Essay On Rajasthan In Hindi: भारत का हर एक राज्य अपनी गौरवशाली इतिहास और अपनी संस्कृति के लिए जाना जाता है। भारत के पश्चिम में स्थित राजस्थान जहां एशिया का सबसे बड़ा रेगिस्तान थार मौजूद है। राजस्थान को वीर राजपूतों की धरती कही जाती है।
आज के इस लेख में हम रंगीले राजस्थान पर निबंध लेकर आए हैं। इन निबंध के जरिए आप राजस्थान की इतिहास उसकी संस्कृति, उसकी परंपरा है, वेशभूषा रहन-सहन और उसके रीती रिवाज से रूबरू हो सकते हैं। तो चलिए लेख में आगे बढ़ते हैं।
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राजस्थान पर निबंध | Essay On Rajasthan In Hindi
राजस्थान पर निबंध (250 शब्द)
अपने विशिष्ट संस्कृति और इतिहास के कारण राजस्थान देश में अपनी एक अलग पहचान रखती हैं। यहां के रंग बिरंगे घरे,यहां के लोगों के रंग-बिरंगे तेवर, उनके रीति रिवाज, त्योहार के कारण इसे रंगीला प्रदेश भी कहा जाता है। यहां के लोग अपनी संस्कृति से काफी जुड़े हुए हैं।
साथ ही यहां के लोग काफी श्रद्धालु होते हैं जिसके कारण राजस्थान में कई देवी-देवताओं का मंदिर है जिसमें शीलमाता, आवडमाता, अम्बामाता, गोगाजी, पाबूजी, रामदेवजी, देवनारायणजी, तेजाजी इत्यादि है।
वीर राजपूत योद्धाओं की धरती मानी जाने वाली राजस्थान का इतिहास भी काफी पुराना है। यहां प्राचीन मध्यकाल और आधुनिक काल के दौरान कई शासकों ने शासन किया। प्राचीन काल में मौर्य साम्राज्य के द्वारा यह राज्य शासित किया गया।
मध्यकालीन भारत के दौरान यहां पर कई शक्तिशाली राजा हुए जिन्होंने अपने आन, बान और शान और वीरता का परिचय दिया। यहां के महान शासक महाराणा प्रताप का नाम कोई नहीं भूल सकता। सदियों से इस धरती पर कई महान रणबांकुरों ने जन्म लिया।
मुगल शासकों का भी इस राज्य पर शासन रहा। हालांकि अकबर ऐसा मुगल शासक हुआ जिसने सभी राजपूत शासक को साथ लेकर चला। अकबर के विशाल साम्राज्य के विस्तार में और उसे संभालने में राजपूत सेनानायक ने अपना काफी योगदान दिया।
उन सभी राजा महाराजाओं ने अपने संस्कृति रीति रिवाज को हमेशा जीवित रखने के लिए कई ऐतिहासिक इमारतों का निर्माण करवाया जिसमें राजस्थान की पुरानी कलाकृतियां नजर आती है। पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान का हर एक शहर पर्यटकों के लिए लोकप्रिय है। यहां के विभिन्न बड़े-बड़े शहर जैसे जयपुर, बीकानेर, उदयपुर, जोधपुर, जैसलमेर में कई ऐतिहासिक नगर मौजूद है जो राजस्थान के गौरवशाली इतिहास का गुणगान करता है।
आजादी से पहले राजस्थान 22 रियासतों में बटा हुआ था, जिन पर अलग-अलग राजाओं का शासन था। उस समय इस राज्य को राजपूताना के नाम से जाना जाता था लेकिन आजादी के बाद भारत के प्रथम गृह मंत्री और लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के कड़ी मशक्कत के कारण इन सभी रियासतों का एकीकरण होने से ये राजस्थान कहलाया।
राजस्थान पर निबंध (850 शब्द)
प्रस्तावना
राजस्थान अपने गौरवशाली इतिहास, धार्मिक पर्व,राजा महाराजाओं की वीरता की शौर्य गाथाएं, राजा महाराजाओं के अतिरिक्त उनकी रानियों द्वारा जोहर करके उनके असीम साहस और बलिदान की गाथाएं भी काफी मशहूर है। यहा कि लोकआस्था और सांस्कृतिक ऐतिहासिक और अन्य परंपराओं से समृद्ध राज्य है।
राजस्थान की ऐतिहासिक इमारतें और कीलो में बनी चित्रकला यहां की इतिहास की झलक देती है। राजस्थान अपनी सुंदर कलाकृतियों के लिए भी विश्वभर में प्रसिद्ध है। यहां की भित्तिचित्र, सुरम्य बावड़ियां, अलंकृत चौकों, क्षत्रियों के साथ की गई मीनाकारी और नक्काशीदार वस्तुएं देशभर के लोगों को आकर्षित करती है।
इन सभी स्थापत्य कला और मूर्तिकला, रंग छपाई और अन्य कलाओं के अतिरिक्त राजस्थान लोक संगीत और लोक नृत्य के लिए भी प्रख्यात है। राजस्थान खनिज तत्वों से भी भरपूर है। यहां पर संगमरमर और अन्य इमारती पत्थरो का खान है। यहां पर चुने सीमेंट का पत्थर भी बहुत विशाल मात्रा में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त यहां पर तांबा, जस्ता, सीसा, अभ्रक जैसी कीमती धातुएं भी पाई जाती है।
कैसे बना राजस्थान
भारत के अंतिम गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन ने 15 अगस्त 1947 को भारत की आजादी की घोषणा की। उस समय भारत 565 रियासतों में बंटा हुआ था। इन सभी रियासतों को भारत में विलीन करने की जिम्मेदारी सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपने कंधों पर ली।
आजादी की घोषणा के दौरान लॉर्ड माउंटबेटन ने कुछ शर्ते जोड़ दी थी उन शर्तों में से एक शर्त के मुताबिक जिन रियासतों की जनसंख्या 10 लाख से अधिक और उनकी आय 100 करोड़ से अधिक है वह चाहे तो एक स्वतंत्र रियासत के रूप में अस्तित्व में आ सकते हैं वही जो रियासतें ब्रिटिश सरकार के हाथों में थी वह सीधे भारत में विलीन हो गई।
लेकिन राजस्थान की ज्यादातर रियासतें लॉर्ड माउंटबेटन के स्वतंत्र राज्य वाली शर्तो का पालन कर रहा था जिसके कारण वे एक स्वतंत्र राज्य का दर्जा मांग रहे थे। राजस्थान के 22 रियासतों में मात्र एक रियासत अजमेर मेरवाड़ा प्रांत को छोड़कर बाकी सभी रियासत राजा महाराजाओं के शासन में था।
लेकिन सरदार वल्लभभाई पटेल ने राजस्थान के 21 रियासतों के एकीकरण में अहम भूमिका निभाई। राजस्थान के 21 रियासतों का एकीकरण 7 चरणों में हुआ और यह एकीकरण 1 नवंबर 1956 को पूरा हुआ। इस तरीके से राजपूताना कहा जाने वाला राजस्थान इन रियासतों को मिलाकर राजस्थान के नाम से जाना जाने लगा।
राजस्थान में विभिन्न किले
राजस्थान कई सारे प्राचीन किलो का शहर है। यहां पर प्राचीन काल से लेकर मध्यकाल तक कई राजा महाराजाओं ने शासन किया जिन्होंने उस समय के अद्भुत कलाकृतियों का इस्तेमाल करके कई सारे महल और पैलेस का निर्माण करवाया। राजस्थान राज्य अद्भुत महल किले और ऐतिहासिक स्थलों का घर बन चुका है। यह प्राचीन इमारतें विश्व मंच पर भी प्रसिद्ध है।
राजस्थान के जयपुर में स्थित सिटी पैलेस जिसे महाराजा सवाई जयसिंह ने 1729-32 के बीच निर्मित किया था। यह राजस्थान के ऐतिहासिक और बेजोड़ वास्तुकला का एक नमूना है। वही राजस्थान के गुलाबी शहर के नाम से विख्यात जयपुर में 9 वी सदी में निर्मित हवा महल पूरे विश्व में प्रसिद्ध है जिसे पैलैस ओफ विंड के नाम से भी जाना जाता है।
यह महल राजपूतों की शाही विरासत है जिसमें 953 झरोखे हैं। इसके अतिरिक्त लेक पैलेस, जैसलमेर का गोरबंध पैलेस, डेल्हा गढ़ में देवी गढ़ पैलेस, डूंगरपुर में उदय बिलास पैलेस, भवन पैलेस, जंतर मंतर, जल महल जैसी बड़ी बड़ी राजस्थान के गौरवशाली प्राचीन इतिहास की निशानियां है।
राजस्थान के बारे में रोचक तथ्य
भारत में सबसे पहले परमाणु परीक्षण राजस्थान के पोखरण नामक स्थान पर किया गया था। राजस्थान का ज्यादातर शहर अलग-अलग रंगों के नाम से जाना जाता है जैसे कि जयपुर गुलाबी शहर,जोधपुर नीला शहर, उदयपुर सफेद शहर, झालावाड़ बैंगनी शहर के नाम से जाना जाता है।
इन शहरो को रंगो के नाम से पहचाने जाने का मुख्य कारण है कि वहां पर ज्यादातर घर उनके नामों के रंग में है। राजस्थान को सिंधु सभ्यता का भी हिस्सा माना जाता है। बीकानेर से 200 किलोमीटर दूर स्थित कालीबंगा में पुरानी सभ्यता की कई कलाकृतियों का अवशेष मिला है।
एशिया का सबसे बड़ा रेगिस्तान थार का रेगिस्तान राजस्थान में ही है जो 1200000 वर्ग मील में फैला हुआ है। राजस्थान के बीकानेर शहर में करणी माता का एक मंदिर है जो काफी चमत्कारी मानी जाती है। उस मंदिर को चूहे वाला मंदिर के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि उस मंदिर में 25000 से में ज्यादा चूहे निवास करते हैं।
थार रेगिस्तान के नजदीक स्थित राजस्थान का जैसलमेर शहर जिसे गोल्डन सिटी के नाम से भी जाना जाता है यहां पर कई शाही महल स्थापित है जिसे देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते हैं। राजस्थान के उदयपुर में स्थित कुंभलगढ़ किले को दुनिया का दूसरा सबसे ऊंचा दीवार माना जाता है।
निष्कर्ष
राजस्थान में स्थित अरावली पर्वतमाला राजस्थान को प्राकृतिक रूप से दो भागों में अलग करती है। राजस्थान अपनी परंपराओं, अपने रीति रिवाज ,अपने खान-पान और विशेष जीवन शैलियों के लिए प्रसिद्ध है। यहां के लोकगीत, लोक नृत्य हर किसी को अच्छी लगती है। यहां सदियों से कई राजा महाराजाओं ने शासन किया और उनके द्वारा निर्मित कई ऐतिहासिक इमारतें और किले हैं जिसे देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से यहां पर आते हैं।
अंतिम शब्द
आज के आर्टिकल में हमने राजस्थान पर निबंध ( Essay On Rajasthan In Hindi) के बारे में बात की है। मुझे पूरी उम्मीद है कि हमारे द्वारा लिखा गया यह निबन्ध आपको पसंद आया होगा। इसे आगे शेयर जरूर करें।
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