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सॉफ्ट स्किल क्या है और यह कैसे बढाएं?

सॉफ्ट स्किल्स से आप अपनी जिन्दगी की किसी भी ऊंचाइयों को छू सकते हैं। यदि आपके पास हर तरह की डिग्री है तो आप सिर्फ इन डिग्रियों से अपनी सफ़लता तक नहीं पहुंच सकते। इसके लिए आपमें सॉफ्ट स्किल होना बहुत ही जरूरी हैं।

How to Improve Soft Skills
How to Improve Soft Skills

सॉफ्ट स्किल्स से आप अपनी जिन्दगी की हर वो ऊंचाई हासिल कर पाएंगे, जिसके बारे में आप सोच भी नहीं सकते। चाहे वो कौनसा भी फिल्ड हो, इसके लिए आपमें सॉफ्ट स्किल होना जरूरी है।

यहां पर हम सॉफ्ट स्किल्स क्या है (soft skill kya hai), सॉफ्ट स्किल के उदाहरण, सॉफ्ट स्किल का मतलब, सॉफ्ट स्किल्स कैसे इम्प्रूव करें (How to Improve Soft Skills) आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे।

सॉफ्ट स्किल क्या है? (What is Soft Skills in Hindi)

सॉफ्ट स्किल एक ऐसी स्किल होती है, जो लोगों को बात करने का तरीका सिखलाती है। यदि आप कभी भी किसी कंपनी में जॉब के लिए जाते हैं तो आपकी सभी जरूरी डाक्यूमेंट्स देखने के साथ-साथ आपकी सॉफ्ट स्किल भी देखी जाती है।

यह सिर्फ इसीलिए देखा जाता है कि आपके पास लोगों से बातचीत करने और उन्हें समझने की कितनी शख्सियत है। एक तरह से सॉफ्ट स्किल को बात करने और लोगों से व्यवहार बनाने का तरीका भी कहा जा सकता है।

कहीं भी जॉब करने के लिए सिर्फ और सिर्फ हमारे पास प्रोफेशनल स्किल्स ही नहीं होने चाहिए बल्कि इसके साथ-साथ सॉफ्ट स्किल भी होना चाहिए।

यदि आप कहीं पर भी जॉब करते हैं तो आपमें प्रोफेशनल स्किल्स होना बहुत ही जरूरी है। लेकिन तेजी से बढ़ते समय के साथ सिर्फ प्रोफेशनल स्किल्स होना ही पर्याप्त नहीं है। इसके साथ आपमें सॉफ्ट स्किल का होना भी जरूरी हो गया है, जो आपको हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।

सॉफ्ट स्किल क्या होती है हम एक उदाहरण के द्वारा समझते हैं, जिससे हम इसके बारे में गहराई से समझ सके।

रमेश को एक कंपनी ने इन्टरव्यू के बाद मैनेजर के रूप में चयन किया। कंपनी के सभी कर्मचारी रमेश की प्रोफेशनल स्किल्स से बहुत ही ज्यादा प्रभावित थे। जैसे-जैसे समय बीतता गया, रमेश की शिकायतें बढ़ती जा रही थी। क्योंकि रमेश का व्यवहार कर्मचारियों के साथ सही नहीं बैठ रहा था।

कंपनी के कर्मचारियों ने कंपनी के सीईओ से रमेश की शिकायत कर दी और कंपनी के द्वारा रमेश को नोटिस दिया गया कि कर्मचारियों के प्रति अपना व्यवहार सुधारे। लेकिन रमेश के पास सॉफ्ट स्किल न होने के कारण वह अपने व्यवहार में सुधार नहीं कर पाया और अंत में कंपनी द्वारा एक कठोर निर्णय लेना पड़ा।

आज के समय में यदि आप किसी प्रकार का जॉब कर रहे हैं तो आपमें उस जॉब फिल्ड के अनुसार प्रोफेशनल स्किल्स होना जरूरी है। यदि आप में उस फिल्ड में अनुसार प्रोफेशनल नहीं होंगे तो आप एक अच्छा आउटपुट नहीं दे पायेंगे।

इस लिए आपमें प्रोफेशनल स्किल्स के साथ सॉफ्ट स्किल का होना भी बहुत ही जरूरी है। इससे आप अपने फिल्ड में सफलता पा सकते हैं।

आज के समय में आपने देखा ही होगा कि सभी कंपनी अपने एम्प्लॉयीज में ये ही सभी गुण को देखते हैं और इन्हीं गुणों के आधार पर आपको कंपनी में जॉब मिलती है।

जिस भी व्यक्ति के अंदर सॉफ्ट स्किल और अपने अंदर काम करने वाले कर्मचारियों को समझने की क्षमता नहीं होती है, उन्हें जॉब के लिए सक्षम नहीं माना जाता।

सॉफ्ट स्किल के उदाहरण (soft skills examples)

यदि आपको सॉफ्ट स्किल के बारे में समझ नहीं आया तो हम आपको एक आसान सा उदाहरण देकर समझाना चाहते हैं।

आप सॉफ्ट स्किल का उदाहरण गूगल कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई से सीख सकते हैं। अर्थात सुंदर पिचाई भारत के एक छोटे से गांव से मध्यमवर्गीय परिवार से निकले थे और आज अपने स्किल्स के दम पर गूगल कंपनी के सीईओ हैं।

सुंदर पिचाई ने यह सफर बहुत ही मेहनत करने के बाद और लोगों से काफी अच्छा व्यवहार बनाने के बाद प्राप्त किया है।

सुंदर पिचाई बहुत ही शांत स्वभाव के आदमी हैं और यह अपने निचे काम करने वाले सभी कर्मचारियों से काफी अच्छे से बर्ताव करते हैं और यही कारण है कि लोग सॉफ्ट स्किल और मोटिवेशन के तौर पर सुंदर पिचाई का उदाहरण देते हैं।

सॉफ्ट स्किल का मतलब (Soft Skills Meaning in Hindi)

सॉफ्ट स्किल का हिंदी में मतलब ही होता है व्यवहार। इसका मतलब है कि आपका व्यवहार आपके बिजनेस को लेकर कैसा है? और आप अपने बिजनेस को लेकर कितने ज्यादा सीरियस है?

क्या एक प्रकार से कम्युनिकेशन स्किल्स पर ही आधारित होता है और जिसमें आप सभी लोगों को बहुत से चीजों को ध्यान में रखना होता है, इसकी जानकारी हम नीचे पॉइंट के माध्यम से बताने वाले हैं।

सॉफ्ट स्किल्स कैसे इम्प्रूव करें? (How to Improve Soft Skills)

सॉफ्ट स्किल्स एक ऐसी कला है, जिससे आप अपनी जिन्दगी का हर बंद दरवाजा खोल सकते हैं। आप हर सफ़लता हासिल कर सकते हैं, चाहे वो आपकी खुद की पर्सन लाइफ हो या फिर आपका करियर।

यदि आपमें Soft Skills जन्म से ही है तो आप इसे और भी ज्यादा इम्प्रूव कर सकते हैं और यदि आपमें नहीं है तो इसे आप हासिल भी कर सकते हैं।

बात करने का हुनर (Communication Skill)

हमेशा सभी को ये ही पसंद होता कि वह जो कुछ भी बोले, अधिक से अधिक लोग उसकी बातों को ध्यान से सुने और उन पर गौर करें। इसके लिए हमें सबसे पहले दूसरों की बातों को पूरा ध्यान से सुनना चाहिए।

यदि आप किसी बात को ध्यान से नहीं सुनेंगे तो आपको उनका जवाब देने में भी हिचकिचाहट होगी। इसलिए यदि कोई आपसे बात कर रहा है तो आप उनकी बात को ध्यान से सुने।

इसके साथ ही यदि आप किसी से बात कर रहे है तो सिर्फ उनसे बात ही करें। मेरा मतलब आप साथ में कोई दूसरा काम नहीं करें, जिससे सामने वाले को कोई परेशानी नहीं हो।

How to Improve Soft Skills
soft skills kya hai

जैसे बात करते-करते बीच में मोबाइल पर बात शुरू कर देना या फिर कोई अन्य काम शुरू कर देना। आपको अपना व्यवहार ऐसा रखना होगा, जिससे दो लोगों के बीच बात करने का संचार बिगड़े नहीं।

आई कॉन्टेक्ट रखना

किसी व्यक्ति को सफल बनाने के लिए उसका संवाद करने का तरीका बहुत बड़ी भूमिका निभाता है फिर चाहे वो संवाद अपने किसी विशिष्ट अधिकारी से हो या फिर साथ में काम करने वाले साथी से हो। हमेशा सही जगह पर सही भाषा का चयन होना बहुत ही जरूरी है।

आप बोलते समय यह जरूर ध्यान रखें कि कहाँ पर ऊँचा और कहाँ पर नीचा बोलना है और आप जब भी किसी से बात करें तो अपने पूरे आत्मविश्वास के साथ करें। इससे आपका सामने वाले पर अच्छा इम्प्रेशन पड़ता है।

आप जब भी किसी से बात करें तो उसके सामने देखकर ही उससे बात करें। ऐसा करने से आप सामने वाले का उसके चेहरे से हावभाव और आँखों से उसकी भावनाओं को और भी बेहतर तरीके से समझ पाओगे। क्योंकि जब भी हम बोलते हैं तो हमारा चेहरा और आंखे बहुत कुछ बोल जाती है।

नेतृत्व करने का कौशल (Leadership Skills)

यदि आपमें नेतृत्व करने का कौशल है तो यह आपकी सफलता को और भी तेजी से आगे बढ़ाता है। क्योंकि नेतृत्व वही व्यक्ति कर सकता है, जिसमें कुछ करने का जूनून हो, जो लोगों को साथ लेकर चल सकता हो। यदि आप में यह गुण नहीं है तो आप इसे हमेशा बढ़ाने के लिए प्रयत्न करें।

यदि आप किसी से बात कर रहे है तो उस बात को आप पूरे आत्मविश्वास के साथ कहें। क्योंकि हम जब भी कोई पूरे आत्मविश्वास के साथ कहते हैं तो सामने वाले का उस बात पर और भी ज्यादा भरोसा हो जाता है और उसमें कॉन्फिडेंस भी आ जाता है। ऐसा करने से लोग आपकी बात आसानी से मान भी लेते हैं और पूरा विश्वास भी करते है।

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समस्या को सुलझाना (Problem Solving Skills)

यदि आप अपनी प्रोब्लम को स्लोल्व करना नहीं जानते तो यह आपके लिए बहुत ही बड़ी समस्या हो सकती है। आपको इसका बहुत बड़ा नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। यदि आप अपनी प्रोब्लम सोल्व कैसे करें? अच्छी तरह से जानते है तो आप होने वाले नुकसान से आसानी से बच सकते हैं।

इस बात को हम एक छोटे से उदाहरण के द्वारा समझने की कोशिश करते हैं। एक दुकान में एक कपड़े की सेल लगी थी, जिसमें कपड़ों को बहुत ही काम रेट बेचा जा रहा था। उस सेल में एक महिला जो उस दुकान की नियमित ग्राहक थी, उसने वहां से एक साड़ी ली।

जब उस महिला ने साड़ी को घर जाकर देखा तो पाया कि उसमें एक छोटा सा छेद है, जो उसने खरीदते समय नहीं दिखा। महिला उस साड़ी को पुनः दुकान पर लाती है और वहां पर कार्यरत कर्मचारी को कहती है कि या तो वह साड़ी को बदल दे या फिर उसे इसके पैसे वापस कर दें।

कर्मचारी ने यह कहते हुए मना कर दिया कि सेल में बिका हुआ सामान वापस नहीं लिया जायेगा। महिला इस जवाब को सुनकर गुस्सा होकर दुकान से यह कहते हुए निकलती है कि वह वापस इस दुकान में कभी नहीं आएगी।

दुकान के गेट पर खड़ा दुकान का मैनेजर यह सब देख रहा था। मैनेजर ने बड़े ही प्रेम से उस महिला को वापस बुलाकर कर्मचारी के गलत व्यवहार की माफ़ी मांगी और कहा “आपने सही कहा यह साड़ी थोड़ी फटी हुए है।

हम इसे बदल तो नहीं सकते क्योंकि सारा सामान सेल में ही बिक चुका है। आप कहें तो मैं आपको यह साड़ी रफू करके दे सकता हूँ। आप मेरी मजबूरी को समझ रही होंगी।” महिला ने मैनेजर की बात मान ली।

मैनेजर ने अपनी प्रोब्लम स्लोविंग स्किल का फायदा उठाकर अपने एक नियमित ग्राहक को टूटने से बचा लिया।

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समय का प्रबंध करने का कौशल (Time Management Skills)

यदि आपमें नेतृत्व करने का कौशल है और आपमें समय का प्रबंध करने का कौशल नहीं है तो आप पूरी तरह से अधूरे है। सॉफ्ट स्किल का Time Management Skills आवश्यक भाग है।

आप चाहे कितने भी बड़े व्यक्ति बन जाये, यदि आप समय का सही प्रयोग नहीं करते तो इसका आपको बुरा परिणाम भी मिल सकता है। समय एक ऐसी ताकत है, जिसकी मदद से हम हर किसी पर जीत हासिल कर सकते हैं।

समय का सही उपयोग कैसे करें? के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहां क्लिक करें।

सोचने का कौशल (Thinking Skills)

व्यक्ति कि सोच ही उसे बड़ा बनाती है। आप चाहे कितने ही बड़े व्यक्ति बन जाये, यदि आपकी सोच सही नहीं तो आप वहां पर काम समय तक ही रहते हैं। क्योंकि सोच एक ऐसी चीज होती है, जो व्यक्ति को सबसे अलग बनाती है।

आपका सोचने का तरीका ही आपको सफलता के ऊँचे शिखर तक पहुंचा सकता है। इसलिए हमेशा अपने सोचने का हुनर बड़ा रखें।

सॉफ्ट स्किल की शिक्षा

जैसा कि हमने अब तक जाना की सॉफ्ट स्किल एक तरह से बिहेवियर ही होती है। परंतु कुछ लोग पहले से ही बहुत ही रूड होते हैं। परंतु वे बाद में सॉफ्ट स्किल शिक्षा प्राप्त करने के बाद लोगों से अच्छा बर्ताव करना चाहते हैं तो ऐसे लोगों के लिए बहुत से संस्थान भी चलाए जाते हैं।

हालांकि सॉफ्ट स्किल ज्यादातर लोगों को बचपन से ही संस्कारों से मिलती है। परंतु कुछ लोग बिना माता-पिता के बड़े होते हैं और वे थोड़े से खडूस हो जाते हैं तो ऐसे लोगों के लिए बहुत सी संस्थाएं चलाई जाती हैं, जिनका जिक्र हम नीचे करने वाले हैं:

  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर
  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की
  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर
  • राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान, कोलकाता
  • राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान, चंडीगढ़
  • राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान, भोपाल

सॉफ्ट स्किल के लाभ (advantage of soft skill)

सॉफ्ट स्किल सीखने के बहुत से लाभ है। यदि आप एक अच्छे बिहेवियर मैन है और जानना चाहते हैं कि सॉफ्ट स्किल के क्या लाभ है। तो आइए जानते हैं:

  • यदि आपके पास सॉफ्ट स्किल है तो आप किसी भी जॉब को बहुत ही अच्छे से हैंडल कर पाएंगे।
  • कई बार ऐसा होता है कि बहुत से लोग होते हैं, जिन्हें उनके बिहेवियर की वजह से जॉब से निकाल दिया जाता है। उनके लिए सॉफ्ट स्किल बहुत ही ज्यादा जरूरी साबित होगा।
  • सॉफ्ट स्किल इसलिए देखा जाता है ताकि पता चल सके कि वह व्यक्ति कितना ईमानदार है और अपने काम के लिए कितना ज्यादा रुचिकर है।
  • सॉफ्ट स्किल के मदद से आप सभी लोग किसी भी जॉब पर बहुत ही लंबे समय तक टिक सकते हैं और अपने बिहेवियर के कारण अच्छे से अच्छे पोस्ट भी प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष

मैं उम्मीद करता हूँ कि मेरे द्वारा शेयर की गई यह जानकारी सॉफ्ट स्किल्स इन हिंदी और कैसे इम्प्रूव करें (what is soft skills in hindi) आपको पसंद आई होगी, इसे आगे शेयर जरूर करें। आपको यह कैसी लगी, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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