Memory Kya Hai: कंप्यूटर में हम कोई भी निर्देश देते हैं तो उस निर्देश को याद रखने के लिए या दिए गए निर्देश पर आगे कार्य करने के लिए मेमोरी कंप्यूटर का बहुत बड़ा हिस्सा होता है। आज के जमाने में कंप्यूटर बहुत ही आवश्यक यंत्र हो चुका है, जिसके बारे में सभी प्रकार की जानकारी आपको होनी चाहिए।
कंप्यूटर की कार्य प्रणाली को समझने के लिए मेमोरी क्या है (Memory kya hai) यह समझना बेहद जरूरी है, जिसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी इस लेख के जरिए आपके समक्ष प्रस्तुत की जा रही है।
कंप्यूटर को दिया गया निर्देश कंप्यूटर किस प्रकार याद रखेगा और कोई भी सेव किया गया फाइल किस प्रकार कंप्यूटर के किस हिस्से में सेव रहेगा यह सब मेमोरी पर निर्भर करता है। मेमोरी क्या है यह समझने के लिए आपको कंप्यूटर के कार्य प्रणाली और बायनरी डिजिटल के बारे में भी जानना होगा, जिसे हमने अच्छे तरीके से आज के लेख में समझाया है।
मेमोरी क्या है और इसके प्रकार | Memory Kya Hai
मेमोरी क्या है? (Memory kya hai)
जिस तरह एक व्यक्ति अपनी सभी जानकारी को दिमाग में याद रखता है, उसी प्रकार कंप्यूटर के मदरबोर्ड से मेमोरी जुड़ी हुई होती है, जो कंप्यूटर में सभी प्रकार के निर्देश और फाइल को इकट्ठा रखती है।
हम यह कह सकते है कि मेमोरी कंप्यूटर की याददाश्त होती है। बिना मेमोरी के हम कंप्यूटर में कोई भी कार्य नहीं कर सकते। यह कंप्यूटर का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होता है जब भी हम कंप्यूटर को कोई इनपुट देते हैं या कंप्यूटर किसी भी निर्देश को ग्रहण करता है तो सबसे पहले उसे मेमोरी में भेजता है और याद रखता है ताकि किस प्रकार आगे कार्य करना है यह समझा जा सके।
सरल शब्दों में मेमोरी को परिभाषित करें तो कहेंगे कि मेमोरी कंप्यूटर का विवाह खास हिस्सा होता है, जो मदरबोर्ड से जुड़ा होता है और कंप्यूटर को दिया गया सभी प्रकार का निर्देश मेमोरी में स्टोर होता है। मेमोरी वह जगह होती है, जहां कंप्यूटर सभी फाइल या फोल्डर को रखता है। इसके अलावा दिए गए किसी भी इनपुट को सबसे पहले मेमोरी में सेव किया जाता है, उसके बाद उसपर कार्य होता है।
कंप्यूटर की मेमोरी कहां होती है?
जिस प्रकार इंसान कुछ भी अपने दिमाग में याद रखता है, उसी प्रकार कई लोगों को लगता है कि कंप्यूटर भी सभी प्रकार की जानकारी को अपने दिमाग यानी कि सीपीयू के जरिए याद रखता है जोकि गलत है।
कंप्यूटर की मेमोरी उसके मदर बोर्ड में होती है वहां से मदरबोर्ड सीपीयू से जुड़ा हुआ होता है जब भी हम कंप्यूटर को कोई भी निर्देश देते है तो सबसे पहले कंप्यूटर उस निर्देश को अपने मेमोरी में सेव करता है, उसके बाद निर्देश के अनुसार कार्य शुरू किया जाता है, जिसमें सीपीयू यह तय करता है कि कंप्यूटर का कौन सा यंत्र कब कार्य करेगा और हमें अपनी आवश्यकता अनुसार परिणाम मिलते हैं।
अर्थात मेमोरी में अगर किसी भी प्रकार की परेशानी आती है तो कंप्यूटर के मदरबोर्ड पर इसका असर पड़ता है या मदरबोर्ड में किसी प्रकार की परेशानी आती है तो इसका असर कंप्यूटर के मेमोरी पर पड़ता है। यही कारण है कि कंप्यूटर के मदरबोर्ड में परेशानी आने पर कंप्यूटर में मौजूद सभी प्रकार का डाटा डिलीट हो जाता है।
मेमोरी के प्रकार
आपको बता दें कि मेमोरी का तात्पर्य केवल चीजों को याद करने से नहीं है। यह एक महत्वपूर्ण जगह है, जो कंप्यूटर में बहुत अहमियत रखती है। इस वजह से इस हिस्से को समझने के लिए इसे अलग-अलग प्रकार में विभाजित किया गया है:
- प्राथमिक मेमोरी
- सेकेंडरी मेमोरी
प्राथमिक मेमोरी
प्राथमिक मेमोरी को प्राइमरी मेमोरी भी कहा जाता है जैसा कि हमने आपको बताया हम जब भी कोई निर्देश देते हैं तो कंप्यूटर सबसे पहले उस निर्देश को मेमोरी में इकट्ठा करता है, उसके बाद सीपीयू यह तय करता है कि उस निर्देश पर किस प्रकार कार्य करना है।
इस वजह से मेमोरी का एक खास हिस्सा होता है, जो सीधे सीपीयू से जुड़ा हुआ होता है जिसे प्राथमिक मेमोरी कहते है। जब भी हम कोई निर्देश देते है तो सबसे पहले वह निर्देश प्राइमरी मेमोरी में जाता है और सीपीयू के साथ जुड़ा हुआ होता है, जिस पर सीपीयू आगे निर्देश देता है कि किस प्रकार कार्य करना है।
प्राथमिक मेमोरी की सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि यह सीपीयू के साथ जुड़ा हुआ होता है और यह हिस्सा पूरी तरह से बिजली पर चलता है अर्थात पावर के बंद होते ही प्राइमरी मेमोरी में जितनी भी जानकारी इकट्ठा होती है, वह अपने आप नष्ट हो जाती है।
प्राथमिक मेमोरी को भी दो भागों में विभाजित किया गया है रैम (RAM) और रोम (ROM)
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रैम (RAM)
रैम का पूरा नाम रेंडम एक्सेस मेमोरी होता है। जैसा कि हमने आपको बताया मेमोरी डाटा को स्टोर करने का कार्य करता है जब भी हम कंप्यूटर या मोबाइल का इस्तेमाल करते है तो हमारा दिया गया कोई भी निर्देश कंप्यूटर के सबसे पहले प्राथमिक मेमोरी में इंस्टॉल होता है, जो सीपीयू से कनेक्ट होकर आगे के कार्य को बढ़ाता है और हमें परिणाम मिलता है, इसी प्रक्रिया में प्राथमिक मेमोरी में एक हिस्सा होता है रैम, जो वर्तमान समय में कंप्यूटर में हो रहे कार्य से जुड़ा डाटास्टोर करता है।
कंप्यूटर या मोबाइल में वर्तमान समय में जितनी भी चीजें हो रही है, उन सब की जानकारी लगातार रैम में स्टोर होते जाती है और जैसे ही हम कंप्यूटर के मोबाइल को बंद करते हैं, वह सब डाटा नष्ट हो जाता है। यही कारण है कि जिस रैम में अधिक से अधिक जानकारी स्टोर हो सकती है। मोबाइल या कंप्यूटर में एक साथ अधिक से अधिक कार्य किए जा सकते हैं।
आज रैम का इस्तेमाल सभी प्रकार के कंप्यूटर मोबाइल और टेबलेट में किया जा रहा है। इसके अलावा हमको भी दो अलग-अलग भागों में विभाजित किया गया है, जिसे – SRAM और DRAM कहा जाता है।
रोम (ROM)
यह प्राथमिक मेमोरी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें केवल उस प्रकार की जानकारी को रखा जाता है, जिसे आप पढ़ सकते है एडिट या डिलीट नहीं कर सकते। रोम मेमोरी का पूरा नाम रीड ओनली मेमोरी होता है।
इस तरह की मेमोरी में केवल खास किस्म की जानकारी रखी जाती है, जिसकी आवश्यकता कंप्यूटर को चालू करने के लिए है अर्थात कंप्यूटर को चालू करने के लिए कुछ खास किस्म के निर्देशों की आवश्यकता होती है, जिन निर्देशों को पहले से ही रोम मेमोरी में स्टोर करके दिया जाता है। हम इस प्रक्रिया को बूटस्ट्रैप के नाम से जानते हैं।
आगे चल के इस्तेमाल के अनुसार रोम को तीन अलग-अलग भागों में विभाजित किया जाता है PROM, EPROM, EEPROM
सेकेंडरी मेमोरी
यह मेमोरी का दूसरा महत्वपूर्ण भाग है, जिसमें जानकारी को अपनी सुविधा के अनुसार स्टोर किया जाता है। कंप्यूटर में हम कुछ ऐसी जानकारियों को भी इकट्ठा करते है, जिन की आवश्यकता हमें वक्त के साथ कभी भी पड़ सकती है तो कौन सी जानकारी कितनी देर तक स्टोर करनी है या हम स्वयं तय करते हैं। इस तरह हर के स्टोर प्रक्रिया को सेकेंडरी मेमोरी में रखा जाता है।
सेकेंडरी मेमोरी में रखी गई जानकारी बहुत अधिक लंबे समय तक रह सकती है। उदाहरण के तौर पर अगर आपने कोई फोटो खींचा है और उसे अपने कंप्यूटर में रखना चाहते हैं तो वह फोटो अपने आप सेकेंडरी मेमोरी में सेव हो जाती है, जो आपके अनुसार जितने दिन आप चाहे उतने दिन तक उसमें रह सकती है। बाद में आपकी डिलीट करने पर ही यह डिलीट होगी।
इस तरह है कि जानकारियों को इकट्ठा करने के लिए कंप्यूटर में कुछ खास यंत्र लगे होते हैं, जिसे हम हार्ड डिक्स कहते है। किसी भी जानकारी को कंप्यूटर नहीं है और अपनी सुविधा के अनुसार इकट्ठा करने के लिए हार्ड डिक्स का इस्तेमाल किया जाता है, जो कंप्यूटर के अंदर लगा हुआ होता है इसे आप कंप्यूटर के अंदर से निकाल भी सकते हैं और दोबारा लगा भी सकते है। किसी भी जानकारी को कंप्यूटर में सेव करके रखने के लिए हार्ड डिक्स का इस्तेमाल सबसे अधिक किया जाता है।
हार्ड डिस्क एक ऐसा यंत्र होता है, जो बहुत अधिक मात्रा में जानकारी को कंप्यूटर में स्टोर करके रख सकता है। मगर वह जितना अधिक बढ़ता चला जाएगा। कंप्यूटर उतना ही धीरे कार्य करने लगता है, इस वजह से एस SSD CARD नाम की एक नई सेकेंडरी मेमोरी का इस्तेमाल आजकल बड़ी तीव्र गति से किया जा रहा है।
इसके अलावा कंप्यूटर में इस्तेमाल किए जाने वाले पेन ड्राइव, फ्लॉपी डिस्क, सीडी जैसी तमाम चीजें सेकेंडरी मेमोरी के प्रकार में आती है।
FAQ
कंप्यूटर के मदरबोर्ड में एक खास किस्म की जगह होती है, जहां जानकारियों को इकट्ठा किया जाता है। उसे सीधे तौर पर सीपीयू से जोड़ा जाता है ताकि दिए गए निर्देश वहां इकट्ठा हो सके और सीपीयू वहां से सभी निर्देशों को देख कर कार्य करने की प्रणाली को आगे निश्चित करें।
हम कंप्यूटर में अलग-अलग प्रकार की जानकारी कोई खट्टा करते हैं, इस वजह से मेमोरी को मुख्य रूप से दो भागों में विभाजित किया गया है – प्राथमिक मेमोरी और सेकेंडरी मेमोरी।
RAM कंप्यूटर की एक खास जगह होती है, जहां वर्तमान समय में कंप्यूटर पर जो कार्य चल रहा है, उसकी जानकारी को इकट्ठा किया जाता है। आपके मोबाइल या कंप्यूटर में राम जितना अधिक होगा। आप उतने ही अधिक प्रकार की चीजों का इस्तेमाल अपने कंप्यूटर मोबाइल में एक साथ कर पाएंगे।
प्राथमिक मेमोरी का एक प्रकार रूम भी होता है, जो उस प्रकार की जानकारी को इकट्ठा करता है, जो कंप्यूटर को शुरू करने के लिए आवश्यक होते हैं, जिसे हम बूटस्ट्रैप के नाम से जानते हैं।
निष्कर्ष
आज के लेख में हमने मेमोरी के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रस्तुत की, जिसमें यह बताने का प्रयास किया गया कि Memory kya hai इसके अलावा मेमोरी का इस्तेमाल किस प्रकार करते हैं। साथ ही मदरबोर्ड से लगे हुए इस खास किस्म के स्थान को कितने भागों में विभाजित किया गया है और कैसे रैम और रोम क्यों कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
अगर आज की बताई गई जानकारी को पढ़ने के बाद अपने मोरी से जुड़े सभी प्रकार के प्रश्नों का सटीक जवाब समझ पाए है तो इस लेख को अपने मित्रों के साथ साझा करें साथ ही अपने सुझाव और विचार हमें कमेंट में बताना ना भूले।
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