आज भारत में अनेकों महिलाएं खेल के क्षेत्र में अपना नाम अंतरराष्ट्रीय लेवल तक रोशन कर रही है और भारत के नाम को विश्वभर गौरवान्वित कर रही हैं।
मनिका बत्रा भी इन्हीं महिलाओं खिलाड़ियों में से एक है, जो भारत की एक लोकप्रिय टेबल टेनिस खिलाड़ी है।
मनिका बत्रा बहुत खूबसूरती के साथ टेबल टेनिस खेलती है। इन्होंने अपने जीवन में अब तक कई टेबल टेनिस के टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है और कई सारे मेडल अपने नाम किए हैं।
इस लेख में मनिका बत्रा का जीवन परिचय (Manika Batra Biography in Hindi) के बारे में जानेंगे जिसमें उनका प्रारंभिक जीवन, परिवार, शिक्षा और करियर आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे।
मनिका बत्रा का जीवन परिचय (Manika Batra Biography in Hindi)
नाम | मनिका बत्रा |
जन्म और जन्म स्थान | 15 जून 1995, नारायण विहार, दिल्ली |
पेशा | टेबल टेनिस खिलाड़ी |
पिता का नाम | गिरीश बत्रा |
माता का नाम | सुषमा बत्रा |
भाई-बहन | साहिल बत्रा (भाई), आंचल बत्रा (बहन) |
स्कूल | हंसराज मॉडल स्कूल |
धर्म | हिंदू |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
कोच | संदीप गुप्ता |
मनिका बत्रा का प्रारंभिक जीवन
मनीष बत्रा का जन्म दिल्ली के नारायण विहार में 15 जून 1995 को हुआ था। इनके पिता का नाम गिरीश बत्रा है और माता का नाम सुषमा बत्रा है।
मनिका बत्रा का एक बड़ा भाई और एक बहन भी है। भाई का नाम साहिल है और बहन का नाम आंचल है।
दोनों ही भाई-बहन टेनिस खेल पसंद करते हैं, जो बचपन से ही टेनिस खेला करते थे।
जिस कारण बचपन से ही मनिक बत्रा को टेनिस खेलने की प्रेरणा मिली और मात्र 4 साल की उम्र से ही इन्होंने टेबल टेनिस खेलना शुरू कर दिया।
भाई बहनों की भी इन्हें काफी मदद मिली। स्टेट लेवल के अंडर 8 टूर्नामेंट में जब मनिका बत्रा ने जीत प्राप्त की तो इन्होंने संदीप गुप्ता से ट्रेनिंग लेने का निश्चय किया।
लेकिन संदीप गुप्ता ने उन्हें अच्छी टेबल टेनिस की सुविधा प्राप्त करने के लिए ट्रेनिंग देने के बजाय हंसराज मॉडल स्कूल में जाने की सलाह दी।
इस तरह मनिका बत्रा ने बहुत कम उम्र से ही टेबल टेनिस के क्षेत्र में करियर बनाने की शुरुआत कर दी।
मनिका बत्रा की शिक्षा
मनिका बत्रा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हंसराज मॉडल स्कूल से पूरी की है। इन्होंने अपनी कॉलेज की पढ़ाई जीसस एंड मैरी स्कूल न्यू दिल्ली से की।
मनिका बत्रा ने टेबल टेनिस के खेल में अपना करियर बनाने के लिए जीवन में आए कई अवसरों को ठुकरा दिया।
टेबल टेनिस पर ध्यान देने के कारण ही अपने पुराने स्कूल को छोड़कर हंसराज मॉडल स्कूल में पढ़ने के लिए आई। क्योंकि यहां पर टेबल टेनिस के खेल की अच्छी सुविधा उपलब्ध थी।
यही नहीं स्कूल में पढ़ने के दौरान इन्हें कई सारे मॉडलिंग के प्रस्ताव भी मिले, लेकिन अपना पूरा ध्यान टेबल टेनिस में लगाने के कारण उन्होंने इस अवसर को ठुकरा दिया।
उन्होंने स्वीडन में पीटर कार्लसन अकादमी में प्रशिक्षण की छात्रवृति को भी ठुकरा दिया। टेबल टेनिस पर ध्यान देने के लिए इन्होंने अपने कॉलेज की पढ़ाई भी मात्र 1 साल के बाद छोड़ दी।
मनिका बत्रा का करियर
साल 2011 में मनिका बत्रा ने टेबल टेनिस के टूर्नामेंट में जापान की कासुमी इशिकावा जो दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी मानी जाती थी, उन्हें मात्र 16 साल की उम्र में ही हराकर अपने प्रतिभा का परिचय दिया और लोगों को बता दिया कि वह आगे एक बहुत अच्छी खिलाड़ी बन सकती है।
इसी साल के चिली ओपन में इन्होंने अंडर 21 वर्ग में सिल्वर पदक अपने नाम किया। साल 2014 में ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेल में क्वार्टर फाइनल तक पहुंची। इस साल के एशियाई खेलों में भी मलिक बत्रा क्वार्टर फाइनल तक पहुंचने में सक्षम हो पाई।
साल 2015 के कॉमनवेल्थ टेबल टेनिस कंपटीशन में मलिक बत्रा ने मौमा दास और अंकिता दास के साथ महिलाओं की टीम स्पर्धा में रजत पदक हासिल करने में सफल हो पाई। अंकिता दास के साथ महिलाओं का सिंगल और डबल्स में कांस्य पदक जीती।
वहीं साल 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में भी इन्होंने अपना शानदार प्रदर्शन दिखाते हुए पूजा सहस्रबुद्धे के साथ महिला डबल्स और एंथोनी अमलराज के साथ मिक्स्ड डबल्स और मौमा दास एवं शामिनी कुमारेसन के साथ महिला टीम इवेंट में स्वर्ण पदक अपने नाम करने में सफल हुई।
लेकिन इसी साल के रियो ओलंपिक खेलों में ये अच्छा प्रदर्शन नहीं दिखा पाई। पोलैंड की कतारज्ना ग्रिजबोव्स्का से यह पहले ही दौर में हार गई।
हालांकि इस खेल में उन्होंने काफी सुर्खियां बटोरी क्योंकि अपने नाखूनों को इन्होंने तिरंगे रंग में पेंट करवाया था।
साल 2018 गोल्ड कॉस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में भी यह पिछली बार के चैंपियन और चार बार के गोल्ड मेडलिस्ट सिंगापुर टीम को हराया।
दिलचस्प बात यह है कि जब सिंगापुर की टीम राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल हुई थी तब से लेकर अब तक इस टीम को कभी हार नहीं मिली थी लेकिन मनिका बत्रा ने इनको साल 2018 में हार का सामना दिखा दिया।
गोल्ड कोस्ट के फाइनल मुकाबलों में भी मनिका बत्रा ने खिलाड़ी फेंग तिआनवेई और यिहान झोउ जो विश्व के नंबर 4 खिलाड़ी का दर्जा मिला है, उन्हें हराकर जीत प्राप्त की।
Tokyo Olympic में मनिका बात्रा का प्रदर्शन
साल 2021 में जापान के टोक्यो शहर में आयोजित ओलंपिक में मनिका बत्रा ने टेबल टेनिस के खेल में ब्रिटेन की टीम को 4-0 हराकर सिंगल वर्ग के दूसरे राउंड में प्रवेश करने में सक्षम हो पाई थी।
लेकिन अगले ही राउंड में वे अच्छा प्रदर्शन नहीं दिखा पाई, जिसके कारण उन्हें इस टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा। फिर भी इनके पहले राउंड में अच्छे प्रदर्शन सराहनीय है।
मनिका बत्रा की नेटवर्थ
मनिका बत्रा भारत की एक जानी-मानी टेबल टेनिस की खिलाड़ी है। यह टेबल टेनिस के कई प्रकार के टूर्नामेंट में मनीष बात्रा हिस्सा लेती है।
अनेकों खेल में जीत प्राप्त करती है, जिस कारण इनकी कमाई काफी ज्यादा होती है।
बात करें इनकी नेटवर्थ की तो जानकारी के अनुसार उनकी अब तक की नेटवर्थ लगभग 80 से 90 लाख रूपये हैं।
स्पष्टीकरण: यहां पर बताई गई नेटवर्थ इन्टरनेट पर मौजूद विभिन्न स्त्रोतों के अनुसार बताई गई है। इसकी हम पुष्टि नहीं करते।
FAQ
मनिका बात्रा को टेबल टेनिस खेल में शानदार प्रदर्शन के कारण साल 2018 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वहीं साल 2020 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त हुआ।
मनिका बत्रा ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि इन्हें टेबल टेनिस खेलने की प्रेरणा इनके भाई बहनों से मिली। क्योंकि इनके एक बड़े भाई जिनका नाम साहिल है और उनकी एक बहन जिनका नाम आंचल है। यह दोनों भी टेबल टेनिस खेलना पसंद करते हैं और बचपन से ही टेबल टेनिस खेलते आ रहे हैं, जिस कारण मनिक बत्रा को बचपन से ही इन दोनों का खूब सपोर्ट मिला।
मनिका बत्रा का जन्म 15 जून 1995 को दिल्ली शहर में हुआ था।
निष्कर्ष
इस लेख में भारत की एक नामी महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा के जीवन के बारे में बताया।
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