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5S क्या है?, इसका मतलब और प्रकार

अगर कभी भी आपने 5s के बारे में सुना है तो निश्चित ही आपके मन में प्रश्न होगा कि आखिर 5s क्या होता है? (5s in hindi) और 5s का मतलब क्या होता है?

वैसे यह एक जापानी तकनीक है। क्योंकि इसकी शुरुआत सबसे पहले जापान में ही हुई थी और लगभग हर जापानी अपने काम करने की जगह से लेकर अपने जीवन शैली में 5s मेथड का प्रयोग करते हैं, जिसके कारण जापान में यह मैथड काफी ज्यादा प्रसिद्ध है।

5s kya hai
Image: 5s kya hai

जहां भी लोग इस मेथड का प्रयोग करते हैं, वे इसे जापानी तकनीकी के नाम से जानते हैं। इस तकनीकी की मदद से आप भी अपने वर्कस्पेस और वर्कफ्लो को मैनेज कर सकते हैं और अपने प्रोसेस और वेस्ट को रिमूव करके ऑर्गेनाइजेशन की क्षमता को बढ़ा सकते हैं।

तो चलिए आज के इस लेख में जानते हैं कि आखिर 5s मेथड की शुरुआत कैसे हुई?, 5s क्या है? (5s kya hai), 5s का फुल फॉर्म क्या है (5s full form), 5s का मतलब (5s meaning in hindi), इसका प्रोसेस और 5s का पूरा अर्थ क्या है?

5S क्या है? (5S in Hindi)

जैसे हमने आपको पहले ही बताया कि 5s एक जापानी तकनीक है। अब बात करते हैं इसके अर्थ की तो यह शब्द 5 s से मिलकर बना हुआ है और हर एक s का अलग-अलग अर्थ है।

जापानी नामइंग्लिश नामहिंदी अर्थ
Seiri (सेईरी)Shortछांटना
Seiton (सैंटोन)Set In Orderसुव्यवस्था
Seiso (सिसो)Shineचमकाना
Seiketsu (सैकेटसु)Standardizeमानकीकरण
Sitsuke (सितसुके)Sustainableअनुशासन

5S का इतिहास

5s मेथड की शुरुआत सबसे पहले 1980 में जापान की मैन्युफैक्चरिंग कंपनी टोयोटा ने की थी। इस कंपनी ने ही इस सिस्टम का नाम टोयोटा प्रोडक्शन सिस्टम दिया, जो बाद में फाइनेंस एक्टिविटी के नाम से प्रख्यात हुआ।

फिर 1990 से सर्विस इंडस्ट्री में इस 5s मेथड का उपयोग प्रारंभ हुआ। इस 5s मेथड के जरिए हर एक कार्य क्षेत्र को इंप्रूवमेंट किया जा सकता है।

अपने अच्छे वर्किंग एनवायरमेंट को बनाने के लिए यह मेथोड काफी लाभकारी हैं। इस एक्टिविटी में चपरासी से लेकर मालिक तक सभी लोग भाग लेते हैं और अपने कार्यक्षेत्र को बेहतर बनाते हैं।

5S मेथोड के फायदे

  • 5s मेथड के बहुत सारे फायदे हैं। इसके पहले S sorting के जरिए अपने वर्कप्लेस में स्पेस को बनाए रख सकते हैं और अनुपयोगी वस्तु को छांट सकते हैं।
  • 5S के दुसरे S set in order को इंप्लीमेंट करके वर्कप्लेस पर अपनी सभी वस्तुओं के लिए निश्चित जगह बनाकर उन्हें व्यवस्थित तरीके से रख सकते है।
  • 5S के तीसरे S shine को इंप्लीमेंट करके अपने वर्क प्लेस को साफ सुथरा रख सकते हैं। मशीन एवं उपकरणों को मेंटेन रख सकते हैं।
  • 5s के चौथे S Standarized के उपयोग से हम तीनों के सही तरीके से इंप्लीमेंट करने के लिए चेकशीट बना सकते हैं।
  • 5s के पांचवें S sustainable के उपयोग से हम 5S के सभी चारों S को सही तरीके से प्रोसेस में बनाए रख सकते हैं।

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5S का प्रयोग इस तरह किया जाता है?

उपरोक्त आपने 5s मेथड क्या होता है और इसके इतिहास के बारे में जाना। अब जानते हैं कि किस तरीके से आप अपने कार्य क्षेत्र में इस मेथड का प्रयोग कर सकते हैं ताकि आपका वर्क एनवायरमेंट बेहतर बन सके।

यहां पर हमने स्टेप बाय स्टेप हर एक S के इस्तेमाल के बारे में बताया है।

Short (छांटना)

पहले स्टेप में आपको पहले S का प्रयोग करना है, जिसका अर्थ होता है छांटना और छांटने का अर्थ है कि बहुत सी फालतू चीजों में से काम की चीजों को अलग से निकाल कर रखना।

जब आपका वर्क प्लेस बहुत सारी अनुपयोगी वस्तुओं से भरा होता है तो उनमें से फायदे वाली और काम की वस्तुओं को ढूंढने में ज्यादा समय लग जाता है। इसीलिए अपने वर्क प्लेस को बेहतर बनाने के लिए सबसे पहली शुरुआत हमें छांटने का करना है।

इस स्टेप में आपको जितनी मात्रा में वस्तुओं की जरूरत है, उतना ही आपको मंगवाना होती है। जो भी वस्तुएं फालतू होती है, उन्हें आपको हटा देना है और इसके लिए आप एक सूची बना सकते हैं।

कंफर्म कर सकते हैं कि कौन-कौन सी वस्तुएं आपके काम की है‌ या आगे काम आने वाली है और कौन सी वस्तु आपको हटा देना है, जो अनुपयोगी है।

अब बात करते हैं कि किस तरीके से इस फर्स्ट मेथड के जरिए आप उपयोगी वस्तुओं की सूची बना सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले तो आपको हर एक वस्तुओं को सही से देखना है, उनमें से काम की वस्तुओं की लिस्ट तैयार करना है।

जिन वस्तुओं की लिस्ट आपने बनाई है, उनमें से जो-जो वस्तुएं जिस-जिस क्रम में उपयोगी होगी, आपको उस क्रम में उन्हें रखना है।

जिस वस्तु का प्रयोग बार-बार आने वाला है, उसे आपको सबसे पहले रखना है ताकि आसानी से आपको मिल जाए और जिसका इस्तेमाल कभी कबार होने वाला है, उसे आप सबसे दूर रख सकते हैं।

फर्स्ट मेथड का लाभ

  • फर्स्ट S को इंप्लीमेंट करने से आपका कार्य क्षेत्र अच्छा दिखता है।
  • वस्तुएं सही क्रम में रहती है, जिससे वस्तुओं को खोजने में समय नहीं लगता है।
  • जरूरत की वस्तुएं जल्दी मिल जाती है और समय की बचत होती है।
  • जिस वस्तु की जितनी मात्रा में जरूरत होती है, हम उतनी ही मात्रा में उसे रखते हैं।
  • इससे जगह की भी बचत होती है।

Set In Order (सुव्यवस्था)

अब बात करते हैं अपने कार्य क्षेत्र में किस तरीके से आप 5S के दूसरे S को इंप्लीमेंट करके एक अच्छे वर्क एनवायरमेंट तैयार कर सकते हैं।

5s में दूसरे एस का अर्थ होता है Set In Order मतलब सुव्यवस्था था। चीजों को सुव्यवस्थित तरीके से रखना ही set in order कहलाता है।

इस मेथड में आपको आपके द्वारा छांटी गई वस्तुओं को सही क्रम और सही स्थान देना है। ताकि एक बार जब उन वस्तुओं का उपयोग हो जाए तो दोबारा आप उन्हें उनके स्थान पर ही रखें।

इस तरह आपको इस मेथड में सभी वस्तुओं के लिए एक निर्धारित जगह बनानी होगी ताकि जब दोबारा आपको उस वस्तु की जरूरत पड़े तो आप उसे उसके सही स्थान से उठा सके।

इस मेथड में आप वस्तुओं को उनके साइज के हिसाब से रख सकते हैं ताकि हर एक वस्तु आपको आसानी से दिख जाए।

इससे जब आपको जिस वस्तु की जरूरत पड़ेगी, आपको उसे ढूंढने में समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा। आपकी नजर तुरंत उस वस्तु पर पड़ जाएगा।

इस तरह संक्षेप में कहें तो आप इस मेथड में सबसे पहले वस्तुओं का नामकरण कर सकते हैं और फिर उन्हें उनके उपयोग रंग या साइज के अनुसार निश्चित जगह दे सकते हैं।

5S मेथड में दूसरे S का लाभ

  • वस्तुओं को खोजने में समय नहीं लगता है।
  • वस्तु आसानी से मिल जाती है।
  • वस्तुओं की पहचान करने में आसानी होती हैं।
  • कोई भी नई वस्तु जोड़ी जाए तो बहुत आसानी से प्राप्त हो जाती हैं।
  • कौन सी वस्तु कहां है, आसानी से मिल जाती है।
  • कोई नया व्यक्ति भी हो तो वह भी आसानी से वस्तुओं को ढूंढ पाता है।

Shine (चमकाना)

5s में तीसरे s का अर्थ चमकाना होता है। वर्क प्लेस अगर साफ सुथरा रहे तो कार्य करने का मन करता है। इसीलिए अपने कार्यक्षेत्र और वहां मौजूद वस्तुओं की साफ सफाई नियमित रूप से करते रहनी चाहिए।

अपने कार्यक्षेत्र में किसी भी मशीन या उसके पाइपलाइन में अगर लीकेज है तो इस बात का ध्यान दें और सतर्क रहें। समय-समय पर मशीनों के पाइप को चेक करते रहें। अगर कहीं भी लीकेज होता है तो तुरंत समय पर ठीक करवाएं।

ध्यान रहे कभी भी चलती हुई मशीन की सफाई ना करें। मशीन बंद हो, उस समय मशीन की सफाई करें और साफ-सुथरे कपड़े का प्रयोग करें। बहुत बार कपड़ा मशीन के अंदर या मोटर के अंदर फंस भी जाता है। इसीलिए ध्यान पूर्वक सफाई करें।

ध्यान रहे जब आप मशीन की सफाई कर रहे हैं और सफाई के लिए पानी का प्रयोग कर रहे हैं तो यह जांच करना जरूरी है कि मशीन कहीं पावर प्लग से जुड़ा हुआ तो नहीं है, वरना इससे करंट लगने का भी खतरा होता है।

सभी मशीनों को पानी से साफ नहीं कर सकते हैं। इसलिए जिस मशीन में पानी से सफाई की जा सकती है, उन्हीं में पानी का प्रयोग करें।

कुछ-कुछ मशीनों के पार्ट को साफ करने के लिए कैमिकल लिक्विड का प्रयोग किया जाता है। इसलिए आप उस लिक्विड के उपयोग से ही सफाई करें।

अपने वर्कप्लेस में सफाई का एक टाइम टेबल जरूर बनाएं और हर दिन उस टाइम टेबल को फॉलो करें। उदाहरण के लिए आप हर दिन 10 से 15 मिनट अपने वर्क प्लेस, मशीन, उपकरणो की साफ-सफाई को दे सकते हैं, जिससे आपका कार्यस्थल हमेशा चमकता रहेगा।

समय-समय पर अपने कार्यस्थल, उपकरण और मशीनों का इंस्पेक्शन करते रहे। कहीं भी खराबी हो तो उसे समय पर बदल दें।

साफ सफाई करने के लिए दिशानिर्देश भी जरूर बनाए ताकि उस दिशानिर्देश का पालन करके अच्छे से सफाई किया जा सके।

कार्यस्थल में कौन से कार्य को कौन करने वाला है, उसकी लिस्ट तैयार करें ताकि हर किसी को अपने कार्य के बारे में पहले से ही जानकारी रहे।

तीसरे S का लाभ

  • वर्कप्लेस साफ रहता है।
  • वस्तुओं की सफाई होती रहती हैं, जिससे उसमें चमक बनी रहती हैं।
  • मशीन या उपकरण लंबे समय तक चलते हैं।
  • खराब मशीन से होने वाली दुर्घटना को रोका जा सकता है।
  • साफ-सफाई रहने से कंपनी बाहर से भी चमकती है और बाहर से आने वाला नया विजिटर के आंखो में कंपनी का स्टैंडर्ड और रेपुटेशन बढ़ता है।
  • चारों तरफ साफ सुथरा माहौल होने से लोगों के अंदर सकारात्मक सोच उत्पन्न होती है।

Standardize (मानकीकरण)

5s मेथड में मानकीकरण उपरोक्त तीनों स्टेप्स को बनाए रखने के लिए मजबूती देता है। इसमें चीजों को इस टेंडर के हिसाब से बांट सकते हैं या प्रोसेस को पूरा करने के लिए एक पैटर्न तैयार कर सकते हैं कि वह किस तरह होगा, उसका साइन किस तरह होगा।

सभी तरह के इंडस्ट्री में एक इंडस्ट्रियल मैप बनाया जाता है, जहां पर अलग-अलग चीजों को अलग-अलग कलर और साइन दिया जाता हैं। उदाहरण के लिए डेंजर बोर्ड, प्रोसेस डायरेक्शन आदि। आप अपने वर्क प्लेस पर इस तरीके से मानकीकरण कर सकते हैं।

इसमें हर एक व्यक्ति के जिम्मेदारी को फिक्स कर दें कि उसे कौन सा काम कब करना है और उसके लिए रूटीन भी फिक्स कर दें।

हर व्यक्ति को अलग-अलग जोन बनाकर जिम्मेदारी दें ताकि उस क्षेत्र के अंदर तक का जिम्मेदार उस व्यक्ति पर रहे।

इसमें सिस्टम को चेक करते रहना जरूरी है कि आपने जो ऊपर के तीनों मेथड को बनाए रखने के लिए जो पैटर्न तैयार किया है, वह सही से काम कर रहा है या नहीं। लोग अपनी जिम्मेदारी को सही से निभा रहे हैं या नहीं।

ऊपर के तीनों S का सही से पालन हो, इसके लिए इसमें एक बोर्ड बना सकते हैं और हर एक के लिए अलग-अलग मार्क निर्धारित कर सकते हैं।

इसमें 5s के अंतर्गत जो भी कार्य करना हैं, उसका सही से दिशानिर्देश बना सकता है। दिशा निर्देश के अनुसार ही सभी काम किए जाने चाहिए।

मानकीकरण का लाभ

  • उपरोक्त के तीनों स्टेप्स को पूरा करने में आसानी होती है।
  • हर व्यक्ति को अपने जिम्मेदारी के बारे में पता चल जाता है।
  • अगर वर्क प्लेस पर कोई नया व्यक्ति भी आता है तो उसे भी अपने कार्य के बारे में आसानी से जानकारी मिल जाती है।

Sustainable (अनुशासन)

उपरोक्त 5s मेथड के चारों S को अपने वर्कप्लेस में इंप्लीमेंट करने के बाद अब जरूरी होता है अनुशासन बनाए रखना। क्योंकि बिना अनुशासन के कोई भी सिस्टम लंबे समय तक कार्य नहीं कर सकता।

कंपनी की अपनी एक अनुशासन प्रणाली होती है, जिसे हर हालत में बनाए रखना जरूरी होता है। हर एक कार्य को करते समय निर्धारित नियमों का पालन करना होता है।

अनुशासन बनाए रखने के लिए 5s मेथड किस तरह प्रोग्रेस कर रहा है, उसका मॉनिटरिंग करना जरूरी है कि लोग सही से काम कर रहे हैं या नहीं।

ध्यान दें कि क्या लोग हर एक कार्य को करने से पहले निर्देशों का पालन कर रहे हैं या नहीं। क्योंकि बिना निर्देशों का पालन किए कार्य सही से नहीं हो सकता।

वर्कप्लेस पर अनुशासन बनाए रखने के लिए एरिया जॉन बना सकते हैं और वहां के लिए लीडर नियुक्त कर सकते हैं, जो अपने अपने एरिया की मॉनिटरिंग करेगा।

रेट टैग प्रणाली का इस्तेमाल करके अनुपयोगी चीजों को आईडेंटिफाई करके उन्हें हटा सकते हैं।

फिक्स पॉइंट फोटोग्राफ का उपयोग कर सकते हैं। इसमें पहले या बाद का फोटोग्राफ देखकर कार्य में होने वाले इंस्ट्रूमेंट का पता लगा सकते हैं।

वर्कप्लेस पर अनुशासन बनाए रखने के लिए स्टाफ को मोटिवेट कर सकते हैं, उन्हें अवार्ड देकर प्रेरित कर सकते हैं।

वर्क प्लेस पर हमेशा टीम बनाकर काम करें। कर्मचारियों के बीच कम्युनिकेशन सिस्टम को अच्छा बनाए रखें ताकि हर कर्मचारी मिलकर काम करें। समय-समय पर कर्मचारियों को ट्रेनिंग भी देते रहें।

FAQ

5s मेथड का जनक कौन है?

5s मेथड का जनक जापान की टोयोटा कंपनी को माना जाता है, जिसने इस सिस्टम की शुरुआत की।

5s मेथड का प्रारंभ कब से हुआ?

5s मेथड का प्रारंभ 1980 से हुआ लेकिन 1990 से जापान के हर एक इंडस्ट्री में इस सिस्टम का उपयोग होने लगा।

5s में अंतिम S का क्या अर्थ है?

5S में अंतिम S का अर्थ sustainable मतलब अनुशासन होता है।

5S System का उपयोग क्यों किया जाता है?

5S सिस्टम जो कि एक जापानी टूल के नाम से जाना जाता है। यह वर्क प्लेज मैनेजमेंट के लिए उपयोग किया जाता है।

निष्कर्ष

इस लेख में वर्क प्लेस पर अच्छा वर्क एनवायरमेंट बनाने के लिए एक जापानी मेथोड 5s के बारे में जाना।

इस लेख में 5s क्या होता है (5s kya hota hai), 5s का क्या अर्थ होता है, 5s का फुल फॉर्म (5s full form), 5s meaning in hindi, किस तरीके से इसे हम अपने वर्क प्लेस पर इंप्लीमेंट कर सकते हैं इसके बारे में अच्छे से बताया।

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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