दुनियाभर में बहुत से ऐसे खेल है, जिनको एक अलग पहचान मिली हुई है। प्रत्येक खेल के पीछे एक रहस्य और उनके नियम होते हैं। ऐसा ही एक खेल कबड्डी है। kabaddi ke niyam भी सभी खेलों की तरह अलग है।
कबड्डी का इतिहास आज से लगभग 4000 साल पुराना बताया जा रहा है। दुनिया भर में कबड्डी को बहुत ही शान से और दिल से खेला जाता है।
इस लेख में कबड्डी के नियम हिंदी में जानने के साथ ही यह भी जानेंगे कि किन-किन देशों में कबड्डी के खेल को प्राथमिकता दी जाती है और कबड्डी का इतिहास क्या है?
कबड्डी क्या होता है?
कबड्डी एक प्रकार की ऐसी क्रीडा है, जिसमें दो टीमें आपस में एक दूसरे के पाले में जाकर रेड करती है। इस खेल में दोनों तरफ अलग-अलग पाले में 7-7 खिलाड़ी होते हैं, जो आपस में कबड्डी के गेम को खेलते हैं।
कबड्डी के गेम की खासियत यह है कि इस खेल में कोई भी खिलाड़ी परमानेंट के लिए आउट नहीं होता है। वह फिर से वापस अपने कोड में आ जाता है।
कबड्डी के खेल में कुल मिलाकर 11 खिलाड़ी होते हैं। जिनमें सात खिलाड़ी मैदान में खेलते हैं तथा चार खिलाड़ी एक स्पेयर खिलाड़ी के रूप में मैदान से बाहर बैठते हैं। अब आगे kabaddi ke niyam विस्तार से जानते हैं।
Kabaddi Ke Niyam
कबड्डी रूल्स (kabaddi rules) निम्न प्रकार है:
- कबड्डी खेल को पूरे दो हिस्सों में बांटा गया है, जिसे 20-20 मिनट के अंतराल के बीच में पूरा किया जाता है। इस तरह कबड्डी खेल को खेलते हुए कुल मिलाकर 40 मिनट में पूरा करना होता है।
- कबड्डी खेल में तीन मुख्य रेडर होते हैं, जबकि चार डिफेंडर रहते हैं। कई बार तो दो मुख्य रेडर होते हैं। एक ऑलराउंडर होता है, जो कि डिफेंडर और रेडर दोनों का काम करता है तथा बाकी बचे हुए डिफेंडर का काम करते हैं। इस तरह मिलाकर कबड्डी की टीम में कुल 7 खिलाड़ी ऑन द स्पॉट एक पाले में खेलते हैं।
- कबड्डी खेल में प्रत्येक रेडर को लगातार कबड्डी-कबड्डी-कबड्डी-कबड्डी शब्द को अपने मुंह में बोलना होता है। जिसे वह दूसरे पाले में जाकर 30 सेकंड की रेड कंटिन्यू करनी होती है और बोनस लाइन को या फर्स्ट लाइन को टच कर के वापस अपने पाले में आना होता है। तभी वह सुरक्षित माना जाता है। अन्यथा वह आउट करार कर दिया जाएगा।
- इसी तरह जब रेडर रेड लेकर जाता है अगर उसे दूसरे पाले के खिलाड़ियों के द्वारा पकड़ लिया जाता है और उस रेडर की रेड करने की समय सीमा 30 सेकंड खत्म हो जाती है तब उस स्थिति में वह रेडर आउट करार कर दिया जाता है।
- अगर रेडर बोनस लाइन को टच कर के वापस अपने पाले में आता है तो उसे एक अंक पॉइंट दे दिया जाता है।
- कबड्डी खेल में अगर एक टीम दूसरी टीम को आउट कर देती है तो उसे 3 अंक पॉइंट पूरी टीम को एक साथ आउट करने के एक्स्ट्रा दिए जाते हैं।
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कबड्डी का इतिहास
कबड्डी के नियम (kabaddi rules in hindi) जानने के बाद कबड्डी का इतिहास पर भी नजर डालते हैं:
- कबड्डी खेल के इतिहास की बात करें तो अगर हम सनातन वैदिक धर्म ग्रंथों को पढ़े तो उसमें यह बताया गया है कि कबड्डी खेल भारत वर्ष से ही शुरू हुआ है। जब भारत वर्ष एक विशालकाय देश के रूप में था, जिसमें ईरान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान और भारत इत्यादि प्रकार के देश इकट्ठे थे। तब अलग-अलग प्रांतों में कबड्डी के गेम को खेला जाता था।
- साल 1937 में फर्स्ट टाइम बर्लिन से इस गेम को ओलंपिक में शामिल किया गया था, जिसके बाद यह गेम पूरे एशिया में एक साथ फैलता चला गया। आज के समय में अधिकांश देश कबड्डी के इस गेम का लुफ्त उठाते हैं।
- भारत ने अभी तक कबड्डी गेम में बहुत से मेडल जीते हैं। साल 2023 में पुरुष वर्ग से भारत ने ईरान को हरा कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। जबकि महिला वर्ग से भारत ने चीनी ताइपे को हराकर इतिहास रचा था।
- कबड्डी का विश्व कप साल 2004 में पहली बार खेला गया था और अब तक जितने भी विश्व कप हुए हैं, उन सब में भारत पुरूष वर्ग ने ही जीत हासिल की है।
निष्कर्ष
इस लेख में कबड्डी खेल के नियम (kabaddi ke rules) जानने के साथ इसका कबड्डी का इतिहास भी जाना है। उम्मीद करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी, इसे आगे शेयर जरुर करें।
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