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लियोनेल मेस्सी का जीवन परिचय

Lionel Messi Biography in Hindi: लियोनेल मेस्सी अर्जेंटीना के रहने वाले सुप्रसिद्ध फुटबॉल खिलाड़ी हैं, जो अपने पीढ़ी के सबसे प्रसिद्ध फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक है। यहां तक कि इन्होंने अपने फुटबॉल के कैरियर में रोनाल्डो के भी कई रिकॉर्ड को तोड़े है। हालांकि आज यह जिस मुकाम पर हैं, उस मुकाम को प्राप्त करने के लिए उन्होंने अपने जीवन में बहुत ही संघर्ष किए हैं।

Lionel Messi Biography in Hindi
Image: Lionel Messi Biography in Hindi

आज के इस लेख में हम लियोनेल मेस्सी के जीवन परिचय लेकर आए हैं, जिसमें हम आपको इनके प्रारंभिक जीवन से लेकर फुटबॉल केरियर बनाने तक के लंबे सफर के बारे में बताएंगे। लियोनेल मेस्सी का जीवन परिचय बहुत ही प्रेरणादायक है, इसीलिए इसे एक बार पूरा जरूर पढ़ें।

लियोनेल मेस्सी का जीवन परिचय (Lionel Messi Biography in Hindi)

नामलियोनेल मेस्सी
अन्य नामलियो, एटॉमिक फ़्ली, ला पुल्गा, ला पुल्गा एटोमिका, मेस्सिडोना
पेशाफुटबॉलर
जन्म24 जून, 1987
जन्मस्थानरोसारिया, सेंटा फे, अर्जेंटीना
राष्ट्रीयताअर्जेंटीना
फुटबॉल करियर की शुरुआत4 अगस्त 2004 हंगरी के खिलाफ
कोचसाल्वाडोर एपरिकियो, फ्रैंक रिज्कार्ड, पेप गार्डिऑला
जर्सी नंबरदस
वजन67 किग्रा
लंबाई5 फुट 7 इंच
वैवाहिक स्थितिविवाहित
माता का नामसेलिया मारिया कच्चीटिनी
पिता का नामजोर्ज होरसियो मेस्सी
भाइयों का नाममटिआस मेस्सी, रोड्रिगो मेस्सी
बहन का नाममारिया सोल मेस्सी
पत्नी का नामएंटोनेला रोक्कुज्जो
बेटे का नामथिएगो मेस्सी एवं मटियो मेस्सी
बेटी का नामसिरों मेस्सी
  

लियोनेल मेस्सी का प्रारंभिक जीवन

मेस्सी का पूरा नाम लियोनेल आंद्रेस मेस्सी है। लेकिन इनके चाहने वाले इन्हें प्यार से, लियो, एटॉमिक फ़्ली, ला पुलगा, ला पुलगा एटोमिका, मेस्सीडोना नाम से भी पुकारते हैं। इनका जन्म रोसारियो, सेंटा फे, अर्जेंटीना में 24 जून 1987 को हुआ था।

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इनकी माता का नाम सेलिया मारिया क्युक्सीट्टिनी है, जो पेशे से हाउस सर्विस का काम किया करती थी। मेस्सी के पिता का नाम जॉर्ज होरासियो मेस्सी है। इनके पिता पेशे से एक मजदूर थे, जो स्टील कारखाने में काम करते थे। मेस्सी के दो भाई और एक बहन है। इनके भाईयों का नाम रोड्रिगो मेस्सी और मटीएस मेस्सी है। इनकी बहन का नाम मारिया सोल मेस्सी हैं।

मेस्सी अपने दादी के बहुत ज्यादा लाडले थे। इनकी दादी के कहने पर ही उनके पिता ने इन्हें फुटबॉल का कीट दिलवाया था और इनकी दादी चाहती थी कि मेस्सी बड़े होकर एक फुटबॉलर बने। इसीलिए उन्होंने ही मेस्सी को एक लोकल फुटबॉल क्लब ग्रैंडडोली में दाखिला करवाया था। उस समय मेस्सी की उम्र 4 वर्ष थी।

वैसे मेस्सी के पिता एक मजदूर होने के कारण घर में पैसे की हमेशा किल्लत रहा करती थी। उसके बावजूद इनके पिता हमेशा ही इनके सभी भाई बहनों को जरूरत की सारी सुविधाए दिये थे।

लियोनेल मेस्सी की संघर्षपूर्ण सफर

आज लियोनेल मेस्सी एक सफल फुटबॉलर है, जिन्हें पूरी दुनिया जानती है। लेकिन अपने करियर को बनाने के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया। इनके संघर्ष की कहानी जानकर हर कोई प्रेरित हो जाए। 4 साल की उम्र में ही फुटबॉल क्लब में ज्वाइन हो गए थे। 8 साल की उम्र में उन्होंने अपने शहर के एक फुटबॉल क्लब न्यूवेल्स ओल्ड बॉयज की तरफ से खेलने लगे थे।

उन दिनों मेस्सी के लिए फूटबॉल बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण हो चुका था। उनके पास सांस लेने तक का भी समय नहीं था, दिन भर वे फुटबॉल का अभ्यास करते ही रहते थे। उन दिनों फुटबॉल ही उनके लिए सब कुछ था। लेकिन कहते हैं ना हर एक सफल व्यक्ति के जीवन में हताशा आता ही है। इनके जीवन का पहला दुख भरा समय तब आया जब यह 10 साल के थे और उनकी दादी का निधन हो गया।

चूंकि वे अपनी दादी के बहुत ज्यादा करीबी थे। ऐसे में दादी की निधन की खबर सुनने के बाद वे सदमे में चले गए थे और कई दिनों तक फुटबॉल किट को छुआ भी नहीं। लेकिन, बाद में इनके पिता ने इन्हें हौसला दिया और फिर इन्होंने दोबारा फुटबॉल खेलना शुरू किया। जीवन में आगे भी मेस्सी ने जितने भी बड़े-बड़े फुटबॉल मैच खेले, प्रत्येक मैच में गोल करते समय वे दोनों हाथ उठाकर अपनी दादी को जरूर याद करते थे और आज भी करते हैं।

चूंकि मेस्सी के परिवार की आर्थिक स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं थी, जिस कारण मेस्सी फुटबॉल की ट्रेनिंग के बाद जो समय बचा करता था, उस समय का सदुपयोग करते हुए एक चाय की दुकान पर चाय और कॉफी सर्व किया करते थे ताकि परिवार की थोड़ी आर्थिक मदद किया जा सके। इतने संघर्ष के साथ मेस्सी अपने फुटबॉल के करियर को बनाने में लगे थे।

लेकिन अगले ही कदम पर उन्हें एक और झटका लगा, जो शायद बड़े से बड़े हौसले रखने वाले व्यक्ति के भी मनोबल को डगमगा सकता है। 11 साल की उम्र में मेस्सी को ग्रोथ हार्मोन डिफिशिएंसी नाम का एक गंभीर बीमारी के बारे में पता चला। यह एक ऐसी बीमारी है, जिससे इंसान की ऊंचाई और उसके ग्रोथ रुक जाती है।

हालांकि उसके बावजूद मेस्सी ने अपनी हिम्मत बनाए रखी और हार नहीं मानी। लेकिन, इस बीमारी के इलाज के लिए जो प्रक्रिया थी, वह काफी ज्यादा खर्चीली थी, हर महीने लगभग $1500 का खर्चा इनके इलाज में लग जाता था।

मेस्सी ने अपनी तुलना अन्य लड़कों के साथ कभी नहीं की। यहाँ तक कि वे अपने उम्र के अन्य लड़कों की तुलना में बहुत अच्छा फुटबॉल खेला करते थे। इनके बीमारी के कारण अर्जेंटीना के River Plate Club ने रिजेक्ट कर दिया।

यह घटना मेस्सी के लिए मनोबल तोड़ने जैसा था लेकिन, उसके बावजूद मेस्सी ने अपनी हिम्मत दिखाई और इतनी सारी चुनौतियों के बावजूद उन्होंने अपने मनोबल को डगमगाने नहीं दिया, हमेशा ही आशावादी बने रहे।

लियोनेल मेस्सी की शादी

लियोनेल मेस्सी की शादी 30 जून 2017 को उनकी गर्लफ्रेंड एंटोनेला रोक्कुजो से हुई। हालांकि इनकी गर्लफ्रेंड के साथ इनका रिलेशनशिप काफी लंबे समय से चल रहा था। लियोनेल मेस्सी के तीन बच्चे हैं, जिसमें दो बेटे और एक बेटी हैं। दोनों बेटों का नाम क्रमशः थियगो और मटियों है।

इनके इन दोनों बेटों का जन्म मेस्सी के शादी से पहले हुआ था। थियागो का जन्म 2 नवंबर 2012 को एवं मटियो का जन्म 11 सितंबर 2015 को हुआ था। इनकी बेटी का नाम सिरों मेस्सी है, जिसका जन्म शादी के बाद हुआ था।

मेस्सी का एफ़सी बार्सिलोना मे पदार्पण

मेस्सी ने लंबे समय तक एफ़सी बार्सिलोना के लिए खेला। बात करें इनके साथ इनके पदार्पण की तो किसी ने बार्सिलोना के डायरेक्टर Carles Rexach को मेस्सी के फुटबॉल प्रतिभा के बारे में बताया तब इन्होंने शर्त रखी कि यदि सही में मेस्सी टैलेंटेड फुटबॉल प्लेयर हैं तो वे इनका सारा खर्चा उठाने को तैयार है।

Carles Rexach मेस्सी के फुटबॉल प्रतिभा को देखा और वे इनके काबिलियत से बहुत ही ज्यादा प्रभावित हुए। उन्हें विश्वास हो गया कि मेस्सी आगे चलकर बहुत अच्छा फुटबॉल प्लेयर बन सकता है, जिसके बाद उन्होंने उनके माता-पिता को कहा कि उन्हें इनके साथ अर्जेंटीना छोड़कर स्पेन जाना होगा।

तब मेस्सी अपने माता पिता के साथ बार्सिलोना चले गए। हालांकि बार्सिलोना के डायरेक्टर ने शर्त तो कर दी थी कि वह मेस्सी के सारे खर्चे को उठाएंगे लेकिन उसके बावजूद मेस्सी के इलाज और बाकी खर्चा बहुत ज्यादा था, जिस कारण इनके ऊपर खर्च करने में सब कतरा रहे थे।

जिसके बाद 1 दिन मेस्सी के पिता ने Carles Rexach से कहा कि या तो वे कॉन्ट्रैक्ट बनाए या तो वे कहीं और चल जाएंगे। तब Carles Rexach मेस्सी को लेकर इतने ज्यादा प्रभावित थे कि वह नहीं चाहते थे कि मेस्सी कहीं और जाए।

इसीलिए उन्होंने बिना समय बर्बाद किए वहां रखे एक नैपकिन पर ही कॉन्ट्रैक्ट लिख दिया, जिसमें उन्होंने मेस्सी के सभी मेडिकल ट्रीटमेंट की जिम्मेदारी उठाने की पेशकश की और उसके बाद मेस्सी को बार्सिलोना क्लब के यूथ एकेडमी में दाखिला दिया गया। जहां पर उन्हें बहुत अच्छी ट्रेनिंग दी गई और उनके काबिलियत को और भी ज्यादा निखारा गया।

लियोनेल मेस्सी ने इन सभी अपॉर्चुनिटी का बहुत अच्छे से उपयोग किया। यहां तक कि इनके ट्रीटमेंट के दौरान हर 7 दिन इनके पैरों पर इंजेक्शन लगा करते थे। लेकिन इन्होंने अपने ट्रीटमेंट के साथ अपने खेल को और भी ज्यादा बेहतर बनाया।

लियोनेल मेस्सी की फुटबॉल करियर की शुरुआत

मेस्सी के फुटबॉल कैरियर की शुरुआत साल 2000 में हुई। उस समय वे जूनियर सिस्टम रैंक के लिए खेला करते थे। एक छोटे से अवधि में एकमात्र ऐसे खिलाड़ी बन गए, जो 5 अलग-अलग टीमों के लिए खेले थे। साल 2004-5 के सीजन में वे एक लीग गोल स्कोर करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने।

साल 2006 में वे चैंपियंस लीग और स्पेनिश लीग जीतने वाली टीम का हिस्सा बने। साल 2007 में मात्र 20 वर्ष की उम्र में ही स्ट्राइकर और बार्सिलोना टीम में शामिल होने के लिए लोगों के द्वारा ही पसंद किया जाने लगा।

इस तरह अब तक के 26 लीग खेलों में मेस्सी ने 14 गोल किए थे। उसके बाद साल 2009–10 में मेस्सी ने बार्सिलोना के लिए रोनाल्डो के रिकॉर्ड के बराबर 47 गोल किये। आगे के बढ़ती सीजन में मेस्सी ने खुद के और भी नए रिकॉर्ड बनाए। साल 2012 के कैलेंडर वर्ष में तो उन्होंने सबसे ज्यादा गोल बनाकर ऑल टाइम विश्व रिकॉर्ड ही तोड़ डाला।

साल 2012 तक उनके कुल गोलों की संख्या 91 हो गई। उनके द्वारा बनाए गए यह गोल पेले द्वारा बनाये गये 75 गोल और जर्मन के गेर्ड मुलर द्वारा बनाये गये 85 गोल से कहीं ज्यादा आगे था। इस तरीके से इतना बड़ा गोल बनाकर इन्होंने sa2 नामी फुटबॉलर के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।

साल 2012 के अंत में तो मैसेज को बहुत बड़ा ऑफर भी मिला था, उन्हें रूस की ओर से अज्ञात नाम से खेलने के लिए 20 मिलीयन यूरो का वेतन देने का प्रस्ताव दिया गया। यह प्रस्ताव उन्हें विश्व का सबसे महंगा खिलाड़ी बनाता है।

हालांकि उन्होंने इस प्रस्ताव को नहीं अपनाया क्योंकि उन्हें लगा कि यदि वे प्रमुख यूरोपियन चैंपियनशिप के लिए खेलते हैं तो उन्हें रूस जाने में कठिनाई हो सकती है। इसलिए इसके बजाय इन्होंने बार्सिलोना के साथ साल 2018 के अंत तक खेलने के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए।

मेस्सी का अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल करियर

साल 2003 में मेस्सी ने 16 साल की उम्र में पौर्टो के खिलाफ खेला, जिसमें चयनकर्ताओं ने उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय मैचों में इन्हें खिलाने का मौका दिया।

साल 2004 में मेस्सी इलाज करने के लिए स्पेन गए और वहीं पर उन्होंने वहां की राष्ट्रीयता भी प्राप्त की, जिसके बाद उन्हें 2004 में स्पेन के अंदर 20 मेस्सी को अंतरराष्ट्रीय खेल में खेलने का मौका दिया गया। लेकिन अर्जेंटीना इनकी जन्मभूमि होने के कारण इन्होंने अर्जेंटीना के लिए खेलने का निर्णय लिया और फिर साल 2005 में फीफा युवा चैंपियनशिप में हंगरी के खिलाफ खेलकर इन्होंने अर्जेंटीना को जीत भी दिलाई।

इनका यह खेल असल मायने में अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत थी। साल 2006 मेसी विश्व वर्ल्ड कप में भी हिस्सा लिया। उस समय वे अर्जेंटीना से वर्ल्ड कप में शामिल होने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे।

साल 2008 में चाइना की राजधानी बीजिंग में ओलंपिक खेल का आयोजन हुआ, जिसमें अर्जेंटीना के तरफ से फुटबॉल के खेल में शामिल हुए। लेकिन शुरू में बार्सिलोना ने इन्हें खेलने की इजाजत नहीं दी थी। लेकिन नये कोच पेप गार्डीऑला मेस्सी को इस खेल के लिए शामिल किया और फिर ओलंपिक में इन्होंने गोल्ड मेडल भी जीता।

साल 2010 में वर्ल्ड कप हुआ, जिसमें मेस्सी को 10 नंबर की टीशर्ट दी गई थी। मेस्सी वर्ल्ड कप के फाइनल में खेलने के लिए बहुत ही ज्यादा बेताब थे। उन्होंने यह भी कहा कि विश्व कप में उनकी सफलता उनकी महानता का अंतिम टेस्ट होगा। अर्जेंटीना को क्वार्टर फाइनल तक पहुंचाने के लिए बहुत ही अच्छे से खेला, लेकिन इतना संघर्ष करने के बावजूद भी क्वार्टर फाइनल में अर्जेंटीना जर्मनी से हार गई।

सन 2013-14 में, वे पेरिस सेंट-जर्मैंन और अत्लिटिको मेड्रिड के खिलाफ खेलते हुए दिखाई दिए लेकिन उस समय मेस्सी हार्मस्ट्रिंग समस्या से पीढित थे, जिस कारण इन्हें बीच में ही मैच को छोड़ना पड़ा था। उनकी सेहत में होने वाली खराबी दिन प्रतिदिन उनके करियर में खतरा पैदा कर रही थी हालांकि उन्होंने हार नहीं मानी।

2014 में उन्होंने अच्छी शुरुआत की थी। इस वर्ष के अंत तक इन्होंने कई सारे रिकॉर्ड भी तोड़े, उसके बाद साल 2015 में इनकी शानदार वापसी हुई। उनकी टीम ने कुल 122 गोल बनाए, जिनमें से मेस्सी ने 58 गोल अकेले बनाए थे। साल 2016 तक इसी तरह शानदार गोल बनाते रहे।

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मेस्सी का वर्ल्ड कप प्रदर्शन

मेस्सी को लेकर कई आलोचकों द्वारा कहा गया कि मेस्सी ने विश्वा कप को छोड़कर बाकी सभी प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन किया है। साल 2006 और 2010 के वर्ल्ड कप में अर्जेंटीना क्वार्टर फाइनल में बाहर हो गए। क्योंकि इन दोनों ही मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं दे पाए।

साल 2014 में जब ब्राज़ील में वर्ल्ड कप आयोजित हुआ था, उस समय भी मेस्सी को एक और मौका मिला था। लेकिन उसमें भी वे अर्जेंटीना को फाइनल तक पहुंचा कर अंत में जर्मनी से हार गए। बताया जाता है कि मेस्सी को उस टूर्नामेंट के खिलाड़ी के रूप में गोल्डन बोल भी देकर सम्मानित किया गया था।

हालांकि इस निर्णय में बहुत से लोगों का समर्थन नहीं था। यहां तक कि खुद मेस्सी भी मानते थे कि उन्होंने इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन नहीं दिया। उसके बाद साल 2016 में जून में इन्होंने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैचों से रिटायरमेंट की घोषणा की। लेकिन बाद में उन्होंने इस फैसले को बदल दिया और फिर 2018 के वर्ल्ड कप में शामिल होने के लिए तैयारी करने लगे।

मेस्सी को दिए गए अवॉर्ड्स एवं उपलब्धियां

  • साल 2005 में मेस्सी को गोल्डन ब्वॉय से सम्मानित किया गया था।
  • साल 2006 में मेस्सी वर्ल्ड सॉकर यंग प्लेयर ऑफ़ द ईयर से सम्मानित किया गया था।
  • 2007 में ब्रावो पुरस्कार दिया गया।
  • 2009 में मार्का लिएंडा से सम्मानित किया गया था।
  • 2009, 2011 और साल 2012 में वर्ल्ड स्कोरर प्लेयर ऑफ द ईयर रहे।
  • 2013, 2017, 2018 में यूरोपीय गोल्डन शू दिया गया।
  •  सन 2009, 2010, 2011, 2012 और 2015 में इस इस तरह 5 बार मेस्सी प्रतिष्ठित बैलोन डी’ओर का ख़िताब भी अपने नाम कर चुके हैं।
  • उनके बॉल को गोल करने की विशिष्ट शैली के लिए उन्हें कई बार गोल स्कोरर के रूप में भी सम्मानित किया जा चुका है।
  • 2016 में फीफा बैलोन डी’ओर सम्मानित किया गया।
  • साल 2019 में मेस्सी को छठी बार वर्ष का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी नामित किया गया और “गोल्डन बॉल अवार्ड” से सम्मानित किया गया।
  • इसी साल इन्हें सर्वश्रेष्ठ फीफा पुरुष खिलाड़ी के सम्मान से सम्मानित किया गया।
  • 2021 में पिचिची ट्रॉफी मिली।

लियोनेल मेस्सी फ़ाउंडेशन की स्थापना

लियोनेल मेस्सी ने अपने जीवन में बहुत ही संघर्ष किया है और बहुत खराब परिस्थितियों से भी गुजर चुके हैं। शायद यही कारण है कि एक महान फुटबॉलर होने के साथ ही यह एक अविश्वसनीय परोपकारी भी हैं।

साल 2007 में गरीब और निसहाय बच्चों के विकास एवं उनके टैलेंट को बाहर निकालने का मौका देने के लिए उन्होंने Leo Messi Foundation की स्थापना की।

लियोनेल मेसी की कुल संपत्ति

लियोनेल मेस्सी की कमाई का मुख्य स्त्रोत Brand Endorsement है। ये 40 Brand Endorse करते हैं और एक ब्रांड को Endorse करने के लिए $5 million लेते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर भी इनकी बहुत ही अच्छी खासी फैन फोल्लोवेर्स है। वहां पर भी इनकी बहुत अच्छी कमाई हो जाती हैं।

इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट करने का ही एक मिलियन डॉलर चार्ज करते हैं। इसके अतिरिक्त बहुत सारे शहरों में इनका होटल भी चलता है। इस तरीके से बात करें हर साल इनके कमाई की तो हर साल मेस्सी 50 मिलियन डॉलर से भी ज्यादा कमाते हैं। बात करें अब तक के इनकी कुल संपत्ति की तो साल 2021 के अनुसार इनके अब तक की कुल संपत्ति 835 मिलियन डॉलर से भी अधिक बताई जाती हैं।

इतना ही नहीं मेस्सी के पास बहुत कीमती कारों का कलेक्शन भी है और महंगे घर भी है। इनके घर की कीमत ही 12 मिलियन डॉलर से अधिक है। यहां तक कि इनके पास लगभग 15 मिलियन डॉलर से भी ज्यादा महंगा खुद का एक प्राइवेट जेट भी है।

लियोनेल मेस्सी की पसंद

लियोनेल मेस्सी एक जाने-माने फुटबॉल प्लेयर हैं, जिनके फैन दुनिया भर से लाखों की संख्या में है। ऐसे में ज्यादातर फैन इनके पसंद नापसंद के बारे में जानने में रुचि रखते हैं। यहां पर हमने लियोनेल मेस्सी के पसंद के बारे में बताया है।

मेस्सी की रूचिवर्कआउट करना, वीडियो गेम खेलना और म्यूजिक सुनना
पसंदीदा खानासलाद, एस्कालोप मिलनीस
पसंदीदा फिल्मबेबी’स डे आउट  
पसंदीदा रंगलाल
पसंदीदा फुटबॉलरपाब्लो एमार
पसंदीदा किताबेंजोर्ज लुईस बोर्जेस द्वारा लिखि गई ईएल मार्टिन फिएर्रो

FAQ

लियोनेल मेसी ने ला लीगा में कितने गोल बनाए थे?

373 गोल

लियोनेल मेस्सी और रोनाल्डो में बेहतर कौन है?

दोनों ही खिलाड़ी अपने अपने स्थान पर बेहतर है और दोनों ही विश्व भर में प्रसिद्ध है। हालांकि रोनाल्डो फुटबॉल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी माने जाते हैं, लेकिन लियोनेल मेसी ने भी कई अवसर पर रोनाल्डो के रिकॉर्ड को तोड़ा है।

लियोनेल मेस्सी के उपनाम क्या है?

लियोनेल मेसी को कई नामों से बुलाया जाता है जैसे कि द फ्ली, द एटॉमिक, लियो, एटॉमिक फ्ली, फ्ली, मेसिडोना आदि।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में आपने सुप्रसिद्ध अर्जेंटीना के फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेस्सी के जीवन परिचय (Lionel Messi Biography in Hindi) को विस्तार पूर्वक जाना। हमें उम्मीद है कि आज का यह लेख आपके लिए जानकारी पूर्ण रहा होगा।

इसे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए अन्य लोगों के साथ जरूर शेयर करें ताकि लियोनेल मेस्सी के संघर्ष भरे सफलता की कहानी को जानकर हर कोई प्रेरित हो सके।

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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