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ऑनलाइन शिक्षा पर निबंध

Essay On Online Education in Hindi: हम आपको बताने वाले हैं, ऑनलाइन शिक्षा के बारे में। जैसा कि हम सभी जानते हैं ऑनलाइन शिक्षा हमारे देश की प्रगति में इस वर्ष काफी योगदान दे रही है। जैसा कि आज के समय में लॉकडाउन लगा हुआ है, जिससे कि सभी स्कूल विद्यालय इत्यादि बंद है और कोई भी विद्यार्थी विद्यालय नहीं जा पा रहा है।

जो विद्यार्थी विद्यालय नहीं जा पा रहे हैं, वह ऑनलाइन शिक्षा का उपयोग करके घर से ही अपनी पढ़ाई को पूरी कर सकते हैं, जिसके लिए भारत सरकार ने अनेकों प्रकार के चैनलों पर प्रसारण भी आए हुए हैं।

Essay On Online Education in Hindi
ऑनलाइन पढ़ाई पर निबंध

आज के इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं ऑनलाइन शिक्षा क्या होती है, यह भारत सरकार ने कब चालू की और सबसे महत्वपूर्ण बात ऑनलाइन शिक्षा को किन-किन एप्लीकेशन का उपयोग करके हम प्राप्त कर पाएंगे।

यदि आप से संबंधित कोई भी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो यह आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है। क्योंकि इस लेख के माध्यम से हमने आपको ऑनलाइन शिक्षा के बारे में संपूर्ण जानकारी (Online Padhai Essay in Hindi) उपलब्ध करवाई कराई है।

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ऑनलाइन शिक्षा पर निबंध | Essay On Online Education in Hindi

ऑनलाइन शिक्षा पर 250 शब्दों में निबंध

कोरोना महामारी के बाद हर एक व्यक्ति ऑनलाइन शिक्षा से परिचित हो पाया। आज पढ़े-लिखे से लेकर अनपढ़ व्यक्ति भी ऑनलाइन क्लास के बारे में जानता है और उसके महत्व को समझता है। ऑनलाइन शिक्षा को सरल शब्दों में इंटरनेट आधारित शिक्षा व्यवस्था के रूप में समझ सकते हैं। क्योंकि बिना इंटरनेट के ऑनलाइन शिक्षा देना संभव नहीं।

ऑनलाइन शिक्षा एक ऐसी नविनतम शिक्षा प्रणाली है, जिसमें शिक्षक बच्चों को सामने बिठाकर शिक्षा नहीं देता बल्कि बच्चे स्वयं के घर पर बैठकर शिक्षा ग्रहण करते हैं। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के माध्यम से बच्चा शिक्षक से जुड़ पाता है और वीडियो के जरिए अपने शिक्षक से पढ़ पाता है। ऑनलाइन शिक्षा एक तरह की वर्चुअल शिक्षा प्रणाली है।

इस तरह की शिक्षा उन लोगों के लिए बहुत लाभकारी है, जो किसी कारणवश स्कूल कॉलेज या किसी इंस्टिट्यूशन पर उपस्थित नहीं हो सकते। ऑनलाइन शिक्षा से समय का भी बचत होता है। ऑनलाइन शिक्षा के कारण समय के बाध्य नहीं होना पड़ता और इसमें हम लेक्चर को रिकॉर्ड करके जब चाहे तब देख सकते हैं।

यहां तक कि जब हमें एक लेक्चर एक बार में समझ नहीं आता तो उसको बार-बार पीछे करके देख सकते हैं। इसके साथ ही शिक्षकों के लेक्चर को धीरे-धीरे सुनते हुए नोट भी बना सकते हैं। ऐसा नहीं है कि ऑनलाइन शिक्षा की कल्पना अभी अभी आई। ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली बहुत लंबे समय से ही चली आ रही है। लेकिन करोना महामारी के दौरान लोगों ने ऑनलाइन शिक्षा को अधिक गंभीर रूप से लिया।

कोरोना महामारी के दौरान ऑनलाइन शिक्षा बच्चों के शिक्षण का एक बेहतरीन माध्यम बनकर उभरा, जिसने कोरोना महामारी के दौरान भी बच्चों की शिक्षा को जारी रखने में मदद की। महामारी के दौरान डिजिटल शिक्षा को बच्चों के लिए लोकप्रिय बनाने में शिक्षकों और सरकारों का बड़ा योगदान है।

हालांकि ऐसा नहीं है कि ऑनलाइन क्लास के कारण शिक्षकों का कार्य आसान पड़ गया। ऑनलाइन क्लास ज्यादा शिक्षकों के लिए बहुत नया अनुभव था, जिसे सीखने में उन्हें थोड़ा समय और दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा। लेकिन बच्चों के पढ़ाई का कोई नुकसान ना हो, इसीलिए उन्होंने इसे बेहतर तरीके से सीखा।

Online Education Essay in Hindi
Image: Online Education Essay in Hindi

ऑनलाइन शिक्षा पर 500 शब्दों में निबंध (Online Classes Essay in Hindi)

आज के आधुनिक समय में ऑनलाइन शिक्षा का बहुत महत्व है खास करके कोराना महामारी के दौरान ऑनलाइन शिक्षा ने अपना महत्वपूर्ण भूमिका निभाया। इसके कारण ही बच्चे स्कूल, कॉलेज बंद होने के बावजूद शिक्षा लेने में सक्षम हो पाए। वैसे जिन्हें नहीं पता ऑनलाइन शिक्षा क्या होता है, उन्हें बता दें कि ऑनलाइन शिक्षा एक तरह की डिजिटल शिक्षा प्रणाली है, जिसमें इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत होती है।

यह एक तरह का वीडियो कॉल होता है। लेकिन इसमें शिक्षक एक बच्चों से वीडियो कॉल नहीं करता बल्कि वे किसी विशेष प्रकार के एप्लीकेशन की मदद से एक साथ कई बच्चों से वीडियो कॉल के जरिए जोड़ने में सक्षम हो पाते हैं। ऑनलाइन शिक्षा में बच्चे अपने-अपने घर पर रहकर शिक्षक के लेक्चर को सुन सकते हैं।

यहां तक कि लेक्चर को रिकॉर्ड भी कर सकते हैं। ऑनलाइन शिक्षा के लिए बस मोबाइल, टेबलेट या लैपटॉप जेसे किसी एक डिजिटल डिवाइस की जरूरत होती है।

ऑनलाइन शिक्षा का फायदा

  • ऑनलाइन क्लास का सबसे बड़ा फायदा यह है कि जो व्यक्ति किसी कारणवश स्कूल या कॉलेज में उपस्थित होने में अक्षम है, वह घर बैठे ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण कर सकता है।
  • ऑनलाइन शिक्षा के जरिए किसी भी परिस्थितियों में बच्चों के शिक्षा को जारी रखा जा सकता है और इसका सबसे बड़ा उदाहरण कोरोना महामारी है, जिसके दौरान भी बच्चों के पढ़ाई को कोई नुकसान नहीं हुआ।
  • ऑनलाइन शिक्षा के कारण बच्चों को समय के बाध्य भी नहीं होना पड़ता। जब चाहे तब शिक्षकों के लेक्चर को रिकॉर्ड करके सुना जा सकता है। यहां तक कि लेक्चर को रिकॉर्ड करने के बाद यदि समझ में ना आए तो उसको बार बार देखा जा सकता है और उसे एग्जाम के समय तक सेव करके भी रखा जा सकता है ताकि दोबारा रिवीजन के लिए उसे एक बार देख सके।
  • जो बच्चे स्कूल कॉलेज जाने में बोरियत महसूस करते हैं, उनके लिए ऑनलाइन शिक्षा काफी लाभकारी है। इसके अतिरिक्त बच्चे बीमार पड़ने पर भी घर बैठे यहां तक कि बिस्तर पर लेटे हुए लेक्चर अटेंड कर सकता हैं।
  • ऑनलाइन शिक्षा के कारण अभिभावक भी बच्चों पर निगरानी रख पाएंगे और शिक्षक बच्चों को सही से पढ़ा रहे हैं या नहीं यह भी पाएंगे।

ऑनलाइन शिक्षा के नुकसान

  • ऑनलाइन शिक्षा में स्कूल का माहौल अनुभव नहीं होता। स्कूल के माहौल में रहते हुए बच्चा शिक्षा के अलावा और कई चीजों को उसे पता है, वह नए दोस्त बनाता है, उसके अंदर दया सहयोग और एकता जैसे गुण का विकास होता है।
  • ऑनलाइन क्लास के कारण बच्चे घंटों मोबाइल या लैपटॉप के सामने बैठे रहते हैं, जिसके कारण उनकी आंखों पर दुष्प्रभाव होता है।
  • स्कूल या कॉलेज में बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ कई सारे अन्य गतिविधियों में भी शामिल होने का मौका मिलता है, जो बच्चों के मानसिक विकास के साथ-साथ उनकी शारीरिक विकास में मदद करता है और उनकी रुचि और रचनात्मकता को बढ़ाता है। लेकिन ऑनलाइन क्लास में श्मह संभव नहीं ऑनलाइन क्लास में केवल शिक्षा ही मिल सकता है।
  • ऑनलाइन शिक्षा में खराब मौसम के कारण बहुत बार इंटरनेट सही से पकड़ता नहीं है, जिससे बच्चे अपने शिक्षक के लेक्चर को मिस कर सकते हैं।
  • ऑनलाइन शिक्षा से बच्चे काफी जल्दी विचलित हो जाते हैं, उनका मन बहुत चंचल होता है। ऐसे में तुरंत उनका ध्यान पढ़ाई के अतिरिक्त अन्य वीडियो पर केंद्रित हो जाता है, जो उनके पढ़ाई के बीच में बाधा बनता है।

निष्कर्ष

महामारी के दौरान ऑनलाइन शिक्षा भले ही विज्ञान का एक आशीर्वाद के समान था लेकिन शिक्षा को पूर्ण रूप से ऑनलाइन करना भी सही नहीं है। क्योंकि ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली में शिक्षकों का बच्चों पर नियंत्रण नहीं हो पाता, जिसके कारण बच्चे शिक्षकों के सामने बहुत शरारत भी करते हैं और वह पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित भी नहीं कर पाते।

इसीलिए ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली कुछ हद तक ही लाभकारी है। फिर भी जो भी हो महामारी के दौरान ऑनलाइन शिक्षा ने बच्चों के पढ़ाई का नुकसान होने से बचा लिया।

ऑनलाइन शिक्षा पर निबंध 850 शब्दों में (Essay on Online Classes in Hindi)

प्रस्तावना

हमने अपनी अधिकतर शिक्षा स्कूल के ही क्लासरूम में बैठकर ग्रहण की है। लेकिन कोरोना जैसी भयंकर महामारी से बचने के लिए ऑनलाइन शिक्षा बहुत ही जरूरी है। पिछले कुछ वर्षों से ई-शिक्षा में लोकप्रियता बढती नजर आ रही है। ऑनलाइन शिक्षा का हमारे जीवन में महत्व है तो इसके लाभ व नुकसान भी है। ऑनलाइन शिक्षा से हर विद्यार्थी कोरोना जैसी महामारी के दौरान भी अपनी शिक्षा को सुचारू रख सकता है।

ऑनलाइन शिक्षा क्या है?

आज एक ऐसी महामारी का दौर चल रहा है, जिसके अंतर्गत कोई भी विद्यालय कॉलेज इत्यादि नहीं खुले हुए हैं, इसी के कारण प्रत्येक विद्यार्थी अपने पढ़ाई को पूरा नहीं कर पा रहा है। ऐसे में कोई भी विद्यार्थी अपनी पढ़ाई को पूरा करने के लिए अनेकों प्रकार के एप्लीकेशन का उपयोग करता है। इन एप्लीकेशन ओं का उपयोग करके प्रत्येक विद्यार्थी अपनी पढ़ाई को पूरा करता है।

अब इस महामारी के दौर में प्रत्येक विद्यार्थी घर पर ही रह रहा है। प्रत्येक विद्यार्थी की शिक्षा को पूरी कराने के लिए भारत सरकार के द्वारा अनेकों प्रकार के एप्लीकेशन जारी कर दिए गए हैं, जिसके माध्यम से बच्चे घर पर ही बैठ करके अपनी पढ़ाई को पूरा कर सकते हैं।

कोई भी बच्चा अपने ही घर, बेडरूम इत्यादि में रह कर के अपने लैपटॉप, मोबाइल या कंप्यूटर के माध्यम से अध्यापक की बातों को इंटरनेट के माध्यम से सुनता या देख सकता है, इस प्रकार से विद्यार्थियों को दी जाने वाली शिक्षा को ऑनलाइन एजुकेशन कहा जाता है।

ऑनलाइन शिक्षा की शुरुआत में कब हुई?

ऑनलाइन शिक्षा का प्रारंभ वर्ष 1993 में शुरू हुआ था। वर्ष 1993 से ऑनलाइन शिक्षा को काफी अच्छा गया था और इसे इसी वर्ष में वैध शिक्षा के रूप में स्वीकार कर लिया गया।

ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करने के कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण ऐप

आज के समय में ऑनलाइन शिक्षा को काफी माध्यमों से संचालित किया जा रहा है। आइए जानते हैं, ऑनलाइन शिक्षा को किन-किन माध्यमों से संचालित किया जा रहा है।

  • यूट्यूब के माध्यम से
  • वेदंतु एप के माध्यम से
  • बायजूस एप के माध्यम से
  • डाउटनट एप के माध्यम से
  • स्काईप के माध्यम से
  • गूगल मीट के माध्यम से

आज के समय में कुछ ऐसे ही ऐप के माध्यम से और कुछ ऐसे ही ऑनलाइन स्टडी प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोगों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान कराई जा रही है। आज के समय में इन सभी प्लेटफार्म को काफी यूज किया जा रहा है। आप इन सभी प्लेटफार्म का उपयोग करके बहुत ही अच्छे तरीके से अध्यापकों से बात और अपने सवालों का वीडियो सहित सलूशन भी प्राप्त कर सकते हैं।

ऑनलाइन शिक्षा के प्रकार

ऑनलाइन शिक्षा प्रत्येक छात्रों को दो प्रकार से प्राप्त कराई जा रही है। यह दो प्रकार नीचे लिखित रूप से दर्शाए गए हैं।

  • सिंक्रोनस शैक्षणिक व्यवस्था
  • एसिंक्रोनस शैक्षणिक व्यवस्था

सिंक्रोनस शैक्षणिक व्यवस्था

यह शैक्षणिक व्यवस्था भारत सरकार के द्वारा रियल टाइम लर्निंग और लाइव टेलीकास्ट लर्निंग के रूप में संचालित किया गया है। यह शिक्षा शिक्षकों और छात्रों के मध्य एक संवाद स्थापित करता है, इसका उपयोग करके सभी विद्यार्थी अपने अध्ययन की गतिविधियों को संचालित रखते हैं।

एसिंक्रोनस शैक्षणिक व्यवस्था

यह शैक्षणिक व्यवस्था के कारण छात्र अपनी स्वेच्छा से जब चाहे अपने क्लास में अटेंड हो सकते हैं और अपने अध्ययन को बहुत ही आसानी से पढ़ या देख सकते हैं। इस शैक्षणिक व्यवस्था के अंतर्गत रिकॉर्डेड क्लास वीडियो ऑडियो बुक्स प्रैक्टिस सेट इत्यादि शामिल है।

ऑनलाइन शिक्षा के लाभ

  • ऑनलाइन शिक्षा के उपयोग से प्रत्येक विद्यार्थी अपने ही घर एवं देश विदेश के किसी भी कोने से बैठ कर के शिक्षा को अर्जित कर सकते हैं।
  • इस शिक्षा के दौरान कोई भी बिंदु न समझ में आने पर छात्र अपने अध्यापक से पुनः इस बिंदु को स्पष्ट करने का आग्रह कर सकता है।
  • छात्रा अपनी सुविधानुसार अपने रिकॉर्ड की गई क्लास इत्यादि को देख सकते हैं और इसका अध्ययन करके इसे काफी अच्छी तरीके से समझ सकते हैं।
  • ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली के लागू हो जाने के कारण हमें किसी भी विद्यालय कोचिंग सेंटर इत्यादि में जाना नहीं होता है।

ऑनलाइन शिक्षा के नुकसान

  • ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली के कारण इसका दुष्परिणाम सीधा छात्रों पर पड़ता है क्योंकि ऑनलाइन क्लास के दौरान यदि बारी बारी से प्रत्येक छात्र अपने-अपने बातों को रखने लगेंगे तो ऐसे में अध्यापक पढ़ाई नहीं करवा पाएगा। अध्यापक सभी बच्चों के बातों को नहीं ध्यान देता, इसी कारण बच्चे अपनी पढ़ाई को क्लासरूम के जैसे ही अच्छे से नहीं कर पाते।
  • ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली के लिए हमें बहुत से समय तक कंप्यूटर या लैपटॉप के समक्ष बैठना रहता है, जिससे हमारी आंखों पर दुष्परिणाम पड़ सकता है।

उपसंहार

आज के समय में ऑनलाइन शिक्षा के काफी सुधार की जरूरत है। इससे उन छात्रों को मदद मिलेगी, जो अपने विद्यालय से काफी दूरी पर रहते हैं और उन्हें आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। बीते कुछ समय से दुनिया कोरोना जैसी भयंकर महामारी से गुजर रही है, इस कोरोना काल के दौरान ई-शिक्षा हर छात्र के लिए एक वरदान की तरह साबित हुई है। इससे छात्रों को काफी फायदा मिला है।

अंतिम शब्द

आज के इस लेख “ऑनलाइन शिक्षा पर निबंध (Essay On Online Education in Hindi)” के माध्यम से अपने आपको ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर आई है। साथ ही हमनें आपको यह भी बताया कि ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से हमें क्या लाभ और क्या हानि होती है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा तो कृपया इस लेख को अवश्य शेयर करें।

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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