावना

हमारे देश में कमल को राष्ट्रीय फूल कहा गया है। कमल बहुत ही सुंदर फूल है। यह सभी फूलों में बहुत अधिक लोगों को आकर्षित करने वाला यह इकलौता ऐसा पौधा होता है, जो कीचड़ में खिलता है। वहां से यह लोगों को अपनी शुद्धता, सुंदरता, ऐश्वर्या, कृपा, समृद्धि,आदि के लिए लोगो अपनी ओर खींचता है, क्योंकि ये सब गुण इसमें होते हैं। इस प्रकार के अनगिनत महत्व और इस फूल की लोकप्रियता के कारण भारत में इस को राष्ट्रीय फूल घोषित कर दिया गया है।

कमल के फूल की रचना

भारत में कमल का फूल अक्सर तालाब और जलाशयों के कीचड़ में खिलता है। यह एकमात्र इकलौता ऐसा पौधा है, जो कीचड़ में खिलता है तथा इसका आधा भाग पानी में और आधा पानी के ऊपर होता है लेकिन इसको देखने पर ऐसा लगता नहीं है कि यह पौधा उसकी चढ़कर अंदर उगा हुआ है क्योंकि इसके अंदर इतनी चमकीली और बड़ी-बड़ी दो पत्तियां होती है। उनके ऊपर यह कमल का फूल उगता है।

भारत में लाल नीला सफेद गुलाबी यह चार प्रकार के ही कमल के फूल यहां पर खिलते हैं। आजकल तो लोग छोटे-छोटे जलाशय बनाकर कमल के फूल की खेती भी करने लग गए हैं। कमल का फूल इतना सुंदर और मन को मोहने वाला होता है कि यह अपनी सुंदरता के लिए लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर लेता है। कमल का फूल अपने खिलने के बाद सिर्फ 3 दिन ही खिलता है, उसके बाद उसकी सारी पत्तियां झड़ कर जब पानी में गिर जाती है। यह सूर्य उदय के साथ खिलता है, और सूर्यास्त होते ही इसकी पंखुड़िया मुरझा जाती  है।

प्राचीन ग्रंथों में कमल का धार्मिक महत्व

हमारे धार्मिक ग्रंथों की मान्यता के अनुसार कमल के फूल पर लक्ष्मी जी विराजमान रहती हैं। कमल के फूल को धन और ज्ञान का प्रतीक भी माना जाता है। कमल का फूल उज्जवलता और आध्यात्मिकता के साथ में जुड़ा हुआ है। बहुत से देवता भी इस फूल से जुड़े हुए हैं। भगवान विष्णु की नाभि से कमल निकले थे और उसमें भगवान ब्रह्मा जी बैठे हुए हैं।

 हिंदू धर्म के अनुसार कमल को बहुत पवित्र और पूजा में सबसे पहले शामिल करने वाला फूल माना गया है। बौद्ध धर्म में भी कमल के फूल के महत्व को और उसकी पवित्रता को माना गया है।

हमारे धार्मिक ग्रंथों में कमल के फूल का बहुत महत्व बताया गया है। सबसे अधिक प्रिय लक्ष्मी जी को कमल का फूल ही होता है, और पूजा पाठ के उपयोग से कमल के फूल कमल गट्टे की माला इनका प्रयोग सभी भगवानों को समर्पित करने के लिए किया जाता है।

कमल के फूल का औषधि के रूप में प्रयोग

इससे कई प्रकार की दवाइयां भी मनाई जाती है।  इसका प्रयोग आज से ही नहीं प्राचीन काल से हमारे ऋषि मुनि और वैध भी कमल के फूल को औषधि के रूप में प्रयोग लेते आ रहे हैं। कमल का उपयोग घरेलू दवाइयों के रूप में भी किया जाता है। कमल से थ्रोट इनफेक्शन, स्मॉल पॉक्स, और भी त्वचा संबंधित बीमारियों को दूर करने में मदद मिलती हैं। कमल के फूल में बहुत प्रकार के विटामिन पाए जाते हैं। वह सभी फाइबर से भरे हुए होते हैं, अक्सर आपने देखा होगा कि कमल के पत्तों का प्रयोग खाने में भी किया जाता है। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होती है। कमल के पत्तों को सुखाकर चाय बनाकर पीने में दिल की बीमारियों से भी राहत मिलती है।

कमल का पौधा उगाने के लिए जगह का चुनाव, मौसम

कमल का पौधा अक्सर गर्म जलवायु वाले क्षेत्रों में लगाया जाता है। इस पौधे को लगाने के लिए तालाब, झील,  छोटे-छोटे जलाशयों कीचड़युक्त पानी मे ही कमल का फूल का पौधा लगाया जा सकता है। कमल के फूल का जो तना है, पानी के नीचे कीचड़ वाली मिट्टी को आसानी से पकड़ लेता है। उसके बाद ही  कमल का पौधा लग पाता है। कमल के पौधे की संरचना सब फूलों के पौधों से बिल्कुल अलग ही होती है, क्योंकि इसकी जड़ें छोटी होती हैं जो अपना कार्य राइजोम की सहायता से करती हैं।

इसका फूल सिर्फ एक डंठल पर होता है। उस डंठल के ऊपर दो बड़ी बड़ी चमकदार पत्तियां होती है। उन पर कमल का फूल खिलता है। हमेशा कमल का फूल गर्म प्रदेशों में ही खिलता है। आजकल लोग कमल के फूल की खेती भी छोटे-छोटे जलाशय बनाकर करने लग गए हैं। यह फूल सूर्य उदय के समय खिलता है,और जैसे ही सूरज ढलता है इस फूल की पंखुड़ियां अपने आप सिकुड़ जाती हैं। कमल के फूल की पत्तियां सिर्फ 3 दिन के लिए ही खिलती है और फिर अपने आप झड़कर पानी में गिर जाती हैं।

कमल के पौधे व फूल का उपयोग

इसकी पत्तियों को पीसकर जो रस निकाला जाता है। वह डायरिया जैसे रोग के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा सबसे अधिक कमल ऑस्ट्रेलिया में पाए जाते हैं। कमल के फूल के पत्ते एक लंबे डंठल से जुड़े रहते हैं। उसमें जो रेशा निकलता है, उससे मंदिरों की आरती करने के लिए उन रेशो की बत्तियां बनाई जाती हैं। इस रेशे के द्वारा कपड़े भी बनते हैं, उन कपड़ों से हमारे शरीर के बहुत से रोगों को दूर किया जा सकता है। कमल के पौधे की जो जड़ होती है, उसको सब्जी में खाने में काम में लिया जाता है।

निष्कर्ष

कमल को भारत का राष्ट्रीय फूल भी कहा गया है इसकी पैदावार देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में दक्षिण एशियाई देश ऑस्ट्रेलिया जापान आदि जगह पर होती है। यह पौधा उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में गर्म जलवायु में उथले और गंदे पानी में उगाया जाता है। कमल के फूल की सबसे बड़ी विशेषता यह गंदे पानी में उगने के बाद भी बहुत सुंदर और स्वच्छ होता है। यह फूल मनुष्य जीवन के लिए भी एक सीख देता है की जिस प्रकार से कमल गंदे पानी में उगने के बाद भी बहुत साफ सुंदर होता है। उसी प्रकार से मनुष्य को इस समाज में रहने के बाद भी कमल की तरह ही होना चाहिए।

अंतिम शब्द

आशा करते हैं आपको यह निबंध कमल के फूल पर निबंध ( Essay on Lotus Flower in Hindi) पर बहुत पसंद आया होगा। इससे जुड़े किसी भी जानकारी के लिए हमारे कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट कर सकते हैं।

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Ripal
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