Bharat ki Sabse Lambi Nadi Kaun si Hai: नमस्कार दोस्तों, यहां पर यह जानेंगे कि भारत की सबसे लम्बी नदी कौनसी है? (longest river in india) इसके साथ ही हम भारत की 10 सबसे बड़ी अन्य नदियों के बारे में भी जानेंगे।
भारत देश को नदियों की भूमि भी कहा जाता है क्योंकि यहां पर नदियों को माता के सम्मान दर्जा दिया जाता है और यह हमारे जीवन की लाइफलाइन भी है। नदियों के किनारे पर कई सारी प्राचीन सभ्यताएं भी पनपी है। भारत की अधिकतर नदियां बंगाल की खाड़ी में मिलती है और शेष अरब सागर में विलय हो जाती है।
भारत की नदियां भारत में निवास करने वाले करोड़ों जनसंख्या के लिए जीवनदायिनी है। भारत में ज्यादातर जनसंख्या कृषि के जरिए भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और कृषि के लिए भारत की यह नदियां महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इन्हीं नदियों के कारण भारत की भूमि उपजाऊ होती है और इन्हीं नदियों के कारण हर तरीके के जीवन अनुकूलतम चीजों को मुहैया कराती हैं।
उत्तर भारत की भूमि सबसे ज्यादा उपजाऊ है क्योंकि ज्यादातर नदियां उत्तर भारत से होते हुए बहती है। हिमालय से निकलने वाली जितनी भी नदियां है जैसे कि गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र ,सतलज, रावी यह सभी नदियां उत्तर भारत की भूमि को उपजाऊ करते हैं। भारत में निकलने वाली नदियां हिमालय और विंध्य पर्वतमाला से निकलती है, जिसके कारण भारत में पर्वतों की भी पूजा की जाती है।
भारत की सबसे लम्बी नदी कौनसी है? | Bharat ki Sabse Lambi Nadi Kaun si Hai
भारत की नदियों का विभाजित भाग
भारत में जितनी भी नदियां बहती है, उन्हें मुख्य रूप से चार समूहों में विभाजित किया गया है:
- हिमालय से निकलने वाली नदियां
- तटवर्ती नदियां
- अंतर्देशीय नालों से द्रोणी क्षेत्र की नदियां
- दक्षिण से निकलने वाली नदियां
भारत में ज्यादातर नदियां पूर्व की ओर बहती हुई अंत में बंगाल की खाड़ी में जाकर गिरती है। लेकिन नर्मदा, माही, ताप्ती जैसी नदियां पूर्व से पश्चिम की ओर बहती है और अंत में अरब सागर में जाकर गिरती है।
भारत की सबसे लम्बी नदी कौनसी है? (Bharat ki Sabse Lambi Nadi Kaun Hai)
गंगा नदी भारत की सबसे लम्बी नदी है। गंगा भारत में सबसे अधिक दूरी तय करती है। लेकिन यदि हम बात करें कि भारत में बहने वाली सबसे लम्बी नदी कौनसी है तो इनमें सिन्धु नदी और ब्रह्मपुत्र नदी का नाम आता है।
क्योंकि इनकी कुल लम्बाई गंगा नदी से अधिक है। लेकिन इन नदियों की लम्बाई भारत में गंगा नदी से कम है। इसलिए गंगा नदी को ही भारत की सबसे लम्बी नदी माना जाता है।
- गंगा नदी
- गोदावरी नदी
- यमुना नदी
- नर्मदा नदी
- कृष्णा नदी
- सिंधु नदी
- ब्रह्मपुत्र नदी
- महानदी नदी
- कावेरी नदी
- ताप्ती नदी
राजस्थान में बहने वाली अरवरी नदी भारत की सबसे छोटी नदी है। इस नदी की कुल लम्बाई 90 किलोमीटर ही है। अब हम इन भारत की बड़ी नदियों के बारे में विस्तार से जान लेते हैं।
गंगा नदी
- कुल लंबाई (कि.मी): 2,525
- भारत में लंबाई (कि.मी): 2,525
- उद्गम स्थल: गंगोत्री हिमनद, उत्तराखण्ड, भारत
- उपनदियाँ: (दाएं) महानंदा, सोन नदी, यमुना, (बाएं) सरयू, करनाली, महाकाली, कोसी, गंडक
- जल निर्वहन स्थान: बंगाल की खाड़ी
गंगा नदी हिन्दुओं की सबसे पवित्र नदी है। भारत में इसे गंगा देवी के रूप में पूजा जाता है। गंगा नदी का उद्गम उतराखंड के गंगोत्री हिमनद से होता है। गंगा की प्रमुख धारा उत्तराखंड के देवप्रयाग में भागीरथी और अलकनंदा नदियों के संगम से शुरू होती है।
गंगा नदी में 140 से भी अधिक प्रजातियों की मछली रहती है वंही 90 भूमि और जल कुशल प्रजातियां, सरीसृप, घड़ियाल और गर्म रक्त वाले जीव रहते हैं, जिसके जिवन के लिए गंगा को प्रदूषण से समझौता किया गया है।
उतराखंड, उतरप्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल से होते हुए बांग्लादेश देश में प्रवेश करती है। फिर बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। यह नदी भारत के एक-चौथाई भाग में ही बहती है। गंगा नदी लाखों लोगों की लाइफलाइन है। ऋषिकेश, हरिद्वार, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना, भागलपुर, फरक्का बैराज (मालदा) इसके तट पर स्थित प्रमुख शहर है।
गोदावरी नदी
- कुल लंबाई (कि.मी): 1464
- उद्गम स्थल: त्र्यंबकेश्वर, नासिक (महाराष्ट्र)
- उपनदियाँ: (दाएँ) किन्नारासनी, सिंदफाना, दरना, नासार्दी, मनेर, प्रवरा, मांजरा, (बाएँ) प्राणहिता, शिवना, कादवा, तालिपेरु, कदम, इंद्रावती, पूर्णा, सबरी, बाणगंगा
- जल निर्वहन स्थान: बंगाल की खाड़ी
गोदावरी नदी भारत की दूसरी सबसे लम्बी नदी है। यह नदी हिंदू धर्मग्रंथों में पूजनीय रही है। यह नदी दक्षिण भारत की सबसे लम्बी नदी है। इस नदी को “वृद्ध गंगा” व “दक्षिण गंगा” के नाम से भी जाना जाता है।
यह नदी त्र्यंबकेश्वर, नासिक (महाराष्ट्र) से निकलकर महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसढ़, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, ओडीसा, कर्नाटक एवं यनम (पुदुचेरी) राज्यों से होकर बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। गोदावरी नदी की सहायक नदियां बाएं तरफ से होते हुए जुड़ती है। गोदावरी नदी के तट पर स्थित कई वर्षों से बड़ी संख्या में यात्रा का स्थल रहा है।
यमुना नदी
- कुल लंबाई (कि.मी): 1376
- उद्गम स्थल: यमुनोत्री हिमनद, बन्दरपूँछ चोटी, उत्तरकाशी (उत्तराखण्ड)
- उपनदियाँ: (दाएँ) चम्बल, बेतवा, केन, सिंध, (बाएँ) टोंस, हिंडन, शारदा, कुंता, गिरि, ऋषिगंगा, हनुमान गंगा
- जल निर्वहन स्थान: त्रिवेणी संगम, प्रयागराज में गंगा के साथ संगम
यमुना नदी गंगा नदी की सबसे लम्बी सहायक नदी है जिसकी कुल लम्बाई 1376 किलोमीटर है। यह नदी उत्तराखण्ड राज्य के उत्तरकाशी जिले में बन्दरपूँछ चोटी के यमुनोत्री हिमनद से निकलकर उत्तराखंड, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्यों में बहती है। इसके बाद उतरप्रदेश के प्रयागराज में इस नदी का संगम गंगा नदी के साथ हो जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि ताजमहल भी यमुना नदी के किनारे ही बना है। इस नदी के किनारे दिल्ली, मथुरा, आगरा, इटावा, कालपी, प्रयागराज आदि शहर स्थित है।
नर्मदा नदी
- कुल लंबाई (कि.मी): 1312
- उद्गम स्थल: नर्मदा कुंड, मैकल पर्वत, अमरकंटक शिखर (मध्य प्रदेश)
- उपनदियाँ: (दाएँ) हिरन, तिन्दोली, बरना, चन्द्रकेशर, कानर, मान, ऊटी, हथनी, (बाएँ) बरनार, बंजर, शेर, शक्कर, दूधी, तवा, गंजाल, छोटी तवा, कुन्दी, देव, गोई
- जल निर्वहन स्थान: खंभात की खाड़ी, अरब सागर
नर्मदा नदी को रेवा के नाम से भी जाना जाता है। नर्मदा नदी भारत की सात पवित्र नदियों में से एक नदी है। इसका उल्लेख हिंदुओं की विभिन्न प्राचीन लिपियों में हुआ है। इस नदी का मध्यप्रदेश में अधिक योगदान होने के कारण इसे “मध्यप्रदेश की जीवन रेखा” भी कहा जाता है।
यह मध्यप्रदेश और गुजरात में बहने वाली प्रमुख नदी है। इसका नर्मदा कुंड, मैकल पर्वत, अमरकंटक शिखर (मध्य प्रदेश) से उद्गम होने के बाद यह पश्चिम की ओर मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात राज्यों से होती हुई खंभात की खाड़ी, अरब सागर में मिलती है।
इस नदी के किनारे अमरकंटक, जबलपुर, महेश्वर, डिण्डौरी, मंडला, झाबुआ, होशंगाबाद, ओंकारेश्वार खंडवा, धर्मपुरी, बड़वानी, राजपीपला, भरुच, बड़ोदरा शहर स्थित है।
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कृष्णा नदी
- कुल लंबाई (कि.मी): 1300
- उद्गम स्थल: पश्चिमी घाट, महाबलेश्वर (महाराष्ट्र)
- उपनदियाँ: कुडाली, वेना, कोयना, पंचगंगा, दूधगंगा, तुंगभद्रा, घाटप्रभा, मालप्रभा, मूसी और भीमा
- जल निर्वहन स्थान: बंगाल की खाड़ी
कृष्णा नदी नदी का उद्गम महाबलेश्वर (महाराष्ट्र) के पश्चिमी घाट से होता है। इस नदी को कृष्णावन के नाम से भी जाना जाता है। यह नदी दक्षिण-पूर्व राज्य महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश से होती हुई बंगाल की खाड़ी में मिलती है। कृष्णा नदी पर दो जल प्रपात बने हुए है। कृष्णा नदी के किनारे विजयवाड़ा एंव मूसी नदी के किनारे हैदराबाद स्थित है।
सिंधु नदी
- कुल लंबाई (कि.मी): 3,180
- भारत में लंबाई (कि.मी): 1,114
- उद्गम स्थल: सिन-का-बाब जलधारा, मानसरोवर झील (तिब्बत)
- उपनदियाँ: (दाएं) श्योक नदी, हुनजा नदी, गिलगित नदी, स्वात नदी, कुनार नदी, काबुल नदी, कुर्रम नदी, गोमल नदी, झोब नदी, (बाएं) ज़ांस्कर नदी, सुरु नदी, सुन नदी, झेलम नदी, चिनाब नदी, रावी नदी, ब्यास नदी, सतलज नदी, पानजनाद नदी
- जल निर्वहन स्थान: अरब सागर
सिंधु नदी की कुल लम्बाई 3,180 किलोमीटर है। लेकिन यह नदी भारत में 1,114 किलोमीटर तक बहती है। यह सबसे प्राचीन सभ्यता सिन्धु घाटी सभ्यता का जन्मस्थान भी है। सिन्धु नदी पाकिस्तान की सबसे लम्बी नदी और राष्ट्रीय नदी है।
सिन्धु नदी का उद्गम सिन-का-बाब जलधारा, मानसरोवर झील (तिब्बत) से होने के बाद यह लद्दाख, गिलगित और बाल्टिस्तान तक जाती है और फिर आगे पाकिस्तान में प्रवेश कर जाती है। सिन्धु नदी चीन (पश्चिमी तिब्बत), भारत (जम्मू और कश्मीर) और पाकिस्तान के मध्य बहती है। इसका अधिकतर भाग पाकिस्तान में बहता है। सिन्धु नदी एशिया की लम्बी नदी में से एक नदी है। इस नदी को इंडस नदी भी कहा जाता है।
भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि भारत को सिंधु नदी द्वारा किए गए कुल पानी का 20 प्रतिशत उपयोग करने की अनुमति देती है। नंगा पर्वत के उत्तरी भाग से घूम कर यह दक्षिण पश्चिम में पाकिस्तान के बीच से गुजरती है और फिर जाकर अरब सागर में मिलती है। इस नदी के किनारे पर लेह, स्कार्दु, दासु, बेशम, थाकोट, डेरा इश्माइल खान, सुक्कूर, हैदराबाद (पाकिस्तान) शहर स्थित है।
ब्रह्मपुत्र नदी
- कुल लंबाई (कि.मी): 2,900
- भारत में लंबाई (कि.मी): 916
- उद्गम स्थल: एंगसी ग्लेशियर, हिमालय (तिब्बत)
- उपनदियाँ: (दाएं) कामेंग नदी, मानस नदी, बेकी नदी, रैडक नदी, जलंधा नदी, तीस्ता नदी, सुबनसिरी नदी, (बाएं) दिबांग नदी, लोहित नदी, धनसिरी नदी, कोलंग नदी
- जल निर्वहन स्थान: बंगाल की खाड़ी
ब्रह्मपुत्र नदी को यारलुंग त्संगपो नदी के नाम से भी जाना जाता है। ब्रह्मपुत्र नदी की कुल लम्बाई 2,900 किलोमीटर है लेकिन यह नदी भारत में 916 किलोमीटर तक बहती है। भारत में इसका प्रवेश अरुणाचल प्रदेश के रास्ते से होता है।
अरुणाचल प्रदेश, असम से होती हुई यह नदी बांग्लादेश देश में प्रवेश कर जाती है। ब्रह्मपुत्र नदी को “असम की जीवन रेखा” के रूप में भी जानी जाती है। गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, तेजपुर शहर इस नदी के किनारे पर स्थित्त है।
महानदी नदी
- कुल लंबाई (कि.मी): 885
- उद्गम स्थल: मैकाल पर्वत, सिंहाना पहाड़ी, धमतरी जिला (छत्तीसगढ़)
- उपनदियाँ: (दक्षिणांगी) जोंक, जोंक, खारून, (वामांगी) शिवनाथ, पैरी, सोंढुर, हसदेव, अरपा
- जल निर्वहन स्थान: बंगाल की खाड़ी
इस नदी का नाम संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है “महा” और “नदी”। महा से मतलब महान होता है महानदी नदी। छत्तीसगढ़ तथा उड़ीसा अंचल की सबसे बड़ी नदी है। प्राचीन काल में इस नदी का नाम चित्रोत्पला था। महानन्दा एवं नीलोत्पला भी इस नदी के अन्य नाम है।
मैकाल पर्वत, सिंहाना पहाड़ी, धमतरी जिला (छत्तीसगढ़) से इसका उद्गम होने के बाद इसका प्रवाह दक्षिण से उत्तर की तरफ होता है। सिहावा से निकलकर राजिम में यह जब पैरी और सोढुल नदियों के जल को ग्रहण करती है तब तक विशाल रूप धारण कर चुकी होती है।
इस नदी पर रुद्री, गंगरेल तथा हीराकुंड बांध बने हुए है। इस नदी के किनारे पर धमतरी, कांकेर, चारामा, राजिम, चम्पारण, आरंग, सिरपुर, शिवरी नारायण और उड़ीसा में सम्बलपुर, बलांगीर, कटक आदि शहर बसे हुए है।
कावेरी नदी
- कुल लंबाई (कि.मी): 800
- उद्गम स्थल: ब्रह्मगिरी पर्वत, पश्चिमी घाट, तालकवेरी जिला कोडागु (कर्नाटक)
- उपनदियाँ: (दाएँ) काबिनी, भवानी, नोय्यल, अमरावती, (बाएँ) हेमावती, शिम्सा, अर्कावती
- जल निर्वहन स्थान: बंगाल की खाड़ी, तमिलनाडु
कावेरी नदी तमिलनाडु की सबसे बड़ी नदी है। इस नदी को दक्षिण की गंगा के रूप में भी जाना जाता है। कावेरी उत्तरी तमिलनाडु और कर्नाटक में बहनेवाली एक सदानीरा नदी है। ब्रह्मगिरी पर्वत, पश्चिमी घाट, तालकवेरी जिला कोडागु (कर्नाटक) से इस नदी का उद्गम होने के बाद यह नदी कर्नाटक और तमिलनाडु राज्यों से होकर बंगाल की खाड़ी में गिर जाती है।
इसके किनारे पर तालकवेरी, भागमंदला, जितेमद्र, श्रीरंगापट्ना, श्रीरंगापट्ना, मुथथी, मेकेदातु, Hogenakkal, मेट्टूर, भवानी, इरोड, करुर, नमक्कल, तिरुचिरापल्ली, तंजावुर, कुंभकोणम शहर बसे हुए है।
ताप्ती नदी
- कुल लंबाई (कि.मी): 800
- उद्गम स्थल: मुल्ताई, वैतूल जिला, मध्य प्रदेश
- उपनदियाँ: पूरणा नदी
- जल निर्वहन स्थान: खम्भात की खाड़ी, अरब सागर
ताप्ती नदी को सूर्यपुत्री के नाम से भी जाना जाता है। ताप्ती नदी मध्य प्रदेश राज्य के बैतूल जिले के मुलताई से निकलकर सतपुड़ा पर्वतप्रक्षेपों के मध्य से पश्चिम की ओर बहती हुई महाराष्ट्र के खानदेश के पठार एवं सूरत के मैदान को पार करती है और गुजरात स्थित खम्भात की खाड़ी, अरब सागर में गिरती है। इस नदी के किनारे पर सूरत, बुरहानपुर, भुसावल, बैतूल, नन्दुरबार शहर बसे हुए है।
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दुनिया की सबसे लम्बी नदी कौन सी है? (Duniya ki Sabse Lambi Nadi Kaun Si Hai)
दुनिया की 10 सबसे लम्बी नदी (Duniya ki Sabse Lambi Nadi):
- नील नदी, अफ्रीका (6650 किलोमीटर)
- अमेजन नदी, साउथ अमेरिका (6400 किलोमीटर)
- यांगत्जी नदी, चीन (6300 किलोमीटर)
- मिसिसिपी-मिसौरी, यूएस (6275 किलोमीटर)
- येनिस-अंगारा-सेलेंगा,रूस और मंगोलिया (5539 किलोमीटर)
- यलो नदी,चीन (5464 किलोमीटर)
- ओब-इरटिस नदी, रूस और कजाखस्तान (5410 किलोमीटर)
- पराना नदी, साउथ अमेरिका (4880 किलोमीटर)
- कांगो नदी, अफ्रीका (4700 किलोमीटर)
- अमूर-अर्गुन नदी, रूस और चीन (4444 किलोमीटर)
भारत की प्रमुख नदियों की सूची
भारत की प्रमुख नदियां कौन कौन सी है?
- गंगा नदी
- यमुना नदी
- सरस्वती नदी
- कालिंदी
- कावेरी
- रामगंगा
- कोसी
- गगास नदी
- विनोद नदी
- कृष्णा नदी
- गोदावरी
- गंडक
- घाघरा
- चम्बल
- चेनाब
- झेलम
- दामोदर
- नर्मदा
- ताप्ती
- बेतवा
- पद्मा
- फल्गू
- बागमती
- ब्रह्मपुत्र
- भागीरथी
- महानदी
- महानंदा
- रावी
- व्यास
- सतलुज
- सरयू
- सिन्धु नदी
- सुवर्णरेखा
- हुगली
- गोमती नदी
- माही नदी
- शिप्रा नदी
FAQ
सुंदरवन डेल्टा का निर्माण बांग्लादेश में बंगाल की खाड़ी के समीप होता है। जब गंगा नदी बांग्लादेश में प्रवेश करती है तो वहां पर वह पद्मा के नाम से जानी जाती है और आगे बांग्लादेश में बहते हुए यह नदी ब्रह्मपुत्र के साथ मिलती है और सुंदरवन डेल्टा का निर्माण करती है।
गंगा के बाद गोदावरी भारत की सबसे दूसरी लंबी नदी मानी जाती है। इस नदी को दक्षिण गंगा के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह दक्षिण भारत में बहने वाली नदी है और दक्षिण भारत की सबसे लंबी नदी है। यह नदी महाराष्ट्र के नासिक में स्थित त्रयंबकेश्वर से निकलती है और तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश से होते हुए बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। यह नदी 1465 किलोमीटर की कुल क्षेत्रफल को घेरती है।
नॉर्थ ईस्ट अफ्रीका में बहने वाली नील नदी को विश्व की सबसे लंबी नदी कहा जाता है, जिसकी लंबाई 6650 किलोमीटर है। वहीँ अमेजॉन नदी को सबसे चौड़ी नदी कहा जाता है।
भारत में आठ प्रमुख नदी प्रणालियां है और कुल 400 से भी अधिक नदियां है, जो इन प्रणालियों की सहायक नदियां है।
भारत में उत्तर भारत से निकलने वाली ज्यादातर नदियां बर्फ से पोषित नदियां हैं, जिनमें गंगा, यमुना, सिंधु, ब्रह्मपुत्र आदि शामिल है। ब्रह्मपुत्र और सिंधु नदिया तिब्बत में हिमालय के ग्लेशियर द्वारा पोषित होती है। वहीँ उत्तराखंड में गंगा और यमुना नदियां गंगोत्री और यमुनोत्री द्वारा पोषित होती है।
मध्य प्रदेश से निकलने वाली ताप्ती और नर्मदा नदी पूर्व से पश्चिम की ओर बहती हुई अरब सागर में मिलती है। यह नदियां उल्टे दिशा में बहती है।
ज़ांस्कर नदी, काबुल नदी, कुर्रम नदी, सुरु नदी, सुन नदी, झेलम नदी, श्योक नदी, हुनजा नदी, चिनाब नदी, रावी नदी, ब्यास नदी, सतलज नदी, पानजनाद नदी, गिलगित नदी, स्वात नदी, कुनार नदी, गोमल नदी, झोब नदी आदि सिंधु नदी की उपनदियां है, जो बाएं और दाएं तरफ से जुड़ती हैं।
मैं उम्मीद करता हूँ कि मेरे द्वारा शेयर की गई यह जानकारी भारत की सबसे लंबी नदी कौन सी है? (Bharat ki Sabse Lambi Nadi Kaun si Hai) आपको पसंद आई होगी, इसे आगे शेयर करना ना भूलें। आपको यह जानकारी कैसी लगी, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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Bahut badhiya laga
Aasan bhasa mein bhartiya nadiyo ke baare me bataya gaya
Hame aapki content se khusi prapt hui
Dhanyavaad