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मेरा शहर पर निबंध

Essay on my City in Hindi: हम जब ही मेरे शहर की बात करते हैं तो हमे अक्सर उन चीजों की याद जाती जिनके साथ हमारा जीवन और हमारा बचपन गुजरा हो। हम बात कर रहे है हमारे शहर की जो हमारे संभाग जोधपुर से करीब 60 किलोमीटर दूर हैं। इस शहर में काफी कुछ देखने लायक हैं। हमारा शहर इतिहास में काफी प्रशिद्ध हैं। 

Essay on My City in Hindi
Essay on My City in Hindi

हम यहां पर अलग-अलग शब्द सीमा में मेरा शहर पर निबंध (Essay on my City in Hindi) शेयर कर रहे हैं। यह निबन्ध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार साबित होंगे।

मेरा शहर पर निबंध | Essay on my city in hindi

मेरा शहर पर निबंध (250 शब्द) 

मेरा शहर जो की सफाई के मामने के काफी सुन्दर हैं और स्वच्छ है। मेरे शहर में काफी कुछ देखने के लिये हैं। हमारे शहर के बीच में से गुजरती नहर लोगों की पानी की कमी को दूर करती हैं। मेरे शहर में एक शानदार और सुन्दर बगीचा भी बना हुआ हैं। मेरे शहर में काफी देखने के लिए हैं, जिसे देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं।

मेरे शहर में बना एक मुयुजिम हमारे मध्यकाल इतिहास की गवाही देता हैं। हमारे शहर में में कई छोटे-बड़े स्कूल बने हुए हैं जो अपनी प्रशिधी के लिए जाने जाते हैं। मेरे शहर में कॉलेज भी बने हैं जहा लड़के अपने भविष्य को बेहतर बनाने के लिए पढाई करते हैं। शहर में एक सरकारी और एक निजी बस स्टैंड बना हुआ हैं, जहां से कई अन्य शहरों में बसें और गाडियां जाती हैं। मेरे शहर में बने इस मेडिकल कॉलेज में से कई डॉक्टर अपनी पढाई करते हैं।

मेरे शहर में बनी मिष्ठान की दुकानें जहां पर हम अपनी पसंद की मिठाई खाते हैं। मेरे शहर में बने मौल में काफी लोग शौपिंग करने ही आते हैं। मोल से लोग अपने पसंद क कपडे खरीदते हैं और पसंद की खाने की चीज़े भी खरीदते हैं। मेरे शहर से बहने वाली नदिया शहर की सुन्दरता में चार चाँद लगा देती हैं। शहर के बाज़ार में भी काफी रौनक रहती हैं, जहां से लोग अपनी जरूरत की चीजों को खरीदते हैं। मेरे शहर में कई मायनो में काफी कुछ देखने के लायक हैं।

मेरा शहर पर निबंध (800 शब्द) 

प्रस्तावना 

जब भी शहर की बात करते हैं तो हमे सबसे पहले एक ही चीज़ याद आती हैं वो हैं शहर की रौनक और शहर की सडकों पर दौड़ती तेज गाडियां। हम जिस शहर की बात कर रहे हैं वो शहर हमारे संभाग जोधपुर से करीब 60 किलोमीटर दूर हैं। हमारे शहर में काफी दर्शनीय स्थल हैं और घुमने के लिए भी कई अलग अलग जगह हैं। मेरे शहर में कुछ ऐसी भी जगह हैं, जहां हमारे प्राचीन काल के इतिहस की झलक दिखाई देती हैं।

मेरे शहर के बीच से गुजरती नहर

हम जिस शहर में रहते हैं, उस शहर के बीच से एक पानी की नहर गुजरती हैं। यह नहर शहर के लोगो के साथ-साथ आसपास के कई गाँवों की प्यास भी बजती हैं। यह नहर शहर के बीचो  बीच से गुजरती हैं, इसी नहर की वजह से आसपास के क्षेत्र को नहर क्षेत्र के नाम से जाना जाता हैं।

यह नहर शहर के पास के एक गाँव से ही निकलती हैं जो शहर में आती हैं और शहर के बाहर जाकर एक नदी में मिल जाती हैं। इस नहर के आसपास का क्षेत्र भी काफी हरा भरा रहता हैं।

शहर में बना हैं म्यूजियम

मेरे शहर में एक म्यूजियम भी हैं। इस म्यूजियम में इतिहास से जुड़े कई स्त्रोत मिल जाते हैं। यह शहर के बीचो बीच आया हुआ हैं। शहर के बीच में बने इस म्यूजिम में कई देखने योग्य चीज़े हैं। इस म्यूजिम में मध्यकाल में हुयी क्रांति की माँ की भी मूर्ति हैं।

इस म्यूजिम में राजस्थान के प्राचीन और मध्यकाल इतिहास की जानकारी और उनसे जुड़े फोटो और मुर्तिया भी मिल जायेगी। यह म्यूजिम शहर के बीच में ही आया हुआ हैं। प्राचीन काल में इतिहास कर जिस प्रकार से ताम्र पत्र का उपयोग करते थे, उन सभी ताम्र पत्रों को जानकारी और उनके कुछ टुकड़े भी हमे इस म्यूजिम में देखने को मिलते हैं।

शहर में पहुचते ही दिखती है कॉलेज

शहर में प्रवेश करते समय ही हमे हमारे शहर की और हमारे जिले की सबसे बड़ी कॉलेज दिख जाती हैं। यह कॉलेज हमारे पुरे जिले में सबसे बड़ी हैं। इस कॉलेज में सभी विषयों की कक्षाए लगती हैं या यूँ कहे कि वो सभी क्लासेज इस कॉलेज में लगती हैं जो दुसरे प्रशिद्ध कॉलेज में लगती हैं।

शहर में भी इस कॉलेज के केम्पस में एक लों कॉलेज भी बनी हैं, जहां पर कानून की पढाई कराई जाती हैं। इस कॉलेज में शहर के पास सभी गाँव और कस्बो के छात्र पढने आते हैं और इस कॉलेज में अपना भविष्य निर्धारित करते हैं। शहर में बनी यह कॉलेज काफी बड़े क्षेत्र में फैली हुई हैं। इस कॉलेज में एक खेल का मैदान भी बना हुआ हैं जो बास्केट बोल के लिए हैं। इस कॉलेज का केम्पस इतना बड़ा हैं कि इस केम्पस में 3 क्रिकेट मैदान बन सकते हैं।

शहर में बना हैं एक स्टेडियम

मेरे शहर में एक स्टेडियम भी बना हुआ हैं। इस मैदान में क्रिकेट के साथ-साथ और भी कई खेल खेले जा सकते हैं। इस मैदान में बास्केट बोल के साथ साथ फुटबॉल भी खेल सकते हैं। शहर में बना यह मैदान काफी बड़ा हैं और इस मैदान में कई प्रतियोगिताए भी होती हैं।

जिले स्तर की प्रतियोगिताएं और राज्य स्तर की प्रतियोगिताए भी इस मैदान में होती हैं। इस मैदान के आसपास शहरी इलाका हैं, इस वजह से यहा कम खेल होते हैं। बावजूद इसके यह मैदान शहर के साथ-साथ पुरे शहर में प्रशिद्ध हैं। मेरे शहर में यह एकमात्र स्टेडियम हैं, हलाकि इसके अलावा और भी कई स्टेडियम हैं पर वो आरक्षित ही है।

शहर के बाहर बना हैं मेडिकल कॉलेज

मेरे शहर के बाहर एक मेडिकल कॉलेज भी बना हुआ हैं जो वर्तमान में भी नया बना हैं। इस कॉलेज में मेडिकल से सम्बंधित पढाई करवाई जाती हैं। इस कॉलेज में लड़के और लडकियां दोनों की पढाई करती हैं। यह मेडिकल कॉलेज शहर से बाहर बना हैं।

शहर के बीचो बीच बना हैं जिले का सबसे बड़ा अस्पताल

मेरे शहर में मेडिकल की सुविधा भी काफी अच्छी हैं। मेरे शहर में बीचो बीच में जिले का सबसे बड़ा अस्पताल बना हुआ हैं। इस अस्पताल में वो सभी सुविधाए मोजूद हैं जो एक आम आदमी को चाहिए। मेडिकल कॉलेज के साथ बना यह अस्पताल शहर का सबसे बड़ा और सबसे पुराना अस्पताल हैं।

निष्कर्ष

मेरे शहर में वो सभी सुविधाए हैं जो एक आम आदमी की जरुरत होती हैं। मेरे शहर को इतिहास की दृष्टी से काफी ज्यादा पहचान दी जाती हैं। मेरा शहर काफी सुन्दर और स्वच्छ हैं।

अंतिम शब्द 

हमने यहां पर “मेरा शहर पर निबंध (Essay on My City in Hindi)” शेयर किया है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह निबंध पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरूर करें। आपको यह निबन्ध कैसा लगा, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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