विज्ञान केवल एक विषय नहीं यह जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। क्योंकि हमारे आसपास सब कुछ विज्ञान ही तो है। हमारे जीवन में विज्ञान का बहुत ही योगदान है।
विज्ञान के कारण ही हमारा जीवन आज इतना आसान बन सका है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि विज्ञान के जनक कौन हैं?
हर एक विषय का कोई ना कोई जनक है, जिन्होंने उस विषय को लोगों के सामने लाया और उस विषय में आगे चलकर क्रांति आई।
इसी तरह विज्ञान के भी कोई जनक है, जिसके कारण विज्ञान आज इतना विकास किया और दिन प्रतिदिन विज्ञान नए-नए आविष्कार कर रहा है।
विज्ञान क्या है?
आप विज्ञान को एक विषय के रूप में नहीं ले सकते हैं। क्योंकि विज्ञान तो वह ज्ञान की विशेष शाखा है, जिसमें मनुष्य प्रकृति के रहस्यों को जानने के लिए सतत अध्ययन करते रहता है।
प्रकृति के हर एक रहस्य को सार्थक बनाने में विज्ञान महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विज्ञान में प्रत्येक चीज को साबित किया जा सकता है। इसमें अंधविश्वास का कोई लॉजिक नहीं होता।
विज्ञान अंधविश्वास और गलतफहमी का विपरीत माना जाता है। क्योंकि विज्ञान हर एक चीजों के पीछे का कारण ढूंढता है।
प्रकृति में जो भी घटना होती है, सभी के पीछे कोई ना कोई कारण है। हालांकि आज हम भूकंप, ज्वालामुखी, दिन-रात होना इन तमाम प्रकृति घटनाओं के कारण से परिचित है। लेकिन प्राचीन समय में मनुष्य इन घटनाओं को अंधविश्वास के रूप में लेता था।
लेकिन विज्ञान के कारण ही आज हम प्रकृति के हर एक रहस्य को हल करने में सक्षम है। इस तरह विज्ञान वह विशिष्ट ज्ञान है जो सभी तरह से सत्यापित है।
जिस व्यक्ति में प्रकृति के हर एक घटना का कारण जानने की जिज्ञासा होती है, जो प्रकृति में मौजूद चीजो से नई-नई आविष्कार करने के लिए प्रेरित रहता है, वह वैज्ञानिक होता है और वैज्ञानिक के कारण ही विज्ञान की उन्नति होती हैं।
विज्ञान के जनक कौन है?
विज्ञान तो सृष्टि के निर्माण के साथ ही शुरू हो गया था। लेकिन विज्ञान की उन्नति तब से हुई जब से मनुष्य में प्रकृति के विभिन्न घटनाओं के रहस्य से पर्दा उठाने की जिज्ञासा होना शुरू हुआ।
इस जिज्ञासा ने कई वैज्ञानिकों को जन्म दिया, जिन्होंने विज्ञान के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बात करें विज्ञान के जनक कौन है तो गैलीलियो को आधुनिक विज्ञान का जनक कहा जाता है। विज्ञान में इन्होंने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इनके द्वारा विज्ञान में कई चीजों की खोज की गई, जिसके कारण इन्हें आधुनिक विज्ञान का पिता भी कहा जाता है।
गैलीलियो इटली के महान गणितज्ञ, शिक्षक, दार्शनिक एवं खगोलशास्त्री थे। उनका जन्म 15 फरवरी 1564 को इटली के पीसा शहर में हुआ था। इनका परिवार संगीत में रुचि रखता था।
गैलीलियो ने पीसा विश्वविद्यालय से अपनी शिक्षा पूरी की और आगे मेडिकल डिग्री प्राप्त की। उसके बाद डॉक्टर की पढ़ाई करने लगे लेकिन उनकी शिक्षा कभी समाप्त नहीं हुई।
आगे उन्होंने बच्चों को गणित पढ़ाई और कई चीजों पर प्रयोग किए। उस दौरान गैलीलियो कई व्याख्यान, पांडुलिपि और ग्रंथों पर काम किया। इसके साथ ही इन्होंने गति और गुरुत्वाकर्षण जैसे भौतिक घटनाओं का भी अध्ययन करना शुरू किया।
गैलीलियो ने सबसे पहले टेलिस्कोप की खोज की थी और अपने टेलिस्कोप के जरिए पहली बार शुक्र ग्रह को देखा था।
इसके अतिरिक्त इन्होंने चंद्रमा पर पहाड़, शनी के छल्ले, बृहस्पति के चंद्रमा जैसे कई चीजों का अवलोकन किया और दुनिया को इसके बारे में बताया।
गैलीलियो ने सापेक्षता का सिद्धांत, जड़त्व का सिद्धांत जैसे भौतिकी के कई सिद्धांतों की खोज की। निश्चित ही विज्ञान में उनके महत्वपूर्ण योगदान के कारण गैलीलियो विज्ञान के जनक माने जाते हैं।
विज्ञान की प्रमुख शाखाएं
विज्ञान को तीन शाखाओं में बांटा गया है और इन तीनों शाखाओं में अलग-अलग चीजों का अध्ययन किया जाता है। विज्ञान के तीन शाखाएं निम्नलिखित हैं:
जीव विज्ञान (Biology)
सृष्टि में मौजूद तमाम प्रकार के जीवों के बारे में अध्ययन करना ही जीव विज्ञान कहलाता है। जीव विज्ञान को पौधे, जंतु और मानव के आधार पर बांटा गया है।
रसायन विज्ञान (Chemistry)
रसायन विज्ञान के अंतर्गत विभिन्न रासायन, तत्व योगिक का अध्ययन किया जाता है। दो रसायनों के मिश्रण से नए रसायनों को उत्पन्न करना, दो तत्वों को मिलाकर नए तत्व का निर्माण करना, दो धातु को मिलाकर नए धातु का निर्माण करना इत्यादि संबंधित अध्ययन होता है।
भौतिक विज्ञान (Physics)
भौतिक विज्ञान में भौतिकी चीजों का अध्ययन किया जाता है। प्रकृति में जिन घटनाओं को हम महसूस कर सकते हैं, उन तमाम घटनाओं के पीछे के कारण भौतिक विज्ञान से ही पता चलता है।
FAQ
भारत में आधुनिक विज्ञान के जनक डॉ. जगदीश चंद्र बोस को माना जाता है, जिन्होंने वनस्पतियों में जीवन होता है इस तथ्य को साबित किया था। इसके अतिरिक्त इन्होंने रेडियो और सूक्ष्म तरंगों की खोज की थी।
विज्ञान अंधविश्वास का विरोधी है विज्ञान सच को मानता है। विज्ञान हर एक चीज को साबित करता है। विज्ञान आत्मविश्वास के निर्माण में मदद करता है और समाधान तक पहुंचने के लिए एक व्यवस्थित दृष्टिकोण प्रदान करता है।
गैलीलियो इटली के महान गणितज्ञ, शिक्षक, दर्शनशास्त्र, खगोल शास्त्री एवं भौतिकी वैज्ञानिक थे।
जीव विज्ञान का जनक अरस्तु को माना जाता है। लेकिन भारत में डॉक्टर पुष्यमित्र भार्गव को जीव विज्ञान का जनक कहा जाता है।
गैलीलियो को आधुनिक विज्ञान का पिता माना जाता है, जो इटली के रहने वाले थे।
इंसान जब जंगलों में रहता था, पशु पक्षियों को खाता था उसी को प्राचीन विज्ञान कहा जाता है। उस समय इंसान ने जाने अनजाने में कुछ चीजों की खोज की जैसे दो पत्थरों के टक्कर से आग जलाई, पहिए का आविष्कार किया जो जाने अनजाने में हुआ था और जाने अनजाने में जिस इंसान ने इसका आविष्कार किया होगा, वही प्राचीन विज्ञान का जनक होगा।
निष्कर्ष
उपरोक्त लेख में आपने विज्ञान के जनक कौन हैं (vigyan ke janak kaun hai) और विज्ञान से संबंधित अन्य चीजों के बारे में जाना।
हमें उम्मीद है कि इस लेख के जरिए विज्ञान से संबंधित कई प्रश्नों का जवाब मिल गया होगा। यदि यह लेख आपको पसंद आई हो तो इसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए अन्य लोगों के साथ जरूर शेयर करें।
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