Neend Shayari in Hindi
नींद पर शायरी (Neend Shayari in Hindi)
नींद शायरी
मुझे चैन न आये, चैन न आये, चैन न आये
न जाने कहाँ दिल खो गया
तुमसे पहले भी रातें हमारी बीतती थी
बिना नींद के ही आने से इन आंखों को
अब जागने का एक मतलब मिल गया..
इस सफ़र में नींद ऐसी खो गई,
हम न सोए रात थक कर सो गई.
लगता है मेरी नींद का किसी पराये के साथ चक्कर चल रहा है
सारी सारी रात गायब रहती है।
नींद से क्या शिकवा
जो आती नहीं रात भर,
कसूर तो उस चेहरे का है,
जो सोने नही देता
नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यूँ नहीं,
इतनी ही फ़िक्र है तो फिर हमारे होते क्यूँ नही.
आज न नींद आई न ख्वाब
आए
तुम जो ख्यालो मे बेहिसाब
आए
ख़्वाब
आंखों से गए
नींद रातों से गई ▪▪
वो गयी तो ऐसा लगा जिंदगी
हाथों से गई
ख्वाहिश चाहत से बढ़ गई तू इबादत हो गई हैं,
मेरी नींदों को भी तेरे सपनों की आदत हो गई हैं.
हम
नींद के शौक़ीन
ज्यादा तो नहीं लेकिन,▪▪
तेरे ख्वाब न देखूं तो गुज़ारा
नहीं होता
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Neend Status
कितने आँसू
एक साथ आंखों में आ जाते है,
नींद उड़ जाती है तब
जब उनका ख्याल आ जाता हैं
सो जाने दे मुझे नींद की गहराईयों में,
जीने नहीं देती उसकी यादें तन्हाईयों में.
जागते रहने से ज्यादा मुझे नींद प्यारी हैं,
क्योकि हकीकत में न सही पर सपनों में तो वो हमारी हैं.
तुम्हें नींद नहीं आती तो कोई और वजह होगी..
अब हर ऐब के लिए कसूरवार इश्क तो नहीं..!!
मूदतों बाद उसे ख़्वाब में आते देखा
नींद में मर गए लेकिन ▪▪
ख़्वाब से निकले
नही हम
तुम्हारे ख्वाबों को गिरवी रखके…
तकिये से रोज़ रात थोड़ी नींद उधार लेता हूँ..
वो आँखों में अरमान जगा दिया करते हैं,
फिर चुपके से नींद चुरा लिया करते हैं.
जाने कितनी रातो की नींदे ले गया वो…
जो पल भर मोहब्बत जताने आया था…
तन्हाईयों में मुस्कुराना इश्क हैं,
एक बात को सबसे छुपाना इश्क हैं,
यूं तो नींद नहीं आती हमें रात भर
मगर सोते-सोते जागना और जागते-जागते सोना इश्क हैं.
जिस
रात तु मेरे सपनो मे आ
जाती हैं ▪▪
उस रात नीद से उठना नही
चाहते है
Shayari on Neend And Ishq
दिल की किताब में गुलाब उनका था,
रात की नींद में ख्वाब उनका था,
कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा,
मर जायेंगे तुम्हारे बिना ये जबाब उनका था.
चलो नींद के दफ्तर में हाज़िरी लगा आते हैं,
वो सपनो में आये तो ओवर टाइम भी कर लेंगे…।
नींद सुबह की लगती है सबको प्यारी,
उठना जरुरी भी, कि ▪▪
जिम्मेदारी बहुत
सारी हैं
यू खाली पलकें झुका देने से नींद नहीं आती,
सोते वही लोग है, जिनके पास किसी की याद नहीं होती….
गुम है मेरी आँखों से नींद आज भी,
याद करके रात कट जाती हैं आज भी.
आँखो का
यूँ नींद से बगावत कर,
किसी की यादों में जागना भी
इश्क़ है
मिलना तो हो जाये ख्वाबों में भी,
पर इस कदर खुद को तड़पाना भी
इश्क़ है
नींद आये या ना आये,
चिराग बुझा दिया करो,
यूँ रात भर किसी का जलना
हमसे देखा नहीं जाता.
मुझे भी
अब नींद की तलब नहीं रही
अब रातों को जागना अच्छा
लगता है,▪▪
मुझे नहीं मालूम वो मेरी किस्मत में है या नहीं
मगर उसे खुदा से माँगना अच्छा
लगता है
बस यही दो मसले जिन्दगी भर ना हल हुए,
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए.
पगली
जागना भी मंजूर है
मुझे तेरी यादों मे.
रात भर▪▪
जितना तेरे एहसासों मे सुकून हैं
उतना उस नींद मे कहाँ
Neend Shayari In Hindi Font
काश कोई एक रात ऐसी भी आ जाये,
नींद आ जाये पर तेरी याद न आये.
तन्हाईयों में मुस्कुराना भी
इश्क है▪▪
इस बात को सबसे छुपाना भी
इश्क है▪▪
यु तो नींद नहीं आती हमें रात भर
मगर सोते-सोते जागना और जागते-जागते सोना भी
इश्क है
नींद भी नीलाम हो जाती है
दिलो के महफिलो मे
जनाब▪▪
किसी को भुलाकर सो जाना
इतना असान नही होता
जब ख्वाब उनकी मेरे आँखों में आते है,
उस वक्त बेहिसाब आँसू मेरे आँखों में आते है.
ख्व़ाब आँखों से गये,
नींद रातों से गई,
वो गई तो ऐसा लगा
जिन्दगी हाथो से गई.
ज़िंदगी भी
एक खेल ही है▪▪
बचपन मे कौआ उड़
,मैना उड़▪▪
जवानी में नींद उड़,
चैन उड़ ▪▪
बुढापे में बाल उड़,
दांत उड़
नींद आती नहीं,
याद जाती नही,
ख्व़ाब मुक्कमल होते नही
क्योंकि तुम आती नही
मैं दिन हूँ, मेरी सहम तुम हो,
मैं नींद हूँ, मेरा ख्वाब तुम हो,
मैं लब हो मेरी बात तुम हो,
मैं तब हूँ जब मेरे साथ तुम हो.
कहते हैं कि
इश्क में नींद उड़ जाती है,▪▪
तो कोई
हमसे भी इश्क कर, लो
कमबख्त मुझे नींद बहुत आती है
सुबह की नींद लगती है प्यारी,
सुबह उठते है वो जिनके कन्धो पर होती है ज़िम्मेदारी.
Neend Shayari
गैर मुकम्मल सी
जिन्दगी,
वक्त कि बेतहाशा रफ्तार▪▪
रात इकाई नींद दुहाई,
ख्वाब सैकडा दर्द
हजार
आई होगी किसी को हिज्र में मौत
मुझ को तो नींद भी नहीं आती
मेरे कलम से
लफ्ज़ खो गए शायद
आज वो भी बेवफा हो गए
शायद▪▪
जब नींद खुली तो पलकों में पानी था
मेरे ख्वाब मुझपे रो गाए
शायद
मैंने इश्क़ किया है या कोई कसूर कर दिया है,
इन आँखों ने खुद से नींद को दूर कर दिया है.
जो सोता है वही खोता है,
मगर इश्क में इसका उलटा होता है.
नीद में सपना देखा तों
ख्वाब बन गया▪▪
ख्वाबो में ही सही मिले आप
ज़िन्दगी भर का किस्सा
बन गया▪▪
नीद जब खुली तों ना सपना था
और ना कोई अपना था
नींद से हम उठना नहीं चाहते है,
क्योंकि अक्सर वो ख़्वाबों में आते है.
करवट में कत्ल नींद का इक बार कर के देख,
तू भी तो कभी मेरा इंतज़ार कर के देख.
तु दिल से
ना जाये तो मैं क्या करू▪▪
तु ख्यालों
से ना जाये तो मैं क्या करू▪▪
कहते है
ख्वावों में होगी मुलाकात उनसे▪▪
लेकिन नींद न आये तो मैं
क्या करू
वो हमें देखकर दूर भागते है,
और हम उनकी याद में रात भर जागते है.
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नींद पर शायरी
दिन में काम नहीं सोने देता है,
रात में महबूब का नाम नही सोने देता है.
ऊफ्फ्फ्फ
मोहब्बत कर ली ▪▪
अब रातो मे नींद कैसे आएगी
वो देखकर मुस्कुराते है और मेरे ख़्वाबों में भी आते है,
मगर उनके दिल में क्या है? यही नहीं बताते है.
एहसास -ए -मोहब्बत क्या है
ज़रा हमसे पूछो▪▪
करवट
तुम बदलते हो
नींद मेरी खुल जाती है
मौत का एक दिन मुअय्यन है
नींद क्यूँ रात भर नहीं आती
ना नींद है आँखों में, ना ही कोई हसरत
कितना सादा सा रह गया हूँ मैं तेरे बगैर.
सपना है आँखों में
मगर नींद कहीं
और है▪▪
दिल तो हैं जिस्म में
मगर धड़कन कहीं
और है
नींद आएगी जिस दिन तो इस तरह सोयेंगे,
मुझे जगाने के लिए लोग रोयेंगे.
भरी रहे अभी
आँखों में उस के नाम की नींद
वो ख़्वाब है तो यूँ ही देखने से गुज़रेगा▪▪▪▪
ज़फ़र इक़बाल
मुद्दत से
ख़्वाब में भी नहीं नींद का ख्याल
हैरत में हूँ ये किस का मुझे इंतिज़ार है
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
Neend shayari 2 lines
नींद में भी गिरते है मेरी आँखों से आँसू,
जब तुम ख़्वाबों में मेरा हाथ छोड़ देते हो.
तुम्हें तो आती होगी नींद सुकून से,
तुमने तो अलविदा भी मुस्कुरा के कहा था.
हमारे
ख़्वाब चोरी हो गए हैं
हमें रातों को नींद आती नहीं है
बख़्श लाइलपूरी
मेरे ख़्वाबों का उसे कौन पता देता है,
नींद में आ के वो अक्सर ही जगा देता है.
बिन
तुम्हारे कभी नहीं आई
क्या मिरी नींद भी तुम्हारी है
जौन एलिया
आज फिर
नींद को आँखों से बिछड़ते देखा
आज फिर याद कोई चोट पुरानी आई▪▪▪▪
इक़बाल अशहर
काश!!! किस्मत भी नींद की तरह होती,
कि हर सुबह खुल जाती.
मेरी हिचकी गवाह है,
नींद उसकी भी तबाह है.
Neend Shayari Romantic
ता फिर न इंतिज़ार में नींद आए
उम्र भर
आने का अहद कर गए आए जो ख़्वाब में▪▪▪▪
मिर्ज़ा ग़ालिब
आपकी नींद ख़्वाबों से भर जाएँ,
आपकी जिन्दगी खुशियों से संवर जाएँ,
चाँद की चांदनी चेहरे पर बिखर जाएँ,
और हुस्न आपका एकदम निखर जाएँ.
जागना कबूल है तेरी यादों में रात भर,
तेरे एहसासों में जो सुकून है वो नींद में अब कहाँ.
दोस्ती बुरी हो तो उसे होने मत दो,
अगर हो गयी तो उसे खोने मत दो,
और अगर दोस्त हो सबसे प्यारा
तो उसे चैन की नींद सोने मत दो.
ऐ नींद,
तू कहाँ खो गई
किस झोपड़ी में
सो गई
दौलत ने बिछाए बिस्तर
तू ज़मीं पर ही सो गई
जिन आँखों में ख्वाब होते है,
उन्हें रातों में नींद नही आती है.
रात भी नींद भी कहानी भी,
हाय क्या चीज है जवानी भी.
आज
दिल कहता है, जल्दी से तुम्हें
एक नज़र देख कर
लौट आऊँ▪▪
नींद में मुस्कुराते हो तो बड़ा
प्यार आता है तुम पर
सुकून
तो न जाने कहाँ खो गया है,
अब तो बस नींद के झरोखें आते है
भरी रहे अभी आँखों में उसके नाम की नींद,
वो ख्व़ाब है तो यूँ ही देखने से गुजरेगा.
Neend Poetry
मैं
तेरे नाम का एक सपना हूँ
और तू ▪▪
तू मेरे हिस्से की नींद हैं
जो मुझसे दूर बहुत दूर रहती हैं
नींद आँखों को न आयें तो मैं क्या करूँ,
ख्याल तेरा दिल से न जायें तो मैं क्या करूँ.
नींद
से ज़्यादा प्यारे थे
उनको हम कभी
▪▪
आंख भी खुली हो अब,
तो बात नहीं होती
इतना दर्द तो मरने से भी नही होगा,
जितना दर्द तेरे बिछड़ने से होगा.
एक मुक़म्मल रात, थोड़ी सी नींद
और सिर्फ तेरी बात
वो बेवफ़ा चार दिन की मोहब्बत दे गया,
और मेरी उम्र भर की रातों की नींद ले गया.
ना जगाओ
नींद से उस आशिक़ को
आज कई दिनों बाद सोया लगता
सो कर
सुकून पा लेते, लेकिन
नींद को हुक्म नही है तुम्हारा
न करवटे थी न बेचैनियां थी,
क्या गजब की नींद थी
मोहब्बत से पह
यह प्यार का ही तो क़सूर है,
जो इन आँखो को नींद
नामंज़ूर है
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