Tare Kyon Timtimate Hain: रात के समय जब भी हम आकाश को देखते हैं तो हमें तारे टिमटिमाते हुए दिखते हैं। लेकिन तारे टिमटिमाते नहीं है, वह एक समान बने रहते हैं। उनकी चमक एक समान बनी रहती है लेकिन जब हम उन्हें देखते हैं तो वह हमें टिमटिमाते हुए दिखते हैं।
यहाँ पर तारे क्यों टिमटिमाते हैं?, तारे टिमटिमाते के पीछे क्या कारण है? आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे। इस लेख को अंत तक जरुर पढ़े।
तारे क्यों टिमटिमाते हैं? | Tare Kyon Timtimate Hain
तारे की प्रकाश जब पृथ्वी पर आती है तो हमारे वायुमंडल में प्रवेश करती है। हमारे वायुमंडल में कई प्रकार के धूल कण मौजूद होते हैं, कई प्रकार के गैस मौजूद होते हैं, जिसमें तारे का प्रकाश टकराता है। इस प्रकार वायुमंडल में मौजूद धूल कण तारे के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुंचने में रुकावट देती है।
जिस वजह से हमें लगता है कि तारे टिमटिमाते हैं। लेकिन वह टिमटिमाते नहीं है बल्कि उसकी प्रकाश हमारे आंखों तक पहुंचने से पहले हमारे वायुमंडल में जाती है। जहां उसके प्रकाश को हमारी आंखों तक पहुंचने में कई प्रकार के रुकावटें आती है। यही कारण है, जिसके वजह से हमें लगता है कि तारे टिमटिमाते हैं।
लेकिन वैज्ञानिकों की माने तो तारे टिमटिमाते नहीं है, उनकी प्रकाश लगातार एक समान बनी रहती है और वह हमेशा एक जगह मौजूद रहते हैं। वह अपने स्थान से भी परिवर्तित नहीं होते। यही कारण है, जिसके वजह से हमें लगता है कि तारे टिमटिमा रहे हैं।
यह भी पढ़े
बिजली कैसे बनती है और बिजली बनाने के तरीके क्या है?
भारत का नेपोलियन किसे कहा जाता है?
हॉकी टीम में कितने प्लेयर होते हैं?
भारत का नक्शा डाउनलोड करें? (राजनीतिक व भौगोलिक)