रावण का इतिहास और जन्म से मृत्यु तक की कहानी
भारत में हर एक बच्चे से बच्चा भी रामायण के बारे में जानता है और रामायण में रावण की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। रावण का नाम सुनते ही 10 मुख वाला राक्षस की काल्पनिक चित्र हमारे मन में बन जाती
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भारत में हर एक बच्चे से बच्चा भी रामायण के बारे में जानता है और रामायण में रावण की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। रावण का नाम सुनते ही 10 मुख वाला राक्षस की काल्पनिक चित्र हमारे मन में बन जाती
फाल्गुनी नायर आज भारत की दूसरी अरबपति महिला है, जिन्होंने अपना सफर खुद तय किया है। फाल्गुनी नायर ने 50 वर्ष की आयु में नौकरी छोड़कर खुद का स्टार्टअप शुरू किया, जो आज करोड़ों का वैल्यूएशन पार कर रही है।
28 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 13वीं सदी में चोल साम्राज्य के द्वारा बनी एक प्राचीन परंपरा को दोबारा दोहराई गई। संसद भवन में नरेंद्र मोदी के द्वारा “सेंगोल”
भारत को विश्वासों की भूमि, आस्था की भूमि कहा जाता है। भारत एक सांस्कृतिक देश है। यहां हर एक राज्य में आपको सैकड़ों मंदिर देखने को मिल जाएंगे। लेकिन कुछ मंदिरों का इतिहास काफी पुराना है और कुछ मंदिर ऐसे
भारत में नदियों का बहुत ही महत्व है। हालांकि नदियों का महत्व तो हर एक देश में है, लेकिन भारत ही ऐसी एकमात्र देश है, जहां पर लोग नदियों की भी पूजा करते हैं और नदियों को पवित्र समझकर समस्त
भारत आस्था और साधना का केंद्र है। यह 64 करोड़ देवी देवताओं का भूमि है। भारत के लोग देवी-देवताओं के प्रति गहरी आस्था रखते हैं। यही कारण है कि भारत में सबसे ज्यादा मंदिर हैं। भारत में ज्यादातर मंदिरों का
आमतौर पर जब भी किसी राजनीतिक दल का गठन होना होता है तो कुछ नेता मिलकर एक संगठन बनाते हैं, विचार विमर्श करने के बाद वे अपने राजनीतिक दल का गठन करते हैं। लेकिन राजस्थान के एक युवा नेता ने
हनुमान बेनीवाल राजनीति की दुनिया में राजस्थान के एक जाने-माने राजनेता है और राजस्थान के राजनीति में उनका काफी चर्चित नाम है। इन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में भाषण, रैली एवं अनेकों कार्य से राजस्थान के निवासियों को प्रभावित किया है।
भारत क्षेत्रफल की दृष्टि से 7वां और जनसंख्या दृष्टि से दूसरा बहुत बड़ा देश है। विश्व से सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश चीन है, जहां पर 141 करोड़ के अधिक जनसंख्या है। उसके बाद भारत का नम्बर आता है। भारत
आज का समय आर्थिक मंदी का समय चल रहा है और कोरोनावायरस के महामारी के बाद से कई सारे रोजगार करने वाले लोगों का रोजगार चला गया है और वे बेरोजगार हो चुके हैं। इतना ही नहीं कई सारे शिक्षित