Ehsaas Shayari in Hindi
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Ehsaas Shayari in Hindi | एहसास शायरी
अपनी हालात का ख़ुद एहसास नहीं मुझको, मैंने औरों से सुना है कि परेशान हूं मैं
ये मत पूछ एहसास की शिद्दत क्या थी, धूप ऐसी थी कि साये को भी जलते देखा।
इतनी चाहत के बाद भी तुझे एहसास ना हुआ, जरा देख तो ले दिल की जगह पत्थर तो नहीं।
जब लगा था ‘तीर’ तब इतना दर्द ना हुआ था, जख्म का एहसास तब हुआ, जब कमान देखी अपनो के हाथ।
ये मत पूछ के एहसास की शिद्दत क्या थी, धूप ऐसी थी के साए को भी जलते देखा.
मेरे दिल की उम्मीदों का हौसला तो देखो, इंतज़ार उसका है जिसे मेरा अहसास तक नहीं.
छुपे छुपे से रहते हैं सरे आम नहीं हुआ करते, कुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं उनके नाम नहीं हुआ करते !!
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मेरे लिए एहसास मायने रखता है, रिश्ते का नाम चलो तुम रख लो.
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वजूद शीशे का हो तो पत्थरों से मोहब्बत नहीं करते, एहसास-ए-चाहत ना मिले तो हस्ती बिखर जाती है.
सब भूल जाता हूँ आप के सिवा यह क्या मुझे हुआ है क्या इसी एहसास को दुनिया ने इश्क़ का नाम दिया है.
मौत का नही खौफ मगर एक दुआ है रब से, कि जब भी मरु तेरे होने का एहसास मेरे साथ मर जाये।
मोहब्ब्बत के एहसास ने हम दोनों को छुआ था फर्क सिर्फ इतना था की उसने किया था, और मुझे हुआ था.
आज अचानक कोई मुझसे लिपट कर बहुत रोया, कुछ देर बाद एहसास हुआ ये तो मेरा ही साया है।
अपनी हालात का ख़ुद अहसास नहीं मुझको, मैंने औरों से सुना है कि परेशान हूं मैं।
मेरे सीने से लिपटे रहते हैं, तेरी यादें और एहसास तेरे, जैसे लिखावट कोई लिपटी हो, किताबी पन्नों से।
मेरे लिए अहसास मायने रखता है, रिश्ते का नाम चलो तुम रख लो।
Ehsaas Shayari in Hindi
किसी के पैगाम को ज़रा प्यार से पढ़ा कीजिये, किसी की चाहत का एहसास किया कीजिये,
जब बिखरेगा तेरे रूखसार पर तेरी आँखों का पानी, तुझे एहसास तब होगा मोहब्बत किस को कहते हैं।
एक दिन तुम्हे एहसास होगा कि क्या था मैं तुम्हारे लिए . पर तब तक मैं तुम्हारी जिंदगी से बहुत दूर जा चुका हूँगा .
तुझे पाना ही मेरी मोहब्बत नहीं, तेरे एहसास भी मेरे जीने की वजह हैं।
क़िफ़ायती दरो पर एहसास बिक रहे हैं, चलो थोड़े तुम खरीद लो, थोड़े हम खरीद ले।
जागना भी कबूल है तेरी यादों में रात भर, तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ.
आँसू निकल पडे ख्वाब मे उसको दूर जाते देखकर, आँख खुली तो एहसास हुआ इश्क सोते हुए भी रुलाता है।
तकलीफ़ मिट गई मगर एहसास रह गया, ख़ुश हूँ कि कुछ न कुछ तो मेरे पास रह गया।
होगा तुझे भी मेरी कमी का एहसास, एक बार मुझे मर तो जाने दो.
तुम्हारा एहसास आज भी, तुमसे ज्यादा अजीज है.
बस एक एहसास की कमी है उसमें, वरना चाहत में बेमिसाल है वो .
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भरोसे के एहसास पर जिंदा रहती है मोहब्बत, सांसो से तो सिर्फ़ जिस्म चला करते हैं।
तुम लाख छुपाओ चेहरे से एहसास हमारी चाहत का, दिल जब भी तुम्हारा धड़का है आवाज़ यहां तक आयी है
ये कैसी रोशनी है कि एहसास बुझ गया, हर आँख पूछती है कि मंज़र कहाँ गए
हम दिल के सच्चे कुछ एहसास लिखते है, मामूली शब्दों में ही सही कुछ खास लिखते हैं।
एहसास-ए-मुहब्बत के लिए बस इतना ही काफी है, तेरे बगैर भी हम, तेरे ही रहते हैं
कितना प्यार है तुमसे वो लफ़्ज़ों के सहारे कैसे बताऊँ, महसूस कर मेरे एहसास को गवाही कहाँ से लाऊं
एक गुदगुदी सी होती है इस दिल में मीठी मीठी, जब कभी उसका कोई एहसास हमें महसूस होता है।
टूट ही जाये तो बेहतर है वो बंधन, जिनमें एहसास नहीं होते।
सौ सौ एहसास छुपे हैं, मेरे एक एक लफ्ज़ में, ख़ुदा जाने तुम कितना समझ पाते हो.
अपने एहसास से छू कर मुझे चन्दन कर दो, में सदियों से अधूरा हूँ मुझे मुकम्मल कर दो,
दोस्ती में ना कोई वार, ना कोई दिन होता हैं, ये तो वो एहसास है जिसमे बस यार होता हैं.
एक एहसास तेरा, मुकम्मल जिंदगी मेरी, एक खुशी तेरी, सौ दुआ-ए-रूह मेरी.
न तुम्हें होश रहे और न मुझे होश रहे, इस क़दर टूट के चाहो मुझे दीवाना कर दो,
तुम दूर हो,मगर दिल में ये एहसास होता है, कोई है जो, हर पल दिल के पास होता है.
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मुझ पे छा जाओ किसी आग की सूरत में, और मेरी ज़ात को सूखा हुआ जंगल कर दो,
मोहब्बत तो एक एहसास है, जिससे हो जाए वही खास है.
याद तो सब की आती है मगर, तुम्हारी याद का एहसास ही, कुछ खास होता है.
एहसास अल्फाजों के मोहताज नहीं होते, फिर क्यों तेरे हर लफ्ज़ का बेसब्री से इंतजार रहता है।
रास्तें अलग करने से एहसास नही मिटते, हम तब भी महकेंगे जब पतझड़ का मौसम होगा।
Ehsaas Shayari in Hindi
याद करने से किसी का दीदार नहीं होता, युही किसी को याद करना प्यार नहीं होता.
दूर है तू मगर मैं तेरे पास हूँ, दिल है गर तू तो दिल का मैं एहसास हूँ.
यादों में किसी की हम भी तड़पते है, बस उन्हें हमारे दर्द का एहसास नहीं होता.
प्रार्थना या इबादत या पूजा कोई, भावना है अगर तू मैं विश्वास हूँ.
एहसास के दामन मे कभी आँसू गिरा के देखो, इश्क़ कितना सच्चा हे कभी आज़माँ कर देखो.
ये जब एहसास हो जाए, कि दूरी अब दिलों में है, मरासिम लाख गहरे हो, पर रिश्ते टूट जाते हैं।
मोहब्बत को भूल कर क्या होगी दिल की हालत, कभी कोई आईने को ज़मीन पर गिरा कर देखो.
एहसास हूं एहसास से ही कर मुझे हासिल, छूकर मुझे देखोेगे तो कुछ भी ना मिलेगा।
मोहब्बत एक दम ग़म का एहसास होने नही देती, ये तितली बैठती है ज़ख़्म पर आहिस्ता-आहिस्ता।
उन्हे एहसास हुआ है इश्क़ का हमे रुलाने के बाद, अब हम पर प्यार आया है दूर चले जाने के बाद.
जब लगा था ‘तीर’ तब इतना दर्द ना हुआ था, जख्म का एहसास तब हुआ, जब कमान देखी अपनो के हाथ।
क्या बताएं किस कदर बेवफ़ा है यह दुनिया, यहाँ लोग भूल जाते ही किसी को दफनाने के बाद.
एहसास थोड़े कम लिखने होंगे अब से, दिल को शिकायत है कि हम चुगली करने लगे हैं।
प्यार एक शब्द नही एहसास है, रिश्तों में घुला हो तो विश्वास है।
दूर उन्हें जाना था ये एहसास तो था लेकिन, बिछड़ना इस कदर होगा ये एहसास ना था।
विश्वास से बनते हैं रिश्ते, और रिश्ते से बनता है कोई खास.
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शब्द एहसासों को सहारा दे ते है, पर कुछ एहसास ख़ामोशी में संवरते है।
टूट कर चाहने वाले आज भी तुझे उतना ही चाहते है, लेकिन यह और बात है तुझे इसका एहसास न कल था और ना आज है।
कुछ तो दर्द होना ही चाहिए ज़िन्दगी में, ज़िंदा होने का एहसास बना रहता है।
एक सवाल. एक मजाल, तुम्हारा खयाल और बस तुम.
जब हमें उनसे मोहब्बत थी उन्हें हमारे मोहब्बत पे शक था, जब उन्हें एहसास हुआ मेरी मोहब्बत का तब मुझ पर किसी और का हक था।
महज किसी का मिलना, या बिछड़ना प्यार नही. एक एहसास जो आख़िरी-सांस तक साथ रहे वही प्रेम है.
Ehsaas Shayari in Hindi
मेरे आँगन के सन्नाटे को , तेरी पायल की झंकार चाहिए.
मेरे नज़दीक आ के देख मेरे एहसास का आलम, मेरा दिल धक्क से रह जाता है तेरे नाम के साथ।
किसी ने हमें रुलाया तो क्या बुरा किया, दिल को दुखाया तो क्या बुरा किया, हम तो पहले से ही तन्हा थे, किसी ने एहसास दिलाया तो क्या बुरा किया।
माँ के एहसास की परछाई, मेरे साथ है हर पल.
देख कर तुमको अक्सर हमें ये एहसास होता है, कभी कभी गम देने वाला भी कितना ख़ास होता है।
फिर मै यह कैसे कह दूँ कि, मेरे पास मेरी माँ नही.
उतर के देख मेरी चाहत की गहराई में, सोचना मेरे बारे में रात की तन्हाई में, अगर हो जाए मेरी चाहत का एहसास तुम्हें, मिलेगा मेरा अक्स तुम्हे अपनी ही परछाई में।
दूरीयो से ही एहसास होता है कि, नजदीकियां कितनी खास होती है।
इतनी बेचैनी से तुझको किसकी तलाश है, वो कौन है जो तेरी आँखों की प्यास है, जबसे मिला हूँ तुमसे यही सोचता हूँ मैं, क्यों मेरे दिल को हो रहा तेरा एहसास है।
भरी महफ़िल में भी रहूँ, पर तुम्हारी ही कमी का एहसास होता है.
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तुम्हारे साथ होने से, सब के पास होने का एहसास होता है.
एक जलजला सा है दिल की गलियों में, शायद तेरे एहसास गुजरे हैं इधर से।
तू ही बता दिल तुझे समझाऊं कैसे, जिसे चहता है तू उसे नजदीक लाऊं कैसे, यूँ तो हर तमन्ना हर एहसास है वो मेरा, मगर उसको ये एहसास दिलाऊं कैसे।
उनके चाहने वाले इतने हो गये की. उन्हे एहसास नहीं हमारी कमी का.
उन को देखा तो कुछ खोने का एहसास हमे हुआ, हाथ सीने पे जो गया तो दिल मौजूद न था।
किसी से बस इतना ही नाराज होना, कि उसे आपकी कमी का एहसास हो जाए.
तकलीफ मिट गयी मगर एहसास रह गया, खुश हूँ की कुछ न कुछ तो मेरे पास रह गया।
मुझे मालूम नहीं मेरी आखों को तलाश किसकी है, तुझे देखता हूँ तो मंजिल का एहसास होता है।
अब उदास होना भी अच्छा लगता है, किसी का पास न होना भी अच्छा लगता है, मैं दूर रहकर भी किसी की यादों में हूँ, यह एहसास होना भी अच्छा लगता है।
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खुदा एक बार उसे यह एहसास दिला दे, कितना इंतज़ार किया है ज़रा उसे बता दे.
एहसास बदल जाते हैं बस और कुछ नहीं, वरना एक ही दिल से होती हैं मोहब्बत और नफरत।
हर पल देखते हैं रास्ता उसी का, ना इंतज़ार करना पड़े, मुझे ऐसी नींद सुला दे.
टूटा हो दिल तो दुःख होता है, करके मोहब्बत किसी से ये दिल रोता है.
याद आए तो आँखें बंद न करना, हम चले भी जाए तो गम न करना.
Ehsaas Shayari in Hindi
यह ज़रूरी नही की हर रिश्ते का कोई नाम हो, पर प्यार का एहसास कभी दिल से कम न करना.
मेरी हर धड़कन में जिक्र है तुम्हारा, मेरी हर साँस पे नाम है तुम्हारा.
तुम बसे हो दिल में कुछ ऐसे, की हर लम्हा एहसास बस होता है तुम्हारा.
अपने ग़म से कहो हर वक़्त मेरे साथ रहे, एक एहसान करो उस को मुसलसल कर दो,
उसके साये में मेरे ख्वाब धड़क उठेंगें, मेरे चेहरे पे चमकता हुआ आँचल कर दो।
आगही कर्ब वफ़ा सब्र तमन्ना एहसास, मेरे ही सीने में उतरे हैं ये ख़ंजर सारे. बशीर फ़ारूक़ी
तन्हाई के लम्हात का एहसास हुआ है, जब तारों भरी रात का एहसास हुआ है. नसीम शाहजहाँपुरी
जब देखा तुझे पहली बार, सब कुछ गुलाबी लगने लगा, शायद हमें भी प्यार हो गया होगा, ऐसा एहसास होने लगा।
अपनी हालत का ख़ुद एहसास नहीं है मुझ को, मैं ने औरों से सुना है कि परेशान हूँ मैं. आसी उल्दनी
ख़ुदा ऐसे एहसास का नाम है, रहे सामने और दिखाई न दे. बशीर बद्र
तेरा ज़िक्र तेरी फ़िक्र तेरा एहसास तेरा ख्याल, तू खुदा तो नहीं… फिर हर जगह क्यों है।
उनका हाल भी कुछ आप जैसा ही होगा, आपका हाले दिल उन्हें भी महसूस होगा, बेकरारी की आग में जो जल रहे हैं आप, आपसे ज्यादा उन्हें इस जलन का एहसास होगा।
हो सकता है हमने आपको कभी रुला दिया, आपने दुनिया के कहने पे हमें भुला दिया, हम तो बैसे भी अकेले थे इस दुनिया में, क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया।
अब अपनी हालत का खुद एहसास नहीं मुझको, मैंने औरों से सुना है कि परेशान हूँ मैं।
मैं उस के सामने से गुज़रता हूँ इस लिए, तर्क-ए-तअल्लुक़ात का एहसास मर न जाए.
इतना भी नाराज मत होना कि, उसे आपके बिना जीने की आदत पड़ जाए.
पल-पल से बनता है एहसास, एहसास से बनता है विश्वास.
एक आँस एक एहसास. मेरी सोच और बस तुम.
झम-झम बरसते एहसास-ए-सावन में , तुम्हारा प्यार चाहिए.
हमारी हर ख़ुशी का एहसास तुम्हारा हो, तुम्हारे हर ग़म का दर्द हमारा हो.
कैसे बयान करे आलम दिल की बेबसी का वो क्या समझे दर्द आंखों की नमी का.
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