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सर्जिकल स्ट्राइक पर निबंध

Essay on Surgical Strike in Hindi: हम यहां पर सर्जिकल स्ट्राइक पर निबंध शेयर कर रहे है। इस निबंध में सर्जिकल स्ट्राइक के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।

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सर्जिकल स्ट्राइक पर निबंध | Essay on Surgical Strike in Hindi

सर्जिकल स्ट्राइक पर निबंध (250 शब्द)

हमारे देश के नौजवानों के द्वारा किया गया है, ऐसा हमला है जिसके द्वारा दुश्मनों को धूल चटाई जाती है। जो कि एक सशस्त्र सैन्य बल द्वारा एक निर्धारित लक्ष्य पर हमला करने के लिए किया जाता है। इस हमले को इतने ध्यान से किया जाता है कि इसके आसपास की वस्तुओं, इमारतों, वाहनों और अन्य चीजों पर इसकी कम से कम क्षति पहुंचे।

हाल ही में पाकिस्तानी आतंकवादियों पर सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। जिसमें पाकिस्तानी आतंकवादियों के लांच पैड पर भारत की सर्जिकल स्ट्राइक ने भारत में सर्जिकल शब्द को बहुत ही महत्वपूर्ण बना दिया था। सर्जिकल स्ट्राइक में कम से कम देश सम्मिलित किए जाते हैं क्योंकि यह एक निर्धारित लक्ष्य के लिए ही की जाती है।

सर्जिकल स्ट्राइक कई तरीकों से की जा सकती है। जैसे कि एयर स्ट्राइक, एयर ड्रॉपिंग स्पेशल ऑफ टीमें, स्विकट ग्राउंड ऑपरेशन या विशेष सैनिकों को भेजकर या किसी तरह की सटीक बमबारी करवा कर।

हाल ही में सर्जिकल स्ट्राइक के कई उदाहरण है। जैसे अमेरिकी सैन्य बलों ने अफगानिस्तान में, अलकायदा के आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ कई सर्जिकल स्ट्राइक की और वह सफल भी हुई।

सर्जिकल स्ट्राइक का सबसे बड़ा उदाहरण है। इस्राइल द्वारा ओसीरॉक में इराकी परमाणु रिएक्टर पर बमबारी गिराए गए थे। यह स्ट्राइक अजरबैजान के द्वारा 14 अक्टूबर 2020 को आर्मेनिया सेना के खिलाफ करवाई गई थी।

सर्जिकल स्ट्राइक पर निबंध  (850 शब्द)

प्रस्तावना

सर्जिकल स्ट्राइक का दूसरा नाम है सर प्राइस टारगेट। मतलब बिना बताए हमला करना। सर्जिकल स्ट्राइक अपने दुश्मनों के खिलाफ की जाती है। इस स्ट्राइक के दौरान दुश्मन को ना तो पता चलता है और ना ही उन्हें संभलने का मौका मिलता है।

जब मुसीबत आ जाती है, तो इंसान को समझने का मौका नहीं मिलता है। उसी तरह से जब एकदम से वार होता है, तो सामने वाले को वार करने का मौका नहीं मिलता है। इसीलिए ऐसा करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की जाती है। यही युद्ध का एक ऐसा शस्त्र है, जिससे युद्ध को जीता जा सकता है और सामने वाला इसके खिलाफ कुछ नहीं कह सकता। उसे हर हाल में इसको स्वीकार करना ही पड़ता है।

क्या होती है सर्जिकल स्ट्राइक?

जिसमें एक सैन्य शक्ति या अधिक सैन्य शक्ति मिलकर अपनी निर्धारित दुश्मन को लक्ष्य बनाकर उन पर वार करती है, सर्जिकल स्ट्राइक उसे कहा जाता है । एक ऐसा वार जिसे गुपचुप तरीके से किया जाता है।

सर्जिकल स्ट्राइक 2 सेना के द्वारा की जाती है। थल सेना और वायु सेना यह दोनों आपस में तालमेल बिठाकर अपने दुश्मन सेना पर वार करती हैं। सेना का यही लक्ष्य होता है कि आसपास की वस्तुओं को चीजों को नुकसान ना पहुंचे जितना हो सकता है। उन्हें बचाया जाए सेना यही सोचकर सामने से ना बार करके सर्जिकल स्ट्राइक करती हैं, इससे जानमाल की हानि कम होती है।

सर्जिकल स्ट्राइक में कुछ चुनिंदा लोगों को ही इसकी जानकारी होती है। सर्जिकल स्ट्राइक बहुत ही गुपचुप तरीके से की जाती है। इस रणनीति के लिए बहुत ही समझदारी और सूझबूझ की आवश्यकता होती है। इसमें समय, स्थान, कमांडोज की संख्या इन सभी को विशेष तौर पर ध्यान में रखा जाता है।

हमारा भारत देश ना पसंद करता है, सर्जिकल स्ट्राइक को आखिर क्यों?

सर्जिकल स्ट्राइक एक ऐसा जरिया है, जिससे अपने दुश्मनों को खत्म किया जा सकता है। बिना किसी राष्ट्रीय की सीमा को पार किए बिना, अपने दुश्मनों का सर्वनाश कर सकते हैं। सर्जिकल स्ट्राइक करने से किसी भी संपत्ति को जान माल हानि नहीं उठानी पड़ती है।

इसमें सेना रक्षा मंत्रालय और सेना के अधिकारी उनका मार्ग निर्देशन करते हैं। भारत के द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक 28 और 29 सितंबर 2016 में की गई थी, जो कि पाकिस्तान के खिलाफ थी। देखा जाए तो, भारत हमेशा से ही अध्यात्म आबादी और शांति प्रिय देश रहा है। भारत बिना वजह किसी पर कोई हमला नहीं करवाता है।

कैसे की जाती है सर्जिकल स्ट्राइक?

सर्जिकल स्ट्राइक को बहुत ही प्लानिंग के साथ की जाती है। सबसे पहले तो इस पर हमला किया जाता है। उनके बारे में पूर्ण तरह से जानकारी ली जाती है। उसी के मुताबिक पूरी प्लानिंग भी की जाती है। जिन कमांडो को सर्जिकल स्ट्राइक के लिए चुना जाता है, उन्हें पूरी तरह से दस्तावेज देकर तैयार किया जाता है। सर्जिकल स्ट्राइक की बातों को बहुत ही गोपनीय तरीके से हेलीकॉप्टर के कमांडो तक पहुंचाए जाते हैं।

इन सब की प्लानिंग के बाद दुश्मनों पर हमला किया जाता है। दुश्मनों को चारों तरफ से घेर लिया जाता है। दुश्मनों को किसी भी तरह का मौका नहीं दिया जाता कि, वह खुद को बचा सके। जितनी तेजी से हमला किया जाता है, उतनी तेजी से वहां से वापस भी आना होता है।

सर्जिकल स्ट्राइक करते समय सबसे बड़ी बात यही ध्यान में रखी जाती है कि आसपास के लोगों को इमारतों, घरों, गाड़ियों, जानवरों , अन्यथा किसी भी चीज को नुकसान नहीं पहुंचे।

सर्जिकल स्ट्राइक कब-कब हुई है?

भारत में लगभग 9 बार भारतीय सेना के द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक के ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया है, कुछ सर्जिकल स्ट्राइक इस प्रकार हैं;-

  • 1 मई 1998 में सर्जिकल स्ट्राइक की गई

1998 में पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी और पाकिस्तानियों ने इस ऑपरेशन की शिकायत संयुक्त राष्ट्र में कर दी थी। यह बात 1998 की 321 पेज पर दर्ज भी की गई है। पाकिस्तान के द्वारा कहा गया कि, भारतीय सेना पाकिस्तान में घुस गए और 22 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। हालांकि भारत ने इस जिम्मेदारी को लेने से मना कर दिया। 

  • 1999 में सर्जिकल स्ट्राइक की गई

1999 में गर्मियों के दौरान कारगिल युद्ध में भारतीय सेना की एक टुकड़ी जम्मू के पास मुनावर टीवी नदी से एलओसी क्रॉस कर गई थी। इसके चलते पाकिस्तान की पूरी चौकी उखाड़ दी गई थी।

2000 में की गई सर्जिकल स्ट्राइक

जब कारगिल का युद्ध हुआ था, उसके पश्चात 6 महीने बाद ही जनवरी 2000 में नडाला एंक्लेव में एक पोस्ट पर 7 पाकिस्तानी सैनिकों को दबोचा गया था। जिसमें पाकिस्तानियों के द्वारा यह कहा गया था कि भारतीय सेना ने हमारे साथ सैनिकों को घायल किया है।

  • 2008 में की गई सर्जिकल स्ट्राइक

जब एलओसी के टकराव की घटनाएं बढ़ने लगी थी। उसके दौरान 2008 में दो बार सर्जिकल स्ट्राइक करनी पड़ी थी। पाकिस्तान के दौरान पहली सर्जिकल स्ट्राइक में उनके चार पाकिस्तानी जवान मरे थे। उसके पश्चात दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक में दो से 8 रेजीमेंट जवान के मरने की खबर आई थी।

  • 2013 में की गई सर्जिकल स्ट्राइक

6 जनवरी 2013 को पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। इसमें रात को बॉर्डर क्रॉस करके फायरिंग की गई और उनमें इन्फेंट्री डिवीजन कमांडर गुलाब सिंह रावत ने पाकिस्तान की पोस्ट पर हमला किया था।

सर्जिकल स्ट्राइक में कमांडो कौन से होते हैं?

सर्जिकल स्ट्राइक में मुख्यतः आईआईएसआर कमांडो की विशेष तौर पर जरूरत होती है। जिसका मतलब होता है, कमांड कंट्रोल कम्युनिकेशन कंप्यूटर इंटेलिजेंस सिविल लाइंस तथा रेकासिंस।

भारतीय सेना को पैराशूट मतलब पैरा कमांडो  की विशेष तौर पर आवश्यकता होती है। इन्हें विशेष मिशन के लिए तैयार किया जाता है। इसी तरह से जल सेना को भी मुख्य तौर पर तैयार किया जाता है। इसी प्रकार वायु सेना को भी हमले के लिए गरुड़ नाम की सैनिक टुकड़ियों के नाम से जाना जाता है और यह सर्जिकल स्ट्राइक जैसे युद्धों के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।

इसके अलावा इसमें लड़ाकू विमान भी सम्मिलित रहते हैं। इनके द्वारा बमबारी करवाई जाती है।

निष्कर्ष

वैसे तो हमारा भारत देश किसी भी देश से कम नहीं है और भारत देश को ना तो आतंकवाद पसंद है और ना ही आतंकवादी। हमारे देश में आतंकवाद फैलाया जाता है, जिसके चलते भारत को यह कदम उठाना पड़ता है। अन्यथा बेवजह भारत किसी भी देश पर हमला नहीं करता है। हमारे सैनिक हमेशा सर्जिकल स्ट्राइक के लिए तैनात रहते हैं और उन देशों को जवाब देते हैं, जो हमारे देश को नुकसान पहुंचाते हैं।

अंतिम शब्द

आज के आर्टिकल में हमने  सर्जिकल स्ट्राइक पर निबंध (Essay on Surgical Strike in Hindi) के बारे में बात की है। मुझे पूरी उम्मीद है की हमारे द्वारा लिखा गया यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। यदि किसी व्यक्ति को इस आर्टिकल में कोई शंका है। तो वह हमें कमेंट में पूछ सकता है।

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Ripal
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