Bageshwar Dham Sarkar Kaise Jaye: बागेश्वर धाम सरकार मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले में गंज नामक ग्राम के पास स्थित एक मंदिर है, जो भगवान हनुमान जी के बालाजी स्वरूप को समर्पित है। इस मंदिर की महिमा भारत के हर कोने में फैली हुई है। यही कारण है कि विभिन्न क्षेत्रों से हजारों की संख्या में इस धाम का दर्शन करने के लिए लोग आते हैं।
इस धाम के दर्शन को लेकर एक खास बात यह है कि यहां पर दर्शन करने आने से पहले अर्जी लगानी पड़ती है, अर्जी स्वीकार होने के बाद ही इस मंदिर में दर्शन कर सकते हैं। यह मंदिर बहुत ही चमत्कारी मंदिर है, जो कई बार खबरों में आ चुकी है।
माना जाता है इस मंदिर में आने वाले लोगों की मनोकामना पूरी हो जाती है और इस मंदिर के महाराज श्री धीरेंद्र कृष्ण जी स्वयं बागेश्वर भगवान की कृपा से भक्त जनों के समस्याओं का समाधान बताते हैं।
यदि आप भी इस धाम का दर्शन करना चाहते हैं और अर्जी लगाना चाहते हैं तो बिल्कुल सही लेख पर आए हैं। क्योंकि इस लेख में हम आपको बागेश्वर धाम सरकार के इतिहास से लेकर इस धाम में अर्जी लगाने की प्रक्रिया एवं यहां तक पहुंचने की सारी जानकारी देने वाले हैं।
बागेश्वर धाम का इतिहास (Bageshwar Dham History in Hindi)
बागेश्वर धाम का इतिहास बहुत ही पुराना है। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण चंदेल काल में हुआ था। लेकिन सन 1986 में यहां के पास के ग्राम वासियों के द्वारा इस मंदिर का पुनः निर्माण किया गया, जिसके बाद इसी गांव के बाबा सेतु लाल गर्ग जिन्होंने चित्रकूट से दीक्षा प्राप्त की थी।
वह अपने गांव आए और फिर इसी प्राचीन कालीन मंदिर में राम कथा कहने लगे। साथ ही साथ झाड़-फूंक का भी काम करने लगे। 1989 में बाबा राम सेतु जी ने बागेश्वर धाम में एक विशाल महायज्ञ का भी आयोजन करवाया।
उसके बाद 2012 में बागेश्वर धाम की सिद्ध पीठ पर श्रद्धालुओं की समस्याओं का निवारण करने के लिए दरबार का प्रारंभ हो गया, जो अब तक यह दरबार लगता है और फिर साल 2016 में वंहा पर भूमि पूजन का भी आयोजन किया गया। समय-समय पर यहां पर कई बार भंडारे भी हुए। इस तरह धीरे-धीरे इस मंदिर की लोकप्रियता बढ़ते ही चली गई।
बागेश्वर धाम की महिमा और महत्व
बागेश्वर धाम की महिमा पूरे भारत भर में प्रसिद्ध है। यहां तक कि कई बार खबरों में भी इस धाम के महिमा का बखान किया गया है। इस मंदिर में हनुमान जी की बालाजी स्वरूप की खूबसूरत प्रतिमा स्थापित है और वर्तमान में महाराज श्री धीरेंद्र कृष्ण जी यहां के महाराज हैं। इस मंदिर में सप्ताह के सातों दिन लोगों की समस्याओं के निवारण के लिए एक दरबार का आयोजन होता है, जहां पर भक्तजन अपनी समस्याओं को लेकर आते हैं।
इस मंदिर की चमत्कारी महिमा यह है कि यहां के संत धीरेंद्र कृष्ण जी लोगों की समस्याओं को सुने बिना ही बता देते हैं कि किस समस्या से वह व्यक्ति इस धाम में आया है। वह पर्ची पर लिखकर उस व्यक्ति को दे देते हैं कि वह किस की समस्या से गुजर रहा है और उस समस्या का निदान किया है।
कहा जाता है कि आज तक इस धाम में जो भी व्यक्ति अपनी समस्याओं को लेकर आया है, उसकी समस्या का समाधान हो गया है। भूत प्रेत जैसे बुरी आत्माओं से पीड़ित लोग भी समाधान के लिए इस धाम के दर्शन करने आते हैं।
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बागेश्वर धाम का टोकन कैसे प्राप्त करें?
जो भी लोग बागेश्वर धाम का दर्शन करने आना चाहते हैं, उनके पास इस धाम का टोकन होना जरूरी है। टोकन उन्हीं लोगों को जारी किया जाता है, जो इस मंदिर में आने के लिए अर्जी लगाते हैं। टोकन मंदिर की सेवा समिति की तरफ से निश्चित समय अवधि के अंतराल में ही वितरित किए जाते हैं।
ऐसे में टोकन की समय अवधि क्या है इसे जानने के लिए इस धाम की आधिकारिक हेल्प लाइन नंबर 8120592371 है, जिस पर संपर्क करके भक्तजन टोकन की समयावधि के बारे में जान सकते हैं। इसके अतिरिक्त बागेश्वर धाम मंदिर में स्वयं जाकर इसकी जानकारी ले सकते हैं। उसके बाद जो तिथि निर्धारित की गई है, उस तिथि पर जाकर आप टोकन को प्राप्त कर सकते हैं।
जिसके बाद आपकी अर्जी लग जाएगी। इस धाम के दर्शन के लिए जो टोकन दिये जाते हैं, उसमें व्यक्ति की कुछ महत्वपूर्ण जानकारी जैसे कि उसका नाम, पता और मोबाइल नंबर दर्ज किया होता है। इस टोकन के जरिए आपको बागेश्वर धाम के महाराज जी से मिलने का अवसर मिलता है, जहां पर आपको आपकी समस्या का समाधान मिल जाता है।
बागेश्वर धाम के दर्शन के लिए घर बैठे अर्जी कैसे लगाएं?
जो लोग छतरपुर जिले में नहीं रहते हैं या फिर किसी अन्य राज्य से हैं। ऐसे लोग चाहे तो घर बैठे बागेश्वर धाम के लिए अर्जी लगा सकते हैं। यहां तक कि इसकी प्रक्रिया की जानकारी स्वयं यहां के महाराज श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने बताई है। घर बैठे बागेश्वर धाम की अर्जी लगाने की प्रक्रिया निम्नलिखित है।
सबसे पहले तो मंगलवार के दिन एक लाल कपड़ा लें और उस कपड़े में नारियल को लपेटे। ध्यान रहे कि इस कपड़े में नारियल को लपेटते समय आपकी जो मनोकामना है या जो समस्या है, जिसकी समाधान के लिए आप अर्जी लगा रहे हैं, उसके बारे में ध्यान करते हुए नारियल को कपड़े में लपेट।
उसके बाद आपको भगवान बागेश्वर धाम सरकार के माला का जाप करना है और फिर इस नारियल को अपने पूजा वाले स्थान पर रख देना है। इस तरीके से आप बागेश्वर धाम के दर्शन के लिए अर्जी लगा सकते हैं।
अर्जी स्वीकार हुई या नहीं कैसे पता करें?
बागेश्वर धाम के दर्शन के लिए यदि आपने अर्जी लगाई है या लगाने वाले हैं तो कैसे पता चलेगा कि आपकी अर्जी स्वीकार हुई कि नहीं। इसके बारे में यहां के महाराज ने बताया है कि जब आपकी अर्जी स्वीकार होती है तब आपके परिवार के किसी भी सदस्य को लगातार दो दिनों तक स्वप्न में भगवान बागेश्वर की बंदर स्वरूप के दर्शन होते हैं।
अगर आपके स्वप्न में बागेश्वर भगवान के दर्शन नहीं हो रहे हैं तो इसका अर्थ है कि आपका अर्जी अभी तक स्वीकार नहीं हुई है। ऐसे में आपको इससे हताश होने की जरूरत नहीं है, आप चाहे तो अगले मंगलवार को दोबारा अर्जी लगा सकते हैं।
अर्जी लगाते समय ध्यान रखने योग्य बातें
बागेश्वर धाम मंदिर के दर्शन करने के लिए भक्तजनों को पहले अर्जी लगानी पड़ती है। अर्जी लगाने के बाद कुछ दिनों तक महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना पड़ता है। यदि आप बागेश्वर धाम के लिए अर्जी लगाने वाले हैं या लगा चुके हैं तो इन बातों का जरूर ध्यान रखें:
- बागेश्वर धाम के लिए अर्जी लगाने वाले लोगों को कुछ समय तक प्याज, लहसुन, मांस या मदिरा का परहेज करना पड़ता है। क्योंकि इस तरह के भोजन को तामसिक भोजन माना जाता है यानी कि इस तरह के भोजन राक्षसों के भोजन होते हैं और भगवान हनुमान जी कभी नहीं चाहते कि उनके धाम आने वाले भक्त ऐसे तामसिक भोजन का सेवन करके आए।
- बागेश्वर धाम का अर्जी लगाने के 4 दिनों तक नियमित रूप से ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए एवं बागेश्वर भगवान के मंत्रों का जाप करना चाहिए।
- जब बागेश्वर धाम में मंजूरी स्वीकार कर ली जाती है तो अर्जी के लिए जो नारियल बांधे गए होते हैं, उन्हें भी बागेश्वर धाम सरकार ले जाना चाहिए।
बागेश्वर धाम सरकार मंदिर की कथा घर बैठे कैसे सुने?
जैसा कि आप जानते हैं कि बागेश्वर धाम पहुंचने के लिए भक्तजनों को अर्जी लगानी पड़ती है। ऐसे में यदि आप बागेश्वर धाम जाए बिना वहां होने वाले आरती, प्रवचन को सुनने का लुफ्त घर बैठे उठाना चाहते हैं तो इसके लिए दो माध्यम है। इंटरनेट के जरिए आप यूट्यूब चैनल से एवं टीवी के माध्यम से आप घर बैठे कथा आरती इत्यादि का दर्शन कर सकते हैं।
यूट्यूब पर बागेश्वर धाम का आधिकारिक चैनल बना हुआ है। इस चैनल पर अब तक लगभग 29 लाख से भी ज्यादा सब्सक्राइब है। यहां पर चैनल पर बागेश्वर धाम सरकार की कथा, आरती के वीडियोस अपलोड किए जाते हैं।
इसके अतिरिक्त यदि आप टीवी के माध्यम से बागेश्वर धाम सरकार में होने वाली कथा और आरती को देखना चाहते हैं तो इसके लिए आप संस्कार या आस्था टीवी चैनल पर इसे देख सकते हैं। इस चैनल पर बागेश्वर धाम में होने वाले कथा वचन का सीधा प्रसारण किया जाता है।
बागेश्वर धाम में ठहरने की जगह
यदि आप किसी अन्य राज्य से बागेश्वर धाम का दर्शन करने आ रहे हैं तो निश्चित ही आपको वहां पर ठहरने की जगह की आवश्यकता होगी। वैसे यदि आप किसी होटल में रुकना चाहते हैं तो बागेश्वर धाम से लगभग 33 किलोमीटर की दूरी पर स्थित खजुराहो में आपको कई सारे होटल आपके सुविधा के अनुसार मिल जाते हैं।
लेकिन इसके अतिरिक्त बागेश्वर धाम में कई जगहों पर रेन बसेरा भी बने हुए हैं, वहां पर श्रद्धालुओं को आसानी से निवास स्थान प्राप्त हो जाते हैं। इतना ही नहीं यहां पर सुबह 10 बजे से लेकर रात के 8 बजे तक भोजन के रूप में भंडारे का प्रसाद उपलब्ध होता है।
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बागेश्वर धाम सरकार कैसे पहुंचे? (Bageshwar Dham Sarkar Kaise Jaye)
यदि आप बागेश्वर धाम सरकार का दर्शन करने के लिए जाना चाहते हैं तो आप हवाई, रेलवे और सड़क तीनों में से किसी भी मारृग का चयन कर सकते हैं। तीनों ही मार्ग यहां तक पहुंचने के लिए उपलब्ध है। बता दें कि तीनों ही मार्ग के जरिए आप सबसे पहले छतरपुर पहुंच सकते हैं।
छतरपुर पहुंचने के बाद 33 किलोमीटर की दूरी पर खजुराहो पन्ना मौजूद है, जहां पर बस या टैक्सी से आप पहुंच सकते हैं। यहां से 3 किलोमीटर की दूरी पर गंज नाम का एक जगह है, उसके बाद आपको यहां पर बड़ा टावर दिखेगा। वहां से 3 किलोमीटर और अंदर जाने पर बागेश्वर धाम का मंदिर मिलता है।
रेलवे मार्ग के जरिए
बागेश्वर धाम पहुंचने के लिए ट्रेन मार्ग काफी सस्ता माध्यम है और लगभग भारत के विभिन्न शहरों के रेलवे स्टेशन से आपको मध्य प्रदेश के छतरपुर के लिए ट्रेन मिल जाएगी। दिल्ली जैसे शहरों से भी मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के लिए सीधी ट्रेन उपलब्ध होती है।
सड़क मार्ग के जरिए
यदि आप अपने निजी वाहन से बागेश्वर धाम जाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सबसे पहले छतरपुर जिला पहुंचना पड़ेगा। आप चाहे तो गूगल मैप की मदद ले सकते हैं, उसमें नक्शे का अनुसरण करते हुए बहुत आसानी से बागेश्वर धाम पहुंच सकते हैं। वैसे आप चाहे तो बस के जरिए भी बागेश्वर धाम आ सकते हैं। दिल्ली से सीधे बागेश्वर धाम के लिए बस चलती है।
वैसे आप चाहे तो रोडवेज बस की भी सवारी ले सकते हैं, जिसके लिए आपको सबसे पहले दिल्ली से लखनऊ और फिर लखनऊ से भोपाल का सफर तय करना होगा। क्योंकि दिल्ली से सीधे छतरपुर के लिए रोडवेज बस की सेवा उपलब्ध नहीं है।
हवाई मार्ग के जरिए
यदि आप बागेश्वर धाम हवाई मार्ग के जरिए जाना चाहते हैं तो बता दें कि बागेश्वर धाम पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा खजुराहो हवाई अड्डा है, जहां से लगभग भारत के कई बड़े शहरों के हवाई अड्डे से सीधे हवाई जहाज उड़ान भरतु हैं।
लेकिन फिर भी आपको अपने क्षेत्र के हवाई अड्डे से खजुराहो के लिए सीधे फ्लाइट उपलब्ध है या नहीं इसकी जानकारी ले लेनी चाहिए। यदि आप भारत के किसी छोटे शहर से हैं, जहां से आपको सीधे खजुराहो के लिए फ्लाइट टिकट उपलब्ध नहीं हो रही है तो आप सबसे पहले ग्वालियर एयरपोर्ट के लिए टिकट बुक कर सकते हैं।
क्योंकि ग्वालियर एयरपोर्ट के लिए भारत के छोटे शहरों से भी फ्लाइट लगभग उपलब्ध है। उसके बाद वहां से आप खजुराहो एयरपोर्ट की यात्रा कर सकते हैं। खजुराहो पहुंचने के बाद बस या टैक्सी के माध्यम से छतरपुर पहुंच सकते हैं।
बागेश्वर धाम दर्शन करने का सबसे अच्छा समय
बागेश्वर धाम भारत के अन्य धार्मिक स्थल की तरह नहीं है, जहां की सुंदरता और वास्तुकला को देखने के लिए भक्तजन या फिर यात्री जाते हैं। यहां पर ज्यादातर लोग अपनी समस्याओं का समाधान करने के लिए आते हैं। ऐसे में यहां आने वाले लोगों के लिए कोई मायने नहीं रखता कि बागेश्वर धाम आने के लिए सबसे अच्छा समय क्या है।
क्योंकि जब वह समस्या से गुजर रहे होते हैं तो वह कभी भी इस धाम में आकर अपनी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन फिर भी यदि आप बागेश्वर धाम जाने के लिए सबसे अच्छे समय के बारे में जानना चाहते हैं तो बता दे कि बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। गर्मियों के मौसम में यहां पर तापमान काफी ज्यादा बढ़ जाता है, इसीलिए गर्मियों का मौसम तो यहां यात्रा करने के लिए बिल्कुल भी सुखद नहीं है।
हालांकि जो लोग कष्ट में होते हैं, वह समाधान के लिए गर्मी और बरसात के मौसम में भी इस धाम में आते हैं। लेकिन सबसे अच्छा इस जगह की यात्रा के लिए समय सर्दियों का होता है। सर्दियों के दौरान यहां का वातावरण काफी ज्यादा सुखद होता है।
FAQ
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम भगवान हनुमान जी का सुप्रसिद्ध मंदिर है। कहा जाता है कि यह चमत्कारी धाम है, जहां पर भक्तों के बताए बिना ही इस धाम के शास्त्री उनके समस्याओं का निराकरण कर देते हैं। यहां आने वाले हर एक भक्तों की इच्छा पूरी हो जाती है एवं उनकी समस्या दूर हो जाती है।
बागेश्वर धाम में अर्जी लगानी हो या किसी भी चीज की जानकारी लेनी हो तो बागेश्वर धाम का एक टोल फ्री नंबर है +919630313211
वैसे तो बागेश्वर धाम में सप्ताह के सातों दिन दरबार लगता है लेकिन मंगलवार एवं शनिवार को दरबार में आने वाले लोगों को मुख्य माना जाता है।
बागेश्वर धाम में दर्शन करने की कोई भी शुल्क नहीं लगती है। यहां पर जिन भी भक्तों की अर्जी को स्वीकार कर लिया जाता है, उन्हें निशुल्क में टोकन दिया जाता है। जिसके जरिए बागेश्वर धाम का दर्शन कर पाते हैं।
बागेश्वर धाम सरकार के महाराज का नाम पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री है, जो बहुत ही शिक्षित एवं उच्च ज्ञानी व्यक्ति हैं। माना जाता है कि इस धाम में आने वाले भक्तों के कहे बिना धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी उनके समस्याओं का निराकरण कर देते हैं।
बागेश्वर धाम सरकार मंदिर मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में गंज नामक ग्राम के पास स्थित है।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने आपको भारत के मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित एक प्रमुख तीर्थ स्थल बागेश्वर धाम सरकार के बारे में बताया, जिसमें आपने बागेश्वर धाम मंदिर के इतिहास, मंदिर के दर्शन करने के लिए अर्जी लगाने की प्रक्रिया एवं बागेश्वर धाम कैसे जाएँ (Bageshwar Dham Sarkar Kaise Jaye) के बारे में बताया।
हमें उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए जानकारी पूर्ण रहा होगा। यदि यह लेख आपको पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, फेसबुक के जरिए अन्य लोगों के साथ जरुर शेयर करें।
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