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नकदी रहित भारत पर निबंध

Essay on Cashless India in Hindi: आज हम आपको नकदी रहित भारत के निबंध के बारे में जानकारी देंगे । इसमें हमारे भारत पर जब नोटबंदी की प्रक्रिया हुई थी। इसका बहुत गहरा असर आम जनता पर हुआ था। बिना पैसे के लोगों के जनजीवन तथा देश और समाज की बिना पैसे के अर्थव्यवस्था आदि सभी जानकारी इस लेख के माध्यम से जानकारी प्राप्त करेंगे।

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नकदी रहित भारत पर निबंध | Essay on Cashless India in Hindi

नकदी रहित भारत पर निबंध (250 शब्द)

इस मुहिम को हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने शुरू किया था। इसके द्वारा भारत को कैशलेस इंडिया डिजिटल इंडिया बनाने की दिशा में यह पहला कदम है। क्योंकि अब हमारे देश में सभी कार्य डिजिटल रूप से किए जाते हैं, इसीलिए व्यक्ति के हाथ में पैसे नदी के रूप में ना होकर डिजिटल रूप से उसके फोन में होते है।

सबसे पहले इसका शुभारंभ 8 नवंबर को नोटबंदी करके किया था उस दौरान हजारों 500 के सभी नोट को सरकार ने बंद कर दिए थे इससे लोगों को बहुत पैसे की समस्या से परेशान होना पड़ा इससे लोगों में पड़ा भारी परेशानी हुई लेकिन इस नोटबंदी से लोगों के पास जमा काला धन को बाहर निकालना था, जिसके द्वारा उसका सही उपयोग कर लोगों की भलाई के रूप में काम में लिया जा सके।

नकदी रहित भारत के इस मिशन के द्वारा लोगों के आर्थिक विकास में बहुत ज्यादा तरक्की हुई। गरीब और जरूरतमंद लोगों को बैंकों के महत्व के बारे में पता चला लोग अपने पैसे घरों में ना रख कर बैंकों में अपने खातों में जमा करवाने लग गए । सभी लोग डिजिटल रूप से जागरूक हो गए।

इस मिशन के द्वारा देश की अर्थव्यवस्था में सुधार हो गया तथा लोगों को पैसे अपने पास रखने की जिंजर से भी छुटकारा मिल गया क्योंकि आज सभी लोग यूपीआई, पेटीएम, फोनपे, गूगलपे, आदि का प्रयोग करके अपने पास पैसे नहीं रखते हैं बल्कि अपने बैंक खातों में ही अपने पैसे को सुरक्षित समझते हैं। लोगों ने सही मायनों में बैंकों का तथा पैसे का महत्व अभी समझा है और सरकार के द्वारा उठाया गया यह कदम बहुत ही प्रशंसनीय और सराहनीय रहा है।

नकदी रहित भारत पर निबंध (1000 शब्द )

प्रस्तावना

नकदी रहित भारत मिशन भारत सरकार के द्वारा देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने लाने के लिए किया गया है। इसके द्वारा सभी लोगों को डिजिटल रूप से कार्य करने के लिए भी जागरूक किया गया है क्योंकि आज हमारे देश में चोरी डकैती, जेब कतरे इन सभी के द्वारा हम अपने पैसे को नुकसान पहुंचा देते हैं। इसलिए जब से यहां पर डिजिटलाइजेशन की प्रक्रिया भारत देश में लागू हुई है, तब से सभी लोग बहुत जागरूक हो गए हैं और बिना पैसे के डिजिटल रूप से सभी कार्यों को करते हैं।

नकदी रहित भारत के फायदे

इसके बहुत फायदे देखे जा सकते हैं। लोगों के पास जब नोट बंदी हुई थी, तो सारा काला धन निकल कर बाहर आ गया था। इस प्रक्रिया से आम जनता को बहुत फायदा देखने को मिला था क्योंकि भारत को नकदी रहित होने पर डिजिटल बना दिया गया, जिससे लोगों ने पैसे की हेराफेरी करना छोड़ दिया क्योंकि लोग अपने पास पैसे नहीं रखते तो उनको बार-बार अपने जेब से पैसे निकालने और देने में जो परेशानी होती थी। वह परेशानी अब खत्म हो गई है, क्योंकि अब सारा काम फोन के जरिए आसानी से हो जाता है।

नकदी रहित भारत के होने से देश में भ्रष्टाचार, आतंकवाद, जमाखोरी आदि सभी खत्म हो गए हैं। भारत में आतंकवादी गतिविधियों का भी हलचल बहुत कम ना के बराबर हो गई है। नकदी रहित भारत के होने से देश का विकास बहुत ऊंचाइयों पर पहुंच गया। आज हमारा देश दुनिया के बड़े देशों में प्रगति की ओर बढ़ गया है। आज पैसे की लेनदेन के सभी कार्य ऑनलाइन ही हो जाते हैं।

गाँवो में नकदी रहित होने के नुकसान

नकदी रहित भारत जब से हुआ है तो ऐसा नहीं है कि सभी लोग इसके बारे में जागरूक हुए है। आज भी हमारे देश में ऐसे बहुत से लोग हैं, जिनको मोबाइल फोन के प्रयोग करना नहीं आता है। जिसकी वजह से उनको बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोग बिना मोबाइल के और बिना इंटरनेट की सेवा के पैसे का लेन देन का काम ऑनलाइन नहीं कर सकते है। आज भी हमारे भारत के गांव में लोग डिजिटल सेवा के बारे में अच्छे से नहीं जानते।  बहुत सी जगहों पर तो इंटरनेट की स्पीड भी बहुत कम होती है,इसके कारण वह ऑनलाइन पैसे की लेनदेन सही से नहीं कर पाते, इसीलिए हम यह नहीं कह सकते कि पूरी तरह हमारा भारत नकदी रहित हो चुका है।

नकदी रहित भारत से सरकार को चुनौती

जब से हमारा भारत में नोटबंदी की प्रक्रिया शुरू हुई है। यहां सभी कार्यों को डिजिटल रूप से किया जाने लगा है। यहां पर लोगों को एक बहुत बड़ी समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि अभी बहुत से ऐसे लोग हैं जिनको ऑनलाइन पैसे के लेनदेन के बारे में सही जानकारी नहीं पता है।  इसके साथ ही ज्यादा समस्या इंटरनेट की स्पीड की और इंटरनेट सेवा का बहुत से ऐसे स्थान है जहा पर ये सेवा उपलब्ध नही है। इससे सबसे ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। कई बार खराब इंटरनेट के कारण ही ऑनलाइन पैसे की लेनदेन से हैक करने की समस्या भी लोगो के सामने आयी है। इसीलिए भारत में साइबर सिस्टम को सुधारना बहुत जरूरी हो गया है यह हमारी सरकार के लिए बहुत बड़ी चुनौती का सवाल है।

ऑनलाइन पैसे की लेन देन

आज हमारे देश में सभी लोगों के पास अधिकतर स्मार्टफोन, मोबाइल फोन उपलब्ध होते हैं। जिनके माध्यम से किसी भी कार्य के भुगतान के लिए वह आसानी से ऑनलाइन पैसे का भुगतान कर देते है। आज किसी भी व्यवसाय की लेन देन डेबिट कार्ड / क्रेडिट कार्ड की सहायता से आसानी से ऑनलाइन की जा सकती है। इसके अलावा ज्यादातर लोग अपने छोटे-छोटे कार्यों के लिए फोनपे, गूगलपे, यूपीआई, भीम इन एप्लीकेशन के माध्यम से ऑनलाइन पैसे को एक जगह से दूसरी जगह भेज सकते हैं क्योंकि अब पूरा भारत डिजिटल के साथ नकदी रहित हो गया है। इन के माध्यम से लोगों का पैसा सुरक्षित भी रहता है और इसका उपयोग सावधानी से भी कर पाते हैं।

नकदी रहित भारत के अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

जब से भारत में नोटबंदी की प्रक्रिया और डिजिटलाइजेशन की प्रक्रिया को शुरू किया है। इससे भारत की अर्थव्यवस्था पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ा है। हमारे यहां की अर्थव्यवस्था अच्छी होने से लोगों का जमा काला धन वह निकल के सभी के सामने आ गया है। जिसकी वजह से सरकार उस पैसे का सदुपयोग करके नई-नई योजनाओं को चला रही है।सरकार के द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, लघु उद्योग, कुटीर उद्योग, लोगों के बुनियादी ढांचे के विकास तथा सभी लोगों के कल्याण में उस पैसे को खर्च करना आसान हो गया है।

इसके साथ ही लोग अपने पैसे को बैंकों में रखना बहुत सुरक्षित समझने लगे हैं और लोगो के अपने पैसे को बैंक में रखने से सरकार को बहुत फायदा हुआ है क्योंकि सरकार उस पैसे के द्वारा जो बेरोजगार लोग हैं उनको कामकाज के लिए लोन के रूप में रोजगार के लिए पैसे देकर उनको बेरोजगारी से मुक्त करने का प्रयास कर रही है, इसलिए हमारे देश की अर्थव्यवस्था में बहुत अधिक सुधार हुआ है।

निष्कर्ष

नकदी रहित भारत के होने से लोगों को बहुत बहुत फायदा हुआ है। सभी लोग ऑनलाइन पैसे के लेनदेन के बात को समझने लगे हैं। यह ऑनलाइन लेनदेन की प्रक्रिया बहुत ही सुरक्षित ओर पारदर्षि हुई है। इस नोट बंदी के द्वारा लोगों का जमा काला धन बाहर निकल आया और उसको सरकार के द्वारा सभी लोगों के भलाई के लिए काम में लिया जाने लगा है। नकदी रहित भारत के सभी लोगों को बहुत फायदे प्राप्त हुए हैं।

आज हमारे देश की लगभग 95% लेनदेन नगदी पर ही आधारित है इससे हमारे देश में अनौपचारिक अर्थव्यवस्था का निर्माण होता रहा है इसकी वजह से सरकार को विभिन्न टैक्स लगाने में भी और वसूलने में भी बहुत परेशानियां उठानी पड़ती है इसीलिए भारत सरकार के द्वारा इसे डिजिटल भुगतान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सरकार समय-समय पर विभिन्न योजनाओं की घोषणा करती है।

अंतिम शब्द

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Ripal
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