Kshatriy Yuvak Sangh History in Hindi: नमस्कार दोस्तों, आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले हैं, एक ऐसे युवक संघ के इतिहास के विषय में जिसके सामने बड़े-बड़े पार्टियों के नेता भी आकर सर झुकाते हैं। जी हां आप सभी ने बिल्कुल ही सही सुना। यह सामाजिक पार्टी कोई और नहीं बल्कि क्षत्रिय युवक संघ है।
क्षत्रिय युवक संघ में सभी पार्टियों के दिग्गज नेता भी आते हैं और समाज से जुड़े अनेकों काम में उनके साथ खड़े भी होते हैं। अर्थात क्षत्रिय युवक संघ कोई आम सामाजिक पार्टी नहीं है, बल्कि यह एक समाज के हित में कार्य करने वाले एक संघ की पहचान है।
क्षत्रिय युवक संघ के इतिहास का यह 76 वाँ वर्ष होने वाला है। इसी को लेकर हम आप सभी लोगों को अपने इस आर्टिकल के द्वारा क्षत्रिय युवक संघ के इतिहास के विषय में बताने वाले हैं।

क्षत्रिय युवक संघ का यह 76 वां वर्ष 22 दिसंबर वर्ष 2021 को होगा और इस दिवस को काफी धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन आयोजित किए गए इस समारोह में क्षत्रिय समाज के सैकड़ों लोग अपनी भारी मात्रा में सहभागिता दिखाएंगे और इस समारोह में क्षत्रिय गौरव पर विशेष रूप से प्रकाश डाला जाएगा। आइए बिना देर किए शुरू करते हैं अपना यह आर्टिकल और जानते हैं क्षत्रिय युवक संघ का इतिहास।
श्री क्षत्रिय युवक संघ का इतिहास | Kshatriy Yuvak Sangh History in Hindi
क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना कब हुई थी?
क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना आज से लगभग 76 वर्ष पहले अर्थात 22 दिसंबर 1945 ईस्वी में हुई थी। क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना प्राचीन काल के विद्वान और माननीय सांसद तन सिंह जी के द्वारा की गई। माननीय सांसद तन सिंह जी क्षत्रिय युवक संघ को लेकर काफी से ज्यादा कार्यरत रहे और इन्होंने क्षत्रिय संघ को बढ़ावा देने के लिए बहुत से प्रयास किए और इसी के कारण वर्तमान समय में बड़ी बड़ी राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता इनके सहयोग में हमेशा खड़े रहते हैं।
क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना दिवस को प्रत्येक वर्ष बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है और इतना ही नहीं क्षत्रिय युवक संघ में जुड़े सभी लोग इस दिवस के लिए काफी ज्यादा उत्सुक होते हैं और भारी से भारी मात्रा में अपनी सहभागिता प्रदर्शित भी करते हैं।
क्षत्रिय युवक संघ एक युवक नागरिक को सम्मिलित करती है, इस संघ में हिम्मत वाले लोगों को चुना जाता है और उन्हें ही नियुक्ति प्रदान की जाती है।
क्षत्रिय युवक संघ का 76 वां स्थापना दिवस कब मनाया जाएगा?
जैसा कि आपको बताया कि क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना 22 दिसंबर वर्ष 1945 में की गई थी तो इस हिसाब से क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना का 76 वां समारोह 22 दिसंबर 2021 को आयोजित किया जाएगा। क्षत्रिय युवक संघ के इस स्थापना दिवस में देश के जाने-माने राजनेता भी शामिल होंगे।
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क्षत्रिय युवा संघ को लेकर कहीं गई कुछ अनमोल बातें
बालिकाओं की शिक्षा पर जोर देते हुए डॉ सुमन सांडवा ने अपना बयान देते हुए कहा कि वर्तमान समय के युग में शिक्षा का खास महत्व होना चाहिए। खासकर बालिकाओं की शिक्षा पर हमें विशेष रूप से बढ़ावा देना चाहिए। समाज की प्रगति में विशेष रुप से योगदान यदि किसी का है तो वह है शिक्षा।
डॉ सुमन सांडवा कि इस बात को सुनने के बाद बीकानेर के अलावा अन्य क्षेत्रों से और अलग-अलग समाज के लोग पहुंचे और इनके बात का समर्थन भी किया।
युवाओं को प्रेरणा देते हुए सिद्धि कुमारी ने कहा कि आज के समय में क्षत्रिय युवक संघ समाज के सभी युवकों को बलवान बनाने और संस्कार निर्माण में भूमिका दर्शाने के लिए प्रेरित कर रहा है और इसी कारण से रघुवीर महाराज ने भी इस विषय में कुछ कहा कि भविष्य के लिए युवा पीढ़ी का नेतृत्व करना बहुत जरूरी है, जिसके लिए क्षत्रिय युवक संघ काफी अच्छा काम कर रही है।
माता-पिता को शिक्षित करने को लेकर क्षत्रिय युवक संघ के प्रमुख भगवान सोल साहब अवसर ने कहा कि आज के युग में युवाओं में भटकाव आ रहा है, जिसके लिए माता-पिता को शिक्षित करना बेहद आवश्यक है और युवा पीढ़ी ही आगे चलकर माता पिता की भूमिका निभाने वाले है, इसलिए क्षत्रिय युवक संघ निष्काम भाव से संस्कार निर्माण में जुटा है और युवाओं के साथ साथ माता-पिता को भी शिक्षित करने का जिम्मा उठाया।
क्षत्रिय युवक संघ के कार्यक्रम में कौन-कौन शामिल होता है?
हम आपको बता दें कि क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना दिवस समारोह में जाने-माने लोग अपनी सहभागिता निभाते हैं और इसमें यह लोग लीडर की तरह कार्य करते हैं और जनता को युवक संघ के लिए प्रेरित भी करते हैं।
इस स्थापना दिवस समारोह में जाने-माने लोग जैसे कि अखिलेश प्रताप सिंह, नारायण चोपड़ा, महावीर रांका, रेवंत सिंह जाखासर, भगवत सिंह शिरोड़ा, श्याम सिंह हाडला शामिल होते हैं।
FAQ
22 दिसंबर 1945 को क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना की गई थी।
क्षत्रिय युवक संघ के संस्थापक तन सिंह जी हैं।
निष्कर्ष
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