नीरज चोपड़ा बायोग्राफी (Neeraj Chopra Biography In Hindi): हमारे भारत के जांबाज और तेजस्वी खिलाड़ियों ने भारत का नाम पूरे विश्व में चर्चित कर दिया है। ये सभी पूरे विश्व में भारत के साथ-साथ अपने नाम की भी एक मिशाल दे रहे हैं।
टोक्यो ओलंपिक में भारत की वाचिंग महिला बॉक्सर वेटलिफ्टर बैडमिंटन प्लेयर तैयारी के रूप में चर्चा का विषय बनी रही। ऐसे में टोक्यो ओलंपिक में 24 वर्षीय भाला फेंक (javelin throw) खिलाड़ी भी चर्चा का विषय बने थे। अब आप समझ गए होंगे कि हम किसकी बात कर रहे हैं। जी हां, आपने बिल्कुल सही समझा हम बात कर रहे हैं भारत के जाबाज़ जैवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा के विषय में।
आज हम आपको इस नीरज चोपड़ा बायोग्राफी में नीरज चोपड़ा कौन है? (Neeraj Chopra Biography In Hindi), नीरज चोपड़ा का परिचय, नीरज चोपड़ा का जन्म, नीरज चोपड़ा का पारिवारिक संबंध, नीरज चोपड़ा के कोच, नीरज चोपड़ा के कैरियर और नीरज चोपड़ा को प्राप्त पुरस्कारों के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी बताने वाले हैं।
यदि आप नीरज चोपड़ा के विषय में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो कृपया आप हमारे इस लेख “नीरज चोपड़ा का जीवन परिचय (Neeraj Chopra Information in Hindi)” को अंत तक अवश्य पढ़ें।
नीरज चोपड़ा का जीवन परिचय | Neeraj Chopra Biography In Hindi
नीरज चोपड़ा के विषय में संक्षिप्त जानकारी
नाम | नीरज चोपड़ा |
जन्म | 24 December 1997 |
जन्म स्थान | पानीपत हरियाणा |
उम्र | 23 साल |
माता | सरोज देवी |
पिता | सतीश कुमार |
पेशा | जैवलिन थ्रो |
नेटवर्थ | लगभग 5 मिलियन डॉलर |
शिक्षा | स्नातक |
कोच | उवे होन |
संपूर्ण विश्व में रैंकिंग | 4 |
नीरज चोपड़ा कौन है? (Neeraj Chopra in Hindi)
नीरज चोपड़ा भारत के तरफ से ओलंपिक में एथिलिट्स के रूप में जैवलिन थ्रो एक खिलाड़ी है। नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक में मेडल जीता है। नीरज चोपड़ा ने अपने करियर में बहुत से छोटे मोटे उतार-चढ़ाव देखे हैं। नीरज चोपड़ा ने वर्ष 2016 में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया और भारत की तरफ से वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले यह पहले भारतीय एथलीट्स बने।
नीरज चोपड़ा ने अंडर 20 वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक भी जीता था और राष्ट्रमंडल एवं एशियाड दोनों स्वर्ण पदक जीतने वाले दिग्गजों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं। हालांकि नीरज चोपड़ा ने इतने बड़े-बड़े टूर्नामेंट में खुद को सर्वोच्च साबित किया परंतु यह ज्यादा चर्चा में नहीं आए थे, इनके चर्चा में आने का विषय टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतना है। टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने के बाद नीरज चोपड़ा को एक अनोखी पहचान प्राप्त हो गई।
नीरज चोपड़ा का जन्म और पारिवारिक संबंध
नीरज चोपड़ा भारत के एक निवासी हैं। नीरज चोपड़ा का जन्म हरियाणा के पानीपत में 24 दिसंबर 1997 को हुआ था। इनका बचपन वहीँ पर बिता। नीरज चोपड़ा के माता-पिता के द्वारा इन्हें काफी प्रेम प्राप्त हुआ है और इन्होंने नीरज चोपड़ा को इस बुलंदी तक पहुंचने के लिए काफी मदद भी की है।
नीरज चोपड़ा की माता का नाम सरोज देवी और उनके पिता का नाम सतीश कुमार है। नीरज चोपड़ा की दो बहन भी हैं।
नीरज चोपड़ा का व्यक्तिगत जीवन
नीरज चोपड़ा अब तक अविवाहित हैं। नीरज चोपड़ा की उम्र 24 वर्ष हो चुकी है परंतु उन्होंने अभी तक विवाह नहीं किया है। इन्होंने अपना पूरा ध्यान अपने लक्ष्य की तरफ दिया, जिसके कारण इन्होंने इस सफलता को प्राप्त किया।
नीरज चोपड़ा को प्राप्त शिक्षा
नीरज चोपड़ा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने ही जन्मस्थान हरियाणा से प्राप्त की है। ऐसा कहा जा रहा है कि नीरज चोपड़ा ने स्नातक तक की डिग्री प्राप्त की है। नीरज चोपड़ा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद इन्होंने बीबीए कॉलेज ज्वाइन कर लिया और यहां से इन्होंने स्नातक तक की डिग्री प्राप्त की।
नीरज चोपड़ा के कोच
नीरज चोपड़ा ने अपनी इस बुलंदी तक पहुंचने के लिए अनेकों प्रकार के प्रशिक्षण प्राप्त किए और नीरज चोपड़ा ने जर्मनी के दिग्गज जैवलिन थ्रो खिलाड़ी उवे होन के अंतर्गत रहकर सीखा। नीरज चोपड़ा ने जिस कोच से जैवलिन थ्रो सीखा था, वह एक सेवानिवृत्त जर्मनी ट्रैक और फील्ड एथलीट थे, जिन्होंने भाला फेंकने में भाग लिया था।
नीरज चोपड़ा के कोच इतने सक्षम हैं कि वह 100 मीटर या उससे अधिक दूरी तक भाला फेंक सकते हैं। नीरज चोपड़ा के कोच ने 104.80 मीटर दूरी तक भाला फेंक के वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम कर दिया है। नीरज चोपड़ा को इंस्पिरेशन भी इन्हीं के द्वारा प्राप्त हुई थी और इन्होंने इन्हीं की कोचिंग क्लासेस को ज्वाइन भी किया और वर्तमान समय में आप इनकी बुलंदियों को देख ही सकते हैं।
नीरज चोपड़ा का करियर
नीरज चोपड़ा जब मात्र 11 वर्ष के थे तब इन्होंने पानीपत के स्टेडियम में भाला फेंकने का अभ्यास कर रहे जयवीर चौधरी को देखा और इन्हें भी भाला फेंकने का शौक चढ़ गया। जयवीर चौधरी एक स्टेट लेवल के एथलीट थे, जिन्होंने हरियाणा का प्रतिनिधित्व भी किया था।
नीरज चोपड़ा के मन में इन्हीं को देखकर भाला फेंकने की इच्छा जागरुक हुई। नीरज चोपड़ा ने भाला फेंकने के लिए प्रयास करना शुरू कर दिया परंतु जब इन्होंने उवे होन को वर्ल्ड चैंपियनशिप में वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम करते हुए देखा तो इनकी यह इच्छा और भी ज्यादा प्रबल हो गई।
नीरज चोपड़ा ने अपना प्रशिक्षण और भी ज्यादा से मजबूत कर दिया और एक सक्षम खिलाड़ी बन गए, जिसके बाद उन्होंने वर्ष 2016 में एक ऐसा रिकॉर्ड कायम किया कि इन्हें रिकॉर्ड कायम करने वाले पहले भारतीय के रूप में उपाधि मिल गई। नीरज चोपड़ा ने वर्ष 2014 में अपने लिए एक भाला खरीदा था, जो कि ₹7000 का था। नीरज चोपड़ा ने बाद में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए ₹100000 का भाला खरीदा।
इसके बाद नीरज चोपड़ा ने वर्ष 2017 में एशियाई चैंपियनशिप में 50.23 मीटर की दूरी तक भाला फेंक कर इस मैच को जीता। नीरज चोपड़ा वर्ष 2017 में सबसे पहली बार प्रतिष्ठित आईएएएफ डायमंड लीग इन्वेट्स में भी भाग लिया और इस लीग में यह सातवें स्थान पर रहे।
इसी के बाद वर्ष 2017 में नीरज चोपड़ा को निराशाजनक रूप से बाहर जाना पड़ा था क्योंकि इनके अंदर उस समय कुछ कमियां भी थी। अर्थात यह पूर्ण रूप से जैवलिन थ्रो के लिए सक्षम नहीं थे, अतः इन्होंने इस पोजीशन को प्राप्त करने के लिए बहुत ही ज्यादा संघर्ष किया।
नीरज चोपड़ा ने उवे होन के माध्यम से जैवलिन थ्रो के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्राप्त किया। नीरज चोपड़ा प्रशिक्षण के बाद खुद को सक्षम बना लिए, जिसके बाद इन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में लगभग 86.47 मीटर की दूरी तक भाला फेंक कर गोल्ड मेडल जीता।
नीरज चोपड़ा के द्वारा यह कॉमनवेल्थ गेम्स वर्ष 2018 में खेला गया था। इसके बाद फिर से नीरज चोपड़ा ने डायमंड लीग में 87.43 दूरी तक भाला फेंक कर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया और उन्होंने एशियाई खेल में 88.06 मीटर की दूरी तक भाला फेंका और गोल्ड मेडलिस्ट रहे।
आर्मी के नायब सुबेदार के पद पर नीरज
नीरज ने अपनी पढ़ाई के साथ जेवलिन का अभ्यास भी जारी रखा और इन्होंने राष्ट्रीय लेवल पर भी कई पदक हासिल किये। 2016 में पौलेंड में हुए आईएएएफ वर्ल्ड यू-20 चैम्पियनशिप में नीरज ने 86.48 मीटर भाला फेककर गोल्ड मैडल अपने नाम किया था।
नीरज के इस मुकाम से खुश होकर आर्मी ने इनका राजपुताना रेजिमेंड में बतौर जूनियर कमिशन्ड ऑफिसर के तौर पर नायब सुबेदार पद के लिए चयन कर दिया। आपको बता दें कि सेना में खिलाड़ियों को ऑफिसर पद के लिए बहुत कम ही चयन होता है लेकिन नीरज की प्रतिभा को देखते हुए आर्मी ने उन्हें सीधे ऑफिसर के पद पर नियुक्त कर दिया।
सेना में नियुक्ति मिलने के बाद नीरज ने एक इंटरव्यू में कहा था कि “उनके परिवार में इससे पहले किसी को सरकारी नौकरी करने का मौका नहीं मिला है और मैं अपने परिवार का पहला सदस्य हूँ, जो सरकारी नौकरी के लिए चयनित हुआ हूँ। यह बात मेरे लिए और मेरे परिवार के लिए बहुत ही ख़ुशी की बात है। इससे मैं अपने परिवार की आर्थिक मदद भी कर पाउँगा और मेरी ट्रेनिंग को भी जारी रख सकूंगा।”
नीरज चोपड़ा को प्राप्त उपलब्धियां
वर्ष | खेल | दूरी | रैंक |
2016 | व्यडगोस्जकज पोलैंड | 86.48 | 1 |
2017 | भुवनेश्वर भारत | 85.23 | 1 |
2018 | ओस्ट्रावा चेक गणराज्य | 80.24 | 6 |
2018 | गोल्ड कोस्ट ऑस्ट्रेलिया | 86.47 | 1 |
2018 | जकार्ता इंडोनेशिया | 88.01 | 1 |
नीरज चोपड़ा को प्राप्त पुरस्कार
वर्ष | पुरस्कार |
2012 | राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप गोल्ड मेडल |
2013 | राष्ट्रीय युवा चैंपियनशिप रजत पदक |
2016 | तीसरा विश्व जूनियर अवार्ड |
2016 | एशियाई जूनियर चैंपियनशिप रजत पदक |
2017 | एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप गोल्ड मेडल |
2018 | एशियाई खेल चैंपियनशिप स्वर्ण गौरव |
2018 | अर्जुन पुरस्कार |
नीरज चोपड़ा की कुल नेट वर्थ
नीरज चोपड़ा वर्तमान समय में जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स टीम में शामिल है। नीरज चोपड़ा ने स्पोर्ट्स ड्रिंक की दिग्गज कंपनी गोटोरेड द्वारा ब्रांड एंबेसडर के रूप में चयनित भी किए गए थे। वर्तमान समय में नीरज चोपड़ा की कुल संपत्ति लगभग 5 मिलियन डॉलर के आसपास है।
नोट: इनकी यह नेटवर्थ इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार अंदाजन है। हम इसकी सटीकता की पुष्टि नहीं करते।
नीरज चोपड़ा की वर्तमान में विश्व रैंकिंग
यदि हम बात करें नीरज चोपड़ा की वर्तमान समय में विश्व में रैंकिंग की तो नीरज चोपड़ा की वर्तमान समय में विश्व में रैंकिंग जैवलिन थ्रो के रूप में चौथे स्थान पर है।
नीरज चोपड़ा के विषय में लेटेस्ट अपडेट
भारत के इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ है कि किसी एथलीट्स ने ओलंपिक में जाकर भारत को फाइनल राउंड में गोल्ड मेडल दिलाया हो। जी हां, नीरज चोपड़ा ने भारत के लिए एक इतिहास रचा है। इन्होंने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर भारत के एक ऐसे एथलीट्स बन गए हैं, जिन्होंने ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता हो।
टोक्यो ओलंपिक नीरज चोपड़ा की रैंक
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं नीरज चोपड़ा का सिलेक्शन फाइनल राउंड में हो गया था और 7 अगस्त 2021 को नीरज चोपड़ा ने फाइनल राउंड में जाकुब वेसलेज्च के खिलाफ 87.5 मीटर की दूरी तक भाला फेंक कर इन्हें हराया।
इस जैवलिन थ्रो के मैच में प्रथम स्थान नीरज चोपड़ा का है, द्वितीय स्थान इनके अपोनेंट जाकुब वेसलेज्च का है। आरिफ टोक्यो ओलंपिक के मैच में तृतीय स्थान पाने वाले विटदेस्लाव वेसेली है।
नीरज चोपड़ा के पांच प्रयासों में से चौथा प्रयास रहा फाउल
नीरज चोपड़ा को जैवलिन थ्रो के इस खेल में लगभग पांच चांस मिले थे, जिसमें ये सभी मैचों में प्रथम स्थान पर बने रहे, परंतु नीरज चोपड़ा का चौथा प्रयास विफल (फाउल) रहा।
नीरज चोपड़ा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन लगभग 87.5 मीटर तक का था, यह प्रदर्शन इन्होंने दूसरे प्रयास में ही दिखा दिया था। ऐसा प्रदर्शन करते हुए नीरज चोपड़ा सभी मैचों में प्रथम स्थान की प्राप्त हुआ।
नीरज चोपड़ा के सामने नहीं टिक सके दिग्गज जोहानेस वेटर होना पड़ा टॉप 8 से बाहर
जैवलिन थ्रो के इस खेल में जोहानेस वेटर (जिन्हें 90 मीटर दूरी तक भाला फेंकने के लिए जाना जाता था) नीरज चोपड़ा के सामने नहीं टिक सके। जोहानेस वेटर ने इस खेल में लगभग तीन प्रयास किए, जिसमें इन्होंने दो जैवलिन थ्रो फाउल रहा।
जोहानेस वेटर ने टोक्यो ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 82.8 मीटर तक का किया। जोहानेस वेटर ही टोक्यो ओलंपिक इस जैवलिन थ्रो के खेल में गोल्ड मेडलिस्ट माना जा रहा था, परंतु नीरज चोपड़ा ने लोगो का यह भ्रम तोड़ दिया।
जोहानेस वेटर ने वर्ष 2017 में वर्ल्ड चैंपियनशिप और यूरोपीय थ्रोइंग कप में गोल्ड मेडल जीता। परंतु इन्हें वर्ष 2019 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा।
जोहानेस वेटर जैवलिन थ्रो के इस खेल में सबसे ज्यादा दूरी तक लगभग 97.6 मीटर दूरी तक भाला फेंक आया, यह उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। परंतु यह टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के सामने टिक ना सके और इन्होंने अपने तीन प्रयास में से लगभग 2 प्रयास फाउल ही फेंक दिया।
नीरज चोपड़ा के बारे में कुछ रोचक तथ्य
- नीरज चोपड़ा रिकॉर्ड दर्ज करने के बाद भी वर्ष 2016 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल लिए अहर्ता प्राप्त करने में असफल रहे।
- नीरज चोपड़ा जैवलिन थ्रो के प्रसिद्ध कोच वर्नल डेनियल के तहत जर्मनी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे और इन्होंने उवे होन के अंतर्गत भी प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
- नीरज चोपड़ा मिल्खा सिंह, कृष्णा पनिया और विकास गौड़ा के बाद राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले चौथे व्यक्ति हैं।
- नीरज चोपड़ा सूबेदार के पद पर रहते हुए अपने खेल की ट्रेनिंग किया करते थे। इन्हें अपने परिवार को आर्थिक रूप से मदद करना था, इसीलिए ये आर्मी में भर्ती हुए थे और इन्हें इस पद पर होते हुए खुशी भी थी। क्योंकि इनके परिवार में आज तक कोई सरकारी जॉब में नहीं था।
- नीरज चोपड़ा ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि उन्होंने जैवलिन थ्रो की प्रारंभिक शिक्षा सेवानिवृत्ति चेक ट्रैक और यूट्यूब वीडियो देखकर सीखा है।
ओलंपिक जीतने के बाद नीरज चोपड़ा पर पुरस्कारों की हुई बारिश
जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कि नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देते हुए फाइनल राउंड में प्रथम स्थान पाते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया। नीरज चोपड़ा के टोक्यो ओलंपिक में मैच जीतने के बाद भारत लौटते ही इन्हें भारत के राज्य सरकारों के द्वारा अनेकों प्रकार के पुरस्कार प्रदान किए जा रहे हैं।
हरियाणा के इस नौजवान को हरियाणा राज्य सरकार के द्वारा लगभग ₹6,00,00,000 देने का फैसला किया है और ना केवल हरियाणा राज्य के द्वारा बल्कि देश के बहुत से राज्य सरकारों के द्वारा इन्हें पुरस्कार प्रदान किये है। नीरज चोपड़ा को हरियाणा राज्य सरकार के साथ-साथ पंजाब राज्य सरकार ने भी एक भारी-भरकम इनाम प्रदान किया है। पंजाब राज्य सरकार ने नीरज चोपड़ा को लगभग 2 करोड रुपए का पुरस्कार दिया है।
इतना ही नहीं इन सभी चीजों की बात नीरज चोपड़ा को देश के अलग-अलग टीम ने सहायता प्रदान करते हुए कुछ धनराशि प्रदान कराई है, इस के संदर्भ में BCCI और फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग के द्वारा एक एक करोड़ रुपए का इनाम दिया गया है। इतना ही नहीं भारत सरकार ने यह भी ऐलान कर दिया है कि नीरज चोपड़ा को किसी अच्छे पद पर एक सरकारी नौकरी दी जाएगी।
देश की जानी मानी कंपनी महिंद्रा के ओनर आनंद महिंद्रा ने यह ऐलान किया कि नीरज चोपड़ा के भारत लौटते ही, वह उन्हें एक्सयूवी 700 गिफ्ट करेंगे।
नीरज चोपड़ा को यह अपॉर्चुनिटी भी दी गई है कि उन्हें कभी भी कहीं जब प्लॉट लेने की आवश्यकता पड़ेगी तब उन्हें उस प्लॉट में लगभग 50% तक का कंसेशन मिल जाएगा। इतना ही नहीं इन सभी के बावजूद नीरज चोपड़ा को पंचकूला में बनने वाले एथलीट्स सेंटर का हेड बना दिया जाएगा।
बायजू ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म ने नीरज के लिए गोल्ड मेडल जीतने की ख़ुशी में 2 करोड़ की राशि को पुरुस्कार में देने की घोषणा की है।
नीरज चोपड़ा ने अपनी उपलब्धि को समर्पित किया फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह को
टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक जीत हासिल करने के बाद भारत के मशहूर एथलीट्स मिल्खा सिंह का ध्यान करते हुए इन्होंन अपनी इस उपलब्धि को उन्हें समर्पित कर दिया। फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह ने लोगों के लिए एथलीट्स के क्षेत्र में बहुत ही बड़ी अपॉर्चुनिटी लेकर आए थे, यह भारत के एक ऐसे एथलीट्स रहे जिन्होंने लोगों को काफी इंस्पायर भी किया।
नीरज चोपड़ा ने अपनी इस उपलब्धि को फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह को समर्पित करने का विचार बनाया और अपनी उपलब्धि फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह को समर्पित कर दिए।
बीसीसीआई ने किया टोक्यो ओलंपिक में विजेताओं को दिए जाने वाले पुरस्कार का ऐलान
बीसीसीआई ने टोक्यो ओलंपिक में खेल रहे खिलाड़ियों को भारत लौटने पर पुरस्कार देने का ऐलान किया है। बीसीसीआई टोक्यो ओलंपिक के खिलाड़ियों को उनके मेडल के अनुसार पुरस्कार स्वरूप प्रदान करेगी, दिया जाने वाला यह सभी पुरस्कार नगद राशि के रूप में होगी, जिनका विवरण नीचे इस प्रकार से है:
- गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा को 10000000 रुपए दिए जाएंगे।
- सिल्वर मेडल प्राप्त करने वाले रवी दहिया और मीराबाई चानू को 50-50 लाख रुपए दिए जाएंगे।
- ब्रांच मेडल जीतने वाले बजरंग पुनिया, पीवी सिंधु और लवलीना बोरगोहेन को 25-25 लाख रुपए।
- ब्रांच मेडल जीतने वाली भारतीय हॉकी की टीम को लगभग 1.25 करोड रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।
Neeraj Chopra Quotes in Hindi
जब सफलता की ख्वाहिश आपको सोने ना दे
जब मेहनत के अलावा और कुछ अच्छा ना लगे
जब लगातार काम कारने के बाद थकावट ना हो
समझ लेना सफलता का नया इतिहास रचने वाला है।
-नीरज चोपड़ा
हार का दर्द कहाँ तक पाला जाए,
जीत कहाँ तक टाला जाए,
मैं भी हूँ राणा का वंशज,
फेकूँगा भाला जाकर गोल्ड लाए।
यूँ ही गोल्ड नहीं आते साहब-
सूरज से पहले उठकर
सूरज को जगाना पड़ता है,
सर्दी, बरसात और गर्मी में
खुद को जलाना पड़ता है।
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एक एथलीट्स।
जैवलिन थ्रो।
23 से 24 वर्ष।
लगभग 5 मिलियन डॉलर।
अविवाहित।
उवे होन
टोक्यो ओलंपिक 2020 में नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक प्रतिस्पर्धा में देश को पहला स्वर्ण जिताया और इसी के साथ 10 अगस्त 2021 को एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने 7 अगस्त को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय भाला फेंक दिवस के रूप में मनाने की भी घोषणा की।
नीरज चोपड़ा के पिता जी हरियाणा के पानीपत के खंडवा गांव के एक छोटे से किसान हैं, इनके पिता का नाम सतीश कुमार है।
यूं तो नीरज चोपड़ा का परिवार बहुत बड़ा है। क्योंकि इनके परिवार में इनके माता पिता के अतिरिक्त ताऊजी हैं। वैसे बात करें इनके अपने परिवार की तो इनके माता-पिता के अतिरिक्त इनकी दो बहन है।
ओलंपिक में जिस भाले का इस्तेमाल किया जाता है, उस भाले का वजन पुरुष और महिलाओं के लिए अलग अलग होता है। पुरुष खिलाड़ियों के लिए भाले का वजन 800 ग्राम होता है, जिसकी लंबाई 8 फीट 10 इंच होती है तो वहीं महिला खिलाड़ी के लिए 600 ग्राम का भला होता है, जिसकी लंबाई 8 फीट 6 इंच होती है।
नीरज चोपड़ा का सम्बन्ध भाला फेक खेल से है।
निष्कर्ष
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