Database Kya Hai: अपने मोबाइल पर आप इंटरनेट का इस्तेमाल करते होंगे। मगर जब इंटरनेट खत्म हो जाता है तो उसके नोटिफिकेशन में डाटा खत्म हो गया है इस तरह का मेसेज आता है। यहां डाटा क्या है या डेटाबेस क्या है? इस प्रकार के प्रश्न अगर आपके दिमाग में आते है तो आप बिल्कुल सही जगह पर है।
अगर आप मोबाइल और इसमें इस्तमाल किए जाने वाली कंपनी की वेबसाइट के कार्य प्रणाली को अच्छे से समझना चाहते है तो डेटाबेस को समझना आवश्यक है। सरल शब्दों में जानकारियों के समूह को डेटाबेस कहते है।
मगर इसका इस्तेमाल किस प्रकार हम अपने जीवन में करते है या कोई कंपनी अपने वेबसाइट पर करता है इन सब प्रकार के सवाल आने पर डेटाबेस को समझने में दिक्कत होती है। इस वजह से इस लेख में डाटाबेस क्या है (what is database in hindi), डेटाबेस के प्रकार, डेटाबेस की कार्य प्रणाली, डेटाबेस के लाभ और हानि को भी विस्तारपूर्वक समझाया गया है।
डेटाबेस क्या है? (Database Kya Hai)
डेटाबेस शब्द दो शब्दों के मिलने से बना है पहला डेटा और दूसरा बेस। डाटा का अर्थ होता है जानकारी और बेस का अर्थ होता है आधार। अर्थात जानकारी के आधार को बताने के लिए हम डेटाबेस शब्द का इस्तेमाल करते है।
हम जितने भी टेक्स्ट, न्यूमेरिकल, सिंबल का इस्तेमाल ऑनलाइन करते है चाहे वह मनोरंजन के लिए हो या अपनी जानकारी दूसरों के साथ साझा करने के लिए यह सब डाटा का प्रकार है। अर्थात किसी भी वस्तु, शब्द या संख्या से जुड़ी जानकारी को डाटा कह सकते हैं। इस प्रकार के डाटा के समूह को डेटाबेस कहते है। एक ऐसा आधार या जगह जहां हम विभिन्न प्रकार के जानकारी कोई स्टोर करके रख सकते है, उसे डेटाबेस कहा जाता है।
उदाहरण के रूप में समझने के लिए फ्लिपकार्ट का उदाहरण ले सकते है। जैसे आप इसके वेबसाइट पर विभिन्न प्रकार की जानकारी को देखते होंगे, जिसमें प्रोडक्ट का फोटो, साइज, डिलीवरी डेट आदि आता है। यह सभी जानकारियां कंपनी के डेटाबेस में मौजूद होती है, जो एक लंबे से टेबल के रूप में होता है।
जहां सभी प्रकार की जानकारियों को स्टोर किया जाता है। इस प्रकार जहां भी हम जानकारियों को इकट्ठा करने का कार्य करते है, उसे डेटाबेस कहते हैं।
डेटाबेस के प्रकार
डेटाबेस अलग-अलग प्रकार के होते है। उनके आवश्यकता के अनुसार उनके प्रकार का वर्गीकरण किया गया है, जिसके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी नीचे दी गई है।
रिलेशनल डेटाबेस
यह डेटाबेस का बहुत ही पुराना प्रकार है। 1980 के दशक में इसका इस्तेमाल काफी किया जाता था। मगर आजकल टेक्नोलॉजी में आई तरक्की के कारण इस प्रकार के डेटाबेस का इस्तेमाल कम कर दिया गया है।
इस डेटाबेस में अलग-अलग टेबल बनाया जाता है और उन सभी टेबल के रो और कॉलम को एक दूसरे से कनेक्ट कर दिया जाता है। इसे कनेक्ट करने के लिए Structured Query Language का इस्तेमाल किया जाता है।
डिस्ट्रीब्यूट डेटाबेस
अगर बहुत ज्यादा जानकारी हो और जानकारी के अलग-अलग हिस्सों पर अलग तरीके से काम करना हो तो इसके लिए डेटा को अलग-अलग स्थान पर या अलग-अलग डिवाइस में स्टोर करके रखा जाता है और इसके लिए एक खास किस्म का डेटाबेस तैयार होता है, जिसे डिस्ट्रीब्यूट डेटाबेस कहते है।
इस प्रकार के डेटाबेस का इस्तेमाल तब करते हैं जब हमें बहुत बड़ी डेटाबेस को बनाना होता है। क्योंकि अलग-अलग स्थान पर जानकारियों को रखने से हम डेटाबेस के साइज को बड़ा कर सकते है।
ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड डाटाबेस
जैसा कि हमने आपको बताया कि आजकल रिलेशनल डेटाबेस का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा। उसके स्थान पर ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड डाटाबेस का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस तरह के डेटाबेस में रखी जानकारी को दो हिस्सों में विभाजित किया जाता है क्लास और ऑब्जेक्ट।
ऑब्जेक्ट वह सारी जानकारी होती है, जिसे रोजमर्रा के जीवन में हमें जानकारी मानते है जैसे किसी व्यक्ति का नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आदि। इस तरह के बहुत सारे ऑब्जेक्ट को मिलाकर एक क्लास बनाया जाता है। आप इसे बिल्कुल अपने स्कूल की तरह समझ सकते है। एक जैसे जानकारी को एक क्लास में रखा जाता है और दूसरे क्लास में दूसरी तरह की जानकारी को।
NoSQL डेटाबेस
मुख्य रूप से दो प्रकार के डेटाबेस होते हैं। पहले रिलेशनल डेटाबेस और दूसरा नन रिलेशनल डेटाबेस। इन दोनों मुख्य प्रकारों में रिलेशनल डेटाबेस को SQL के जरिए जोड़ कर रखा जाता है और यह SQL नन रिलेशनल डेटाबेस में नहीं होता। NOSQL नाम का यह डेटाबेस इसी बात को दर्शाता है।
इस तरह के डेटाबेस में किसी भी प्रकार का रिलेशन नहीं होता। फाइल फोल्डर की मदद से हम विभिन्न प्रकार की जानकारी को एक Unstructured तरीके में जमा करते है, जिसे नो एसक्यूएल डाटाबेस कहा जाता है।
ग्राफ डेटाबेस
जानकारी को और अच्छे से समझने के लिए ग्राफ के रूप में प्रस्तुत किया जाता है और जब हम किसी जानकारी को ग्राफ के रूप में प्रस्तुत करते हैं या बहुत सारी जानकारी को एक ग्राफ में दिखाते हैं, तो इसे क्राफ्ट डेटाबेस कहा जाता है।
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डेटाबेस के मुख्य एलिमेंट
किसी डेटाबेस को बनाने के लिए उसमें कुछ खास एलिमेंट की आवश्यकता पड़ती है, जिसके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी नीचे दी गई।
Field: जैसा कि हमने आपको बताया कि डेटाबेस में जानकारियों को इकट्ठा किया जाता है। किसी डेटाबेस में जानकारी इकट्ठा करने के लिए फील्ड काफी आवश्यक होती है। सरल शब्दों में कहें तो डेटाबेस में मौजूद कॉलम को हम फील्ड के नाम से भी जानते है। अर्थात किसी टेबल में ऊपर से नीचे की ओर जाती हुई लाइन को हम कॉलम या फील्ड कहते हैं।
Record: किसी डेटाबेस में इकट्ठा की जाने वाली जानकारी में कॉलम के अलावा एक और रेखा होती है, जो दाहिनी ओर से बाई और जाती है इस रेखा को रॉ के नाम से जानते है। मगर किसी डेटाबेस में बनाए गए टेबल में रॉ को हम रिकॉर्ड के नाम से भी संबोधित करते हैं।
Table: जैसा कि हमने आपको बताया एक डेटाबेस में जानकारी को इकट्ठा करने के लिए टेबल का इस्तेमाल किया जाता है। जब फील्ड और रिकॉर्ड दोनो की मदद से जानकारी को इकट्ठा किया जाए तो इसे टेबल कहते है।
डेटाबेस का इस्तेमाल कहां किया जाता है?
आप जितनी भी प्रकार की जानकारी आज इंटरनेट के माध्यम से इस्तेमाल कर पा रहे है, उन सबको डेटाबेस के जरिए एक स्थान पर जमा करके रखा गया है। इसके बावजूद मुख्य रूप से डेटाबेस का इस्तेमाल कहां किया जाता है, इसकी जानकारी नीचे दी गई है।
विभिन ऐप में video streaming के दौरान
आप चाहे यूट्यूब पर वीडियो देख रहे हो या नेटफ्लिक्स जैसे किसी ऐप पर हर तरह के ऐप में यूजर का नाम, वह किस स्थान से देख रहा है और किस प्रकार की चीजों को देख रहा है, इससे कंपनी के द्वारा लगातार स्टोर किया जाता है ताकि वह आपको प्रचार दिखाने और आपके पसंद के चीजों का सुझाव दे सके।
इस तरह के एप्लीकेशन को ऑटोमेटिक बहुत सारा जानकारी एक स्थान पर इखट्टा कर के रखना होता है। इस वजह से डेटाबेस का मुख्य रूप से यहां इस्तेमाल किया जाता है।
शेयर मार्केट की जानकारी
अगर आप शेयर मार्केट के बारे में समझते हैं तो आपको इतना पता होगा कि यहां विभिन्न प्रकार की कंपनियां रजिस्टर्ड है। केवल भारत के शेयर बाजार की बात करें तो यहां लाखों कंपनियां रजिस्टर्ड है, जहां हर सेकंड अरबों पैसे का लेनदेन होता है।
यहां कितना पैसा लोगों ने लगाया और कितना लोगों ने वापस लिया या किस कंपनी ने कितना पैसे का निवेश किया इन सभी चीजों की जानकारी एक स्थान पर मौजूद होनी चाहिए। इतनी सारी जानकारियों कोई एक स्थान पर इकट्ठा करके रखने के लिए डेटाबेस का इस्तेमाल किया जाता है। आप समझ सकते हैं कि यहां डेटाबेस के बिना काम नहीं चल सकता।
ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर
आप विभिन्न ऑनलाइन वेबसाइट से अपने लिए सामान ऑर्डर करते होंगे और इस प्रक्रिया के दौरान आप आते होंगे कि एक समान अलग-अलग रंग और साइज में उपलब्ध है। जिस प्रकार एक दुकानदार को पता होता है कि कौन सा सामान कहां रखा गया है और उसकी सभी जानकारी उसे याद होती है इस तरह के वेबसाइट पर इतने सामान हैं कि उसे याद रखना संभव नहीं इस वजह से डेटाबेस का इस्तेमाल किया जाता है।
अलग-अलग प्रकार का डेटाबेस बनाकर रखा जाता है, जिसमें विभिन्न सामानों के नाम, दाम, साइज और भी जरूरी जानकारी को स्टोर कर के रखा जाता है।
स्कूल में
एक स्कूल में हजारों की तादाद में बच्चे पढ़ते हैं। उन्होंने कितना फीस दिया है और किस बच्चे का कितना फीस बाकी है या उसे कहा फाइन लगा है इन सभी बातों को याद रखना काफी मुश्किल है। इस वजह से स्कूल में भी डेटाबेस का इस्तेमाल किया जाता है।
केवल स्कूल में ही नहीं बल्कि कॉलेज, विश्वविद्यालय या बड़े-बड़े कोचिंग सेंटर में भी डेटाबेस का इस्तेमाल किया जाता है। एक कंप्यूटर में डाटा बेस बनाया जाता है, जहां हर बच्चे की जानकारी मौजूद होती है।
उसके एडमिशन के दिन से लेकर उसके सभी प्रकार की गतिविधियों की जानकारी रखना आवश्यक हो जाता है और इतने बड़े संस्था को चलाने के लिए डेटाबेस की आवश्यकता और उसके महत्त्व को आप समझ सकते हैं।
डेटाबेस का लाभ (Advantages of Database)
डेटाबेस के लाभ को समझना भी आवश्यक है। इस वजह से डेटाबेस के लाभ के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी नहीं चली गई है।
- डेटाबेस के जरिए हम कोई जगह में भी अधिक जानकारी स्टोर करके रख सकते है।
- डेटाबेस में स्टोर की गई जानकारी को बड़ी आसानी से एक्सेस किया जा सकता है।
- किसी सिस्टम में किसी जानकारी को एडिट करना काफी आसान हो जाता है, अगर हम उसे डेटाबेस में रखे हो।
- किसी खास प्रकार की जानकारी को फिल्टर लगाकर या शॉर्ट करके बड़ी आसानी से ढूंढा जा सकता है।
- कागज का फाइल में जानकारी रखने के मुकाबले यह ज्यादा आसान और सुरक्षित है।
- किसी जानकारी को एक स्थान से दूसरे स्थान इंपोर्ट या एक्सपोर्ट करना आसान हो जाता है।
FAQ
विभिन्न प्रकार की जानकारी को एक टेबल के रूप में एक स्थान पर इकट्ठा करने को हम डेटाबेस कहते है।
डाटाबेस बनाने के लिए मुख्य रूप से कॉलम और रो को मिलाकर एक टेबल बनाया जाता है। हम अपने आवश्यकता अनुसार विभिन्न प्रकार के टेबल बना सकते है, जिसके बाद डेटाबेस को अलग-अलग रूप से विभाजित किया जाता है।
डाटाबेस बनाने की वजह से आप विभिन्न प्रकार की जानकारी को एक जगह में स्टोर कर सकते है और इस प्रक्रिया की वजह से किसी खास जानकारी को ढूंढने में काफी आसानी होती है।
विभिन्न कंपनियां अपनी सभी जानकारियों को एक स्थान पर स्टोर करने के लिए डेटाबेस का इस्तेमाल करती है। इसकी सहायता से आप विभिन्न प्रकार की जानकारी को बड़ी आसानी से एक स्थान पर इकट्ठा करके रख सकते है और जरूरत अनुसारजानकारी को शार्ट या फिल्टर किया जा सकता है। इस वजह से कंपनियां इसका मुख्य रूप से इस्तेमाल करती है।
निष्कर्ष
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को डेटाबेस क्या है? इसके प्रकार, कार्य, उपयोग और लाभ (Database Kya Hai) के बारे में पूरी विस्तृत जानकारी प्रदान की है। हमें उम्मीद है कि जिन लोगों को डेटाबेस से संबंधित जानकारी को जानने का मन कर रहा था उनके लिए हमारा आज का यह लेख काफी ज्यादा उपयोगी साबित होगा।
अगर आपको हमारे द्वारा प्रस्तुत की गई जानकारी अच्छी लगी हो, तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले। ताकि आप के जरिए अन्य लोगों को भी इसके बारे में पता चल सके।
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