![salary calculation formula in hindi](https://thesimplehelp.com/wp-content/uploads/2023/12/salary-calculation-formula-in-hindi.jpg)
यह आर्टिकल ऐसे लोगों के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है, जो सैलरी पेशे से तालुख रखते हैं। आपको यह जानना बेहद ही जरूरी है कि आपकी सैलरी कब बढ़ेगी। क्या आपकी सैलरी समय के अनुसार बढ़ रही है या नहीं?
क्योंकि अगर आप 7-8 वर्ष तक काम करते हैं। फिर भी आपकी सैलरी दुगनी नहीं हो पाई तो उसका क्या रीजन है? इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े और जाने अपनी सैलरी के काउंट करने के फार्मूले को।
RBI सैलरी ग्रोथ को लेकर क्या कहती है?
RBI की तरफ से एक अनुमान लगाया गया है कि जिस हिसाब से आज के दौर में महंगाई दर बढ़ रही है, उस हिसाब से सैलरी की भी ग्रोथ होना अति आवश्यक है। क्योंकि महंगाई के चलते प्रत्येक वर्ष खर्चों में भी वृद्धि होती है।
इसीलिए ऐसा माना जाता है कि अगर एक परिवार का खर्च हर महीने ₹50,000 के आसपास है तो अगले साल महंगाई दर को जोड़ा जाए तो उस परिवार का खर्चा ₹57,000 महीने के आसपास हो जाता है। इसी हिसाब से उसकी सैलरी में भी ग्रोथ होना अनिवार्य है।
कैसे करे सैलरी का आकलन?
अक्सर आपने देखा होगा कि लोग अपनी सैलरी का आकलन दूसरों की सैलरी के साथ जोड़कर देखते हैं, जोकि पूरी तरह से गलत है। ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता है। क्योंकि हर व्यक्ति की सैलरी उसकी काबलियत के हिसाब से ही तैय होती है।
ऐसे में अगर मंहगाई दर को जोड़ा जाए तो प्रत्येक वर्ष 7% के आसपास की मंहगाई रहती है, जिससे प्रत्येक कर्मचारी की सैलरी 7% के हिसाब से सालाना बढ़नी चाहिए।
लेकिन आपने देखा होगा कि सरकारी सेक्टर में DA और इंक्रीमेंट के हिसाब से सैलरी का आकलन किया जाता हैं, जिसमें उनकी सैलरी फार्मूला ठीक बैठता है। जबकि प्राइवेट सेक्टर में प्रत्येक वर्ष 10 से 12 प्रतिशत तक की सैलेरी बढ़ती है।
प्राइवेट सेक्टर में सैलरी का हाल
अगर हम प्राइवेट सेक्टर की बात करें तो प्राइवेट सेक्टर में में हर साल में 10 प्रतिशत के हिसाब से सैलरी बढ़नी चाहिए, लेकिन ऐसा होता नहीं है। क्योंकि प्राइवेट सेक्टर में व्यक्ति की काबिलियत के आधार पर ही उनका इंक्रीमेंट लगाया जाता है, जिसके बाद उनकी सैलरी में इजाफा होता है।
ऐसे में अगर एक साथ दो व्यक्तियों ने एक ही कंपनी में एक साथ ही ज्वाइन किया है। लेकिन कुछ समय के बाद देखने को मिलता है कि एक व्यक्ति की सैलरी तो दुगनी हो गई है। लेकिन दूसरे व्यक्ति की सैलरी उससे पीछे रह जाती है।
ऐसे में यह नहीं मान सकते हैं कि उनकी सैलरी नहीं बढ़ी। लेकिन जो व्यक्ति सैलरी के मामले में पीछे रह जाता है, इस पर उसे सोचना चाहिए कि उसने क्या कमी छोड़ी है?
यह भी पढ़े
IAS और IPS किसको मिलती है ज्यादा सैलरी, कौन होता है ज्यादा पावरफुल?
जितनी सैलरी उतनी साइड इनकम, जाने सीक्रेट फॉर्मूला, होगी बंपर कमाई
सरकारी नौकरी कैसे मिलेगी? (सैलरी, भर्ती, वैकेंसी)
90 रु. दिन की कमाई, आया एक IDEA, खड़ी कर दी 4,000 करोड़ की कंपनी