भारत में प्राचीन काल से ही बेटे और बेटियों में भेदभाव होते आ रहा है। लेकिन अब बेटियों को भी बेटों की तरह समान अवसर उपलब्ध कराया जा रहा है।
देश में बेटियों के उत्थान और उनकी स्थिति को बेहतर बनाने के लिए सरकार भी कई तरह की योजनाओं को समय समय पर शुरू करती है।
बेटियों के भविष्य के लिए, उनके उच्च शिक्षा के लिए उनके माता-पिता अभी से ही बचत करें ऐसी सुविधा प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार के द्वारा पीएम सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की गई है।
यह योजना केवल बेटियों के लिए है। इस योजना से बेटियों के माता-पिता जुड़ के अभी से ही 15 साल तक अपने बेटी के नाम पर कुछ निश्चित रकम जमा कर सकते हैं, जो 21 साल के बाद ब्याज सहित उन्हें प्राप्त होंगे।
यदि आपके घर में भी नन्ही सी बिटिया ने जन्म लिया है तो यह योजना आपके लिए बहुत ही लाभकारी हो सकता है। सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana in Hindi) संबंधित विस्तृत जानकारी के लिए इस लेख को पूरा पढ़ सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना क्या है?
sukanya samriddhi yojana बेटियों के उच्च भविष्य, उच्च शिक्षा एवं शादी के खर्चे के लिए माता-पिता अभी से ही बचत करें इस उद्देश्य से केंद्र सरकार के द्वारा शुरू की गई बालिकाओं के लिए एक छोटी बचत योजना है।
इस योजना को 3 दिसंबर 2014 को शुरू किया गया था। हालांकि अभी इस योजना में कुछ बदलाव भी किए गए हैं। इस योजना के अंतर्गत माता-पिता अपने नजदीकी बैंक या पोस्ट ऑफिस में अपनी बेटी का खाता खुलवा सकते हैं।
उसके बाद उनन्यूनतम ₹250 सालाना, अधिकतम 1.5 लाख सालाना निवेश कर सकते हैं। 15 सालों तक उन्हें निवेश करना होगा। उसके बाद 21 साल के बाद उन्हें ब्याज सहित बचत की राशि प्राप्त हो जाएगी।
इस योजना के अंतर्गत जन्म से लेकर 10 वर्ष तक की आयु तक बेटी का खाता खुलवा सकते हैं। एक माता-पिता अपनी दो ही बेटियों के लिए इस योजना के अंतर्गत खाता खुलवा सकती हैं।
तीसरी बेटी होने पर इस योजना का लाभ नहीं प्राप्त कर सकती हैं। हालांकि जुड़वा बच्चे होने की स्थिति में प्रमाण पत्र दिखाकर व तीसरा खाता भी खुलवा सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना संबंधित जानकारी
- इस योजना के लिए बालिका की अधिकतम आयु 10 वर्ष निर्धारित की गई है।
- इस योजना के अंतर्गत प्रतिवर्ष न्यूनतम ₹250 और अधिकतम ₹150000 निवेश कर सकते हैं।
- सुकन्या समृद्धि योजना की मैच्योरिटी 21 वर्ष में पूरी होगी।
- 21 वर्ष पहले बालिका के दुर्भाग्यवश मृत्यु या किसी विशेष कारण से खाता बंद करवा कर राशि प्राप्त कर सकते हैं।
- 18 वर्ष बालिका का उम्र पूरा होने पर उसके उच्च शिक्षा की पढ़ाई के उद्देश्य से जमा की गई राशि का 50% राशि निकाल सकते हैं।
- सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत प्रत्येक माह की 1 तारीख और सालाना जमा करने पर प्रतिवर्ष 1 अप्रैल को राशि जमा करना पड़ता है।
- इस योजना का लाभ गोद लिए गए बालिका के लिए भी है।
सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ
सुकन्या समृद्धि योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का एक महत्वपूर्ण भाग है। इस योजना के कई प्रकार के लाभ हैं, जिनमें कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार है:
- पीएम सुकन्या समृद्धि योजना बैंक के एफडी के तुलना में ज्यादा लाभकारी है। यह बैंक की तुलना में ज्यादा ब्याज दर देती है। वर्तमान में 2023 में सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर 7.6% है।
- सुकन्या समृद्धि योजना सरकार के द्वारा चलाई जा रही एक योजना है, जिसके कारण इसमें रिटर्न कि गारंटी मिलती है।
- सुकन्या समृद्धि योजना का एक लाभ यह भी है कि इसमें सहूलियत के अनुसार पैसे निवेश करने की सुविधा मिलती है। इसमें न्यूनतम ₹250 और अधिकतम 1.5 लाख रुपए प्रतिवर्ष डिपॉजिट कर सकते हैं। ऐसे में व्यक्ति अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार निवेश की राशि निश्चित कर सकता है।
- सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश की गई राशि पर चक्रवर्ती ब्याज के अनुसार रिटर्न मिलता है।
- सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट को देशभर में कहीं भी ट्रांसफर करने की सुविधा मिलती है।
- सुकन्या समृद्धि योजना में छूट से भी छुटकारा मिलता है। इस योजना की धारा 80C के तहत सालाना 5 लाख रु. तक के टैक्स में छूट दिया जाता है।
सुकन्या समृद्धि योजना हेतु आवश्यक दस्तावेज
अगर आप अपनी बेटी के उच्च भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि योजना के तहत पैसे जमा करना चाहते हैं तो इसके अंतर्गत अकाउंट खुलवाने के लिए आपको कुछ दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी, जो इस प्रकार है:
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र
- माता-पिता का आधार कार्ड
- माता-पिता का पैन कार्ड
सुकन्या समृद्धि योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया
अगर आप sukanya samriddhi yojana के अंतर्गत अपनी बालिका के लिए खाता खुलवाना चाहते हैं तो इसके लिए केवल ऑफलाइन माध्यम ही उपलब्ध है।
ऑफलाइन माध्यम में आप अपने नजदीकी किसी भी बैंक शाखा में या फिर पोस्ट ऑफिस में जाकर खाता खुलवा सकते हैं, जिसकी प्रक्रिया यहां पर हमने दी हैं।
- सबसे पहले आपको अपने नजदीकी बैंक शाखा या पोस्ट ऑफिस में जाकर सुकन्या समृद्धि योजना के आवेदन फॉर्म को मांग सकते हैं।
- आप ऑनलाइन पोस्ट ऑफिस या संबंधित बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट से या आरबीआई के वेबसाइट से फॉर्म को डाउनलोड करके प्रिंट आउट निकाल सकते हैं।
- फॉर्म प्राप्त करने के बाद आपको फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी को सही सही दर्ज करने हैं।
- फॉर्म की जानकारी दर्ज होने के बाद आवश्यक सभी दस्तावेजों को फॉर्म के साथ अटैच करके आपको संबंधित बैंक की शाखा या पोस्ट ऑफिस में जमा करना होगा।
- उसके बाद संबंधित अधिकारी आपके आवेदन फॉर्म और डॉक्यूमेंट का सत्यापन करेंगे और फिर सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत आपके बालिका के नाम पर अकाउंट खोल देंगे।
- उसके बाद आपको प्रारंभिक डिपाजिट के चेक या ड्राफ्ट को जमा करना होगा।
- निश्चित राशि को आप मासिक के आधार पर 12 न्यूनतम किस्तों में जमा कर सकते हैं या फिर सालाना एक किस्त में भी जमा कर सकते हैं।
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सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत बैंकों की सूची
सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत देश भर की कई सारी बैंक जुड़ी हुई है। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित बैंक में अकाउंट खुलवाया जा सकता है:
स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद | इंडियन बैंक | स्टेट बैंक ऑफ इंडिया | आईडीबीआई बैंक |
देना बैंक | यूको बैंक | स्टेट बैंक ऑफ पटियाला | कैनरा बैंक |
पंजाब और सिंध बैंक | सिंडिकेट बैंक | विजया बैंक | नेशनल बैंक |
बैंक ऑफ इण्डिया | यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया | कॉरपोरेशन बैंक | एक्सिस बैंक |
ICICI बैंक | बैंक ऑफ मैसूर | ओरिएण्टल बैंक ऑफ कॉमन्स | पंजाब नेशनल बैंक |
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | अलाहाबाद बैंक | इंडियन ओवरसीज बैंक | बैंक ऑफ महाराष्ट्र |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर | आंध्रबैंक बैंक ऑफ बरोदा |
सुकन्या समृद्धि योजना के नुकसान
sukanya samriddhi yojana सरकार के द्वारा देश के बालिकाओं के उन्नत भविष्य के उद्देश्य से शुरू किया गया है। लेकिन इस योजना के कुछ नुकसान भी हैं, जो इस प्रकार है:
सुकन्या समृद्धि योजना से अच्छे अन्य कई निवेश विकल्प होना।
सुकन्या समृद्धि योजना एक तौर पर सुरक्षित और बालिकाओं के लिए छोटी बचत योजना है। लेकिन इस योजना के अतिरिक्त भी मार्केट में कई अन्य निवेश के विकल्प मौजूद है।
हालांकि अगर हम बैंक में एफडी से तुलना करें तो उसके तुलना में तो यह योजना बहुत अच्छा है। लेकिन म्यूच्यूअल फंड SIP जैसे अन्य कई निवेश स्त्रोत में पैसे निवेश करने से बहुत अच्छा खासा रिटर्न मिलता है।
लंबे समय तक अकाउंट में पैसा फसा रहना।
सुकन्या समृद्धि योजना से जुड़ने के बाद 15 वर्षों तक इसमें निश्चित रकम का निवेश करना पड़ता है। 15 वर्षों तक प्रीमियम देने के बाद 6 वर्ष तक इस पर ब्याज जुडता रहता है।
लेकिन शुरुआत में इस योजना के अंतर्गत ज्यादा ब्याज दर था, जो वर्तमान में 7.6% हो गया है। अगर भविष्य में ब्याज दर घटता है तो 21 वर्ष से पहले धनराशि को नहीं निकाल सकते हैं।
ऐसे में काफी लंबे समय तक पैसा अकाउंट में फंसा रहता है। हालांकि कुछ विशेष मामलों में पैसे निकाल सकते हैं, जिसके बारे में हमने आपको उपरोक्त बता दिया है।
18 वर्ष पूरा होने के बाद SSY अकाउंट के संचालन पूरी तरह बालिका के हाथ में चला जाता है।
इस योजना का एक नुकसान यह भी है कि जब इस योजना के अंतर्गत रजिस्टर्ड बालिका 18 वर्ष की हो जाती है तो अकाउंट का पूरा संचालन उसके हाथों में चला जाता है और कानूनी रूप से अकाउंट के राशि का पूरा अधिकार बालिका को मिल जाता है।
ऐसे में माता-पिता का कोई हक ना होने के कारण बालिका इस राशि का गलत इस्तेमाल भी कर सकती है।
प्रतिवर्ष अधिकतम मात्र 1.5 लाख रूपये जमा कर पाना।
इस योजना का दूसरा नुकसान हम यह भी मान सकते हैं कि इस योजना के अंतर्गत सालाना अधिकतम मात्र ₹1.5 लाख ही निवेश कर सकते हैं।
इस योजना के अंतर्गत ज्यादा रकम निवेश होने पर ज्यादा राशि मैच्योरिटी के रूप में मिलती है।
लेकिन अगर अभिभावक प्रतिवर्ष ₹1.5 लाख से ज्यादा रकम जमा करना चाहे तो उसे ऐसी कोई सुविधा नहीं मिलती है।
यह योजना एक दंपति के केवल दो बेटियों के लिए ही है।
सुकन्या समृद्धि योजना का एक और नकारात्मक पॉइंट यह है कि एक दंपति के अगर तीन बेटियां हैं तो वह केवल दो ही बेटियों का अकाउंट इस योजना के अंतर्गत खुलवा सकते हैं, तीसरी बेटी इस योजना का लाभ नहीं ले पाएगी।
हालांकि यदि पहली बेटी के जन्म लेने के बाद दूसरी और तीसरी बेटी जुड़वा होती है तो इस परिस्थिति में तीसरी बेटी का भी खाता खुलवाया जा सकता है।
योजना के लाभ के लिए निश्चित उम्र सीमा होना।
इस योजना का एक और नकारात्मक पॉइंट यह है कि बालिका के जन्म से लेकर 10 वर्ष की आयु तक के बीच अभिभावक इस योजना के अंतर्गत बालिका का अकाउंट खुलवा सकते हैं।
लेकिन 10 वर्ष से अधिक उम्र होने के बाद वे इस योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं।
SSY अकाउंट समय से पहले बंद होने की शर्ते
प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत खुलाए गए अकाउंट की पूर्ण अवधि 21 वर्ष की होती है लेकिन उससे पहले 18 वर्ष की बालिका के हो जाने पर बालिका के द्वारा ही SSY अकाउंट बंद करवाया जा सकता है।
लेकिन कुछ और भी विशेष परिस्थितियों में अकाउंट बंद करवाकर राशि को निकाल सकते हैं।
अगर सुकन्यि समृद्धि योजना के अंतर्गत रजिस्टर्ड बालिका की दुर्भाग्यवश मृत्यु हो जाती है तो ऐसे में उसके माता-पिता या कानूनी अभिभावक बालिका की मृत्यु संबंधित दस्तावेजों को जमा करके खाता बंद करवा सकते हैं।
संबंधित अधिकारी दस्तावेजों का सत्यापन करने के बाद अब तक जमा की गई राशि और उस पर अर्जित ब्याज को नोमिनी की अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
उपरोक्त कारण के अतिरिक्त खाताधारक बालिका के माता-पिता खाता में पैसा निवेश करने में आर्थिक रूप से समर्थ नहीं हो पा रहे हैं तो वे खाता बंद करवा सकते हैं।
इस तरह मेडिकल इमरजेंसी जैसे विशेष मामलों में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत अकाउंट को बंद किया जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट का ट्रान्सफर प्रक्रिया
सुकन्या समृद्धि योजना के लाभार्थी यदि किसी कारणवश एक जगह से दूसरी जगह जाना पड़ता है तो ऐसे में वे इस योजना के अंतर्गत अकाउंट को देशभर में कहीं भी आसानी से ट्रांसफर कर सकते हैं।
मौजूदा कानून के तहत जिस भी पोस्ट ऑफिस या बैंक में सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट खुलवाएं हैं, अकाउंट को ट्रांसफर कर सकते हैं, जिसके लिए उन्हें ट्रांसफर रिक्वेस्ट फॉर्म जमा करना होगा।
अगर लाभार्थी ने किसी पोस्ट ऑफिस में अकाउंट खुलवाया है तो उन्हें उस पोस्ट ऑफिस में जाकर ट्रांसफर रिक्वेस्ट फॉर्म को भरना होगा और उसे इंडिया पोस्ट ऑफिस के पोस्ट मास्टर के पास जमा करना होगा।
यदि लाभार्थी ने किसी बैंक में अकाउंट खुलवाया है और वह उस बैंक शाखा से सुकन्या समृद्धि योजना के अकाउंट को दूसरी शाखा में ट्रांसफर करना चाहते हैं तो उन्हें उस संबंधित बैंक शाखा में ट्रांसफर फॉर्म जमा करने होंगे।
यह प्रक्रिया ऑफलाइन माध्यम के साथ ही ऑनलाइन माध्यम में भी कर सकते हैं। अगर संबंधित बैंक में यह सुविधा हो तो।
सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट दोबारा खुलवाने की प्रक्रिया
पीएम सुकन्या समृद्धि योजना से जुड़े अभिभावकों को हर साल एक निश्चित राशि निवेश करनी पड़ती है। अपनी सुविधाजनक इसमें न्यूनतम ₹250 सालाना और अधिकतम ₹150000 जमा करने होते हैं।
यदि किसी कारणवश इस योजना से जुड़ा व्यक्ति पैसा नहीं जमा कर पाता है तो उनका खाता बंद हो जाता है।
ऐसे में इस योजना के लाभार्थी द्वारा अपने खाता को खुलवा सकते हैं, जिसके लिए उन्हें अपने नजदीकी बैंक या फिर पोस्ट ऑफिस जाना होगा, जहां पर उन्होंने इस योजना के लिए अकाउंट खुलवाया था।
वहां पर उन्हें पीएम सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत अकाउंट री-ओपन फॉर्म भरना होगा। सभी जानकारी को भरने के बाद उन्हें बची हुई राशि के साथ पेनल्टी भी जमा करनी होगी।
उदाहरण के लिए यदि लाभार्थी हर साल ₹2000 निवेश कर रहा है। लेकिन उसने 2 सालों तक ₹2000 जमा नहीं किए हैं तो उन्हें 2 सालों का कुल मिलाकर ₹4000 उसके साथ हर साल के अनुसार ₹50 का जुर्माना देना होगा। इस तरह उन्हें कुल 4100 जमा करने होंगे।
सुकन्या समृद्धि योजना में प्रीमियम राशि की गणना करने की प्रक्रिया
सुकन्या समृद्धि योजना के प्रीमियम राशि की गणना बहुत ही आसानी से की जा सकती है। सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत जो भी राशि निवेश किए जाते हैं, उन पर चक्रवृद्धि ब्याज के अनुसार ब्याज जोड़े जाते हैं।
यही कारण है कि इस योजना के अंतर्गत हर वर्ष राशि पर ब्याज बढ़ते ही रहता है। इस योजना में प्रीमियम राशि की गणना करने के लिए हम यहां एक उदाहरण से समझते हैं।
उदाहरण के लिए यदि कोई अभिभावक अपने बालिका के नाम से इस योजना के अंतर्गत सालाना ₹100000 जमा करता है तो उसे पहले वर्ष में 7.6% ब्याज के अनुसार कुल 7600 का ब्याज मिलेगा, जिससे उसकी कुल मिश्रधन राशि 107600 होगा।
अगले वर्ष उसे दोबारा ₹100000 जमा करना होगा। लेकिन दूसरे वर्ष केवल एक लाख पर नहीं बल्कि पिछले वर्ष का 107600 और दूसरे वर्ष का 100000 दोनों मिलाकर कुल 207600 राशि पर 7.6% ब्याज दर के अनुसार ब्याज जोड़ा जाएगा। इस तरह दूसरे वर्ष ब्याज सहित उसका कुल मिश्रधान 223377.6 रुपए होंगे।
इस तरीके से यह क्रम आगे बढ़ता ही रहेगा। उसे 15 वर्षों तक सालाना एक ₹100000 जमा करते रहने पड़ेंगे। उसके बाद आगे के 6 वर्ष उसे राशि जमा नहीं करने हैं।
लेकिन उस पर सालाना ब्याज जुड़ता ही रहेगा और 21 साल के बाद इस योजना के द्वारा उसे कुल 310454.42 का ब्याज मिलेगा। इस तरह मैच्योरिटी के साथ कुल राशि उसे ₹4395380.96 रुपए प्राप्त होंगे।
सुकन्या समृद्धि योजना प्रीमियम राशि की गणना टेबल
साल | प्रत्येक वर्ष जमा राशि | प्रत्येक वर्ष मिलने वाला ब्याज | साल के अंत में कुल राशि |
1 | 100000 | 7600 | ₹107600 |
2 | 100000 | 15777.6 | ₹223377.6 |
3 | 100000 | 24576.70 | ₹347954.30 |
4 | 100000 | 34044.53 | ₹481998.82 |
5 | 100000 | 44231.91 | ₹626230.73 |
6 | 100000 | 55193.54 | ₹781424.27 |
7 | 100000 | 66988.24 | ₹948412.52 |
8 | 100000 | 79679.35 | ₹1128091.87 |
9 | 100000 | 93334.98 | ₹1321426.85 |
10 | 100000 | 108028.44 | ₹1529455.29 |
11 | 100000 | 123838.60 | ₹1753293.89 |
12 | 100000 | 140850.34 | ₹1994144.23 |
13 | 100000 | 159154.96 | ₹2253299.19 |
14 | 100000 | 178850.74 | ₹2532149.93 |
15 | 100000 | 200043.39 | ₹2832193.32 |
16 | 0 | 215246.69 | ₹3047440.01 |
17 | 0 | 231605.44 | ₹3279045.45 |
18 | 0 | 249207.45 | ₹3528252.91 |
19 | 0 | 268147.22 | ₹3796400.13 |
20 | 0 | 288526.41 | ₹4084926.54 |
21 | 0 | 310454.42 | ₹4395380.96 |
FAQ
नहीं, ऑनलाइन माध्यम में सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट खुलवाने की सुविधा फिलहाल उपलब्ध नहीं है। ऑफलाइन माध्यम में ही आप इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
सुकन्या योजना के अंतर्गत निवेश की गई राशि को रजिस्टर्ड बालिका के दुर्भाग्यवश मौत या मेडिकल एमरजैंसी के दौरान ही खाते को बंद करके पैसे निकाल सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना संबंधित कोई भी जानकारी प्राप्त करने के लिए सरकार के द्वारा टोल फ्री नंबर जारी किया गया है, जो इस प्रकार है 18002666868
सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट में अकाउंट खुलवाने से 15 साल तक पैसे निवेश करने पड़ते हैं। लेकिन आगे 6 वर्ष तक ब्याज दर जमा राशि पर जुड़ते ही रहती हैं, जिसे 21 वर्ष में निकाल सकते हैं।
बालिका की उम्र 10 वर्ष से कम होने पर सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाया जा सकता है। 10 वर्ष से अधिक उम्र होने पर बालिका के नाम से सुकन्या समृद्धि खाता नहीं खुलवा सकते।
निष्कर्ष
उपरोक्त लेख में आपने केंद्र सरकार के द्वारा शुरू देश की सभी बालिकाओं के लिए एक छोटी बचत योजना सुकन्या समृद्धि योजना संबंधित सभी जानकारी प्राप्त की।
हमें उम्मीद है कि आज के इस लेख के जरिए सुकन्या समृद्धि योजना संबंधित सभी प्रश्नों का जवाब आपको मिल गया होगा।
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