PSC Kya Hai: PSC (पीएससी) यह भारत की एक ऐसी प्रशासनिक सेवा है, जिसमें नोकरी करने का सपना आज के समय में हर भारतीय युवा देखता है। उस सपनें को साकार करने के लिए वे दिन रात मेहनत करते है, लेकिन क्या आपको पता है कि PSC Kya Hai और पीएससी PSC कैसे बनते हैं? तो आज आपको इस विषय में पूरी जानकारी विस्तार से बताएगें।
वैसे तो भारत में अनेक प्रकार की सरकारी नौकरियां हैं लेकिन फिर भी जब बात आती है PSC की तो युवाओं में अत्यधिक उत्साह और क्रेज देखने को मिलता है। तब हमारे मन में यह सवाल उत्पन्न होता है कि आखिर पीएससी PSC क्या है? और इससे युवाओं में इतनी लोकप्रियता क्यों है? तो आइए जानते हैं।
दरअसल PSC भारत की सभी सरकारी नौकरियों में सबसे ऊंचा पद वाली नौकरी है और इस नौकरी को करना भारतीय समाज में एक सम्मान वाली बात होती है। क्योंकि भारतीय “प्रशासनिक सेवा” में नौकरी करना कोई आम बात नहीं है और ना ही इतना आसान। इसीलिए लोगों में एक तरफ उत्साह है तो दूसरी तरफ शंका और डर।
हर वर्ष लाखों युवा PSC यानी भारतीय प्रशासनिक सेवा में नौकरी प्राप्त करने हेतु दिन रात कड़ी मेहनत करते हैं, उन्हें अनेक प्रकार की तपस्या से गुजरना होता है और धैर्य, विवेक और लगन से काम लेते हैं। तब कहीं जाकर वे सफल हो पाते हैं।
भारतीय प्रशासनिक सेवा (administrative Services) में नौकरी करना कोई आप बात नहीं है। प्रशासनिक सेवाओं के लिए हर वर्ष केंद्र सरकार और राज्य सरकार परीक्षाओं का आयोजन करवाती है और उन परीक्षाओं के जरिए देश और राज्यों में अलग-अलग पदों पर नियुक्ति दी जाती है।
तो इस आलेख में हम आपको PSC से संबंधित पूरी जानकारी आसान भाषा में बताते हैं। ताकि आपको PSC से संबंधित जानकारी भी मिल जाए और जो भी आपके संका हो वह भी दूर हो जाए, जिससे आपका डर भी कम हो जाएगा। अगर आप PSC बनना चाहते हैं? तो आपकी राह आसान भी हो जाएगी। तो चलिए जान लेते हैं पीएससी (PSC) क्या है?
पीसीएस (PSC) का अर्थ क्या है?
PSC का फुल फॉर्म/ PSC का अर्थ – “पब्लिक सर्विस कमीशन” (Public Services Commition) है। हिंदी में इसका मतलब – “लोक सेवा आयोग” है।
PSC Kya Hai?
दुनिया में किसी भी देश को चलाने के लिए और उस देश के सभी राज्यों को नियमानुसार स्वस्तिक ढंग से चलाने के लिए प्रशासनिक सेवाओं का होना अत्यंत जरूरी होता है। क्योंकि प्रशासनिक सेवाओं के ऑफिसर राज्य और देश को व्यवस्था पूर्वक चलाते हैं।
भारत में सभी राज्यों के लिए अलग-अलग प्रशासनिक सेवाओं की परीक्षा आयोजित होती है, इन परीक्षाओं का आयोजन राज्य प्रशासनिक सेवा द्वारा किया जाता है। हमारे देश में प्रत्येक सरकारी कार्य और संगठन के लिए अलग से एक आयोग बनाया हुआ है।
ठीक उसी प्रकार प्रशासनिक सेवाओं के लिए भी एक अलग से आयोग का गठन किया हुआ है, जो प्रशासनिक सेवाओं की नियुक्ति के लिए Exame का आयोजन करना, भर्ती करवाना तथा समय-समय पर प्रशासनिक पद के मामलों की जांच करना आदि कार्य करता है। यह आयोग भारतीय संविधान का अनुच्छेद 315 के अंतर्गत कार्य करता है।
पीएससी (PSC) के प्रकार
PSC दो प्रकार के होते हैं। पहला केंद्रीय स्तर व दूसरा राज्य स्तर पर कार्य करता है। तो आइए इसके बारे में विस्तार से जान लेते हैं।
UPSC
UPSC की फुल फॉर्म UNION PUBLIC SERVICE COMMISSION होती है। इसका हिंदी में अर्थ “संघ लोक सेवा आयोग” होता है। यह आयोग केंद्र सरकार के अंतर्गत आता है, जो कि “प्रशासनिक सेवाओं” की परीक्षाओं का आयोजन कराता है।
इस Exam के अंतर्गत पास हुए परीक्षार्थियों को केंद्रीय प्रशासनिक सेवा में नौकरी मिलती है। इसलिए पूरे देश भर में सबसे ज्यादा UPSC की परीक्षाओं का क्रेज सबसे ज्यादा देखने को मिलता है। यूपीएससी (UPSC) की परीक्षाओं हेतु देश में अनेक प्रकार के कोचिंग सेंटर और तरह-तरह की पुस्तकें मिलती है। देश का युवा जो भारतीय प्रशासनिक सेवा में नौकरी करना चाहता है। वह हर उस वस्तु और जगह को देखता है जो UPSC परीक्षा से संबंधित होता है।
JPSC
JPSC का फुल फॉर्म JOINT PUBLIC SERVICE COMMISSION होता है। प्रशासनिक सेवाओं के लिए परीक्षा आयोजन करवाने वाला यह आयोग राज्यों के अधीन होता है। जेपीएससी JPSC से परीक्षा पास किए हुए प्रशासनिक सेवा के इच्छुक युवा उन सभी राज्यों के प्रशासनिक सेवा में नौकरी कर सकते हैं, जिसे इस आयोग को मिलकर बनाया है।
इस आयोग को 2 या दो से अधिक राज्य मिलकर बनाते हैं तो सभी मिलकर बनाने वाले राज्यों में किसी भी राज्य में प्रशासनिक सेवा में नौकरी लग सकती है।
SPSC
SPSC का फुल फॉर्म STATE PUBLIC SERVICE COMMISSION है। प्रशासनिक सेवाओं में नियुक्ति के लिए परीक्षा का आयोजन करवाने वाला यह एक लोक सेवा आयोग हैं, इससे किसी एक राज्य द्वारा बनाया जाता है। SPSC के जरिए पास हुए परीक्षार्थियों को उस राज्य में नौकरी मिलती है, जिस राज्य ने SPSC का गठन किया है।
Read Also
PSC (पीएससी) Exame की महत्वपूर्ण बातें
भारत के संविधान ने हमें यह मौलिक अधिकार दिया है कि भारत का निवासी कोई भी राज्य का छात्र या छात्रा प्रशासनिक सेवा में परीक्षा दे सकता है और PSC बन सकता है।
भारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में सभी राज्यों में कुछ कुछ भिन्नता देखने को मिल सकती है। जैसे- राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक सेवा के शुरुआती परीक्षा में NEGATIVE MARKING होती है। जबकि इन तीन राज्यों के अलावा किसी और राज्य के प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में NEGATIVE MARKING नहीं होती है।
इसके अलावा राजस्थान व बिहार के प्रशासनिक सेवा के परीक्षा में एक ही तरह के Question रहते हैं, जबकि छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक सेवा के प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्न पत्र होते हैं। राज्यों द्वारा आयोजित प्रशासनिक सेवाओं की परीक्षा में एक प्रश्नपत्र राज्यों के सामान्य ज्ञान के बारे में होता है। तो इस प्रकार की कुछ असमानता आपको किसी-किसी राज्य में देखने को मिल सकती है।
उम्र सीमा
प्रशासनिक सेवा की परीक्षा देने के लिए सबसे पहले उम्र सीमा महत्वपूर्ण बिंदु होता है। भारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा देने के लिए परीक्षार्थी की न्यूनतम आयु 21 वर्ष होनी चाहिए। जबकि अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष है। जबकि महिलाओं के लिए और आरक्षित वर्गों के विद्यार्थियों के लिए सरकार की तरफ से कुछ छूट प्रदान की गई है।
PSC (पीएससी) का EXAM पैटर्न
PSC परीक्षा कुल 3 चरणों में पूर्ण होती है। इसमें सबसे पहले और दूसरे चरण में परीक्षार्थी को लिखित में परीक्षा देनी होती है, जबकि तीसरे चरण की परीक्षा इंटरव्यू होती है। पहले चरण और दूसरे चरण की परीक्षा Online तथा Offline दोनों ही तरीकों से होती है।
तीसरे चरण की परीक्षा जो कि इंटरव्यू (interview) है, उसमें विद्यार्थी को मौजूद रहना होता है और इन तीन चरणों की परीक्षा को पास करते ही प्रशासनिक सेवा में नौकरी मिल जाती है। तो आइए भारतीय प्रशासनिक सेवा के परीक्षा के तिन चरणों के बारे में थोड़ा विस्तार से जान लेते हैं।
प्रारंभिक परीक्षा
प्रशासनिक सेवा की परीक्षा के पहले चरण में प्रारंभिक परीक्षा होती है। इस प्रारंभिक परीक्षा के दौरान किसी राज्य के सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। ऐसे प्रश्नों के साथ आपको चार विकल्प दिए जाते हैं, इनमें से आपको सही विकल्प का चुनाव करना होता है।
इस परीक्षा में आपको 200 अंकों के प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रारंभिक परीक्षा थोड़ी सी आसान होती है। क्योंकि इस परीक्षा में प्रश्नों के उत्तर विकल्प होते हैं और किसी राज्य के सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं, लेकिन यह इतना आसान भी नहीं होता है।
मुख्य परीक्षा
प्रशासन सेवा की परीक्षा के दूसरे चरण में मुख्य परीक्षा होती है, जो विद्यार्थी प्रारंभिक परीक्षा पास करते हैं उन्हें मुख्य परीक्षा देनी होती है। इस परीक्षा में सामान्य ज्ञान, सामान्य विज्ञान, इतिहास, भूगोल, गणित, हिंदी निबंध तथा अंग्रेजी विषय से संबंधित प्रश्नों पूछे जाते हैं।
इसे इतना आसानी से हर कोई पास नहीं कर सकता, लेकिन जो PSC बनने की ठान लेते हैं और दिन-रात लगन से अत्यधिक मेहनत करते हैं, उन्हें दुनिया की कोई भी परीक्षा कभी भी नहीं रुक सकती।
इंटरव्यू
प्रशासनिक सेवा की परीक्षा के प्रथम चरण में प्रारंभिक परीक्षा व द्वितीय चरण में मुख्य परीक्षा पास करने वाले विद्यार्थी को अंतिम परीक्षा Interview (इंटरव्यू) के लिए बुलाया जाता है।
इंटरव्यू, भारतीय प्रशासनिक सेवा का सबसे कठिन चरण होता है। इस चरण में विद्यार्थी से इंटरव्यू के दौरान अनेक सारे कठिन प्रश्न पूछे जाते हैं और इस दौरान उसके आत्मविश्वास को परखा जाता है। इंटरव्यू देना आम बात होता है लेकिन प्रशासनिक सेवा की आखिरी चरण का इंटरव्यू अत्यंत कठिन होता है।
PSC एग्जाम के बाद JOB PROFILE
PSC (पीएससी) के 3 चरणों की परीक्षा पूर्ण करने के बाद केंद्र शासित प्रशासनिक सेवा व राज्य प्रशासनिक सेवाओं के अलग-अलग पदों पर नौकरी मिलती है। तो आइए PSC परीक्षा पास करने के बाद प्रशासनिक सेवा में किन-किन पदों पर नौकरी मिलती है, इस विषय में जान लेते हैं।
PSC परीक्षा पूर्ण करने के बाद जिन-जिन पदों पर नौकरी मिलती है, वह सम्मान पूर्वक पद निम्नलिखित है:
- District Development Officer
- Village Development Officer
- Chief Development Officer
- Commercial tax officer
- DSP
- SDO
- CDPO
अंतिम शब्द
आज के इस Article में हमने आपको PSC के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से व आसान भाषा में बताई है। जैसे – PSC का फुल फॉर्म, PSC Kya Hai, पीएससी PSC की पूरी जानकारी इत्यादि। हम उम्मीद करते हैं कि यह जानकारी आपको जरूर पसंद आएगी।
Read Also
- डीएलएड कोर्स (DLED Course) क्या है, कैसे करें?
- Gate एग्जाम (Gate Exam) क्या है?
- एलएलबी (LLB) क्या है? कैसे करे पूरी जानकारी