साइंटिस्ट की बदौलत ही पूरी पृथ्वी पर मानव जाति आरामदायक जीवन जी रहे हैं। वर्तमान समय में मनुष्य जाति के लिए अन्य तरह की तकनीकी मशीनरी और नए-नए आधुनिक उपकरण बनाए गए हैं, जिससे मनुष्य का जीवन और अधिक आसान बनाया जाए।
साइंटिस्ट किसी भी देश कि विकास के लिए अहम भूमिका निभाते हैं। साइंटिस्ट रिसर्च करके नए-नए विकास कार्य और नई-नई तकनीकी से मनुष्य का जीवन को और अधिक आसान बनाते हैं।
अब तक दुनिया में जितने भी तरह की मशीनें बनी है, जितने भी तरह के सामान बने हैं, जितने भी तरह की कंपनियां बनी है, जितने भी तरह की रिसर्च हुई है, जिस भी तरह से मानव जीवन को जीने की राह आसान हुई है। उन सभी तरीकों के पीछे साइंटिस्ट का ही हाथ है।
साइंटिस्ट यानी वैज्ञानिक होते हैं और वैज्ञानिक की वजह से ही आज के समय में मनुष्य इतना आसानी से जीवन यापन कर रहा है। लेकिन क्या आपको पता है कि वैज्ञानिक कैसे बनते हैं? यानी साइंटिस्ट कैसे बने? तो आइए विस्तार से जानते हैं।
साइंटिस्ट कैसे बने? (योग्यता, उम्र सीमा, परीक्षा, प्रक्रिया, सैलरी)
साइंटिस्ट क्या होता है?
किसी भी क्षेत्र में महत्वपूर्ण और अत्यधिक ज्ञान प्राप्त करके उस क्षेत्र से संबंधित कुछ रिसर्च कर, कुछ नए कार्य करना या कोई नया क्षेत्र उत्पन्न करना, किसी कार्य के क्षेत्र को और अधिक तरीके से आसान बनाना साइंटिस्ट का काम होता है।
साइंटिस्ट अनेक तरह के होते हैं। अलग-अलग सत्रों में अलग-अलग साइंटिस्ट होते हैं। प्रत्येक साइंटिस्ट अपनी रूचि के अनुसार अपने क्षेत्र में नए-नए आविष्कार करता है। पहले के कार्यों को और अधिक तरीके से आसान बना देता है।
कोई भी व्यक्ति ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करके अपनी रूचि के अनुसार साइंटिस्ट बन सकता है। साइंटिस्ट बनने के लिए मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री या प्रासंगिक मास्टर डिग्री प्राप्त करें, फाउंडेशन डिग्री प्राप्त करें तथा अपने अनुसार किसी अच्छी साइंटिस्ट यूनिवर्सिटी में दाखिला लेकर साइंटिस्ट बनने की पढ़ाई पूरी करें।
हाई स्कूल के बाद साइंटिस्ट कैसे बने?
यदि आपने हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी कर ली है और अब आप साइंटिस्ट बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपको साइंटिस्ट के सेक्टर में पढ़ाई करनी होगी। इसके लिए आपको फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ, बायोलॉजी, जियोलॉजी, एस्ट्रोनॉमी इत्यादि संबंधित विषयों में B.Tech, B.Pharma, BSc इत्यादि पढ़ाई करनी होगी।
साइंटिस्ट बनने की पात्रता एवं मानदंड
- हाई स्कूल के बाद केमिस्ट्री, फिजिक्स, मैथ, बायोलॉजी इन विषयों में आगे की पढ़ाई करनी होगी।
- किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करनी होगी।
- बायोलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स, मैथ इत्यादि विषय से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री भी हासिल करनी होगी।
- साइंटिस्ट बनने के लिए अंग्रेजी भाषा का ज्ञान होना जरूरी है।
- साइंटिस्ट बनने के लिए कोई भी उम्र सीमा निर्धारित नहीं की गई है।
यूनिवर्सिटी में आवेदन
- दुनिया के सभी टॉप यूनिवर्सिटीज छात्रों को एडमिशन देने के लिए उनके 12वीं कक्षा या हाई स्कूल के मेरिट के आधार पर एडमिशन प्रदान करती है।
- टॉप यूनिवर्सिटीज द्वारा हर वर्ष छात्रों के एडमिशन हेतु परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है, जिनमें पास होकर कोई भी छात्र एडमिशन ले सकता है।
- देश और दुनिया की सभी टॉप यूनिवर्सिटीज के एडमिशन का प्रोसेस थोड़ा थोड़ा अलग हो सकता है।
वैज्ञानिक संस्थान
टॉप यूनिवर्सिटीज में साइंटिस्ट की पढ़ाई पूरी करने के बाद अनेक सारे वैज्ञानिक संस्थान है, जो नए साइंटिस्ट को हायर करते हैं। वहां पर उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है तथा उनसे अलग अलग तरह की रिसर्च करवाई जाती है।
हम आपको दुनिया के कुछ वैज्ञानिक संस्थान और एजेंसियां बताते हैं, जहां पर वैज्ञानिक की पढ़ाई पूरी करने के बाद साइंटिस्ट को हायर किया जाता है।
विश्व में निम्नलिखित साइंटिस्ट सेक्टर एंड एजेंसीज है:
- NASA
- ISRO
- IISER
- NCCS
- ADA
- InStem
- ASI
साइंटिस्ट की सैलरी
अमेरिका की अंतरिक्ष स्पेस एजेंसी नासा अपने वैज्ञानिकों को आमतौर पर हर वर्ष 71.25 लाख देता है। जबकि यूनाइटेड किंगडम अपने साइंटिस्ट को हर वर्ष 35.83 लाख देता है।
वहीं अगर हम बात करें भारत की तो भारत में भी 15 से 20 लाख रुपए आमतौर पर एक वैज्ञानिक को सालाना मिलते हैं। इसके अलावा अलग-अलग सेक्टर के साइंटिस्ट को अलग-अलग सालाना पैकेज दिए जाते हैं।
साइंटिस्ट बनने के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज
- हिंदू कॉलेज
- मिरांडा हाउस
- स्टेला मैरिस कॉलेज
- जैन विश्वविद्यालय
- हंसराज कॉलेज
- सेंट स्टीफंस
- विल्सन कॉलेज
- सेंट जेवियर्स कॉलेज
- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय
- क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
- कलिंग विश्वविद्यालय
साइंटिस्ट बनने के लिए विश्व की टॉप यूनिवर्सिटीज
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय
- टोक्यो विश्वविद्यालय
- प्रिंसटन विश्वविद्यालय
- कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय
- टोरंटो विश्वविद्यालय
- म्यूनिख लुडविग मैक्सिमिलियंस विश्वविद्यालय
- मेसाचुसेट्स प्रौद्योगिक संस्थान
- पीकिंग विश्वविद्यालय
- स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय
FAQ
श्री चंद्रशेकर वेंकट रमण भारत के पहले वैज्ञानिक थे।
साइंटिस्ट ने प्रकार के होते हैं जैसे इकोलॉजिस्ट, केमिस्ट, जेनेटिसिस्ट, साइटोलॉजिस्ट, एग्रोनॉमिस्ट, एपिडेमियोलॉजिस्ट, एस्ट्रोनॉमर, बॉटनिस्ट इत्यादि।
वैज्ञानिक बनने के लिए हाई स्कूल के बाद केमिस्ट्री, बायोलॉजी, फिजिक्स, मैथ इत्यादि विषय होते हैं, जबकि इन विषयों में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करनी होती है।
भारत के वैज्ञानिक इसरो तथा अनेक सारे रिसर्च और वैज्ञानिक केंद्र हैं, जहां पर कार्य करते हैं।
निष्कर्ष
वैज्ञानिक कैसे बने इस विषय में आज के इस आर्टिकल में पूरी जानकारी विस्तार से बताई हैं। हम उम्मीद करते हैं कि यह जानकारी आपके लिए जरूर ही उपयोगी साबित हुई होगी। यदि आपका इस लेख से जुड़ा कोई सवाल या सुझाव हैं तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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