Essay on Sheep in Hindi: भेड़ एक पालतू पशु है। मनुष्य द्वारा भेड़ पालन का कार्य घर और आजीविका चलाने के लिए किया जाता है। देवासी समाज के लोग सबसे अधिक भेड़ पालन का कार्य करते हैं। हम यहां पर भेड़ पर निबंध शेयर कर रहे है। इस निबंध में भेड़ के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।
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भेड़ पर निबंध | Essay on Sheep in Hindi
भेड़ पर निबंध (250 शब्द)
मनुष्य और भेड़ का प्राचीन जमाने से बहुत ही गहरा संबंध है। भेड़ जो एक पालतू पशु है। भेड़ के चार पैर होते हैं और भेड़ की उम्र औसतन 7 से 8 वर्ष की ही होती है। भेड़ के शारीरिक अंगों के बारे में बात करें तो इनके चारों पैर के नीचे खुर होते हैं। इनके पैर दो भागों में विभाजित होते हैं। भेड़ के शरीर के ऊपर ऊन पैदा होती है। भेड़ के बालों का प्रयोग स्वेटर बनाने इत्यादि में ऊन रूप में किया जाता है। विश्व भर में भेड़ की अलग-अलग नस्लें पाई जाती है। दिखने में भेड़ बहुत ही साधारण सभा की दिखती है। लेकिन भीड़ बहुत ही चला जंतु है।
लोग भेड़ का पालन वर्तमान समय में भी कर रहे हैं। भेड़ का पालन करके लाखों लोगों का जीवन और उनका परिवार चल रहा है। रबारी समाज के ज्यादातर लोग वेद का पालन मुख्य रूप से करते हैं। पेड़ जो कि शुद्ध शाकाहारी जंतु है। जो घास और पेड़ पौधे का सेवन करती है।
भेड़ जंतु जिसमें सुनने की क्षमता बहुत अधिक होती है और पहाड़ों पर चढ़ने मे भेड़ एक्सपर्ट है। मैदानों की तरह ही पहाड़ों पर आसानी से चढ जाती है। जंगली भेड़ और पालतू भेड़ अलग-अलग होती है जंगली भेड़ जो पालतू भेड़ की तुलना में बड़ी होती है। जंगली भेड़ जो मांसाहारी होती है और अन्य जंतुओं का शिकार करके अपना भोजन बनाते हैं।
यह जब बीमार हो जाती है, तो वह अपना इलाज खुद कर लेती है बीमारी के समय भेड़ मुख्य रूप से उन पौधों का सेवन करती है। जिसकी वजह से उसकी बीमारी ठीक हो जाती है। भेड़ जिसमें मुख्य रूप से लिनोलिन नमक तेल अधिक मात्रा में पाया जाता है। जो कि कॉस्मेटिक पदार्थ को बनाने के लिए उपयोग में आता है।
भेड़ पर निबंध (800 शब्द )
प्रस्तावना
भेड़ का मनुष्य से प्राचीन काल से संबंध हैं। भेड़ एक पालतू जानवर हैं। भेड़ की उम्र औसतन आयु 8 वर्ष होती हैं। भेड़ के चार पैर होते हैं। उसके पैरों के नीचे खुर् होते हैं।जो पैरों को दो भागों में विभाजित करते हैं। उनके पैरों की उंगलियों के बीच ग्रंथि होती हैं। भेड़ के शरीर के ऊपर ऊन होती हैं। जो निरंतर बढ़ती रहती हैं और इसे बेचा जाता हैं इसीलिए भेड़ का पालन किया जाता हैं।
पूरे विश्व में भेड़ की अलग-अलग नस्ल पाई जाती हैं। कुछ भेंड़ सींग वाली होती हैं और अधिकांश भेड़े बिना सींग वाली होती हैं। भेंड़ अपने कानों से अपने भाव बताती हैं। यह बहुत चालाक जानवर होता हैं।
भेड़ की काबिलियत
भेड़ की याद रखने की शक्ति बहुत ज्यादा होती हैं। यह पेड़- पौधे और झाड़ी में खाती हैं। सबसे बड़ी जंगली भेड़ अरगाली हैं। अरगाली मंगोलिया तथा साइबेरिया के अल्ताई पर्वत में रहता हैं। जंगली भेड़ जंगली बकरी की तरह दिखती हैं।जंगली भेड़ ऊंचे पहाड़ों पर रहती हैं। भेड़ बहुत ज्यादा उपयोगी पशु हैं।
भेंड़ के फर बहुत ही नरम और लंबे होते हैं। इनसे ऊन बनाई जाती हैं। मादा भेड़ दूध देती हैं। दूध से दही ,पनीर बनाया जाता हैं। भेड़ के दूध में उच्च वसा होती हैं तथा इसमें बहुत ज्यादा प्रोटीन होता हैं। भेड़ कठिन मौसम में भी जीवित रह सकती हैं। कांस्य युग के समय भेड़ को सबसे पहले पाला जाने लगा था।
भेड़ पालन का उद्देश्य
आदिम जनजाति में गर्म और मांस को रखने के लिए भेड़ को अपने उन के लिए रखा जाता था। यह बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। वह हमें भोजन, कपड़ा ,मास इत्यादी प्रदान करती हैं।
वह हमें साबुन,लैनोलिन,गौंद,कैटगुट आदि के लिए कच्चा माल प्रदान करती हैं।
- 1.कैटगुट-इसका इस्तेमाल बैडमिंटन तथा टेनिस रैकेट स्टिंग मे किया जाता हैं।
- 2.ऊन-वर्तमान में अच्छी किस्म की भेड़ का प्रजनन द्वारा जन्म कराया जाता हैं। जिससे की अधिक ऊन तथा दूध प्राप्त किया जा सके। वे मेरिनो और रैंबोलेट हैं। इनका प्रजनन जयादा ऊन के उत्पादन के उद्देश्य से किया जाता हैं। 3.लैनोलिन- भेंड़ की ऊन में पाया जाने वाला प्राकृतिक तेल है क्या किसी से जिसका इस्तेमाल मोमबत्ती तथा कोसमैटिक सामान बनाने मे किया जाता हैं।
- 4. हजारों लोग अपनी आजीविका चलाने के लिए भेड़ का पालन करते हैं। भेड़ का पालन करके लोग उनके बच्चों को भेजते हैं। साथ ही साथ भेड़ से पैदा होने वाली उन को भेजकर अपनी आजीविका को चलाते हैं।
- 5. अच्छी नस्ल के भेड़ के बच्चे काफी महंगे बिकते हैं और जिससे भेड़ पालन करने वाले लोगों का घर चलता है।
भेड़ के विभिन्न नस्ले
कोलंबिया, रोमेल्डेल, मोंटाडेल, पनामा, तर्गी ,पोल्वार्थ आधुनिक नस्लों के उदाहरण हैं। भेड़ की घरेलू नसल तथा जंगली भेड़ के दो प्रकार के वंशज हैं। दक्षिण एशिया से यूरियल और मौफलाँन हैं। इसमें से उदाहरण है आँस्टेलियाई मेरिनो जो इसकी उच्च गुणवत्ता वाली नस्लें हैं।अधिक ऊन प्राप्त करने की दृष्टि से उत्पन्न की गई हैं।
ऊन प्राकृतिक फाईबर
ऊन भेंड़ से उत्पन्न होने वाले प्राकृतिक फाइबर हैं। जो जल नहीं सकती। ऊन आग प्रतिरोधी हैं। इससे बने ऊनी कपड़े सर्दियों में गर्म रहेंगे तथा देर में भी ठंडे रहेंगे ।अच्छी नस्ल अधिक उन का उत्पादन करती हैं। स्पेनिश, मेरीनो नस्ल से उत्पन्न अमेरिकी मैरिनो ऊन उत्पादन करने वाली भेंड़ का उदाहरण हैं।
भेड़ की नस्ल रैंम्बोइलेट
यह ऊन उत्पादन करने वाली भेड का उदाहरण हैं और स्पैनिश मैरिनो का भी वंशज हैं। मध्यम ऊनी भेड़े मुख्य रूप से अपने मांस के लिए उत्पन्न की जाती हैं। इनका ऊन भी उपयोगी हैं। इससे कंबल भी बनाई जाती हैं। इसमें मुख्य नशले-हैम्पशायर,श्राम्पशायर,साऊथडाउन और सफोक शामिल हैं। बहुत ज्यादा लोकप्रिय हैं।
निष्कर्ष
भेड़ एक पालतू जानवर हैं। इससे हमें दूध और ऊन प्राप्त होता हैं। इसका पालन व्यवसायिक दृष्टि से भी बहुत उपयोगी हैं क्योंकि इससे प्राप्त होने वाली बहुत ही ज्यादा महंगी होती हैं।इससे वस्त्र बनाए जाते हैं। गर्मी में ठंडे और ठंडी में गर्म रहते हैं। इससे प्राप्त होने वाला दूध बहुत ही ज्यादा वसा युक्त होता हैं।
अंतिम शब्द
आज का हमारा यह आर्टिकल जिसमें हम ने भेड़ पर निबंध (Essay on Sheep in Hindi) के बारे में संपूर्ण जानकारी आप तक पहुंचाई है। हमें उम्मीद है, कि हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपको बेहद पसंद आई होगी। यदि किसी व्यक्ति को इस आर्टिकल से जुड़ा कोई भी सवाल है, तो वह हमें कमेंट के माध्यम से बता सकता है। हम आपके सवाल का जवाब जल्द से जल्द देने का प्रयास करेंगे।
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