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अच्छी मति जो चाहो, बूढ़े पूछन जाओ मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग

अच्छी मति जो चाहो, बूढ़े पूछन जाओ मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग (Achchhee mati jo chaaho, boodhe poochhan jao Muhavara ka arth)

अच्छी मति जो चाहो, बूढ़े पूछन जाओ मुहावरे का अर्थ – बड़े–बूढ़ों की सलाह से कार्य सिद्ध हो जाते हैं, क्योंकि उनका अनुभव काम आता है।

Achchhee mati jo chaaho, boodhe poochhan jao Muhavara ka arth – bade–boodhon kee salaah se kaary siddh ho jaate hain, kyonki unaka anubhav kaam aata hai.

दिए गए मुहावरे का हिंदी में वाक्य प्रयोग

वाक्य प्रयोग: सोहन कोई भी कार्य करने से पहले अपने माता-पिता और अपने से बड़े लोगों का सलाह लेता है और मैं उस कार्य में सफल भी रहता है इसलिए किसी ने सच ही कहा है अच्छी मति जो चाहो, बूढ़े पूछन जाओ।

वाक्य प्रयोग: सीता ने एक बड़े से घर लेने के पहले अपने माता-पिता और अपने बड़े बूढ़ों से उस घर के बारे में बताया तो उसके बड़े बूढ़ों ने जो उसे सलाह दी हुए आगे चलकर उसके बहुत काम आए इसीलिए किसी ने सच ही कहा है अच्छी मति जो चाहो, बूढ़े पूछन जाओ।

वाक्य प्रयोग: राम सोहनलाल के घर में एक बड़ा प्रयोजन हुआ लेकिन राम सोहनलाल ने अपने बुजुर्ग माता-पिता से ना तो सलाह ली और ना ही उन्हें इस बारे में कुछ बताया लेकिन राम सोहनलाल का प्रयोजन अच्छा से नहीं हुआ सब मटिया मेट हो गया क्योंकि उन्होंने अपने बड़े बुजुर्गों के अनुभव और उनकी सलाह नहीं ली थी जिस वजह से उसका एक बड़ा प्रयोजन विफल रहा इसलिए कहा जाता है अच्छी मति जो चाहो, बूढ़े पूछन जाओ।

वाक्य प्रयोग: स्वामी विवेकानंद सदैव अपने गुरु से रामकृष्ण परमहंस जी के आज्ञा से ही कोई भी कार्य करते थे इसीलिए स्वामी विवेकानंद आज विश्व गुरु के नाम से जाने जाते हैं किसी ने सच कहा है कि जो लोग अपने बड़े बूढ़ों की अपने गुरु की बात मानते हैं वह जरूर एक दिन अपने जीवन में बड़ी उपलब्धियों को प्राप्त करते हैं इसीलिए कहा जाता है अच्छी मति जो चाहो, बूढ़े पूछन जाओ।

यहां हमने “अच्छी मति जो चाहो, बूढ़े पूछन जाओ” जैसे बहुचर्चित मुहावरे का अर्थ और उसके वाक्य प्रयोग को समझा।अच्छी मति जो चाहो, बूढ़े पूछन जाओ मुहावरे का अर्थ होता है कि जब कोई व्यक्ति बड़े बूढ़ों की सलाह से कोई कार्य करता है तो उसे उस कार्य में सफलता मिलती है मैं उसको बहुत ही आसानी से कर सकता है क्योंकि उस कार्य को करने के लिए वह अपने बड़े बूढ़ों का अनुभव और अपना अनुभव दोनों को मिलाकर आगे बढ़ता है जो कि उसके बड़े काम आते हैं इसीलिए कहा जाता है कि आप कोई भी कार्य करें उसके लिए सबसे पहले अपने माता-पिता और अपने शिक्षक का सलाह जरूर लें। चुकी यह मुहावरा है और मुहावरा और असामान्य अर्थ प्रकट करता है इसीलिए यहां इस मुहावरे का अर्थ दोहरा लाभ प्राप्त करने से हैं।

मुहावरे परीक्षाओं में मुख्य विषय के रूप में पूछे जाते हैं। एक शब्द के कई मुहावरे हो सकते हैं।यह जरूरी नहीं कि परीक्षा में यहाँ पहले दिये गए मुहावरे ही पूछा जाए। परीक्षा में सभी किसी का भी मुहावरे पूछा जा सकता है।

मुहावरे का अपना एक भाग है प्रत्येक पाठ्यक्रम में, छोटी और बड़ी कक्षाओं में मुहावरे पढ़ाया जाता है, कंठस्थ किया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यह एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।

परीक्षा के दृष्टिकोण से मुहावरे बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में मुहावरे का अपना-अपना भाग होता है। चाहे वह पेपर हिंदी में हो या अंग्रेजी में यहां तक कि संस्कृत में भी मुहावरे पूछे जाते हैं।

मुहावरे कोई बहुत कठिन विषय नहीं है। यदि इसे ध्यान से समझा जाए तो याद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। इसे समझ समझ कर ही लिखा जा सकता है।

अन्य महत्वपूर्ण मुहावरे और उनका वाक्य प्रयोग

आकाश-पाताल एक करनाउड़ती चिड़िया के पंख गिनना
बड़ी बात होनाअपना घर समझना
अक्ल चरने जानाकरारा जवाब देना

1000+ हिंदी मुहावरों के अर्थ और वाक्य प्रयोग का विशाल संग्रह 

Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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