Tarun Sagar ji Maharaj Quotes in Hindi
श्री तरुण सागर जी महाराज के अनमोल विचार | Tarun Sagar ji Maharaj Quotes in Hindi
“भले ही लड़ लेना झगड़ लेना पिट जाना या फिर पीट देना मगर कभी
बोलचाल बंद मत करना क्यूंकि बोलचाल के बंद
होते ही सुलह के सारे दरवाजे बंद हो जाते हैं!”
चिंता का विषय ये नहीं कि रूपये की कीमत कम हो रही है,
चिंता का विषय ये हैं कि मनुष्यता की कीमत काम हो रही हैं।
अपने को बदलो, अपने मन को बदलो,
अपने विचारों को बदलो, अपने नज़रिये को बदलो,
अपने दृश्टिकोण को बदलो।
जब नज़रे बदलती हैं तो नज़ारे बदल जाते हैं।
जीवन में माता, महात्मा और परमात्मा से बढ़कर कुछ भी नहीं हैं।
जीवन में तीन आशीर्वाद जरुरी हैं – बचपन में माँ का,
जवानी में महात्मा का और बुढ़ापे में परमात्मा का।
माँ बचपन को संभाल देती हैं,
महात्मा जवानी सुधार देता हैं
और बुढ़ापे को परमात्मा संभाल लेता हैं।
“अमीर होने के बाद भी यदि लालच और पैसों का मोह है,
तो उससे बड़ा गरीब और कोई नहीं हो सकता है।
प्रत्येक व्यक्ति ‘लाभ’ की कामना करता है,
लेकिन उसका विपरीत शब्द अर्थात ‘भला’ करने से दूर भागता है!”
इस देश को विवेकानंद जैसे हिन्दू और
अब्दुल कलाम जैसे मुसलमान मिल जायें तो दुनिया की
कोई ताकत हमारे देश की तरफ आँख
उठा कर भी नहीं देख सकती।
आदमी की औकात एक मुट्ठी राख से ज्यादा नहीं है
पर अपने को चक्रवर्ती का बाप समझता है –
एक माचिस की चिल्ली, एक लोटा घी,
लकड़ियों के ढेर पर कुछ घंटे में बस राख
बस इतनी सी है आदमी की औकात।
Tarun Sagar ji Maharaj Quotes in Hindi
“पैसों का अहंकार रखने वाले हमेशा इस बात का ध्यान रखें
कि पैसा कुछ भी हो सकता है, बहुत कुछ हो सकता है,
लेकिन सब कुछ नहीं हो सकता। हर मनुष्य को
पैसों की अहमियत समझना बहुत जरूरी है!”
हर हाल में मुस्कुराने की आदत डाल तो तो जीवन सत्यम, शिवम्,
सुंदरम का परियाये बन जायेगा –
औरों की मदत करें बिना फायदे दे।
मिलना जुलना सीखिए बिना मतलब के,
जीवन जीना सीखिए बिना दिखावे के और
मुस्कुराना सीखिए बिना सेल्फी के।
अगर कोई हँसता हुआ जानवर दिख जाये तो
समझ लेना वो इंसांन होने वाला है और
कोई इंसान हंसी की बात पर भी न हँसे तो
समझ लेना वह वो बनने वाला है।
शादी करनी है तो जागते हुए करो।
परिजनों की मर्जी को दरकिनार कर घर से
भागने की प्रवृत्ति आपके जीवन को
अंधकारमय बना सकती है।
मनुष्य भाषा, मजहब, जाति, धर्म, क्षेत्र के नाम पर
मनुष्य को बांटता आ रहा है।
मनुष्य को मनुष्य से बांटता आ रहा है।
“दुसरों के भरोसे जिंदगी जीने वाले लोग हमेशा दुखी रहते हैं,
इसलिए अगर हम जीवन सुखी होना चाहते हैं,
तो हमें आत्मनिर्भर बनने की कोशिश करनी चाहिए!”
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Tarun Sagar ji Maharaj Quotes in Hindi
मोबाइल के बड़ी माया है। सब ख़त्म कर दिया।
घडी, टार्च, कैलेंडर, कैमरा, चिठ्ठी पत्री,
जिंदगी का सुकून सब ख़त्म और बीबी के
हाँथ लग गया तो आप भी ख़त्म।
भले ही लड़ लेना….झगड़ लेना, पिट जाना…..
पिट देना, मगर बोल चाल बंद मत करना क्योकि
बोलचाल के बंद होते ही सुलह के सारे दरवाजे बंद हो जाते हैं। –
भले ही लड़ लेना, झगड़ जाना,
पिट जाना या पीट देना पर कभी भी
बोलचाल बंद मत करना क्योंकि बोलचाल
बंद करने से सुलह के सारे दरवाज़े बंद हो जाते हैं।
अपना तन-मन अपने परिवार को देना चल जायेगा।
अपना धन सगे सम्बन्धियों को देना चल जायेगा।
लेकिन अपना दिल ईश्वर के सिवाए किसी को मत देना।
कभी तुम्हारे माँ – बाप तुम्हें डाट दे तो बुरा नहीं मानना।
बल्कि सोचना – गलती होने पर माँ –
बाप नहीं डाटेंगे तो और कौन डाटेंगे,
और इसी तरह कभी छोटों से गलती हो जाये और
यह सोचकर उन्हें माफ़ कर देना की
गलतिया छोटे नहीं करेंगे तो और कौन करेंगा।
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