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साइबर क्राइम पर निबंध

Cyber Crime Essay In Hindi: हम यहां पर साइबर क्राइम पर निबंध शेयर कर रहे है। इस निबंध में साइबर क्राइम के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।

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साइबर क्राइम पर निबंध | Cyber Crime Essay In Hindi

साइबर क्राइम पर निबंध (250 शब्द)

जब कभी इंटरनेट और कंप्यूटर की सहायता से  कोई काम किया जाता है, तो उस काम से किसी दूसरे व्यक्ति को आर्थिक, शारीरिक, या मानसिक  रूप से क्षति पहुंच सकती है। तब उसको साइबर अपराध (Cyber Crime) के नाम से  भी जाना जाता है। इसमें कोई भी व्यक्ति किसी की फोटो, वीडियो को इंटरनेट की मदद से सोशल मिडिया मे अपलोड कर देता है, तो एक तरह का क्राइम ही होता है। ऐसा करने वाले लोगो के ऊपर सख्त कार्यवाही की जाये ताकि दोबारा ऐसा करने के बारे मे सोचे तक नहीं।

जब कई लोग किसी देश के खिलाफ जाकर साइबर अपराध करने की प्लानिंग करते हैं, तब साइबर क्राइम बहुत भयानक रूप धारण कर लेता है।आज के समय मे बेरोजगार होने के कारण लोगो को कोई नौकरी ना मिलने के कारण कुछ व्यक्ति साइबर क्राइम का हिस्सा बनते जा रहे है, क्योंकि पैसे की तंगी आने के वजह से 18-25 साल के उम्र के नौजवान साइबर क्राइम का हिस्सा बनते जा रहे है। इस भयंकर साइबर क्राइम को आतंकवाद का नाम दे दिया गया है, क्योंकि छोटे -छोटे अपराध आगे चलकर एक भयंकर आंतकवाद का रूप धारण कर लेते है, इसी के कारण हमारे देश मे  दिन -प्रतिदिन बहुत ज्यादा आतंक फ़ैल रहा है।

इंटरनेट के द्वारा हम घर बैठे कर दुनिया भर की  सारी जानकारी प्राप्त कर सकते है,और इंटरनेट के माध्यम से हम एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक जुड़ सकते है। आज के युग मे ज्यादातर लोग इंटरनेट के माध्यम से ही सोशल मिडीया का उपयोग बहुत तेजी से कर रहे है, 18-15 वर्ष के नौजवान फेसबुक, इंस्ट्राग्राम, ट्विटर आदि का उपयोग  अधिक मात्रा मे करते है।

साइबर क्राइम पर निबंध (1400 शब्द)

प्रस्तावना

इंटरनेट एक तरह का ऐसा माध्यम  होता है, जिसके माध्यम से लोग कंपनियां को दुनिया भर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक जोड़ने मे कामयाब हो पाते  है।सामाजिक नेटवर्किंग, ऑनलाइन खरीद, जानकारी प्राप्त करना,गेम खेलना,ऑनलाइन पढ़ाई करना , ऑनलाइन नौकरियों की तलाश करना आदि इन सभी चीज के बारे में मनुष्य कल्पना कर सकता है।

इंटरनेट आज के युग में हर क्षेत्र में उपयोग मे लाया जाता है। इंटरनेट के बढ़ते फायदों के साथ साइबर अपराध जैसे भयानक क्राइम भी बढ़ रहे है। साइबर अपराध अलग-अलग तरीकों से बढ़ रहे होते हैं। कुछ सालों पहले  इन सब चीजों को लेकर  इतनी जागरूकता नहीं फैली थी,  लेकिन जैसे -जैसे समय बीतता गया वैसे -वैसे साइबर अपराध बढ़ता गया।अन्य  देशों के साथ- साथ भारत में भी साइबर अपराध की घटनाये घटित हो रही है।

साइबर क्राइम क्या है

साइबर क्राइम या कंप्यूटर अपराध ऐसा अपराध होते है जिसमें एक कंप्यूटर और एक नेटवर्क  दोनों शामिल होते है। साइबर क्राइम मे इंटरनेट, मोबाइल फोन आदि का अवैध रूप से उपयोग किया जाता है।व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह के  खिलाफ अपराध किया जाता है तो ,उनको  हर तरह से पड़ातालित किया जाता है , जानबूझकर शारीरिक या मानसिक  रूप से नुकसान पहुंचाया जाता है।

बड़े पैमाने पर सोशल नेटवर्किंग साइट्स का इस्तमाल करने वाली जनसंख्या साइबर क्राइम के खतरों से अनजान होते है। लेकिन विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइट्स के सर्वर को अन्य देशों में ध्यान केंद्रित करके देखते रहते हैं, जिससे  यह डर बना रहता है कि कहीं ये हमारे देश लोगों की व्यक्तिगत जानकारी का गलत उपयोग ना कर रहे हो ये बात मन मे हमेशा खटकती रहती है।सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर लोग अपनी व्यक्तिगत जानकारी को साझा करते रहते  हैं, जिससे हैकर बहुत ही आसानी से इन सोशल नेटवर्किंग एकाउंट्स  की सारी जानकारी को हैक कर सकते हैं,और फिर प्राप्त जानकारी  का गलत उपयोग करने लग जाते है।

साइबर क्राइम के प्रकार

हैकिंग :-

हैकिंग करने वाले लोग कंप्यूटर प्रोग्रामर होते है ,जैसे की हम सोशल मीडिया मे किसी भी वेबसाइट मे बिना जाँच पड़ताल किये उस वेबसाइट मे सीधे अपना अकाउंट बना कर अपने अकाउंट मे सारी जानकारी डाल देते है, जिससे अकाउंट हैक होने का खतरा बना रहता है। अपने अकाउंट की जानकारी को हैक होने से बचाना चाहते है।

तो आपको सबसे पहले उस वेबसाइट की सारी जानकारी का पता लगाना चाहिये कि जिस वेबसाइट मे आप अकाउंट बनना चाहते है वह पूरी तरह से सुरक्षित है या नहीं।ताकि आपका अकाउंट हैक होने से बच सके और आपके अकाउंट की जानकारी किसी को नहीं मिलेगी, और साइबर क्राइम होने से रोका जा सकता है।और हमेशा इंटरनेट का उपयोग करते समय हमें सुरक्षित हो कर ही सोशाल मिडिया मे फोटो, वीडियो पोस्ट करे ताकि कोई आपकी डाटा प्रोफाइल को हैक ना कर सके।

वायरस का प्रसार :-

हर मोबाइल, कंप्यूटर मे वायरस जरूर से जरूर मौजूद होते है। यह वायरस कंप्यूटर सिस्टम को चलाते समय रुकावट उत्पन्न करते है। और स्टोर डाटा को प्रभवित करता है, कंप्यूटर मे वायरस होने से हमारे सिस्टम को पूरी तरह से खत्म कर देते है। कंप्यूटर मे वायरस इंटरनेट के माध्यम से फैलता है, और कंप्यूटर सिस्टम के वायरस को खत्म करने के लिये हमें एंटीवायरस टूल का उपयोग किया जाना चाहिये इस टूल को विकसित करने मे काफ़ी खर्चा किया गया था।

फिशिंग :-

जिस तरह से मछली पकडने के लिये कांटे में दाना डाला जाता है ,उसी तरह दाने को खाने के लालच में  मछली  आकर कांटे में फँस जाती है।  ठीक उसी प्रकार फ़िशिंग भी हैकर के द्वारा इन्‍टरनेट पर नकली वेबसाइट बनायीं जाती है जिससे यूजर अपना सारी जानकारी या ईमेल उस वेबसाइट मे शेयर कर देते है, और पूरी तरह से हैकर के जाल मे फंस जाता है।

और हैकर्स आपकी सारी जानकारी को धोखेबाजी के माध्‍यम से चुरा लेते हैऔर आपकी निजी जानकारी का  गलत उपयोग करते हैं |  आपके क्रेडिट कार्ड नंबर और अकाउंट नम्बर, एटीएम पिन और पैन कार्ड नम्बर आदि की गोपनीय जानकारी प्राप्त करने का यह सबसे अच्छा तरीका होता है। जिससे हैकर्स आपके बैंक बैलेंस की सारी डिटेल्स निकाल लेता है और अकाउंट भी खाली कर देता है। अत : आप सबसे यही अनुरोध है कि ऐसी धोकाधड़ी वाली वेबसाइटो से दूर रहे और आज कल ऑनलाइन नेटवर्किंग बिज़नेस का झांसा दे कर लोगो को लूटा जा रहा है ये सबसे  खुद को बचाये और खुद को सुरक्षित रखे।

एटीएम धोखाधड़ी :-

आज कल कुछ ऐसी वेबसाइट बनायीं गई है, जहाँ पर आपका एटीएम पिन और मोबाइल नंबर माँगा जाता है।उसमे भी कुछ लालच दे कर किसी चीज को खरीदने के लिये ऑफर देते है, तो उसको आर्डर करने के लिये उस वेबसाइट मे आपको अपनी सारी जानकारी भरनी  पडती है, और आप लालच मे आ कर अक्सर साइबर क्राइम का शिकार हो जाते है, जबकि हैकर ऐसी वेबसाइट जानबूझकर बनाते है और वहां पर कुछ ऑफर प्रोडक्ट के बहाने लोगो को लुटते  है।

यौन शोषण :-

इंटरनेट के माध्यम से आपराधी  बच्चों का भरोसा जीत कर उनसे सोशाल मिडिया मे दोस्ती के चक्कर मे फंसाते है फिर धीरे -धीरे गलत वीडियो भेजना शुरू करते है, ऐसे मे बच्चो के दिमाग़ मे गलत चीज़े आने लगती है और वह ये सब उनके कण्ट्रोल से बाहर होने लगता है। और वह सोशल मीडिया के जरिये अपना दोस्त बनाना शुरू कर देते है और बाते करते -करते उनका मिलना -जुलना शुरू हो जाता है और उनका गलत तरीके से शोषण होने लगता है, ऐसे मे हमें साइबर क्राइम को रोकने का प्रयास करना चाहिये ताकि साल भर मे यौन शोषण के हज़ारो मामले सामने आते है, उन सब पर नियंत्रण किया जा सके।

साइबर क्राइम के कारण

साइ बर क्राइम के बहुत से कारण हो सकते है जैसे कि हमारे देश मे दिन -प्रतिदिन क्राइम बढ़ते हुये चले जा रहे है,क्योंकि आज कल हर एक चीज मे धोखाधड़ी होती है।धोखाधड़ी  के बहुत से कारण होते है हमारे देश मे दिन -प्रतिदिन कोई ना कोई अपराध जरूर होते है। जैसे कि किसी भी बच्ची के साथ बलात्कार होना, उसको गलत तरीके से डराना कि अगर वह किसी को कुछ बताएगी तो उसको पूरी तरह से सोसाइल मीडिया मे उसका वीडियो अपलोड करने की धमकी देना  यह भी एक तरह का साइबर क्राइम ही होता है।

साथ ही हमारे देश मे आंतक फैलाने के लिये कुछ आंतकवादियों का एक जुट ग्रुफ होता है, जो एक साथ मिल कर तय करते है कि किस जगह पर हमें बम फिट करना होता है। और आतंकवादी बड़ी  बिल्डिंग मे बम फिट करते है क्योंकि उनको पता रहता है कि वहां के मालिक को गुमराह करेंगे तो बिल्डिंग मे बहुत लोग रहते है और उनकी जान बचाने के लिये वह उनके मुँह मांगी क़ीमत देगा। यह भी एक तरह का  साइबर क्राइम का कारण होता है।

और भी जगहों मे आंतकवादी हमला करते है जहाँ उनको पता होता है कि उस जगह उनको काफ़ी मात्रा मे फायदा मिलेगा वही जगह मे ज्यादा आतंक फैलाते है। जैसे कि स्कूलों और बड़े -बड़े मंत्री कार्यालयों पर हमला करते है क्योंकि उनको उन जगहों मे आंतक फैलाने के कारण अपने स्कूलों के बच्चो जान बचाने के लिये उनके मुँह मांगी रकम दी जाती है,जिससे आंतकवादियों को और अधिक अपराध करने के मौके मिलते है।

साइबर क्राइम को रोकने के उपाय

साइबर क्राइम को रोकने के कई उपाय मौजूद होते है,सिर्फ साइबर क्राइम को रोकने का कोई प्रयास नहीं करता। अगर इसको रोकने की कोशिश की जाये तो क्राइम को रोक सकते है। यदि अपने सोसाइल मीडिया मे आप किसी भी तरह की पोस्ट डालते है, तो अपने पोस्ट को सुरक्षित करके शेयर करे ताकि कोई दूसरा व्यक्ति उसका गलत उपयोग ना कर सके ऐसे करने से साइबर क्राइम को  काफ़ी हद तक रोका जा सकता है।

हमारे देश मे भी बहुत से अपराध  दहेज़ प्रथा, आत्याचार, भ्रष्टाचार, और बढ़ रहे है। इन सब अपराध को रोकने के बहुत सारे उपाय है, जो व्यक्ति किसी पर आत्याचार कर रहे होते है उनके खिलाफ हमें आवाज़ उठानी चाहिये ताकि सभी लोग आत्याचार के खिलाफ जागरूक होकर अपराध को रोकने का प्रयत्न करे।

निष्कर्ष

अपने देश के बढ़ रहे क्राइम को कम करने के लिये सोशल मिडिया के जरिये हो रहे क्राइम पर रोक लगाने की कोशिश करनी चाहिये। सोशल मीडिया मे किसी वेबसाइट पर अपना अकाउंट बनाये हुये है, तो अपना एक पासवर्ड चुन कर लगाये ताकि आपका अकाउंट सुरक्षित रहे और किसी भी तरह से कोई उसे खोल ना पाये ताकि साइबर क्राइम का हिस्सा होने से बचाया जा सके।

साइबर क्राइम से बचने के लिये बहुत सारे व्यक्तियों का संगठन बना कर बहुत कुछ कर सकते है।सोशल मीडिया साइट्स पर अपनी  जानकारी को शेयर ना करे, और पब्लिक वाई-फाई के इस्तेमाल करते समय सावधान रहे।

अंतिम शब्द

हम आशा करते हैं, कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह आर्टिकल साइबर क्राइम पर निबंध (Cyber Crime Essay In Hindi)  बहुत ही पसंद आया होगा। अगर आपको इससे संबंधित कोई भी जानकारी चाहिए, तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं। हम आपकी पूरी तरह से सहायता करने की चेष्टा करेंगे।

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Ripal
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