Om Ji Mundel Biography in Hindi: नमस्कार दोस्तों, आज हम सभी लोगों को अपने इस लेख के माध्यम से बताने वाले हैं, एक ऐसे संगीतकार और कॉमेडियन के विषय में जिन्होंने अपने जीवन का लक्ष्य सिर्फ और सिर्फ गौ माता के लिए ही समर्पित कर दिया है। वर्तमान समय में इन्हें संपूर्ण देशभर में एक महान कलाकार एवं कॉमेडियन के रूप में जाना जा रहा है और इनके जीवन का सिर्फ एकमात्र लक्ष्य यही है कि गौ माता को भारत का राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाए।
उम्मीद करते हैं कि अब आप सभी लोग समझ गए होंगे कि हम किसकी बात कर रहे हैं। यदि हां तो बहुत ही अच्छी बात है कि आप हमारे देश के महान लोगों के विषय में जानते हैं और यदि आप नहीं जानते हैं तो हम आपको बता देना चाहते हैं कि आज के इस लेख में हम बात कर रहे हैं, ओमजी भाई मुंडेल के विषय में। ओमजी मुंडेल को इनके भजनों के कारण ना केवल राजस्थान बल्कि पूरे भारतवर्ष में जाना जाता है।
ऐसा कहा जाता है कि ओम जी भाई मुंडेल अपने भजनों के माध्यम से केवल वीर शहीद फौजियों और गौ माता के ऊपर ही विशेष गीत गाया करते हैं। इतना ही नहीं या अपने रात्रि जागरण के होने वाली कमाई का ज्यादा से ज्यादा हिस्सा गौ माता के लिए ही दान में दे देते हैं। ओम जी भाई मंडल की संगीत कला को संपूर्ण भारतवर्ष में बड़ा ही सराहनीय माना जाता है। क्योंकि यह अपने रात्रि जागरण में पुरानी कहावतें एवं कॉमेडी का उपयोग करके लोगों के दिलों में गौ माता के प्रति विशेष में समर्पित करते हैं।
हम सभी लोग अपने इस महत्वपूर्ण लेख के माध्यम से ओम जी भाई मुंडेल के विषय में विस्तार पूर्वक से सभी जानकारियां जानेंगे। आज आप सभी लोगों को इस लेख में जाने को मिलेगा ओमजी मुंडेल कौन है? ओमजी मुंडेल का जन्म, ओमजी मुंडेल का पारिवारिक संबंध, ओमजी मुंडेल को प्राप्त शिक्षा, ओमजी मुंडेल का व्यक्तिगत जीवन, ओमजी मुंडेल का कैरियर इत्यादि के विषय में बड़े ही विस्तार पूर्वक से बताने वाले हैं। ओमजी मुंडेल के विषय में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए कृपया आप इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
ओमजी मुंडेल का जीवन परिचय | Om Ji Mundel Biography in Hindi
ओम जी भाई मुंडेल के विषय में संक्षेप में जानकारी
नाम | डॉक्टर ओमजी मुंडेल |
उपनाम | गौ भक्त ओमजी मुंडेल |
जन्म | वर्ष 1991 |
उम्र | 30 वर्ष |
जन्म स्थान | डुंगराना पाली राजस्थान |
माता | ज्ञात नहीं |
पिता | रूपा राम जी मुंडेल |
संगीत गुरु | श्री मधुराम जी बिलाड़ा |
पेशा | संगीतकार |
उपलब्धि | गौ रत्न सम्मान |
लक्ष्य | गौ माता को राष्ट्रीय पशु घोषित करना |
गौ दान के रूप में किया गया कुल दान | 24 करोड़ 87 लाख रुपए |
ओम जी भाई मुंडेल कौन है?
ओमजी मुंडेल राजस्थान के जाने-माने संगीतकार एवं कॉमेडियन के रूप में न केवल राजस्थान में बल्कि पूरे भारतवर्ष में सम्माननीय हैं। ओमजी मुंडेल ने अपने जीवन का ज्यादा से ज्यादा समय गौ माता के लिए ही समर्पित किया। इनके संगीत को सभी लोगों के द्वारा सराहनीय माना गया।
क्योंकि इन्होंने अपने संगीत ओं के माध्यम से गौ माता के उपयोगिता को दर्शाया। इतना ही नहीं इन्होंने गौ माता के लिए प्रतिवर्ष 10000000 रुपए दान करने का फैसला लिया है और प्रतिवर्ष यहां अपने इस फैसले पर अमल करते हैं और 10000000 रुपए गायों के लिए दान कर देते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि ओम जी भाई मुंडेल अपने भजनों के माध्यम से केवल वीर शहीद फौजियों और गौ माता के ऊपर ही विशेष गीत गाया करते हैं। इतना ही नहीं या अपने रात्रि जागरण के होने वाली कमाई का ज्यादा से ज्यादा हिस्सा गौ माता के लिए ही दान में दे देते हैं।
ओम जी भाई मंडल की संगीत कला को संपूर्ण भारतवर्ष में बड़ा ही सराहनीय माना जाता है। क्योंकि यह अपने रात्रि जागरण में पुरानी कहावतें एवं कॉमेडी का उपयोग करके लोगों के दिलों में गौ माता के प्रति विशेष में समर्पित करते हैं।
ओम जी भाई मुंडेल ने अपने भजनों के माध्यम से जमा की गई पूजी से लगभग ज्यादा से ज्यादा हिस्सा गायों के लिए दान कर दिया और अब तक इन्होंने लगभग 24 करोड़ 87 लाख रुपए गायों के लिए दान कर दिया। ओमजी मुंडेल का लक्ष्य गायों के लिए लगभग ₹250000000 दान देने का था जो कि बहुत ही जल्द पूरा होने वाला है।
इनके इस दान के पूरा होते ही यह भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे और गाय को राष्ट्रीय पशु होने की घोषणा करने की अपील करेंगे। लोग ऐसा भी कह रहे हैं कि ओमजी मुंडेल के इस योगदान को देखकर प्रधानमंत्री अवश्य ही मान जाएंगे और गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करेंगे।
ओमजी मुंडेल ने अपना पूरा का पूरा जीवन गौ माता एवं देश की सेवा के लिए समर्पित कर दिया है। ओमजी मुंडेल ने अपने जीवन भर में गायों के लिए और उन वीर शहीद फौजियों तथा दिन दुखी जनमानस के लिए अपने आप को पूरी तरह से समर्पित किया और सदैव इनकी मदद भी की। यह गायों को माता के समान मानते हैं और सदैव गाय दान पुण्य के लिए लोगों को अपने गीतों एवं चुटकुले के माध्यम से गौ माता के प्रति दाने पूर्ण करने के लिए प्रेरित करते हैं।
ओमजी मुंडेल ने गायों की हालात देखने के बाद गायों के लिए अपने इस 25 करोड़ के टारगेट को फिक्स किया है। वर्तमान समय में हमारे देश में गायों की स्थिति बहुत ही खराब है और यह काफी चिंताजनक हो गई है और हमारा यह देश उन लोगों का आभार प्रकट करता है, जो गायों के लिए अपने जीवन का विशेष समय देते हैं और हमारे देश में लोगों के मन में गायों के प्रति जागृति पैदा करते हैं।
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं, हमारे भारतवर्ष में गायों को माता का दर्जा दिया जाता है। परंतु वर्तमान समय में गायों का खानों में उपयोग बढ़ने के कारण खानों में ले जाकर इन का कत्ल कर दिया जाता है और इन्हें काटने के बाद इनका मांस विदेशों में बेच दिया जा रहा है। यह बिल्कुल गलत है क्योंकि हिंदू मान्यताओं के अनुसार गांव को माता माना जाता है। परंतु अब लोगों को कुछ ऐसा समझ नहीं आ रहा है, उन्हें सिर्फ और सिर्फ पैसे की लालच हो गई है।
हम सभी लोगों को गौ माता की रक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। ताकि हमारे देश में गौमाता को बचाया जा सके और इसी चरण को पूरा करने के लिए हमारे राजस्थानी संगीतकार एवं कॉमेडियन ओमजी मुंडेल ने गौ माता के प्रदीप पूर्ण रूप से समर्थन किया है। ओमजी मुंडेल के जैसे ही अन्य लोगों ने भी गौ माता के प्रति अपना विशेष हौसला जाहिर किया है और गौमाता के जीवन को बचाने के लिए अपना विशेष योगदान दिया है।
ओम जी भाई मुंडेल का जन्म
आइए हम सभी लोग जानते हैं राजस्थान के इस विशेष कलाकार ओमजी मुंडेल के विषय में संपूर्ण जानकारी। अब हम जानेंगे ओमजी मुंडेल के जन्म के विषय में। ओमजी मुंडेल का जन्म राजस्थान के पाली शहर में हुआ था। ओमजी मुंडेल का जन्म वर्ष 1991 ईस्वी में हुआ था।
ओम जी भाई मुंडेल ने अपने जीवन में अनेकों प्रकार के ऐसे ऐसे काम किए हैं, जो कि बहुत ही ज्यादा सराहनीय है और अभी हाल ही में इन्होंने गौ माता पर विशेष ध्यान दिया है और लगभग ₹24,87,00,000 गौ माता के प्रति दान दे दिया है
ओमजी मुंडेल का पारिवारिक संबंध
ओमजी मुंडेल का पारिवारिक संबंध इनके परिवार के सभी सदस्यों से काफी अच्छा रहा है। ओमजी मुंडेल को अपने परिवार वालों से काफी प्रेम प्राप्त हुआ है और यह अपने भाइयों और बहनों से काफी प्रेम करते रहे हैं। ओमजी मुंडेल के इस काम से इनके परिवार के सभी सदस्य काफी ज्यादा खुश हैं।
क्योंकि इन्होंने अपने परिवार के सदस्यों की देखरेख के साथ-साथ अनेक सामाजिक सुधार कार्य किए हैं। ओमजी मुंडेल जी ने अपने सभी इच्छाओं को मारा और इस भारतवर्ष और गौ माता के प्रति सामाजिक काम शुरू कर दिया।
ओमजी मुंडेल के जन्म के बाद बाल्यावस्था के समय में ही इनकी माता की मृत्यु हो गई। माता की मृत्यु हो जाने के बाद इनके पालन पोषण का पूरा भार इनके पिता पर आ गया। इनके पिता ने अपने बच्चों को ज्यादा खुशियां तो नहीं दे पाए, क्योंकि यह एक मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखते थे।
ओमजी मुंडेल के घर में इनके अलावा इनके तीन भाई और एक बहन थी, जिनका पालन पोषण करना काफी मुश्किल हो रहा था। इसी कारण ओमजी मुंडेल ने ज्यादा पढ़ाई भी नहीं कर पाई।
ओमजी मुंडेल के पिताजी का नाम श्री रूपा राम जी चौधरी है। रुपाराम चौधरी एक किसान है और यह खेती बाड़ी का काम करते हैं। रूपा राम जी के ओमजी मुंडेल को छोड़कर तीन बेटे हैं और इनकी एक पुत्री भी है। चूकि इनके माता का देहांत बचपन में ही हो गया था तो इनका पूरा परिवार खेतीवाड़ी ही करता था और अपने जिंदगी को धीरे धीरे चला रहा था। ओम जी भाई मुंडेल को जन्म से ही बहुत से संघर्षों का सामना करना पड़ा, अतः संघर्षों का सामना करने के बाद ही इन्होंने यह मुकाम हासिल किया है।
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ओमजी मुंडेल को प्राप्त शिक्षा
ओमजी मुंडेल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने ही जन्म स्थान से प्राप्त की। परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के कारण इन्होंने केवल दसवीं तक की पढ़ाई पूरी की। दसवीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने इंटर कॉलेज में एडमिशन कराया और 12वीं की डिग्री हासिल की। परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी ज्यादा कमजोर थे कि इन्हें आगे की पढ़ाई करने का मौका ही नहीं मिला और उन्होंने अपनी पढ़ाई को त्याग दिया और गायन के क्षेत्र में अपना कैरियर आजमाना शुरू किया।।
ओमजी मुंडेल का व्यक्तिगत जीवन
ओम जी भाई मंडल के व्यक्तिगत जीवन के विषय में अब तक तो कोई भी जानकारी हमें नहीं प्राप्त है। यदि ओमजी मुंडेल के विषय में जानकारी प्राप्त होती है तो हम आप सभी लोगों को अपडेट के माध्यम से अवश्य बताएंगे।
यदि आप सभी लोग ओमजी मुंडेल के व्यक्तिगत जीवन के विषय में जानना चाहते हैं तो हमारे इस वेबसाइट के नोटिफिकेशन बेल को अलाव कर दीजिए ताकि आप सभी लोगों को सबसे पहले नोटिफिकेशन मिल सके।
ओमजी मुंडेल का करियर
ओम जी भाई मुंडेल ने अपने संगीत कारी करियर की शुरुआत अपने बचपन से ही कर दी थी ऐसा लोगों का मानना है। लोगों का ऐसा कहना है कि इन्होंने अपने करियर की शुरुआत अपने बचपन से ही शुरू कर दी थी और बचपन में ही इन्होंने गायन की कला में काफी ज्यादा रुचि देखी जाने लगी थी।
ओमजी मुंडेल ने अपने बचपन से ही भजन जागरण इत्यादि मे आनंद होने के कारण सदैव गायन का कार्य करने लगे। ओमजी मुंडेल देश सेवा के लिए सदैव आगे आते हैं और इसी को लेकर इनका एक विशेष सपना था कि यह एक फौजी बने।
परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उन्होंने पढ़ाई नहीं कर सके और फौजी नहीं बन सके। अतः इन्होंने देश सेवा के लिए देश के लोगों को अपने गायन प्रतिभा के कारण देश सेवा के लिए प्रेरित करते हैं। ओमजी मुंडेल ने अपने भजन गायन के माध्यम से बहुत ही ज्यादा आगे बढ़े और वर्तमान समय में पॉपुलर भी हो चुके हैं। ओमजी मुंडेल के भजन को सुनने के लिए लाखों करोड़ों की संख्या में भीड़ उमड़ पड़ती है और इन्होंने अपनी गायन प्रतिभा से लोगों को गायन प्रतिभा से प्रेरित भी किया।
इतना ही नहीं इन सभी के अलावा ओमजी मुंडेल उन वीर शहीदों के घर पर रात्रि जागरण के कार्यक्रम करते हैं, जो भारत माता के लिए अपने प्राणों की हंसते-हंसते बलि दे दी और वीर शहीद हुए। इन वीर शहीदों के घर पर जाकर यह विशेष रुप से जागरण का आयोजन करते हैं और बिना किसी चार्ज के जागरण करते हैं।
ओमजी मुंडेल को प्राप्त उपलब्धियां
गौ रत्न पुरस्कार | गायों की सेवा के लिए |
डॉक्टर की उपाधि | शहीदों के गुणगान के लिए |
प्रधानमंत्री जी से अपील | गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने के प्रयास में |
लक्ष्य | ₹250000000 गायों के लिए दान करना |
निष्कर्ष
हम आप सभी लोगों से उम्मीद करते हैं कि आप सभी लोगों को हमारे द्वारा लिखा गया यह महत्वपूर्ण लेख “ओमजी मुंडेल का जीवन परिचय (Om Ji Mundel Biography in Hindi)” अवश्य ही पसंद आया होगा। यदि आप सभी लोगों को हमारे द्वारा लिखा गया यह महत्वपूर्ण लेख वाकई में पसंद आया हो तो कृपया आप सभी लोग इस लेख को अवश्य शेयर करें।
यदि आपके मन में इस लेख को लेकर किसी भी प्रकार का कोई सवाल या सुझाव है तो कृपया कमेंट बॉक्स में हमें अवश्य बताएं।
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