सावन का महीना हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस महीने में भगवान शिव की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि सावन महीने में शिवजी और पार्वती की पूजा करने पर हर मनोकामना पूर्ण होगी है।
सावन के महीने में अनेकों प्रकार के त्यौहार आते हैं, जो कि लोग बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। यहां सावन पर निबन्ध (essay on sawan month in hindi) शेयर कर रहे है, जिसमें सावन के महीने का महत्व विस्तार से जानेंगे।
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सावन पर निबंध इन हिंदी 250 शब्द में (Sawan Par Nibandh)
हिंदुओं के हिसाब से सावन का महीना बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। क्योंकि यह हिंदुओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में रहने वाले हिंदुओं के द्वारा भी मनाया जाता है। इस महीने को हिंदू धर्म के हिसाब से बहुत ही शुभ माना जाता है।
सावन के महीने में बहुत से त्योहार आते हैं, जो कि हिंदुओं के लिए बहुत ही खास और महत्वपूर्ण है। सावन के महीने में सबसे ज्यादा मंदिरों में भीड़ देखी जाती है।
सावन का महीना बारिश का होता है और इन दिनों मौसम बहुत ही सुहावना और ठंडा रहता है। लोगों को इस मौसम में घूमने का बहुत ही मजा आता है।
इस महीने को सावन का महीना इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस महीने में श्रवण नक्षत्र वाली पूर्णिमा आती है, इसीलिए इसे सावन का महीना कहा जाता है। यह महीना अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से जुलाई से अगस्त के महीने में आता है। इस महीने में भगवान शिव की पूजा की जाती है, जो कि बहुत ही शुभ मानी जाती है।
कहा जाता है कि जो भी भगवान शिव से मांगता है, वही उसकी इच्छा पूरी होती है। इस महीने में हिंदुओं के द्वारा उपवास रखा जाता है। कई लोग पूरे सावन में एक समय ही भोजन करते हैं और भगवान शिव की भक्ति करते हैं।
सावन के महीने में अधिकतर सावन के सोमवार का बहुत ही महत्व माना जाता है। सावन के महीने में कई जगहों पर मेले भी लगाए जाते हैं। सावन के महीने में प्रसिद्ध कावड़ यात्रा आयोजित की जाती हैं।
सावन का महीना किसानों के लिए बहुत ही प्रिय महीना माना जाता है। सावन के महीने में हर तरफ हरियाली छा जाती है। धरती मानो स्वर्ग सी लगती है और बहुत ही सुंदर दिखाई देती है।
सावन का महीना पर निबंध 850 शब्द (Essay on Sawan in Hindi)
प्रस्तावना
सावन का महीना हिंदुओं का पवित्र महीना माना जाता है। यह हिंदू कैलेंडर के हिसाब से जुलाई के अंत से शुरू होकर अगस्त तक चलता है। इस महीने में हिंदुओं के द्वारा उपवास रखा जाता है, कुछ लोग इस समय एक समय भोजन करते हैं।
सावन के महीने में अत्यधिक वर्षा होती है, इसीलिए भगवान शंकर का प्रिय महीना होता है। ऐसा कहा जाता है कि इस महीने में जो भी पूरी लगन के साथ भगवान शंकर की पूजा करता है, उसकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है।
इस महीने में सबसे अधिक त्योहार आते हैं और हिंदुओं के हिसाब से उन त्योहारों को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है।
सावन के त्यौहार
इस महीने में सबसे अधिक त्योहार आते हैं, जो कि सभी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते है। अधिकतर हिंदुओं के लिए सावन के महीने का सबसे अधिक महत्व होता है, कुछ त्योहार इस प्रकार हैं:
- कृष्ण जन्माष्टमी
- रक्षा बंधन
- नारियल पूर्णिमा
- नाग पंचमी
- बसवा पंचमी
- अवनी अवित्तम
- श्री बाला देव का जन्मदिन
- गांम पूर्णिमा
- कजरी पूर्णिमा
- पुत्रदा एकादशी
- पवित्रा एकादशी
- जंध्याम पूर्णिमा
- सलोनो
- श्रावणी मेला
सावन की लोकप्रिय संस्कृति
सावन के महीने में अधिक पाठ पूजा की जाती है। इस महीने में बहुत से ग्रंथ भी पढ़े जाते हैं। जैसे कि संस्कृत पाठ, मेघादूता, कालिदास द्वारा मनाया जाता है।
इन सब से कई फिल्म भी बन चुकी हैं, जैसे सावन झूम के, सावन भादो, सोलवा सावन, सावन को आने दो, प्यार सावन इत्यादि कई प्रकार की फिल्में भी बनाई गई है, क्योंकि यह लोकप्रिय महीना माना जाता है।
हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में भी सावन का बहुत ही अधिक प्रयोग किया जाता है। बहुत से गानों के लिए संगीत के लिए सावन बहुत ही प्रचलित है।
जैसे कि बरसात के मौसम के दौरान राधा कृष्ण, साथ ही बॉलीवुड गीत में भी सावन का बहुत ही अधिक प्रयोग किया गया है। जैसे कि सावन की ऋतु है, सावन की महीना पवन करे शोर इत्यादि और भी कई प्रकार के संगीत बॉलीवुड गीत बनाए गए हैं।
जहां पर मांसाहारी भोजन किया जाता है, लेकिन सावन में वहां पर भी शुद्ध शाकाहारी भोजन ही किया जाता है। जैसे गोवा, महाराष्ट्र, कर्नाटक इत्यादि जगह पर शाकाहारी भोजन को महत्व दिया जाता है।
ऐसा इसलिए भी किया जाता है क्योंकि ऐसा कहा जाता है मानसून के मौसम में समुद्री भोजन प्राप्त करना बहुत ही मुश्किल सा हो जाता है और ऐसा भी कहा जाता है कि इस अवधि के दौरान सबसे ज्यादा मछली पाई जाती है।
जो इस महीने में मछली पकड़ते हैं, उनकी सबसे ज्यादा वृद्धि होती है। इसीलिए इस महीने में सबसे अधिक शाकाहारी भोजन को महत्व दिया जाता है।
प्रचलित कथा – मारकंडे (1)
एक कथा के अनुसार एक व्यक्ति था, जिसका नाम मार्कंडेय था, जो कि ऋषि मार्कंडेय के पुत्र थे।
ऐसा कहा जाता है उन्होंने इस महीने में भगवान शंकर की बहुत अधिक तपस्या की थी और वह इस तपस्या से प्रसन्न हुए थे, इसकी वजह से मारकंडेय महादेव से लंबी आयु का वरदान प्राप्त किया था।
इसके लिए भगवान महादेव ने मार्कंडेय को लंबी आयु का वरदान देकर कुछ ऐसी मंत्र शक्तियां भी प्रदान की थी। जिसके सामने मृत्यु के देवता यमराज भी कुछ नहीं कर पाए थे और वह अजर अमर हो गए थे।
प्रचलित कथा – समुद्र मंथन (2)
पौराणिक कथा के अनुसार एक कथा और प्रचलित है। इस महीने में देवता और राक्षसों के बीच समुद्र मंथन किया गया था, जिसमें से अमृत प्राप्त हुआ था।
इसके पश्चात विश भी निकला लेकिन जब उसमें से अमृत निकला तब देवताओं को बहुत ही चिंतन हो गया था कि अगर यह अमृत राक्षसों को मिल गया तो वह अजर अमर हो जाएंगे।
इसीलिए वह भगवान विष्णु के पास गए और उन्होंने इस समस्या का समाधान करने के लिए कहा। तत्पश्चात विष्णु भगवान शंकर के पास गए और उनसे विनती की, वह उस विष को खुद ग्रहण कर जाएं। तत्पश्चात भगवान शंकर ने पूरा का पूरा विश्व अपने कंठ में समा लिया।
इसीलिए भगवान शंकर को नीलकंठ भी कहा जाता है और भगवान विष्णु ने स्त्री का रूप धारण करके अमृत का सेवन देवताओं को करवाया और उन्हें अमर होने का वरदान मिला।
सावन का महीना कैसे मनाया जाता है?
आइये जानते हैं सावन का महीना मनाने का तरीका, लोग किस तरह से शिव भक्ति में लीन हो जाते हैं।
- सावन के महीने में लोग शिवजी की पूजा करते है, शिवजी पर दूध, जल, बेलपत्र, भांग, धतूरा इत्यादि चढ़ाते हैं और उनकी आराधना करते हैं।
- सावन के महीने में लोग सावन के सोमवार का व्रत भी करते हैं, कुछ लोग पूरे सावन एक समय ही भोजन करते हैं।
- सावन के महीने को एक उत्सव के तरीके से मनाया जाता है क्योंकि हिंदू धर्म मे सावन के महीने का बहुत ही अत्यधिक महत्व होता है। लोगों का मानना है कि इस महीने में शिव की उपासना सच्चे मन से करने पर उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।
- कई लोग सावन के माह मे प्याज, लहसुन, हरी सब्जियों का सेवन नही करते हैं, पूरा एक महिना सात्विक जीवन जीने का प्रयास करते हैं।
निष्कर्ष
सावन का महीना बहुत ही महत्वपूर्ण और खुशहाली देने वाला होता है। इस महीने में चारों तरफ हरियाली छा जाती है क्योंकि बारिश रहती है पूरे महीने में इसी वजह से ऐसा प्रतीत होता है।
मानो धरती ने कोई हरी चादर ओढ़ रखी हो और वह बहुत ही सुंदर प्रतीत होता है। सावन के महीने को बहुत ही शुभ माना जाता है।
अंतिम शब्द
हमने आपको इस लेख सावन मास पर निबंध (Essay on Sawan in Hindi) के द्वारा सावन के महीने का महत्व बताया है।
आशा करते हैं आपको यह पसंद आया होगा। अगर आपको इसे संबंधित कोई भी प्रश्न पूछना है तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं।
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