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दूध का व्यापार कैसे शुरू करें?

Milk Dairy Business Plan in Hindi: हमारे देश में कृषि अर्थव्यवस्था से 28% से भी ज्यादा दूध के बिजनेस का योगदान होता है। अगर आप दूध का व्यापार करना चाहते हैं तो दोस्तों आप इसे कर सकते हैं और इस व्यापार में आपको मुनाफा तो बहुत सारा है, परंतु इस व्यापार में आपको बहुत ही ज्यादा मेहनत करना पड़ता है।

लॉक डाउन के बाद से कई सारे लोग दूध का व्यापार कर रहे हैं और इस व्यापार में लोगों को काफी ज्यादा मुनाफा भी होता है। इस व्यापार को करने के लिए आपको अपने घर से दूर नहीं जाना है अपितु आप इसे अपने घर से ही शुरु कर सकते हैं। दूध के व्यापार में विभिन्न प्रकार की श्रेणियां हैं और आप चाहे तो दूध से संबंधित अलग-अलग श्रेणियों के व्यापार को शुरू कर सकते हैं या फिर उनमें से किसी एक बार को शुरू कर सकते हैं।

Milk Dairy Business Plan in Hindi
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आज के इस महत्वपूर्ण लेख “दूध का व्यापार कैसे शुरू करें? (Milk Dairy Business Plan in Hindi)” में हम आप सभी लोगों को दूध का व्यापार कैसे शुरू करें और दूध का व्यापार शुरू करने के लिए क्या सरकार की तरफ से कोई योजनाएं हैं या फिर कोई सहायता प्रदान की जाती है। इसकी भी जानकारी देंगे अर्थात आज का हमारा यह लेख आपके लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाला है और आप इसे अंतिम तक अवश्य पढ़े।

दूध का व्यापार कैसे शुरू करें? | Milk Dairy Business Plan in Hindi

विषय सूची

दूध का व्यापार क्या है?

दूध का व्यापार एक ऐसा व्यापार है, जिसमें आपको कई सारे और व्यापार की श्रेणियां मौजूद है। दोस्तों दूध के व्यापार को आप अपने घर से शुरू कर सकते हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियां और दूध बेचने वाले लोग आपके पास आकर दूध ले जाते हैं। यह एक ऐसा व्यापार है, जिसमें आपको गायों और भैंसों को दूध प्राप्त करने के लिए पालन पोषण करना होता है और उसके बाद आप चाहे तो दूध के किसी भी प्रकार के व्यापार को घर से या फिर अपने नजदीकी शहर से शुरू कर सकते हैं।

दूध का व्यापार कितने प्रकार का होता है?

दोस्तों जिस प्रकार से हम दूध को अलग-अलग तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं, ठीक उसी प्रकार से दूध के व्यापार का भी प्रकार हैं। कहीं पर दूध के मक्खन मलाई बेचे जाते हैं तो कहीं पर दूध के पनीर और खोवा, दही, घी, दूध के बने हुए प्रोडक्ट बिकते हैं। अब आइए जानते हैं कि दूध का व्यापार कितने प्रकार का होता है और इसकी जानकारी इस प्रकार के नीचे निम्नलिखित है:

लघु दूध डेयरी फार्म

लघु दूध डेयरी फार्म के व्यापार को शुरू करने के लिए आपको ज्यादा निवेश करने की आवश्यकता नहीं होती है, इसमें आपको मात्र अच्छी नस्ल के 2 गायों को खरीद लेना है और उसके बाद आती व्यापार को आसानी से अपने घर से शुरू कर सकते हैं।

मिनी दूध डेयरी फार्म

लघु दूध डेयरी फार्म के मुकाबले आपको मिनी दूध डेयरी फार्म में थोड़ा ज्यादा निवेश करना पड़ सकता है और इसमें आपको कम से कम 5 गायों की आवश्यकता पड़ेगी और वे सभी गाय अच्छी नस्ल की होनी बहुत आवश्यक है। इसके साथ-साथ आपको गायों के रखरखाव के लिए थोड़ी ज्यादा जगह की आवश्यकता पड़ सकती है और फिर आप इस व्यापार को आसानी से शुरू कर सकते हैं।

व्यवसायिक दूध डेरी फार्म

इस प्रकार के डेरी फार्म को शुरू करने के लिए आपको अत्यधिक जगह, अनुभव और निवेश करने की आवश्यकता पड़ती है। इस प्रकार के व्यापार को आप को बड़े स्तर से शुरू करना होता है। इसमें आपको कई सारे गायों और भैंसों को पालना होता है और इनके पालन पोषण के लिए आपको एक बड़ा निवेश करना होगा और साथ ही में अपने इस व्यापार को निरंतर रूप से चलाए रखने के लिए आप को हर महीने बड़ा निवेश करना पड़ता है और अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं, तो एकाएक आपका यह व्यापार घाटे में भी जा सकता है।

दूध के व्यापार की मार्केट में मांग

आजकल मार्केट में दूध के कई सारे प्रोडक्ट रेडीमेड बिकने शुरू हो गए हैं और ऐसे में दूध उत्पादन और दूध से संबंधित व्यापार में काफी ज्यादा पहले के मुकाबले कई प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है। आजकल बड़ी-बड़ी कंपनियां और दूध से संबंधित उत्पाद बनाने वाले लोग अब गांव-गांव में भी जाकर के एक बड़े स्तर पर दूध खरीद रहे अर्थात आज के समय में यह व्यापार काफी मांग में रहने वाला है।

दोस्तों अगर हम एक प्रकार से मान ले कि सभी प्रकार के व्यापार एक समय में बंद हो सकते हैं, परंतु दूध का व्यापार कभी नहीं बंद हो सकता। क्योंकि इसके जरिए कई सारे उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं और बच्चों के अच्छे लालन पोषण में भी उन्हें प्रत्येक कम से कम एक गिलास दूध देना आवश्यक है। आज के समय में और आने वाले समय में दूध से संबंधित व्यापार और भी बड़ा होने वाला है।

दूध के इस बढ़ते व्यापार को देखते हुए सरकार भी अब इसे शुरू करने के लिए कई सारी सरकारी योजनाएं चलाती है और आप चाहे तो सरकारी लाभ को भी प्राप्त करके दूध संबंधित किसी भी प्रकार का व्यापार शुरू करें। जब सरकार किसी भी व्यापार को शुरू करने के लिए सहायता प्रदान करती है, तब हमें समझ लेना चाहिए कि उस व्यापार में काफी ज्यादा मुनाफा होने वाला है और इस प्रकार के व्यापार की मांग सदैव बनी रहेगी।

दूध के व्यापार को शुरू करने के लिए सही स्थान का चयन कैसे करें?

दोस्तों दूध से संबंधित अगर आप किसी भी प्रकार के व्यापार को शुरू करना चाहते हैं और जानना चाहते हैं, इसके लिए सही स्थान का चुनाव कैसे करें तो दोस्तों जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया दूध संबंधित व्यापार कई प्रकार के हो सकते हैं। अगर आप केवल दूध उत्पादन गायों और भैंसों को बाल के करते हैं तो उसे आप अपने घर पर भी शुरू कर सकते हैं। 

अगर वही आप दूध से संबंधित किसी भी प्रकार के उत्पाद को बनाते हैं तो आपको ज्यादा बड़े स्थान की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। वहीं अगर आप दूध के बने हुए रेडीमेड उत्पाद बेचते हैं जैसा कि दूध का घी, दूध का दही, दूध का मक्खन, दूध से बनी हुई पनीर, दूध से बनी हुई आइसक्रीम, दूध से बनी हुई लस्सी आदि प्रकार के बने हुए दूध के प्रोडक्ट को बेचने के लिए आपको भीड़ भाड़ वाली जगह का चुनाव करना है या फिर किसी कॉलेज, यूनिवर्सिटी, स्कूल या फिर दफ्तर के सामने भी आप इस प्रकार के व्यापार को शुरू कर सकते हैं।

दूध के व्यापार शुरू करने के लिए स्टाफ मेंबर का चयन कैसे करें?

अगर आप गाय भैंस को पालकर उसके दूध को बेचते हैं और इसे एक छोटे स्तर पर शुरू करते हैं, तब आपको इसमें किसी भी प्रकार के स्टाफ मेंबर की आवश्यकता नहीं होगी अपितु आपके घर के मेंबर ही इसमें आपका सहयोग दे सकते हैं। अगर आप इस प्रकार के व्यापार में ज्यादा गायों और भैंसों का पालन करते हैं और अपने व्यापार को और भी उच्च स्तर पर करते हैं या फिर मान लीजिए कि आप दूध से बने हुए उत्पादों का निर्माण करते हैं, तब आपको ऐसे में स्टाफ मेंबर की आवश्यकता पड़ सकती है।

अगर आप अपने गायों भैंसों के रखरखाव के लिए लोगों को रखना चाहते हैं तब आप इसके लिए अपने लोकल क्षेत्र में काम की तलाश कर रहे लोगों को रख सकते हैं और यही प्रोडक्ट के निर्माण के लिए फैक्ट्री में काम करने वाले लोगों को हायर करने के लिए आपको कम से कम उनके थोड़े बहुत अनुभव का आकलन करना होगा और इतना ही नहीं किस प्रकार से फैक्ट्री में काम किया जाता है, इसका भी आपको उन्हें थोड़ा बहुत ट्रेनिंग भी देना होगा।

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दूध के व्यापार में पैकेजिंग कैसे करें?

अगर आप दूध से बने हुए उत्पादों का निर्माण करते हैं और उसे बाजार में बेचने के लिए तैयार करते हैं तब ऐसे में आपको इसकी पैकेजिंग करनी होगी। आपको अपने दूध से बने हुए प्रोडक्ट की पैकेजिंग उसके गुणवत्ता, स्वच्छता और सुरक्षा की दृष्टि से करना होगा। आपके पैकेजिंग में आपके कंपनी का नाम आपके कंपनी का पता और आपके कंपनी से संपर्क करने का कोई ना कोई साधन आपको अवश्य लिखना है।

बाजार में बिक रहे अन्य उत्पादों के पैकेजिंग के मुकाबले आपको अपने प्रोडक्ट के पैकेजिंग पर विशेष रूप से ध्यान देना है। क्योंकि आजकल पैकेजिंग ही प्रोडक्ट की बाजार में मांग को और उसकी लोगों में डिमांड को बढ़ाती है।

दूध के व्यापार को शुरू करने के लिए हमें कुल कितना निवेश करना पड़ सकता है?

अगर आप गाय-भैंसों को पाल का दूध उत्पादन का काम शुरू करते हैं, तब आपको इसमें 50 हजार रुपए से लेकर एक लाख रुपए के बीच में निवेश करना पड़ सकता है। अगर वही आप रेडीमेड दूध से बने हुए उत्पादों को एक दुकान खोल कर बेचना चाहते हैं, तब आपको ऐसे में 2 लाख रुपए से लेकर कम से कम 5 लाख  रुपयों तक का निवेश करना पड़ सकता है।

आप इस निवेश में अपने दुकान को इंटीरियर डिजाइन करवा सकते हैं और आपको इसके प्रमोशन के लिए थोड़ा बहुत और निवेश करना पड़ सकता है। अगर वही आप दूध से बने उत्पादों का निर्माण करते हैं और उसकी फैक्ट्री लगाते हैं, तब आपको कम से कम 10 लाख रुपए से लेकर अपने व्यापार की आवश्यकता अनुसार निवेश करना पड़ सकता है। इस प्रकार के व्यापार में आपको ट्रांसपोर्ट से लेकर अपने प्रोडक्ट के प्रमोशन तक के लिए आपको भारी खर्चा करना पड़ेगा।

दूध के व्यापार का पंजीकरण कहां और कैसे करते हैं?

अगर आप केवल छोटे लेवल पर गायों और भैंसों को पालकर दूध उत्पादन का काम शुरू करना है, तब आपको इसके लिए किसी भी प्रकार के व्यापार को पंजीकृत करने की आवश्यकता नहीं होती है। अगर वही आप दूध से बने हुए प्रोडक्ट का निर्माण करते हैं और इसके लिए फैक्ट्री डालते हैं, तब आपको अपने इस व्यापार को अपनी कंपनी के नाम का पंजीकरण स्थानीय प्राधिकरण से दफ्तर में जाकर करवाना होगा।

इसके और अतिरिक्त आपको ट्रेड लाइसेंस, FSSAI लाइसेंस और वैट पंजीकरण करवाने की भी जरूरत पड़ेगी। इन लाइसेंस और पंजीकरण की प्रक्रिया में आपका थोड़ा सा खर्चा भी आएगा।

दूध के व्यापार को शुरू करने के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी की जानकारी

दूध से संबंधित व्यापार को प्रारंभ करने हेतु केंद्र सरकार की डेयरी उद्यमिता विकास योजना (DEDS) के अलावा राज्य सरकारें अपने अपने स्तर पर कई सारी योजनाएं चलाती रहती हैं। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार दूध के व्यापार का भविष्य समझ चुकी है और शायद इसलिए दूर संबंधित व्यापार को प्रारंभ करने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार के तरफ से 25% से लेकर 90% तक का सब्सिडी प्रदान किए जाने का प्रावधान जारी किया गया है।

केंद्र सरकार नाबार्ड के जरिए पशुपालन के लिए उम्मीदवारों को आवश्यक सहायता प्रदान करती है। भारत सरकार डेयरी उद्यमिता विकास योजना के अंतर्गत प्रति एक पशु पालन हेतु लाभार्थियों को 17,750 रुपये की सब्सिडी प्रदान करने का प्रावधान जारी किया गया है और इतना ही नहीं हमारे देश की सरकार की तरफ से अनुसूचित जाति और जन जाति के लिए यह रकम 23,300 रुपये प्रति पशु सब्सिडी प्रदान करने का प्रावधान है।

इसके अतिरिक्त केंद्र एवं राज्य सरकार के तरफ से दूध से संबंधित उत्पादन हेतु फैक्ट्री डालने के लिए भी आवश्यक सहायता और सब्सिडी प्रदान की जाती है, इसके लिए आपको अपने नजदीकी उद्योग विभाग में जाना है और संबंधित लाभ को प्राप्त करने का प्रोसेस समझना है।

अपने दूध के व्यापार की मार्केटिंग कैसे करें?

अगर आप एक छोटे स्तर पर दूध उत्पादन का कार्य करते हैं, तब आपको दूध खरीदने वाले व्यापारियों के बारे में पता करना है और उन्हें दूध प्रदान करना है। व्यापारी आपके घर आके समय से दूध ले जाया करेंगे। अगर वहीं पर आप चाहे तो दूध उत्पादन से संबंधित फैक्ट्रियों में भी आप जाकर उन्हें दूध दे सकते हैं और अच्छी रकम कमा सकते हैं।

अगर आप दूध के सभी रेडीमेड उत्पादों को दुकान में बेचते हैं, तब आपको अपने लोकल एरिया में अपने दुकान का प्रचार प्रसार करना है, ताकि अगर किसी को भी दूध से संबंधित किसी भी प्रकार की रेडीमेड प्रोडक्ट को चाहिए होगा, तब वह आपके पास आकर आसानी से प्रोडक्ट खरीद सके।

याद रहे आप के प्रत्येक रेडीमेड दूध के प्रोडक्ट की क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए और आपका प्रत्येक प्रोडक्ट फ्रेश होना अनिवार्य है और इसके लिए आपको अपने दुकान में फ्रीज भी रखना होगा। वही आप दूध के बने हुए प्रोडक्ट को बनाते हैं और आपके पास इसकी फैक्ट्री है, ऐसे व्यापार में आपको बाजार में पहले से मौजूद अपने प्रतिस्पर्धी उसे ज्यादा आपको प्रमोशन करना होगा।

इतना ही नहीं आपके प्रोडक्ट की प्राइस में भी आपको थोड़ा बाजार में मौजूद प्रोडक्ट के मुकाबले कम रखना होगा ताकि लोग आपके प्रोडक्ट के लिए ज्यादा से ज्यादा आकर्षित हो और ज्यादा से ज्यादा आपके प्रति मांग बाजार में बढ़ सके। आप अपने प्रेजेंस आफ माइंड का इस्तेमाल करके अपने इस व्यापार को अलग-अलग तरीकों से प्रमोट कर सकते हैं।

दूध के व्यापार से जुड़े हुए जोखिमों की जानकारी?

आज से पहले दूध के व्यापार में कंपटीशन बहुत एक काम था, परंतु जब से यह व्यापार धीरे-धीरे विकास की ओर अग्रसर हो रहा है और जब से व्यापार की मांग धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है, तब से हमें प्रतिस्पर्धी भी देखने को मिल रहे हैं। अगर आप इस व्यापार में जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं, तब आप इस व्यापार को सबसे पहले छोटे स्तर से करें और अपने इस व्यापार को बड़े स्तर तक ले जाते ले जाते आपको पहले से काफी अनुभव भी हो जाएगा और आपके ब्रांड को भी लोग पहले से जाने लगेंगे।

अगर आप इस व्यापार को सीधे बड़े स्तर से शुरू करेंगे तब आपको काफी ज्यादा प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा और हो सकता है कि आपको बड़े ब्रांड से नुकसान भी हो और आपको इस व्यापार में जोखिम की संभावनाओं को कम करने हेतु इसे सबसे पहले इसे निम्न स्तर से शुरू करना चाहिए और फिर धीरे-धीरे अपने व्यापार को बढ़ाना चाहिए।

दूध के व्यापार में होने वाला मुनाफा

अगर आप इस व्यापार को एक छोटे स्तर से भी शुरू करते हैं, तब भी आपको हर महीने कम से कम 30 हजार रुपए से लेकर 40 हजार रुपए का मुनाफा प्राप्त होना शुरू हो जाएगा। जैसे जैसे आप अपने व्यापार को बढ़ाते जाएंगे आपका व्यापार जैसे-जैसे मार्केट में पुराना होता जाएगा और इसकी मांग बढ़ती जाएगी वैसे वैसे आपको मुनाफा भी पहले के मुकाबले कई गुना ज्यादा होने लगेगा।

दोस्तों वास्तविकता है कि इस व्यापार में हमेशा मुनाफा हर साल बढ़ता ही रहता है और आप भी इस व्यापार से हर महीने अच्छा मुनाफा कमाना शुरू कर सकते हैं और धीरे-धीरे एक अच्छा मुनाफा आप बड़े स्तर पर भी कमा सकते हैं।

क्या लॉक डाउन के बाद से दूध के व्यापार में वृद्धि हुई है?

दोस्तों एक समय ऐसा था जब इस व्यापार में गिरावट आई थी, परंतु अब इस व्यापार में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है और यही कारण है, कि आपको दूध से संबंधित व्यापार को रिसर्च करके प्रारंभ कर देना चाहिए।

क्या दूध के व्यापार को शुरू करने के लिए पढ़ा लिखा होना जरूरी है?

जी ऐसा बिल्कुल भी नहीं है अगर आप पढ़े लिखे नहीं हैं, तब पर भी आप इस व्यापार को आसानी से चला सकते हैं। मगर हां आपको हिसाब किताब से संबंधित होना बहुत ज्ञान तो होना ही चाहिए।

क्या दूध के व्यापार को प्रारंभ करने के लिए हमें इसे पंजीकृत करना अनिवार्य है?

अगर आप इसे छोटे स्तर से शुरू करते हैं, तब आपको इसे पंजीकृत करवाने की आवश्यकता नहीं है, परंतु हां आप अपने नजदीकी उद्योग विभाग में जाकर इसकी जानकारी दे सकते हैं। अगर वहीं पर आप इस व्यापार को एक बड़ी स्तर से शुरू करते हैं, तब आपको इसे पंजीकृत करवाना अनिवार्य है और इसके लिए लेख में दी गई जानकारी को विस्तार से पढ़ें।

मैं दूध से संबंधित व्यापार को करना चाहता हूं और इसके लिए क्या करूं?

दूध के व्यापार को अगर आप प्रारंभ करना चाहते हैं, सबसे पहले  एक व्यापार से जुड़े हुए महत्वपूर्ण पहलुओं पर आपको रिचार्ज करना होगा और उसके बाद आप कितना निवेश कर सकते हैं और आप कितना निवेश नहीं कर सकते हैं, इन सभी चीजों का आकलन करने के बाद आप दूध का व्यापार प्रारंभ कर सकते हैं। दूध से संबंधित कई प्रकार के व्यापार किए जा सकते हैं और सबसे पहले आपको इंटरनेट पर एक-एक व्यापार की जानकारी लेनी है और उसके लाभ एवं हानि को भी समझना है तब जाकर इस प्रकार के व्यापार को प्रारंभ करना है।

दूध के व्यापार से कितना मुनाफा कमाया जा सकता है?

अगर आप इस व्यापार को छोटे स्तर से शुरू करते हैं, तब आप हर महीने कम से कम 30 हजार रुपए से लेकर ₹40000 तक की इनकम कर सकते हैं। वहीं अगर आप इसे बड़े स्तर पर करेंगे तब आपको बड़े स्तर का मुनाफा भी होगा और जैसे-जैसे आपके व्यापार बढ़ता, जाएगा वैसे वैसे आपका मुनाफा भी इस व्यापार में बढ़ता चला जाएगा।

निष्कर्ष

वैसे तो हमने दूध के व्यापार को शुरू करने से संबंधित सभी प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारियां आपने इस लेख में प्रदान कर दी है और हमें उम्मीद भी है कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी काफी लाभकारी और सहायक सिद्ध होगी। परंतु अगर फिर भी आपको इस लेख से संबंधित किसी भी प्रकार के सवाल पूछने हैं या फिर आप कोई अन्य जानकारियां इस लेख से जुड़ी जानना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं।

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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