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माता पिता पर निबंध

Essay on Parents in Hindi: आज के इस आर्टिकल में हम माता पिता पर निबंध पर जानकारी आप तक पहुंचाने वाले हैं। इस निबंध में माता पिता के संदर्भित सभी माहिति को आपके साथ शेअर किया गया है। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।

इस निबंध में हमारे जीवन में माता-पिता की क्या भूमिका है, माता पिता हमारे लिए क्या-क्या करते हैं, हमारा माता पिता के प्रति क्या कर्तव्य होता है, माता और पिता को धरती पर भगवान का दर्जा क्यो दिया गया है, माता-पिता से ही हमारी पहचान क्यो होती है, इन सभी बातों के बारे में आज हम इस निबंध में आपको जानकारी प्रदान करेंगे।

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माता पिता पर निबंध | Essay on Parents in Hindi

माता पिता पर निबंध (250 शब्द)

हमारी जिंदगी में माता पिता अनमोल उपहार की तरह होते हैं। जिसकी कोई कीमत नहीं होती है। माता पिता के बिना हमारे जीवन का कोई अर्थ नही होता, अगर भगवान के बाद दूसरा स्थान किसी को दिया जाता है तो वह हमारे माता-पिता को दिया जाता है।  माता-पिता के बिना हम अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते । हमको इस दुनिया में लाने वाले हमारे माता-पिता ही होते हैं। माता पिता द्वारा हमारे जीवन का कोई मोल हो ही नहीं सकता।

हमारे जीवन में बचपन से लेकर बड़े होने तक माता पिता बहुत भूमिकाएं निभाते हैं। वह हमें बहुत प्यार करते हैं, भले ही हम कितने भी बड़े हो जाए लेकिन उनकी नजर में हमेशा बच्चे ही रहते हैं। दुनिया की हर रिश्ते में आपको झूठ बेईमानी देखने को मिल सकती है, पर मां-बाप का रिश्ता निस्वार्थ होता है। हमेशा अपने बच्चों की भलाई में ही उनकी पूरी जिंदगी लग जाती है।

मां-बाप हमारे लिए बहुत से कार्य करते हैं हमारे जीवन में हर आने वाली मुसीबतों को वह अपने ऊपर ले लेते हैं। जीवन की किसी भी बड़ी से बड़ी कठिनाइयों को हम अपने मां-बाप के फायदा से आसानी से पार कर लेते हैं। मां-बाप हमें बहुत अच्छे संस्कार प्रदान करते हैं, और जीवन में हमेशा आगे बढ़ने की सही राह दिखाते हैं। सही शब्दों में वह हमारे अच्छे और सच्चे मार्गदर्शक भी होते हैं।

माता पिता पर निबंध ( 1200 शब्द)

प्रस्तावना

हमारे जीवन में माता पिता का महत्व बहुत अनमोल है। माता पिता अपने बच्चों के लिए अपने जीवन में बहुत ऐसे कार्य करते हैं,जिनको कभी भुलाया नहीं जा सकता। मां बाप अपने बच्चों की खुशी के लिए उनकी जरूरत से ज्यादा बच्चों की सभी खुशियों की पूर्ति करते हैं। मां बाप को भगवान से भी ऊंचा दर्जा प्रदान किया गया है, लेकिन फिर भी आज हमारे देश में मां बाप के बुजुर्ग होने के बाद उनकी बहुत दयनीय स्थिति देखने को मिलती है। लोग बड़े होने के बाद में अपने मां बाप को अकेले सड़क पर छोड़ देते हैं, या फिर उनको वृद्ध आश्रम में छोड़ दिया जाता है। यह हम सभी के लिए बहुत ही गंभीर समस्या बनी हुई है।

माता पिता का निस्वार्थ प्यार

माता पिता का प्यार इस दुनिया में बिना किसी स्वार्थ का प्यार होता है वह अपने बच्चों से कभी भी किसी मतलब की है प्यार नहीं करते सबसे पवित्र माता-पिता का ही प्यार होता है। मां बाप की उपस्थिति हमें इस दुनिया में सबसे ज्यादा भाग्यशाली बनाती है। माता पिता के द्वारा दिए गए प्यार उनके त्याग सम्मान को किसी को भी अपने जीवन में नहीं भूलना चाहिए जब भी आप अपने जीवन में आगे बढ़ते हैं तो उनके द्वारा दिए गए संस्कार और सीख हमेशा अपने जीवन में याद रखनी चाहिए क्योंकि हमारा नाम हमारे मां-बाप की वजह से ही आगे बढ़ता है हमें एक पहचान अपने मां-बाप के द्वारा ही मिलती है इसीलिए उनके प्यार को कभी नहीं भूलना चाहिए।

मां बाप की बच्चों के विकास में भूमिका

मां बाप अपने बच्चे के जन्म से ही उसके जीवन को सुयोग बनाने की पूरी कोशिश करते हैं वह उनके जन्म के बाद भी उनकी छोटी-छोटी खुशियों और जरूरतों को प्यार के साथ पूरा करते हैं। माता पिता के द्वारा ही बच्चों के विकास में हमारे समाज में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाती है बच्चे की पहली गुरु उसकी मां होती है और दृढ़ विश्वास और जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा उसके पापा की वजह से आती है।

बहुत से बच्चों के माता-पिता ऐसे होते हैं जो उनके बच्चों के जीवन की खुशियों को पूरा नहीं कर सकते लेकिन फिर भी वह बहुत अधिक प्रयास करते हैं अपने बच्चों को सारी खुशियां दे सकें उन सभी माता-पिता ओं के पास में पर्याप्त संसाधनों का भी अभाव होता है लेकिन फिर भी अपने बच्चों को बढ़ने में वह बहुत प्रयास करते हैं और उनको हमेशा खुश रखते हैं

करते हैं कड़ी मेहनत अपने बच्चों के लिए

सभी माता-पिता अपने बच्चों को जीवन में आगे बढ़ता हुआ देखना चाहते हैं। इसके लिए वह हर संभव प्रयास करते हैं, जिससे उनको जीवन में आगे बढ़ाया जा सके। सभी मां बाप यह चाहते हैं कि उनका बच्चा पढ़ाई में तथा हर क्षेत्र में आगे बढ़ कर उनका नाम रोशन कर रहे। इसके लिए वह सभी उनकी जो जरूरत की चीजें होती है उन सभी के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, और बहुत अधिक प्रयास करते हैं कि वह अपने लक्ष्य को पा सके। माता पिता अपने बच्चों के सही मार्गदर्शक और शिक्षक के रूप में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं।

माता पिता के लिए बच्चों के कर्तव्य

सभी बच्चों को अपने मां बाप को हमेशा खुश रखने का प्रयास करना चाहिए। हम अपने बचपन में जब छोटे थे, तो हमारे प्रिय माता-पिता ने हमारे जीवन को आगे बढ़ाने में जीवन की छोटी से छोटी बड़ी से बड़ी खुशी के लिए अपने जीवन को हमारे लिए ही पूरा समर्पित कर दिया। जब हमारे माता-पिता बुजुर्ग होते हैं तो उनका हमें बहुत अच्छे से ख्याल रखना चाहिए, और यह बात कभी नहीं भूलना चाहिए कि हमको जीवन के जिस मुकाम पर पहुंचाया है वह हमारे माता-पिता ही है। हमको माता पिता की सेवा, त्याग, परिश्रम, को हमें कभी नहीं भूलना चाहिए। माता पिता को उनके वृद्धावस्था में बहुत प्यार प्रेम के साथ में रखना चाहिए। यह नहीं कि बड़े होने के बाद आप उनकी सभी बातों को भूल जाओ और किसी वृद्धआश्रम में छोड़ दो, ऐसा करना आप सभी के लिए बहुत गलत होगा।

माता पिता की वृद्धावस्था

आज के समय में हमें जब माता-पिता बूढ़े हो जाते हैं तो लोग अक्सर उनको वृद्ध आश्रम में छोड़ देते हैं। उनके द्वारा हमारे जीवन में किए गए कार्य प्यार सम्मान मेहनत परिश्रम कुछ भी बच्चों को दिखाई नहीं देता। ऐसे लोगों को अपनी जिंदगी में धिक्कार है, जो अपने माता-पिता को इस तरह वृद्ध आश्रम में छोड़ देते हैं, क्योंकि वह उनके महत्व को भूल जाते हैं कि उनके लिए उनके जीवन में माता-पिता ने क्या-क्या किया था। सभी बच्चों को वृद्धावस्था में अपने मां-बाप को बहुत खुश रखना चाहिए। आपके द्वारा की गई सेवा से उनका कर्ज उतारने का यह एक अच्छा तरीका है। हमेशा अपने मां-बाप का सम्मान करना चाहिए, और अपनी सेवा के द्वारा उनको हमेशा प्रसन्न रखना चाहिए ।

मां-बाप का कर्ज हमारे जीवन में

हम सभी को इस दुनिया में लाने में मां-बाप का ही योगदान होता है। भगवान को भी मां ने ही जन्म दिया था।सबसे बड़ा हमारे जीवन का यही कर्ज है जो हम कभी चाह कर भी नहीं उतार सकते। हमारे माता-पिता हमको इस दुनिया में लेकर आए। हमारे लिए यह सबसे बड़ी सौभाग्य की बात रही है। इस पूरी धरती पर बहुत से ऐसे लोग भी हैं। जिनको मां-बाप का सुख भी नसीब नहीं हुआ उन व्यक्तियों से पूछो कि उनके जीवन में मां बाप की क्या अहमियत रही होगी। इसीलिए सभी लोगों को बुढ़ापे में अपने मां-बाप की सेवा करनी चाहिए।

निष्कर्ष

सभी लोगों को अपने माता पिता का महत्व अपने जीवन में कभी नहीं भूलना चाहिए। माता पिता भगवान के समान ही पूजनीय होते हैं। हमारे देश में पहले भी श्रवण कुमार जैसे बेटे ने अपने माता-पिता की सेवा करते ही अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था, तो सभी को चाहिए की मां बाप की उनके बुढ़ापे में सेवा करके उनको सम्मान पहुंचाएं।  हमेशा उन को खुश रखने के प्रयास करे। उन्होंने आपके जीवन में जो कार्य किया है, उसके लिए हमेशा अपने माता-पिता का आभारी उनके ही रहना चाहिए।

अंतिम शब्द

आशा करते हैं कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया माता पिता पर निबंध (Essay on Parents in Hindi) पसंद आया होगा। अगर आपको इस से जुड़ी हुई किसी अन्य जानकारी के लिए जाना है तो कमेंट बॉक्स में जाकर कमेंट कर सकते हैं।

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Ripal
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