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ITI कोर्स क्या है और कैसे करें? (योग्यता, फुल फॉर्म, प्रकार, कोर्सेज, जॉब एवं सैलरी)

ITI Kya Hai Kaise Kare: ITI का फुल फॉर्म क्या है? और इससे जुड़ी सारी जानकारी आज के इस आर्टिकल में हम आपको विस्तार पूर्वक बताने वाले हैं, जिससे आपको पता चल जाएगा कि ITI का फुल फॉर्म क्या होता है? आपकी जानकारी के लिए बता देते हैं कि वर्तमान समय में अधिकांश छात्र छात्राएं ITI करते हैं।

यह एक प्रकार का कोर्स होता है जो औद्योगिक क्षेत्र से संबंध रखता है। इस कोर्स को करने के बाद आप उद्योग से संबंधित कार्य करना सीख जाते हैं जो भी व्यक्ति बिजनेस या उद्योग से संबंधित क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहता है उन्हें यह कोर्स अवश्य करना चाहिए।

ITI कोर्स के अंतर्गत औद्योगिक क्षेत्र से संबंधित अध्ययन करवाया जाता है, जिससे छात्र-छात्राएं औद्योगिक प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। इसीलिए वर्तमान समय में ITI का नाम काफी ज्यादा प्रचलित हो रहा है। हर जगह में यही नाम सुनने को मिलता है क्योंकि इससे रोजगार उत्पन्न होता है।‌

ITI Kya Hai Kaise Kare
Image: ITI Kya Hai Kaise Kare

वर्तमान समय में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण युवा पीढ़ी नौकरी नहीं मिलने की वजह से परेशान है। ऐसी स्थिति में उनके लिए यह कोर्स काफी ज्यादा लाभदायक साबित हो रहा है क्योंकि केवल दसवीं पास विद्यार्थी भी उद्योग से संबंधित शिक्षा प्रदान करने के लिए ITI कोर्स कर सकते हैं।

ITI यह एक सरकारी प्रशिक्षण संगठन है, जो उद्योग एवं रोजगार से संबंधित आईटीआई नाम का कोर्स करवाता है। जिसके तहत रोजगार और उद्योग से संबंधित विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जाता है और उन्हें शिक्षा प्रदान की जाती है।

कोई भी विद्यार्थी दसवीं कक्षा पास करने के बाद उच्च शिक्षा की बजाए तकनीकी के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए ITI का कोर्स कर सकता है। इस कोर्स को करने के बाद उन्हें विभिन्न प्रकार के कैरियर विकल्प और नौकरी के अवसर प्रदान हो जाते हैं। तो आइए जानते हैं कि ITI का फुल फॉर्म क्या है? और इससे संबंधित संपूर्ण जानकारी।

ITI कोर्स क्या है और कैसे करें? (योग्यता, फुल फॉर्म, कोर्सेज, जॉब एवं सैलरी) | ITI Kya Hai Kaise Kare

ITI का फुल फॉर्म

ITI का मतलब या फुल फॉर्म Industrial Training Institute (इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट) होता है। इसे हिंदी भाषा में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कहा जाता है। नाम से ही पता चलता है कि इसके अंतर्गत उद्योग से संबंधित संस्थानों में प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे युवा पीढ़ी उद्योग एवं रोजगार से संबंधित शिक्षा प्रदान करके अपना एक बेहतरीन करियर विकल्प चयन कर सकते हैं।

मुख्य रूप से आईटीआई कोर्स के तहत तकनीकी से संबंधित शिक्षा प्रदान की जाती है। इस संस्था का संचालन भारत सरकार के “श्रम एवं नियोजन मंत्रालय” द्वारा किया जाता है।

इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के अंतर्गत वर्तमान समय के अनुरूप रोजगार और उद्योग से संबंधित जानकारी प्रदान की जाती है तथा इससे संबंधित विद्यार्थियों को प्रशिक्षण भी दिया जाता है। वर्तमान समय में देश के कोने कोने में आईटीआई के शिक्षण संस्थान मौजूद है जहां पर इस कोर्स को करवाया जाता है।

अधिकांश युवा बढ़-चढ़कर इस कोर्स को करने के लिए हिस्सा लेते हैं। ITI की स्थापना रोजगार एवं प्रशिक्षण महानिदेशालय, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय तथा केंद्र सरकार के अलग-अलग ट्रेडों के प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए की जाती है।

ITI को फन सरकार का रोजगार एवं नियोजन मंत्रालय ऑपरेट करता है। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना तथा रोजगार से संबंधित ज्ञान और प्रशिक्षण प्रदान करना होता है। इस कोर्स को भारत के किसी भी राज्य अथवा जिले से कोई भी विद्यार्थी कर सकता है। इसके लिए कुछ योग्यताएं भी निर्धारित की गई है।

इस कोर्स को करने के लिए समय सीमा 6 माह से लेकर 2 वर्ष तक निर्धारित की गई है। इस अंतराल में पाठ्यक्रम के आधार पर समय निर्भर करता है। इस समय अवधि के दौरान सभी विद्यार्थियों को उद्योग के लिए प्रशिक्षित करना तथा प्रशिक्षण के दौरान काम करने के लिए तैयार करना मुख्य उद्देश्य है।

ITI कोर्स करने की योग्यता

  • विद्यार्थी भारत का नागरिक होना चाहिए।
  • विद्यार्थी की आयु कम से कम 14 वर्ष होनी चाहिए।
  • कम से कम 10 वीं कक्षा पास विद्यार्थी इस कोर्स को कर सकता है।
  • इस कोर्स के लिए अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष निर्धारित की गई है।
  • दसवीं कक्षा के अंतर्गत कम से कम 35% अंक प्राप्त होने आवश्यक हैं।
  • इस कोर्स की अवधि कम से कम 6 माह तथा अधिकतम 2 वर्ष निर्धारित की गई है।
  • इस कोर्स को करने वाले विद्यार्थी को तकनीकी के क्षेत्र में रुचि होने चाहिए।

आईटीआई कोर्स के प्रकार

ITI कोर्स को कोई भी विद्यार्थी ऊपर दी गई योग्यता के आधार पर कर सकता है। इस कोर्स को दो बराबर भागों में बांटा गया है यानी कि इस कोर्स के दो पाठ्यक्रम निर्धारित किए गए हैं, जिनके आधार पर आप इस कोर्स को कर सकते हैं। आईटीआई कोर्स के प्रकार निम्नलिखित है।

इंजीनियरिंग व्यापार

ITI कोर्स के अंतर्गत पाठ्यक्रम का पहला प्रकार इंजीनियरिंग व्यापार है। इस पाठ्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को व्यापार के इंजीनियरिंग की भूमिका पढ़ाई जाती है। इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थी को गणित विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी जैसे विषय से संबंधित अध्ययन और प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे व्यापार के क्षेत्र में इंजीनियर बनते हैं अगर आपको टेक्निकल से संबंधित रूचि है।‌ तब आपको इंजीनियरिंग व्यापार वाला कोर्स अवश्य करना चाहिए।

गैर-इंजीनियरिंग व्यापार

ITI कोर्स के अंतर्गत पाठ्यक्रम का यह दूसरा प्रकार हैं, जो गैर इंजीनियरिंग व्यापार कहलाता है। पाठ्यक्रम के तहत सामान्य विषय और सामान्य तरह का कौशल और प्रशिक्षण दिया जाता है क्योंकि इस पाठ्यक्रम के तहत व्यापार के अंतर्गत इंजीनियर नहीं बनते हैं। मुख्य रूप से इस पाठ्यक्रम के तहत भाषाओं का ज्ञान सिखाया जाता है। नरम स्किल्स बताई जाती है तथा विभिन्न प्रकार की विशेषताओं पर अध्ययन करवाया जाता है।

ITI कोर्स कैसे करें?

ITI कोर्स करने के लिए सबसे पहले आपको दसवीं कक्षा पास करनी होगी। दसवीं कक्षा में कम से कम 35% अंक प्राप्त होने चाहिए और आपकी आयु कम से कम 14 वर्ष होनी चाहिए। इस प्रकार की कुछ सामान्य योग्यता और दस्तावेजों के आधार पर आप ऑनलाइन माध्यम से भी अपने नजदीकी या अपने शहर के ITI शिक्षण संस्थान में आवेदन कर सकते हैं या फिर आप ऑफलाइन आवेदन भी कर सकते हैं।

आवेदन करने के बाद कुछ शिक्षण संस्थान मेरिट लिस्ट के आधार पर आवेदन स्वीकार करते हैं, जबकि उच्च शिक्षण संस्थान लिखित परीक्षा का आयोजन करवाने के बाद ही प्रवेश देते हैं।

ITI कोर्स को ना केवल लड़के बल्कि लड़कियां भी कर सकती है क्योंकि लड़कियों के लिए इस कोर्स के अंतर्गत डिजाइनिंग सिखाई जाती है। हेल्थ केयर सिखाई जाती है। फैशन डिजाइनिंग स्किन केयर का विभिन्न प्रकार के कार्य करना सिखाए जाते हैं। कोई भी छात्र या छात्राएं भारत के किसी भी कोने में इस कोर्स को कर सकते हैं।

अगर आप दसवीं कक्षा में या लिखित प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करते हैं, तो आपको सरकारी कॉलेज में एडमिशन मिल जाता है। जहां पर ना के बराबर फीस ली जाती है। जबकि अच्छे अंक प्राप्त नहीं होने पर प्राइवेट इंस्टिट्यूट में प्रवेश लेना पड़ता है जहां पर ₹50000 तक का खर्चा करना पड़ सकता है।

इस कोर्स को करने के बाद विभिन्न प्रकार के रोजगार के विकल्प देखने के लिए मिल जाते हैं। इसीलिए वर्तमान समय में लड़कियां भी इस कोर्स को कर रही हैं क्योंकि उन्हें विभिन्न प्रकार के घरेलू पेशेवर कार्य करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के दूसरे कार्य भी कर सकती हैं।

ऐसी स्थिति में यह कोर्स काफी लोकप्रिय हो रहा है जब आप दसवीं कक्षा पास करने के बाद किसी भी ITI शिक्षण संस्थान में आवेदन करते हैं और वहां पर आपका आवेदन स्वीकार हो जाता है। तब आपको विभिन्न प्रकार के कोर्स देखने को मिलते हैं आप किसी भी कोर्स के अंतर्गत अपना अध्ययन कर सकते हैं।

आईटीआई के कोर्सेज

ITI कोर्स के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के कोर्स उपलब्ध होते हैं। यह सभी अलग-अलग कोर्स अलग-अलग श्रेणी पर आधारित होते हैं। मुख्य रूप से सभी कोर्स दो भागों में होते हैं। पहले भाग में टेक्निकल से संबंधित इंजीनियरिंग व्यापार से संबंधित कोर्स करवाए जाते हैं।

जबकि दूसरी श्रेणी में बिना टेक्नोलॉजी के नॉलेज वालों हेतु कोर्स करवाए जाते हैं। आप अपनी रूचि के अनुसार किसी भी विषय का चयन कर सकते हैं इस कोर्स के अंतर्गत आने वाले सभी कोर्सेज इस प्रकार है—

Painter General, Mechanic Diesel, Architectural Ship, Hair And Skin Care, Advanced Welding, Tool And Die Maker, Sheet Metal Worker, Fitter, Turner, Moulder, Plumber, Wireman, Machinist, Carpenter, Electrician, Book Binder, Foundry Man, Pattern Maker, Draughtsman, Network Technician, Stenography English, Mechanic Computer Hardware, Advanced And Tool Die Making, Mechanic Machine Tools Maintenance, Computer Technician, Electrical Maintenance, Baker And Confectioner, Welder Gas And Electric, Draughtsman Mechanical, Mason Building Constructor.

ITI कोर्स के बाद जॉब एवं सैलरी

ITI कोर्स पूरा करने के बाद आपके सामने जॉब प्रोफाइल से संबंधित विभिन्न प्रकार के विकल्प दिखाई देते हैं। आप अपने गांव कस्बे मोहल्ले या शहर में किसी भी जगह पर कार्य कर सकते हैं। विशेष रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स और तकनीकी से संबंधित कार्य करने के लिए ITI कोर्स करने वालों की डिमांड हमेशा लगी रहती है।

आप चाहे तो सरकारी सेक्टर में कार्य कर सकते हैं या फिर प्राइवेट सेक्टर में भी वर्तमान समय में बड़ी डिमांड देखने को मिलती है सरकारी क्षेत्र में जहां अच्छा वेतन और विभिन्न प्रकार की सुविधाएं मिलती है। वहीं प्राइवेट सेक्टर में आप अपने अनुसार कमाई कर सकते हैं।

आज के समय में बढ़ती आबादी और बढ़ती जरूरतों के आधार पर आईटीआई कोर्स करने वालों की डिमांड हर जगह देखने को मिलती है।‌ विशेष रुप से इलेक्ट्रिशियन और इलेक्ट्रॉनिक से संबंधित कार्य करने वाले तथा इसी तरह के विभिन्न प्रकार के प्रधान की आवश्यकता होती है।

सैलरी के आधार पर कम से कम हर महीने आप 30 40 हजार रुपए आसानी से कमा सकते हैं। इसीलिए आपको इस कोर्स को करने के बाद जॉब प्रोफाइल या सैलरी की चिंता नहीं करनी चाहिए। आमतौर पर इस कोर्स को करने के बाद विद्युत से संबंधित बिजली घर में नौकरी प्रदान की जाती है।

निष्कर्ष

ITI कोर्स करने के बाद आपके सामने भी प्रकार के कैरियर विकल्प देखने के लिए मिल जाते हैं।‌ यहां पर अच्छी सैलरी मिलती है और आप प्राइवेट सेक्टर में अपने लोकल एरिया में भी अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त सरकारी सेक्टर में भी नौकरी करने का ऑप्शन मिलता है। इस कोर्स के तहत विभिन्न प्रकार के विषय और विभिन्न प्रकार के कोर्स होते हैं, जिन से विभिन्न प्रकार के पदों पर आप कार्य कर सकते हैं अधिक जानकारी इस आर्टिकल में विस्तार पूर्वक बताई गई है।

हमें उम्मीद है ITI कोर्स क्या है और कैसे करें? (योग्यता, फुल फॉर्म, कोर्सेज, जॉब एवं सैलरी) ( ITI Kya Hai Kaise Kare) जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी। अगर आपका इस आर्टिकल से संबंधित कोई भी प्रश्न है तो आप नीचे कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। हम आपके द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर अवश्य देंगे।

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Ripal
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